जब हम किसी वाक्य के संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों में किसी वस्तु की नाप-तौल का बोध होता है, तो उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते है। अक्सर कई वस्तुओं को खरीदते समय हम वस्तु की मात्रा, परिणाम आदि का बोध करते है तो समझ जाओ की वहां पर Pariman Vachak Visheshan का प्रयोग हो रहा है। जैसे – मुझे 2 लीटर दूध चाहिय। इस वाक्य में 2 लीटर दूध की मात्रा को दर्शा रहा है, तो आइये जानते है परिमाणवाचक विशेषण किसे कहते है ? आर्टिकल से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़े।
वे विशेषण जिन शब्दों में से वस्तु की मात्रा, परिणाम, माप-तौल आदि का बोध होता है, तो उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते है। उदाहरण :-
- मुझे थोड़ा पानी चाहिए था।
- सोहन ने परीक्षा में 80% अंक प्राप्त किए है।
- मुझे नई जॉब मिली है जिसका सालाना पैकेज 4 लाख रुपए है।
- मेरी गाय हर दिन 10 लीटर दूध देती है।
- प्रत्येक व्यक्ति को हर दिन 5 लीटर पानी पीना चाहिए।
- बाजार से 10 अंडे लेकर आओ जल्दी।
उपयुक्त दिए गए उदाहरण में किसी वस्तु की मात्रा, परिणाम एवं माप-तौल का संकेत मिल रहा है, इसलिए यह Pariman Vachak Visheshan है। क्या आप जानते हो विशेषण किसे कहते है, और इसके कितने भेद होते है।
Pariman Vachak Visheshan के भेद
यह विशेषण दो प्रकार के होते है –
- निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
- अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण
जब किसी विशेषण में वस्तु के निश्चित मात्रा, परिणाम, नाप या तौल का बोध होता है, तो उसे निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते है।
उदाहरण –
- मेरी दुकान में हर दिन 10 लीटर तेल आता है।
- मुझे एक किलो आम और दो किलो सेब चाहिए।
- मेरे एक एक लीटर दूध ले आना।
- स्वस्थ रहने के लिए हर दिन 10 ml विटामिन की गोली खानी चाहिए।
जब किसी विशेषण में वस्तु की अनिश्चित मात्रा, परिणाम, नाप या तौल का बोध होता है, तो उसे अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते है अर्थात हमे ये ज्ञात नहीं होता है की वस्तु की मात्रा क्या है।
उदाहरण –
- मुझे नाश्ते में थोड़ा चाय चाहिए।
- मोहन की गाय बहुत दूध देती है।
- मुझे बाजार से कुछ सब्जियां और कपड़े खरीदने है।
- क्या आपके पास थोड़ा दूध है।
- मेरे दादा जी के पास बहुत ज़मीन है।
- सीता परीक्षा में पास हो गई है।
जिस विशेषण में किसी वस्तु या पदार्थ की मात्रा, परिणाम, नाप या तौल का पता चलता है तो उसे Pariman Vachak Visheshan कहते हैं, जैसे – एक किलो चीनी, एक लीटर पानी, 5 बीघा जमीन, थोड़ा दूध, 4 नौकर इत्यादि।
ये विशेषण मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है -निश्चित परिमाणवाचक विशेषण एवं अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण।
ऐसे विशेषण जिसमे किसी वस्तु या पदार्थ की निश्चित मात्रा, परिणाम, नाप या तौल का पता नहीं होता है, तो उसे अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते है। जैसे – मुझे कुछ दिनों के लिए बाहर जाना है, मेरा पास बहुत जमीन है, हमारे घर में हर दिन कई लीटर दूध आता है।