Ambassador car: क्या आपने एम्बेसडर का नाम सुना है? यदि सुना है तो आपको मालूम होगा की यह क्या है, आपको बता दें एम्बेसडर एक कार मॉडल थी जिसे भारत की पहली कार भी कहा जाता है। जब यह कार लॉन्च हुई उस समय भारतियों में इस कार का क्रेज खूब देखा गया। यह मॉडल इतना प्रसिद्ध हुआ कि कई दशकों तक भारत की सड़कों में इस कार को खूब चलाया गया। अर्थात भारत की सड़कों पर एम्बेसडर का नशा और राज हुआ करता था जिसके लिए इसे किंग ऑफ इंडियन रोड का दर्जा दिया गया। इतने दशकों के राज के बाद भारत में इसके उत्पादन को बंद कर दिया गया। लेकिन अब इतने वर्षों बाद एम्बेसडर का नया लुक फिर से आने वाला है, क्या यह सच्चाई है आइए जानते हैं इस पूरी जानकारी बारे में……..
1957 में आई पहली बार Ambassador car
आजादी के बाद भारत ने आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक नया कदम उठाया। एक नई राह पर चलते हुए वर्ष 1948 में हिन्दुस्तान मोटर्स की स्थापना की गई। शरुआत के दौर में हिन्दुस्तान मोटर्स ने ब्रिटिश कार कंपनी Morris Motors के साथ मिलकर Morris Series III कार का निर्माण किया था।
वर्ष 1957 में भारत ने इतिहास रच दिया, भारत में बनी पहली स्वदेशी कार को भारतीय सड़कों में चलाना शुरू किया इस कार का नाम एम्बेसडर रखा गया। एम्बेसडर पहली मेड इन कार तो बनी ही और देश की पहली डीजल कार भी बन गई। एम्बेसडर के भीतर काफी जगह थी, यह सवारियों के लिए बहुत ही आरामदायक कार बन गई। आम जनता के साथ सरकारी अधिकारी भी इसे खूब पसंद करने लगे।
एम्बेसडर का निर्माण शुरू हुआ था बंगाल में
आपको बता दें पश्चिम बंगाल में उत्तरपारा शहर में स्थित हिन्दुस्तान मोटर्स का प्लांट, कभी भारत का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मैन्यूफैकचरिंग प्लांट हुआ करता था। यही से एम्बेसडर कार निकाली गई थी, जो कि कई दशकों तक भारत की सड़कों में राज करती रही। परन्तु वर्ष 2014 में इस कार को बंद कर दिया गया इसका कारण इसकी बढ़ती हुई पर्तिस्पर्धा तथा गिरती मांग थी। यह सब बात जानकार लोगों के मन में उदासी छा गई। क्योंकि यह भारत के इतिहास का हिस्सा बन गई थी।
एम्बेसडर का इस्तेमाल हर कोई करना चाहता था चाहे वह देश का अमीर व्यक्ति हो या गरीब। यह सबके लिए लोकप्रिय हो गई थी जो सबके दिल पर राज करती थी। इसका क्लासिक डिजाइन, आरामदायक सवारी एवं मजबूत इंजन लोगों को अपना दीवाना बनता था।
एम्बेसडर की शुरुवाती कीमत
पहले समय में एम्बेसडर किसी लग्जरी कार से कम नहीं थी। भारत में जब एम्बेसडर ब्रांड की पहली कार बनी तो इसकी कीमत लगभग 14,000 रूपए थी जो उस समय बहुत ही महंगी मानी जाती थी। इस समय में जब यह कार बनी तो इसका 16 फीसदी सरकार स्वयं ही खरीदती थी।
क्या वापस आ रही है एम्बेसडर
दशकों से चली आ रही एम्बेसडर ने भारतीय सड़कों पर वर्ष 2014 तक राज किया। Ambassador एक car ही नहीं बल्कि एक स्टेटस सिम्बल भी थी। परन्तु इसके उत्पादन को हिन्दुस्तान मोटर्स द्वारा वर्ष 2014 में बंद कर दिया गया था, जिसकी वजह से लोगों के मन में निराशा छा गई।
अब बात करें एम्बेसडर फिर से वापस लौट रही है, तो यह अभी एक रहस्य है। हिन्दुस्तान मोटर्स द्वारा कुछ संकेत दिए हैं। इसमें यह जानकारी शामिल है नई एम्बेसडर को पुरानी एम्बेसडर की तरह क्लासिक और आकर्षक बनाया जाएगा। इसमें मॉर्डन डिजाइन का इस्तेमाल किया जाएगा जैसे कि एलईडी हेडलाइट्स एवं टेललाइट्स।
कार को बेहतरीन एवं कम्फर्टेबल बनाने के लिए हाई क्वालिटी सामग्री का इस्तेमाल किया जाएगा। अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के तहत इसमें एक बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, सनरुक एवं पैनोरमिक विंडो जैसी कई सुविधाओं को प्रदान किया जाएगा। नई एम्बेसडर की कीमत और लॉन्च की डेट अभी नहीं बताई गई है। लेकिन यह कार बाजार में धूम मचाने वाली है।