नई दिल्ली। बैंक लॉकर का उपयोग करने वाले ग्राहकों के लिए बड़ी खबर है। साल 2025 से पहले बैंकिंग सेवाओं में बड़े बदलाव के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और पंजाब नेशनल बैंक (PNB) सहित अन्य बैंकों ने अपने बैंक लॉकर शुल्क में संशोधन किया है। ये बदलाव ग्राहकों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है क्योंकि विभिन्न बैंकों ने अपने शुल्क में भारी वृद्धि की है।
एसबीआई (SBI) लॉकर शुल्क में बदलाव
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने बैंक लॉकर शुल्क में संशोधन किया है।
- सेमी मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्र: इन क्षेत्रों में बैंक लॉकर के लिए न्यूनतम शुल्क 1500 रुपए सालाना होगा।
- मेट्रो और बड़े शहरों: इन क्षेत्रों में बैंक लॉकर शुल्क 12,000 रुपए तक सालाना हो सकता है। यह शुल्क क्षेत्र की आबादी और स्थान के आधार पर तय किया गया है।
ग्राहकों को इसके साथ-साथ 18 प्रतिशत जीएसटी का भी भुगतान करना होगा, जो शुल्क की अंतिम लागत पर लागू होगा।
आईसीआईसीआई बैंक के लॉकर शुल्क
आईसीआईसीआई बैंक ने अपने लॉकर शुल्क में भी बड़े बदलाव किए हैं।
- सेमी मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्र: यहां के ग्राहकों के लिए न्यूनतम 1200 रुपए का शुल्क तय किया गया है।
- बड़े शहर और मेट्रो: इन क्षेत्रों में यह शुल्क 22,000 रुपए सालाना तक जा सकता है।
एचडीएफसी बैंक में नई दरें
एचडीएफसी बैंक ने छोटे और बड़े शहरों के लिए अपने लॉकर शुल्क को अलग-अलग निर्धारित किया है।
- छोटे शहर: यहां 1500 रुपए से लेकर 7000 रुपए तक का वार्षिक शुल्क लागू होगा।
- मेट्रो शहर: इन शहरों में ग्राहक 10,000 रुपए तक का शुल्क चुकाएंगे।
पीएनबी (PNB) के विशेष नियम और शुल्क
पंजाब नेशनल बैंक ने मेट्रो शहरों के लिए 25 प्रतिशत अतिरिक्त प्रीमियम लागू किया है। इसके अलावा, ग्राहकों को 12 बार विजिट की अनुमति दी गई है।
- अतिरिक्त विजिट शुल्क: 12 विजिट से अधिक बार लॉकर खोलने पर प्रत्येक विजिट पर 100 रुपए अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा।
- जीएसटी शुल्क: सभी शुल्क पर 18 प्रतिशत जीएसटी का भुगतान करना अनिवार्य होगा।
शुल्क वृद्धि का कारण और प्रभाव
बैंकों ने लॉकर शुल्क में बदलाव का कारण बढ़ती परिचालन लागत और लॉकर सेवाओं की मांग में वृद्धि को बताया है। नए शुल्क लागू होने के बाद, ग्राहकों को अपनी बैंकिंग योजनाओं पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, बैंक लॉकर की बढ़ती दरें उन ग्राहकों को प्रभावित कर सकती हैं, जो अपने कीमती सामान और दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखने के लिए बैंक लॉकर का उपयोग करते हैं। हालांकि, यह बैंकिंग उद्योग के लिए एक सकारात्मक कदम हो सकता है क्योंकि इससे ऑपरेशनल ईफिशिएंसी में सुधार होगा।
FAQ
Q1. बैंक लॉकर शुल्क में क्या बदलाव हुए हैं?
साल 2025 से पहले SBI, ICICI, HDFC और PNB सहित सभी बड़े बैंकों ने अपने बैंक लॉकर शुल्क में वृद्धि की है। नए शुल्क 1500 रुपए से 22,000 रुपए तक हो सकते हैं, जो क्षेत्र और शहर के आधार पर भिन्न हैं।
Q2. क्या जीएसटी शुल्क भी लागू होगा?
हां, बैंक लॉकर शुल्क पर 18 प्रतिशत जीएसटी का भुगतान करना अनिवार्य होगा।
Q3. एसबीआई लॉकर का न्यूनतम शुल्क क्या है?
एसबीआई में सेमी मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए न्यूनतम 1500 रुपए और मेट्रो शहरों में 12,000 रुपए तक का शुल्क निर्धारित किया गया है।
Q4. आईसीआईसीआई बैंक में लॉकर का शुल्क कितना है?
आईसीआईसीआई बैंक में सेमी मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 1200 रुपए और बड़े शहरों के लिए 22,000 रुपए तक का शुल्क निर्धारित है।
Q5. पीएनबी बैंक ने क्या नया नियम लागू किया है?
पीएनबी ने 12 विजिट की सीमा तय की है, जिसके बाद प्रत्येक अतिरिक्त विजिट पर 100 रुपए शुल्क लिया जाएगा।
Q6. लॉकर शुल्क वृद्धि क्यों की गई है?
बैंकों ने परिचालन लागत और लॉकर सेवाओं की मांग बढ़ने को ध्यान में रखते हुए शुल्क बढ़ाया है।
Q7. क्या लॉकर शुल्क सभी बैंकों में समान है?
नहीं, लॉकर शुल्क हर बैंक में अलग-अलग होता है और यह शहर, क्षेत्र और स्थान के आधार पर निर्धारित किया गया है।
Q8. लॉकर शुल्क में क्या बदलाव छोटे ग्राहकों को प्रभावित करेगा?
हां, छोटे ग्राहकों के लिए यह शुल्क वृद्धि चुनौतीपूर्ण हो सकती है, खासकर ग्रामीण और सेमी मेट्रो क्षेत्रों में।