भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं: आज हम बात करने जा रहे हैं भारत सरकार के अंतर्गत कार्य करने वाले रक्षा मंत्रालय के बारे में। जैसा कि आप जानते हैं की हमारे देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी देश के रक्षा मंत्रालय, सेना और अर्धसैनिक बालों की होती है। आप तो जानते हैं की भारत को हमेशा से ही अपने पड़ोसी देश (चीन और पाकिस्तान) के द्वारा संदेहात्मक गतिविधियों का खतरा बना रहता है। ऐसे में देश के अंदर एक मजबूत Defence System का होना बहुत जरूरी है।
हमारे देश की तीनों सेनायें (जल, थल, और वायु) देश के रक्षा मंत्रालय का ही एक महत्वपूर्ण भाग है। चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं और आपको बताते हैं की देश के वर्तमान रक्षा मंत्री कौन हैं? और देश का रक्षा मंत्रालय कैसे काम करता है। यदि आप अपने देश के रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) के बारे में जानने के इच्छुक हैं तो आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
भारत के रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने विभाग (Department)
यहां हम आपको रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करने वाले विभिन्न विभागों के बारे में जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। हम आपको बता दें की रक्षा मंत्रालय के तहत 5 तरह के अलग-अलग विभाग कार्य करते हैं जो इस प्रकार से हैं –
- रक्षा विभाग रक्षा मंत्रालय का रक्षा विभाग भारत की तीनों सेनाओं (जल, थल, और वायु) के विभिन्न अंतर सेवा संगठन और IDS रक्षा स्टाफ आदि से संबंधित कार्यों को करता हैं। इस विभाग के अंतर्गत रक्षा बजट, रक्षा नीति, देश की संसद से संबंधित मामले और विदेशों के साथ सहयोग आदि कार्य किये जाते हैं।
- सैन्य कार्य विभाग (DMA): सैन्य कार्य विभाग के प्रमुख देश की तीनों सेनाओं के CDS (Chief of Defence Staff) होते हैं। इस विभाग के तहत सेना के सभी संसाधन और सुविधाओं को बढ़ाने का कार्य किया जाता है।
- रक्षा उत्पादन विभाग: रक्षा मंत्रालय के तहत रक्षा उत्पादन विभाग में एक प्रमुख सचिव होते हैं जो रक्षा उत्पादन विभाग का नेतृत्व करते हैं। इस विभाग का कार्य आयातित सामानों उपस्करों तथा अतिरिक्त हिस्से-पुर्जों के स्वदेशी करण, आयुध निर्माणों से संबंधित होता है।
- रक्षा अनुसंधान तथा विकास विभाग: रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान तथा विकास विभाग के तहत वैज्ञानिक अनुसंधान, डिज़ाइन तथा विकास योजनाओं संबंधित कार्य किये जाते हैं।
- भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग: इस विभाग के तहत जो भूत पूर्व सेना कर्मचारी सेना से सेवानिवृत हो चुके हैं उनके पुनर्वास, कल्याण तथा पेंशन आदि से संबंधित कार्यों को किया जाता है।
कौन हैं देश के वर्तमान रक्षा मंत्री (Defense Minister)?
वर्तमान समय में देश की मौजूदा मोदी सरकार में देश के रक्षा मंत्री “श्री राजनाथ सिंह जी” हैं जो की उत्तर प्रदेश राज्य के लखनऊ से बीजेपी के सांसद भी हैं। देश के रक्षा मंत्री रहते हुए राजनाथ सिंह ने देश के रक्षा क्षेत्र में मेक इन इंडिया (Make In इंडिया) और आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने का कार्य किया है।
भारत के रक्षा मंत्री वर्तमान में कौन हैं – राजनाथ सिंह का जीवन परिचय
नाम | राजनाथ सिंह |
जन्म | 10 जुलाई 1951 |
जन्म स्थान | भभौरां, चंदौली (उत्तर प्रदेश) |
पिता जी नाम | राम बदन सिंह |
माता जी नाम | गुजरती देवी |
राजनीतिक पार्टी | बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) |
अन्य राजनीतिक दल से संबंध | भारतीय जन संघ (1977 से पहले) |
पत्नी | सावित्री सिंह |
भाई | जयपाल सिंह |
विवाह | 1971 |
पेशा (Profession) | राजनीतिज्ञ, लेक्चरर (lecturer) |
शैक्षिक योग्यता | Gorakhpur University (M.Sc. in Physics) |
बच्चे | बेटे :- पंकज सिंह, नीरज सिंह बेटी :- अनामिका सिंह |
ऑफिसियल वेबसाइट | rajnathsingh.in |
यह भी देखें: वर्तमान में भारत में कौन क्या है – Who is Who in India
देश में अब तक बने रक्षा मंत्रियों की सूची
नाम | कार्यकाल का समय | राजनितिक दल |
बलदेव सिंह | 2 सितम्बर 1946 से 1952 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
कैलाश नाथ काटजू | 1955 से 1957 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
वी. के. कृष्ण मेनन | 1957 से 1962 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
यशवंत चव्हाण | 1962 से 1966 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
स्वर्ण सिंह | 1966 से 1970 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जगजीवन राम | 1970 से 1974 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
स्वर्ण सिंह | 1974 से 1975 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
इंदिरा गाँधी | 1975 से 1975 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
बंसी लाल | 21 दिसम्बर 1975 से 24 मार्च 1977 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जगजीवन राम | 24 मार्च 1977 से 28 जुलाई 1979 तक | जनता पार्टी |
चिदंबरम सुब्रमण्यम | 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक | जनता पार्टी सेक्युलर |
इंदिरा गाँधी | 14 जनवरी 1980 से 1982 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
रामस्वामी वेंकटरमण | 1982 से 1984 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
शंकर राव चव्हाण | 1984 से 1984 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पी. वी. नरसिम्हा राव | 1984 से 1985 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
राजीव गाँधी | 1985 से 1987 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
विश्वनाथ प्रताप सिंह | 1987 से 1987 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
कृष्ण चंद्र पंत | 1987 से 1989 तक | भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस |
विश्वनाथ प्रताप सिंह | 2 दिसम्बर 1989 से 10 नवंबर 1990 | जनता दल |
चंद्रशेखर | 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक | समाजवादी जनता पार्टी |
शरद पवार | 21 जून 1991 से 6 मार्च 1993 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पी. वी. नरसिम्हा राव | 6 मार्च 1993 से 16 मई 1996 तक | भारतीय कांग्रेस पार्टी |
प्रमोद महाजन | 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक | भारतीय जनता पार्टी |
मुलायम सिंह यादव | 1 जून 1996 से 19 मार्च 1998 तक | समाजवादी पार्टी |
जॉर्ज फर्नांडिस | 19 मार्च 1998 से 16 मार्च 2001 तक | समता दल |
जसवंत सिंह | 16 मार्च 2001 से 21 अक्टूबर 2001 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
जॉर्ज फर्नांडिस | 21 अक्टूबर 2001 से 22 मई 2004 तक | समता दल, जनता दल |
प्रणब मुखर्जी | 22 मई 2004 से 24 अक्टूबर 2006 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
ए. के. एंटोनी | 24 अक्टूबर 2006 से 26 मई 2014 तक | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
अरुण जेटली | 26 मई 2014 से 9 नवंबर 2014 तक | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
मनोहर पर्रिकर | 9 नवम्बर 2014 से 13 मार्च 2017 तक | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
अरुण जेटली | 13 मार्च 2017 से 3 सितम्बर 2017 तक | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
निर्मला सीतारमण | 3 सितम्बर 2017 से 30 मई 2019 तक | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
राजनाथ सिंह | 30 मई 2019 से अब तक | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
भारत के रक्षा मंत्री की जिम्मेदारियां और उनके कार्य
भारत के रक्षा मंत्री (Defence Minister) का पद देश की सुरक्षा और रणनीतिक निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रक्षा मंत्री का मुख्य कार्य देश के सशस्त्र बलों (जल, थल, वायु सेना) का नेतृत्व करना और देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा सुनिश्चित करना है। आइए विस्तार से जानें रक्षा मंत्री की जिम्मेदारियां और उनके कार्य:
- रक्षा मंत्रालय का नेतृत्व:
- रक्षा मंत्री, रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) का प्रमुख होता है, जो भारत की तीनों सेनाओं और रक्षा तंत्र को संचालित करता है। मंत्रालय के तहत कार्यरत सभी विभाग जैसे सैन्य कार्य विभाग, रक्षा अनुसंधान, और भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग, सीधे रक्षा मंत्री को रिपोर्ट करते हैं। मंत्री का कार्य इन विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना और प्रभावी निर्णय लेना है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना: रक्षा मंत्री की प्राथमिक जिम्मेदारी देश की राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
- बाहरी खतरों से सुरक्षा: चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से आने वाले संभावित खतरों के प्रति सतर्क रहना और आवश्यक कदम उठाना।
- आंतरिक सुरक्षा: नक्सलवाद, आतंकवाद और अन्य आंतरिक खतरों को नियंत्रित करने के लिए सशस्त्र बलों और सुरक्षा एजेंसियों का सहयोग करना।
- रक्षा बजट का प्रबंधन: रक्षा मंत्री, वार्षिक रक्षा बजट (Defence Budget) तैयार करता है और इसे संसद में प्रस्तुत करता है। यह बजट सैन्य उपकरणों की खरीद, अनुसंधान और सैनिकों के कल्याण के लिए उपयोग होता है।
- मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत: रक्षा मंत्री स्थानीय रक्षा उत्पादन और स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” योजनाओं को लागू करता है।
- सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण
- रक्षा मंत्री का कार्य भारतीय सशस्त्र बलों को आधुनिक तकनीक, हथियारों और उपकरणों से लैस करना है
- नए फाइटर जेट, मिसाइल सिस्टम और युद्धपोतों की खरीद सुनिश्चित करना।
- रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO): वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना और आधुनिक तकनीक विकसित करना।
- सैन्य संचालन और रणनीति तैयार करना
- युद्ध या आपात स्थिति के दौरान रक्षा मंत्री, सशस्त्र बलों के संचालन और रणनीति तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- प्रमुख निर्णय जैसे सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक या युद्ध में संसाधनों का प्रबंधन रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी होती है।
- अंतर्राष्ट्रीय रक्षा सहयोग: रक्षा मंत्री अन्य देशों के साथ रक्षा समझौतों पर हस्ताक्षर करने और सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है।
- अंतर्राष्ट्रीय सैन्य अभ्यास: मित्र देशों के साथ सैन्य अभ्यास करना।
- रक्षा निर्यात: भारत को रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में एक निर्यातक के रूप में स्थापित करना।
- सैनिकों का कल्याण और पुनर्वास
- भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग (Department of Ex-Servicemen Welfare):
- सेवानिवृत्त सैनिकों और उनके परिवारों के लिए कल्याण योजनाओं का प्रबंधन।
- सैनिकों को पेंशन, मेडिकल सुविधाएं, और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करना।
- युद्ध में शहीद सैनिकों के परिवारों को आर्थिक और सामाजिक सहायता देना।
- भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग (Department of Ex-Servicemen Welfare):
- संसद में रिपोर्टिंग और कानून निर्माण: रक्षा मंत्री संसद में देश की सुरक्षा स्थिति और सैन्य योजनाओं पर रिपोर्ट प्रस्तुत करता है।
- नए रक्षा कानूनों का प्रस्ताव और चर्चा।
- रक्षा से जुड़े मुद्दों पर संसद में सवालों के जवाब देना।
- आपदा प्रबंधन में सहयोग: प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप या महामारी के दौरान सशस्त्र बलों का उपयोग करना।
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया: सेना को राहत और बचाव कार्यों में शामिल करना।
- महत्वपूर्ण समितियों का हिस्सा: रक्षा मंत्री विभिन्न महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समितियों का हिस्सा होता है, जैसे:
- कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS): देश की सुरक्षा से जुड़े बड़े फैसले लेने वाली समिति।
- रक्षा मंत्री के नेतृत्व में बनाई गई समितियां सशस्त्र बलों की योजनाओं और उनके कार्यों की समीक्षा करती हैं।
- कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS): देश की सुरक्षा से जुड़े बड़े फैसले लेने वाली समिति।
रक्षा मंत्री की भूमिका का महत्व
रक्षा मंत्री का पद न केवल देश की सुरक्षा को मजबूत करता है, बल्कि यह भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को भी प्रभावित करता है। उनकी निर्णय क्षमता और रणनीतिक सोच का सीधा असर सशस्त्र बलों और नागरिक सुरक्षा पर पड़ता है।
रक्षा मंत्री का नेतृत्व देश को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाता है। चाहे वह सैन्य उपकरणों की खरीद हो, सेना के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया हो, या आपात स्थिति में त्वरित निर्णय लेना—रक्षा मंत्री का कार्य हमेशा चुनौतियों से भरा होता है।
भारत के रक्षा मंत्री का पद, सही मायनों में, “राष्ट्र की रक्षा का प्रमुख स्तंभ” है।
रक्षा मंत्रालय से संबंधित FAQs
देश में अब तक कितने रक्षा मंत्री हो चुके हैं?
देश में अब तक 27 रक्षा मंत्री हो चुके हैं।
रक्षा मंत्री का कार्यकाल कितने समय का होता है?
केंद्रीय रक्षा मंत्री का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है।
CDS (Chief of Defence Staff) का कार्यकाल कितने वर्षों का होगा?
भारत सरकार के संशोधित नियमानुसार तीनों सेना के प्रमुख CDS का कार्यकाल 65 वर्ष तक का होगा।
देश के पहले रक्षा मंत्री कौन थे ?
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता बलदेव सिंह देश के पहले रक्षा मंत्री थे जो की 2 सितम्बर 1946 से 1952 तक देश के रक्षा मंत्री रहे।
राजनाथ सिंह का रेजीडेंसी का पता क्या है
राजनाथ सिंह का Residency का पता
Ministry of Defence
South Block New Delhi – 110001
रक्षा मंत्रालय में कितने विभाग हैं ?
हमारे देश के रक्षा मंत्रालय में कुल 5 विभाग हैं।