आइज़क न्यूटन जीवनी – Biography of Isaac Newton in Hindi Jivani

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Reported by Saloni Uniyal

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यदि आप साइंस के स्टूडेंट हैं तो आपने आइज़क न्यूटन के नियम और बारे में तो जरूर पढ़ा होगा, आपको बता दे इन्होंने ही सर्वप्रथम दुनिया में गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज की थी, इसके अतिरिक्त गति के सिद्धांत की भी खोज की इन्हीं के द्वारा की गई है। न्यूटन इंग्लैंड देश के एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे। इन्होंने गुरुत्वाकर्षण और गति के नियमों को प्रतिपादित करने के लिए प्रिंसपियां मैथमैटिका नामक पुस्तक लिखी थी और इसे वर्ष 1687 में प्रतिपादित किया गया था। इन्हें 17वीं शताब्दी की वैज्ञानिक क्रांति का परणिति कहा जाता था, यह एक अंग्रेजी भौतिकी विज्ञानी,लेखक, खगोलशास्त्री, धर्मशास्त्री एवं गणितज्ञ थे। यहां हम आपको आइज़क न्यूटन जीवनी (Biography of Isaac Newton in Hindi Jivani) से सम्बंधित प्रत्येक जानकारी बताने जा रहें है।

आइज़क न्यूटन जीवनी

आइज़क न्यूटन का जन्म 3 जनवरी 1643 को इंग्लैंड के बाय कोलस्तेवर्थ लिंकशायर के वूल्स्थोर्पे नामक गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम आइजैक न्यूटन तथा माता का नाम हन्ना ऐस्क्फ़ था। इन्होंने अपने पिता को कभी देखा ही नहीं दुर्भाग्यवश इनके पिता की मृत्यु इनके जन्म लेने से दो माह पहले हो गई थी जिसके कारण ये पिता के प्यार से वंचित रह गए। इसके बाद इनकी माँ ने किसी दूसरे व्यक्ति से विवाह कर लिया था उस समय ये केवल तीन वर्ष के बालक थे और समय इनकी माँ भी इन्हें छोड़कर चली गई अर्थात इन्हें बचपन में ना माँ का प्यार मिला और ना ही पिता का। इनकी दादी ने ही इनका लालन-पालन किया। इनके परिवार में खेती की जाती थी परन्तु न्यूटन को खेती से आधी शिक्षा में रूचि थी।

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Biography of Isaac Newton in Hindi Jivani

नामआइज़क न्यूटन
जन्म3 जनवरी 1643
जन्म स्थानवूल्स्थोर्पे बाय कोलस्तेवर्थ लिंकशायर, इंग्लैंड
पेशावैज्ञानिक, भौतिक विज्ञानी, गणितज्ञ, लेखक तथा खगोल वैज्ञानिक
आयु84 वर्ष (मृत्यु के समय)
पिता का नामआइजैक न्यूटन
माता का नामहन्ना ऐस्क्फ़
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
संतानदो पुत्र
मृत्यु31 मार्च 1727
मृत्यु स्थानकेंसिंगटन, लन्दन, यूनाइटेड किंगडम
खोजगुरुत्वाकर्षण का नियम एवं गति के सिद्धांत की खोज
राष्ट्रीयताइंग्लैंड
नागरिकताइंग्लैंड (1707 से ब्रिटिश)
आइज़क न्यूटन जीवनी - Biography of Isaac Newton in Hindi Jivani
आइज़क न्यूटन जीवनी

शिक्षा

इनकी शिक्षा की बात करें तो इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा को अपने गांव के स्थानीय स्कूल से प्राप्त की थी। उसके बाद ये इंग्लैंड चले गए यहां इन्होंने ग्रंथम में किंग स्कूल में पढ़ाई के लिए प्रवेश लिया उस समय इनकी 12 वर्ष आयु थी। इंग्लैंड में ये क्लार्क नामक व्यक्ति के फार्मासिस्ट घर में रहा करते थे। इन्हें बचपन से ही पुस्तक पढ़ने का बहुत शोक था अक्सर ये रासायनिक पुस्तकालय या प्रयोगशालों में चले जाते थे। इन्होंने एक छोटा सा एक खिलौना बनाया और क्लार्क की बेटी को दे दिया ताकि वह उसके साथ खेल सके और बाद में एक यांत्रिक उपकरण भी बनाया गया इसमें फ्लोटिंग लालटेन, लाईव माउस आदि बनाए गए थे।

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यहां से पढ़ाई पूरी होने के बाद इन्होंने 19 साल की आयु में इंग्लैंड के ट्रिनिटी कॉलेज में दाखिला लिया और अपनी स्नातक की पढ़ाई को पूरा करने लगे, वर्ष 1665 में इन्होंने यहां से स्नातक की डिग्री को हासिल किया। इसके बाद ये अन्य कॉलेज में दाखिला लेना चाहते थे ताकि अपनी मास्टर डिग्री को भी प्राप्त कर सके परन्तु ऐसा ना हुआ, उस समय इंग्लैंड में प्लेग की महामारी फैली हुई थी जिस कारण ये वूल्स्थोर्पे वापस आ गए।

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वूल्स्थोर्पे वापस लौटने के बाद ये यहां पर बेसिक प्रयोग करते थे, प्रकाश का अध्ययन करते थे एवं गुरुत्वाकर्षण के विषय में गहन अध्ययन करते थे। इसके बाद ये कैम्ब्रिज चले गए और वहां से अपनी मास्टर डिग्री को प्राप्त करने के लिए अपनी पढ़ाई निरंतर करने लगे। इनके कार्य और प्रयोगों की लगन से गणित प्रोफ़ेसर भी आश्चर्यचकित रहते थे। वर्ष 1669 में इनके ऑफिसर ने इस पद के लिए इस्तीफा दे दिया और न्यूटन को प्रोफ़ेसर पद के लिए कहा, और फिर ये गणित के प्रोफ़ेसर की नौकरी करने लगे।

आविष्कार और खोजें

न्यूटन ने अपने जीवन में कई अविष्कार, खोजें व कई सिद्धांत प्रतिपादित किए थे जिसकी जानकारी हम नीचे विस्तार से बताने जा रहें है –

1. टेलीस्कोप और प्रकाश का अध्ययन-

वर्ष 1667 में न्यूटन कैम्ब्रिज वापस आ गए थे। यहां आकर फिर ये अपने प्रयोगों में लग गए और सर्वप्रथम इन्होंने परावर्तक दूरबीन का निर्माण वर्ष 1668 में कर डाला और इसके अगले ही साल इन्होंने मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की डिग्री को भी हासिल कर लिया था। इसके बाद इन्होंने लन्दन की रॉयल सोसाइटी में वर्ष 1671 में ये अपने दूरबीन की अभिव्यक्ति करने के लिए गए और दूसरे साल इनका रॉयल सोसाइटी में चयन किया गया। इन्होंने यह सिद्धांत प्रतिपादित किया कि सफ़ेद प्रकाश स्पेक्ट्रम पर सभी रंगों का एक सयोंजन होता है जिसके कारण ये दिखाई देते है, एवं प्रकाश की तरंग ना मानकर इन्होंने प्रकाश कणों को कहा यह सब इन्होंने अपवर्तन के साथ अपने प्रयोगों के आधार पर बताया था।

2. गुरुत्वाकर्षण का नियम-

यांत्रिकी पर दुबारा से अध्ययन करते हुए वर्ष 1679 में न्यूटन ने प्रिंसपिया की दूसरे संस्करण के कार्य का विवेचन किया। इन्हें अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्रिंसपिया के लिए प्रदान की गई थी। गुरुत्वार्कषण की बात करें तो एक दिन न्यूटन एक पेड़ के नीचे बैठे थे और उसी समय उनके ऊपर पेड़ से एक सेब गिरा, और वह देखने लगे ये कैसे हुआ और सोच में पड़ गए कि यह सेब जैसे नीचे गिरा वैसे ऊपर भी तो गिर सकता था और इस घटना से ही गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज हुई। और इसके बाद इन्होंने गति के नियमों को भी प्रतिपादित किया इसमें इन्होंने तीन नियम बताए। भौतिक विज्ञान में छात्रों को यही नियम पढ़ाएं जाते है।

सम्मान एवं उपलब्धियां

न्यूटन ने द्विपद प्रमेय (कैलकुलस) अर्थात बिनोमिअल थ्योरम एवं पाई के मान का फॉर्मूला वर्ष 1665 में दिया था ये सब आपको न्यूटन की गणित में नज़र आएंगे। इसके अतिरिक्त न्यूटन की विधियां भी आती है जिन विधियों की इन्होंने खोज की होगी वे इनके नाम से जानी जाती है, इसके अलावा भी इन्होंने कई खोज एवं सिद्धांत बने है जो इनकी उपलब्धियों में शामिल हैं। इन्हें इंग्लैंड में सांसद के पद के लिए चुना गया था और ये इस पद पर वश 1701 तक रहें थे। इनको क्वीन एनी द्वारा नाईट की उपाधि, टकसाल में अध्यापक के लिए, वैज्ञानिक कार्यों तथा राजनीतिक योगदान के लिए प्रदान की गई थी।

Isaac Newton किताबें

Isaac Newton ने कई नियमों, सिद्धांत एवं किताबों को भी लिखा है, इनकी द्वारा लिखी हुई किताबें निम्न है-

  • मेथड ऑफ़ फ्लक्सियंस
  • दे मोटू कॉपोर्रम इन जिरम
  • ऑप्टिक्स
  • डेनियल पर प्रेक्षण और डी एपोकलिप्स ऑफ़ सेंट जॉन
  • ऑफ़ नेचर ओब्वियस लॉस एंड प्रोसेसेज इन वेजिटेशन
  • ऑप्टिकल लेक्चर्स
  • एरिथमेटिका यूनीवरसेलिस
  • दी क्रोनोलोजी ऑफ़ एनशियेंट किंगडेम्स
  • फिलोसोफी नेचुरेलिस प्रिन्सिपिया मैथेमैटिका
  • टकसाल में मास्टर के रूप में रिपोर्टें

मृत्यु

आइज़क न्यूटन की मृत्यु पेट के दर्द से सम्बंधित बीमारी के कारण 31 मार्च 1727 को हुई थी। मृत्यु के समय ये 84 साल की आयु के थे।

आइज़क न्यूटन जीवनी से सम्बंधित सवाल/जवाब

आइज़क न्यूटन का जन्म कब हुआ था?

इनकी मृत्यु 3 जनवरी 1643 को हुई थी।

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आइज़क न्यूटन कौन था?

आइज़क न्यूटन एक महान गणितज्ञ, वैज्ञानिक, खगोल वैज्ञानिक, लेखक तथा भौतिक विज्ञानी था।

Isaac Newton की माता का क्या नाम था?

इनकी माता का नाम हन्ना ऐस्क्फ़ था।

Isaac Newton किसकी खोज की थी?

Newton ने गति के नियमों तथा गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत की खोज की थी।

Isaac Newton की क्या राष्ट्रीयता थी?

इनकी राष्ट्रीयता इंग्लैंड थी।

क्या Isaac Newton की शादी हुई थी?

नहीं, इन्होंने किसी से भी शादी या कोई भी रिश्ता नहीं जोड़ा यह अविवाहित थे।

ऑफ़ नेचर ओब्वियस लॉस एंड प्रोसेसेज इन वेजिटेशन पुस्तक के लेखक कौन है?

ऑफ़ नेचर ओब्वियस लॉस एंड प्रोसेसेज इन वेजिटेशन पुस्तक के लेखक Isaac Newton है।

Isaac Newton की मृत्यु कब हुई?

इनकी मृत्यु 31 मार्च 1727 को हुई थी।

Biography of Isaac Newton in Hindi Jivani से सम्बंधित प्रत्येक जानकारी को हमने इस लेख में साझा कर दिया है, यदि आपको इस लेख से जुड़ा कोई अन्य प्रश्न या जानकारी पूछनी है तो आप नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में अपने प्रश्न लिख सकते है, हमारी टीम द्वारा जल्दी आपके प्रश्रों उत्तर दिया जाएगा। आशा करते है कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा और इससे जुड़ी जानकारी जानने में सहायता मिली होगी। इसी तरह से अन्य लेखों की जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारी साइट से ऐसे ही जुड़े रहें।

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