आज हम इस आर्टिकल में भारतीय उद्योगपति एवं टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा की जीवनी के बारे में बता रहें है। आपको बता दे यह भारत के प्रसिद्ध बिजनेसमैन है एवं अपनी कमाई का करीबन 65% हिस्सा सामाजिक कार्य के लिए दान कर देते हैं। टाटा समूह की स्थापना जमशेदजी टाटा ने की थी और यह कंपनी वर्तमान समय में भारत की सबसे बड़ी व्यापारिक कंपनी है, इसका विकास पीढ़ी दर पीढ़ी किया जा रहा है, Ratan Tata ने टाटा में शामिल होने के बाद कड़ी मेहनत की और इस कंपनी को नया मुकाम हासिल कराया। आप इनके उद्योगपति जीवन को तो भली भांति जानते है, परन्तु क्या आप इनके निजी जीवन के विषय में भी जानते है अगर नहीं जानते तो कोई बात नहीं, यहां हम आपको रतन टाटा जीवनी (Biography of Ratan Tata in Hindi Jivani) से जुड़ी जानकारी बताने जा रहे है, इसलिए आप सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए इस आर्टिकल के लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
रतन टाटा जीवनी
रतन टाटा का जन्म गुजरात राज्य के सूरत शहर में 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। इनके पिता का नाम नवल टाटा जो कि एक बिजनेसमैन थे एवं इनकी माता का नाम सोनू टाटा था और यह इन दोनों की सबसे बड़े बेटे थे। बचपन में इन्हें नवजबाई टाटा ने गोद ले लिया था, क्योंकि उस समय इनके पति की मृत्यु हो गई थी और इनके साथ कोई नहीं था इसलिए इन्हें गोद ले लिया गया। वर्ष 1940 में इनके अपने माता-पिता एक दूसरे से अलग हो गए थे उस समय रतन 10 वर्ष के थे तथा इनका एक छोटा भाई था जिसका नाम जिम्मी था वह उस समय 7 वर्ष का था। माता-पिता तो अलग हुए ही साथ में दोनों भाई को भी अलग कर दिया गया।
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Biography of Ratan Tata in Hindi Jivani
नाम | रतन टाटा |
जन्म | 28 दिसंबर 1937 |
जन्म स्थान | सूरत, गुजरात |
आयु | 85 वर्ष (2023 के अनुसार) |
पेशा | बिजनेसमैन (टाटा ग्रुप के अध्यक्ष) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राशि | मकर |
स्कूल | कैम्पियन स्कूल, मुंबई |
कॉलेज | कॉर्नेल यूनिवर्सिटी (अमेरिका), हार्वर्ड बिजनेस स्कूल,सयुंक्त राज्य अमेरिका |
गृहनगर | मुंबई, भारत |
पिता का नाम | नवल टाटा |
माता का नाम | सूनी टाटा, सिमोन टाटा (सौतेली माँ) |
भाई | जिम्मी टाटा |
बहन | कोई नहीं |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
धर्म | पारसी |
वजन | 85 kg |
लम्बाई | 5 फीट 10 इंच |
आँखों का रंग | हल्का भूरा |
बालों का रंग | काला |
नागरिकता | भारतीय |
शिक्षा
इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के कैम्पियन स्कूल में 8वीं क्लास तक प्राप्त की थी इसके बाद की पढ़ाई को कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से पूरा किया था। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त होने के बाद इन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में अपना दाखिला कराया और स्ट्रक्चर इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त करके डिग्री हासिल की। वर्ष 1962 में इन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त कर थी। अब वर्ष 1975 में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में दाखिला लिया और एडवांस मैनेजमेंट का कोर्स पूरा किया।
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करियर की शुरुआत
पढ़ाई पूरी होने के पश्चात रतन अमेरिका में ही सैटल होना चाहते थे और लॉस एंजिल्स कलिफ़ोर्निया में जोन्स एंड एमोंस में कार्य करने लग गए परन्तु आचनक इन्हें भारत वापस लौटना पड़ा क्योंकि इनकी दादी का स्वास्थ्य ठीक ना था और उनकी तबीयत बिगड़ती ही जा रही थी।
भारत आने के पश्चात ये आईबीएम में काम करने के लिए शामिल हो गए परन्तु जेआरडी नहीं चाहते थे कि ये यहां काम करें। यही शुरुआत थी टाटा ग्रुप में शामिल होने की और वर्ष 1961 में ये टाटा समूह में जुड़ गए और कार्य करना शुरू कर दिया। रतन टाटा सबसे पहले स्टील के शॉप फ्लोर पर काम करते थे इसके पश्चात ये लगन से कार्य करने लगे और वर्ष 1971 में इन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी में डायरेक्टर एवं राष्ट्रीय रेडियो के लिए इंचार्ज के लिए (Appointed) किया गया था।
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रतन टाटा को टाटा समूह का चेयरमैन वर्ष 1981 में चुना गया था। परन्तु उस समय कंपनी का काम इतना अच्छा नहीं चल रहा था किन्तु रतन ने कड़ी मेहनत की और कंपनी को ऊंचाई हासिल कराई और वर्ष 1991 में इनको कंपनी का उत्तराधिकारी घोषित किया गया।
उत्तराधिकारी नियुक्त होने के बाद टाटा कंपनी बहुत प्रसिद्ध हो गई। उस समय मार्केट में इसी कंपनी का नाम अधिक था। टाटा समूह ने भारत में प्रथम इंडिका नामक कार का निर्माण वर्ष 1998 में कर डाला और इसके पश्चात कोरस, टेटली तथा जैगुआर लैंड रोवर जैसे कई नामों की कारों का निर्माण किया तथा भारतीय बिजनेस लिस्ट में इस कंपनी का नाम भी शामिल हो गया और यह एक प्रसिद्ध कंपनी बन गई।
इसके पश्चात टाटा ग्रुप तरक्की ही करता रहा और वर्ष 2008 में नैनो कार का उद्घाटन समारोह दिल्ली में किया गया। इस कार का मूल्य केवल 1 लाख रुपए था जिसे लोगों ने खरीद कर अपना कार लेना का सपना पूरा किया और उस समय इस कार का खूब प्रचलन हुआ।
इतने साल तक इस कंपनी का कार्यभार सँभालते हुए रतन टाटा ने 28 सितम्बर 2012 को कंपनी से रिटायरमेंट ले लिया है और कंपनी का उत्तराधिकारी अपने सौतेले भाई के साले साइरस मिस्त्री को नियुक्त कर दिया था, क्योंकि रतन टाटा की कोई संतान नहीं है।
साइरस मिस्त्री ने लन्दन के इंपीरियल कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री को प्राप्त किया था। एवं कंपनी का कार्य भार इन्हें वर्ष 2006 में दिया गया था और वर्ष 2022 तक इन्होंने कंपनी का कार्य संभाला, दुर्भाग्यवश 4 सितम्बर 2022 को इनकी सड़क हादसे में मौत हो गई। अब वर्ष 2022 में एन चंद्रशेखरन को टाटा संस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
हालाँकि रतन टाटा ने टाटा समूह से रिटायरमेंट तो ले लिया है परन्तु वे अभी भी संस के दो ट्रस्टों के अध्यक्ष है और कंपनी का कार्य देखते रहते है।
पुरस्कार एवं सम्मान
वर्ष | पुरस्कार देने वाला संगठन | पुरस्कार नाम |
2016 | फ़्रांस की सरकार द्वारा | कमांडर ऑफ़ ऑनर |
2015 | एचइसी पेरिस द्वारा | मानद |
2015 | क्लेमसन यूनिवर्सिटी | ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग की मानद |
2014 | न्यूयोर्क यूनिवर्सिटी, कनाडा | कानून की मानद डॉक्टर |
2014 | यूनाइटेड किंगडम | ब्रिटिश साम्राज्य के आदेश के मानद नाइट ग्रैंड क्रॉस |
2014 | बड़ौदा मैनेजमेंट एसोसिएशन | सजायी रत्न पुरस्कार |
2014 | सिंगापुर मैनेजमेंट विश्वविद्यालय | व्यापर के मानद डॉक्टर |
2013 | एम्सटडर्म यूनिवर्सिटी | डॉक्टरेट की मानद उपाधि |
2013 | अर्नस्ट और यंग | अर्नस्ट और वर्ष का सर्वश्रेष्ठ युवा उद्यमी (लाइफटाइम अचीवमेंट) |
2013 | कार्नेगी मेलॉन यूनिवर्सिटी | व्यापार व्यवहार के मानद डॉक्टर |
2013 | नेशनल अकेडमी ऑफ़ इंजीनियरिंग | विदेश एसोसिएट |
2012 | न्यू साऊथ वेल्स यूनिवर्सिटी | व्यापार मानद डॉक्टर |
2012 | इंजीनियरिंग की रॉयल अकादमी | मानद फैलो |
2010 | एशियन आवर्ड | वर्ष का बिजनेस लीडर |
2010 | पेपरडाइन यूनिवर्सिटी | कानून की मानद डॉक्टर |
2010 | येल यूनिवर्सिटी | लीडरशिप अवॉर्ड में लीजेंड |
2010 | शांति प्रतिष्ठान व्यापार | शांति पुरस्कार के लिए ओस्लो व्यापार |
2010 | विश्व स्मारक कोष | हैड्रियन अवॉर्ड |
2010 | कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी | लॉ की मानद डॉक्टर |
2009 | इटली सरकार द्वारा | इतालवी गणराज्य की मेरिट के आदेश के ग्रैंड अधिकारी का अवॉर्ड |
2009 | इंजीनियरिंग इंडियन नेशनल एकेडमी | 2008 के लिए इंजीनियरिंग में हमेशा के लिए योगदान अवॉर्ड |
2009 | यूनाइटेड किंगडम | ब्रिटिश साम्राज्य के आदेश के मानद नाइट कमांडर |
2008 | सिंगापुर सरकार द्वारा | मानद नागरिक अवॉर्ड |
2008 | इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मुंबई | साइंस की मानद डॉक्टर |
2008 | कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी | लॉ की मानद डॉक्टर |
2008 | लीडरशिप पुरस्कार | लीडरशिप पुरस्कार |
2008 | भारत सरकार द्वारा | पद्म विभूषण |
2007 | इंटरनेशनल शांति के लिए कार्नेगी एंडोमेंट | परोपकार की कार्नेगी पदक |
2007 | अर्थशास्त्र और राजनीती विज्ञानं के लन्दन स्कूल द्वारा | मानद फैलोशिप |
2006 | इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मद्रास | साइंस की मानद डॉक्टर |
2005 | वारविक यूनिवर्सिटी | साइंस की मानद डॉक्टर |
2004 | एशियन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी | प्रौद्योगिकी के मानद डॉक्टर |
2004 | उरग्वे की सरकार द्वारा | उरग्वे के ओरिएंटल गणराज्य का पदक |
2001 | ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी | बिजनेसमैन एडमिनिस्ट्रेशन के मानद डॉक्टर |
2001 | भारत सरकार द्वारा | पद्म भूषण |
Ratan Tata की कुल सम्पति
Ratan Tata की कुल सम्पति की बात करें 117 बिलियन डॉलर अर्थात 8.25 लाख करोड़ रूपए है। इसमें से ये समाजिक कार्यों एवं लोगों की सहायता करने के लिए 65 प्रतिशत सम्पति को दान कर देते हैं। एक उद्योगपति होने के बावजूद ये दिल के बहुत अमीर और दयालु है।
रतन टाटा जीवनी से सम्बंधित सवाल/जवाब
Ratan Tata का जन्म कब हुआ था?
इनका जन्म 28 दिसंबर 1937 में गुजरात राज्य के सूरत शहर में हुआ था।
Ratan Tata के पिता का नाम क्या था?
इनके पिता का नाम नवल टाटा था।
क्या Ratan Tata की शादी हुई है?
नहीं, रतन टाटा ने शादी नहीं की, वे अविवाहित है।
Ratan Tata के भाई का नाम क्या है?
इनके भाई का नाम जिम्मी टाटा है, जो इनसे दो साल छोटे हैं।
रतन टाटा के पिता का क्या नाम था?
इनके पिता का नाम नवल टाटा था।
रतन टाटा को भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण पुरस्कार किस वर्ष प्रदान किया गया था?
रतन टाटा को भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण पुरस्कार वर्ष 2008 में प्रदान किया गया था।
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