शिव नाडार जीवनी – Biography of Shiv Nadar in Hindi Jivani

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Reported by Saloni Uniyal

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आपने कभी ना कभी तो HCL कंपनी का नाम तो जरूर सुना होगा यदि नहीं सुना तो आपको बता दे HCL एक भारत की बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिक कंपनी है इस कंपनी द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं तथा परामर्श का कार्य होता है। यह एक एचसीएल एंटरप्राइज़ की सहायक कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय भारत में उत्तर प्रदेश राज्य के नोएडा शहर में स्थापित किया हुआ है। और इस कंपनी के सहायक तथा अध्यक्ष शिव नाडार जी है इनके द्वारा ही इस कंपनी की स्थापना की गई थी। क्या आप इनके जीवन के बारे में जानते है कि इन्होंने कैसे इस कंपनी को स्थापित किया है।

इस लेख में आज हम आपको शिव नादर की जीवनी (Biography of Shiv Nadar in Hindi Jivani) से संबंधित पूरी जानकारी को साझा करने वाले है, इसके लिए आपको इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ना होगा।

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शिव नाडार कौन है?

शिव नाडार का जन्म तमिलनाडु के थुठुकुडी जिले एक मुलाईपूजहि में 18 जुलाई 1945 हुआ था। इनके पिता का नाम शिवसुब्रमनियम नाडार तथा माता का नाम वामसुन्दरी देवी था। इनकी पत्नी का किरण नाडार है यह शिव नाडार फाउंडेशन की ट्रस्टी तथा म्यूजियम ऑफ़ आर्ट की संस्थापक भी है। तथा इनकी एक पुत्री जिसका रोशनी नाडार मल्होत्रा है। इनके द्वारा ही भारत में कम्प्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल (HCL) की स्थापना की गई थी।

शिव नाडार जीवनी - Biography of Shiv Nadar in Hindi Jivani
Biography of Shiv Nadar

Biography of Shiv Nadar in Hindi Jivani

नाम शिव नाडार
जन्म14 जुलाई 1945
धर्महिन्दू
जन्म स्थानमुलेपोली गांव, जिला तूतीकोरिन (तमिलनाडु)
शिक्षाPSG कॉलेज ऑफ़ टेक्नालॉजी (कोयम्बटूर)
राष्ट्रीयताभारतीय
पिता का नामशिवसुब्रमनियम नाडार
माता का नामवामसुन्दरी देवी
पत्नीकिरण नाडार
आवासनई दिल्ली
पेशाबिजनेसमैन
पुरस्कारपद्मभूषण (2008)
संतानरोशनी नाडार मल्होत्रा (बेटी)
व्यवसायHCL टेक्नालॉजी के संस्थापक एवं पूर्व अध्यक्ष, SSN इंजीनियरिंग

शिक्षा

शिव नाडार में टाउन हायर सेकेंडरी स्कूल (कुम्भकोणम) से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। इसके पश्चात नाडार ने एलंगो कॉर्पोरेशन हायर सेकेंडरी स्कूल, मदुरै में पढ़ाई पूरी की। एवं हाई स्कूल की शिक्षा जोसेफ बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल, त्रिची में दाखिला लेकर पूरी की। की शुरुआत

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नाडार के करियर की शुरुआत

HCL की स्थापना करने से पहले नाडार तमिलनाडु की सीडीएम कंपनी में वर्ष 1968 तक काम करते थे। कुछ समय तक नौकरी करने के बाद वे वहां से छोड़कर दिल्ली आ गए। दिल्ली आकर उनके द्वारा क्लॉथ मिल में भी नौकरी की गई।

वहां उनके बहुत से दोस्तों थे और उन्होंने अपने खास 7 दोस्तों के साथ एक चर्चा की क्यों ना एक कंपनी बनाए जाए जिसे हम साथ मिलकर खोल सके।

HCL की शुरुआत

शिव नाडार ने अजय चौधरी (पूर्व चेयरमैन, महेंद्र प्राप्त, एस रमन, योगेश वैद्य, डीएस पुरी, अर्जुन मल्होत्रा (सीईओ तथा चेयरमैन) तथा सुभाष अरोड़ा आदि सात दोस्तों के साथ मिलकर एक ग्रुप बनाया जिसमें वे योजनाएं बनाते थे। और कहा गया कि हम सब आपस में मिलकर एक कंपनी बनाएंगे जो ऑफिस इक्विपमेंट्स निर्माण का कार्य करते है।

शिव नाडार तथा HCL का सफर

पुणे में स्थित कूपर इंजीनियरिंग से वर्ष 1967 में शिव द्वारा अपने करियर की शुरुआत की गई थी परन्तु वे इन सब से बिलकुल भी संतुष्ट नहीं थे वे अपना स्वयं का बिजने खोलना चाहते थे। इसके बाद उन्होंने 6 युवा इंजीनियरों के साथ मिलकर माइक्रोकॉम्प लिमिटेड नाम एक कंपनी को स्थापित किया इस कम्पनी में टेलीडिजिटल कैल्कुलेटर्स बेचे जाते थे।

इस पश्चात उनके द्वारा एक और कंपनी को बनाया गया इस कंपनी का नाम हिन्दुस्तान कम्प्यूटर्स लिमिटेड (एचसीएल) था। इसके साथ साथ धीरे-धीरे उनकी मेहनत और बढ़ती गई और वे ऊंचाई को हासिल करते चले गए।

और कुछ समय में ही नाडार द्वारा पांच कंपनियों- NIIT (एजुकेशन सर्विसेज), HCL टेक्नालॉजीज )ग्लोबल आईटी सर्विस कंपनी), HCL (आईटी एप्लीकेशन), HCL कॉमनेट (नेटवर्क सर्विसेज कंपनी) तथा HCL इंफोसिस्टम्स (इंडियन आईटी) आदि कम्पनियों की स्थापना की गई।

वर्ष 1980 में HCL द्वारा सिंगापुर में फॉर ईस्ट कम्प्यूटर्स की स्थापना की गई ताकि इसके माध्यम आईटी हार्डवेयर को बेचा जा सके। जब इस कंपनी में कार्य शुरू किया गया तो करीबन 10 लाख रूपए तक का लाभ इन्हे प्राप्त हुआ।

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फिर इनके द्वारा ठाना गया की अब ये अमेरिकी हार्डवेयर मार्केट में काम कर सके परन्तु इसमें इन्हे कोई भी जीत हासिल नहीं हुई।

परन्तु असफलता को हराकर उन्होंने सफलता की ओर बढ़ना शुरू किया और उन्होंने अपने आप को समाज सेवा से भी जोड़ दिया और भारत से शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के लिए कार्य किया जा सकते इसके लिए शिवनादर फॉउन्डेशन की स्थापना की गई।

नाडार द्वारा चेन्नई में एसएसएन कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरनिंग की स्थापना की गई और आपको बता दे यह जो कॉलेज है यह आज के समय में निजी इंजीनियरनिंग कॉलेजों में एक सबसे अच्छा कॉलेज है।

उत्तर प्रदेश राज्य के नोएडा शहर में प्रोफेशनल डिग्री, अंडरग्रेजुएट ततः पोस्टग्रेजुएट डिग्रीयों की पढ़ाई कराने के लिए शिव नाडार यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई और इन्होने ग्रामीण बच्चों को मुफ्त में विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान की गई।

शिव नाडार को मिले पुरस्कार एवं सम्मान

Shiv Nadar द्वारा जो पुरस्कार एवं सम्मान हासिल किये है हम उनके बारे में आपको नीचे बताने जा रहे है जिन्हे आप ध्यान से देखें।

  • वर्ष 1995 में Dataquest IT Man of the Year चुने गए थे।
  • CNBC बिजनेस एक्सीलेंस आवार्ड से वर्ष 2005 में सम्मानित किया गया था।
  • वर्ष 2006 में All India Management Association-AIMA द्वारा मानद फेलोफिस आवार्ड से सम्मानित किया गया था।
  • मद्रास विश्वविद्यालय द्वारा Shiv Nadarको वर्ष 2007 में डॉक्टरेट की मानद उपाधि से किया गया था।
  • वर्ष 2007 में ई एंड वाई एंटरप्रेन्योर ऑफ़ द ईयर से Shiv Nadar को सम्मानित किया गया।
  • फॉबर्स के एशिया प्रशांत क्षेत्र में परोपकार के 48 नायकों में 2011 में शामिल किया गया था।
  • Dataquest लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से वर्ष 2010 में सम्मानित किया गया।
  • वर्ष 2017 में भारत के 50 सबसे शक्तिशाली लोगों की लिस्ट में नाडार ने 16 वां स्थान प्रदान किया।

शिव नाडार जीवनी से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

Shiv Nadar का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

Shiv Nadar का जन्म 14 जुलाई 1945 को मुलेपोली गांव, जिला तूतीकोरिन (तमिलनाडु) में हुआ।

Shiv Nadar को पद्मभूषण पुरस्कार कब मिला था?

Shiv Nadar को पद्मभूषण पुरस्कार 2008 में मिला था।

Shiv Nadar कौन है?

एचसीएल टेक्नालॉजी के संस्थापक एवं अध्यक्ष तथा एस एस एन इंजीनियरिंग महाविद्यालय के संस्थापक है।

Shiv Nadar की पत्नी का नाम क्या है?

Shiv Nadar की पत्नी का नाम किरण नाडार है।

Shiv Nadar के पिता का नाम क्या था?

शिवसुब्रमनियन नाडार Shiv Nadar के पिता का नाम है।

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