डीके शिवकुमार जीवन परिचय – हाल ही में भारत के दक्षिणी राज्य कर्नाटक के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित हुये हैं। इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने बहुमत से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस की जीत में जिस व्यक्ति की भूमिका की सबसे अधिक चर्चा रही है, वे हैं डी के शिवकुमार। डी के शिवकुमार कर्नाटक से कांग्रेस के नेता हैं। शिवकुमार वर्तमान में कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
यहां हम आपको डी के शिवकुमार के जीवन से जुडे महत्वपूर्ण तथ्य बताने जा रहे हैं। शिवकुमार सात बार विधायक निर्वाचित हुये हैं, और वर्तमान में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने के मजबूत दावेदार हैं। डी के शिवकुमार कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
साल 2019 में कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर गठबंधन की सरकार में वे सिंचाई मंत्री रहे थे। शिवकुमार को एक कुशल रणनीतिकार माना जाता है। इसी वजह से पूर्व मुख्यमंत्री सिद्वारमैया और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे के साथ साथ शिवकुमार को भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल माना जा रहा है।
डीके शिवकुमार जीवन परिचय
आर्टिकल | डीके शिवकुमार का जीवन परिचय |
विषय | जीवनी |
पूरा नाम | डोड्डालहल्ली केम्पेगौडा शिवकुमार |
प्रचलित नाम | डीके शिवकुमार |
जन्म | 15 मई 1962 |
जन्म स्थान | कनकपुरा, बैंगलुरू |
आयु | 61 वर्ष |
पिता का नाम | केम्पेगौडा |
माता का नाम | गौरम्मा |
पत्नी का नाम | उषा शिवकुमार |
बच्चे | 3 (1 बेटा 2 बेटियां) |
पार्टी | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) |
पद | प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कर्नाटक वर्तमान में कनकपुरा से विधायक |
प्रारंभिक जीवन
डीके शिवकुमार का जन्म बंगलुरू के निकट कनकपुरा में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। शिवकुमार के पिता एक किसान और सामाजिक कार्यकर्ता थे। डीके कर्नाटक के प्रभावशाली वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। जो कि कर्नाटक के दो मुख्य समुदायों में से एक है। वोक्कालिगा समुदाय का कर्नाटक की राजनीति में खासा प्रभाव रहा है।
डीके शिवकुमार को उनके समर्थक डीकेएस के नाम से बुलाते हैं। जबकि उनका पूरा नाम डोड्डालहल्ली केम्पेगौड़ा शिवकुमार है। शिवकुमार ने अपनी राजनीति की शुरूआत साल 1989 में की जब वे पहली बार तत्कालीन सथानूर सीट से विधायक चुने गये थे। शिवकुमार लगातार चार बार सथानूर की सीट से विधायक चुने गये। साल 2008 में संसदीय सीटों के परिसीमन के बाद से सथानूर की सीट समाप्त कर दी गयी। इसके बाद शिवकुमा कनकपुरा विधानसभा से चुनाव लडे और जीते।
वे कनकपुरा की सीट से भी लगातार चार बार विधायक बन चुके हैं। साल 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में डीके आठवीं बार विधायक चुने गये हैं। इस दौरान शिवकुमार विभिन्न सरकारों में मंत्री भी रहे हैं। वे जेल मंत्रालय, शहरी विकास, उर्जा और सिंचाई विभाग के मंत्रालय का दायित्व निभा चुके हैं।
डीके शिवकुमार शिक्षा
कर्नाटक के सबसे अमीर नेताओं में गिने जाने वाले डीके शिवकुमार के पास राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री है। शिवकुमार की प्रारंभिक शिक्षा कनकपुरा में ही हुयी। इसके बाद वह आर सी कॉलेज बैंगलोर चले गये। वह अपने कालेज के दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय रहे।
एक छात्र नेता के रूप में शिवकुमार अपनी वाकपटुता के लिये जाने जाते थे।इसी दौरान वे यूथ कांग्रेस से भी जुडे। साल 1983 में उन्हें युवा कांग्रेस का राज्य सचिव भी नियुक्त किया गया था। छात्र नेता के रूप में डीके शिवकुमार युवा कांग्रेस में खासे लोकप्रिय रहे।
डीके शिवकुमार परिवार
कनकपुरा में जन्मे डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश भी राजनीति में सक्रिय हैं। डीके सुरेश बैंगलोर ग्रामीण क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं। वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले शिवकुमार ने साल 1993 में उषा शिवकुमार से शादी कर ली। शिवकुमार दम्पत्ति की दो बेटियां हैं- ऐश्वर्या और आभरण। इसके अलावा उनका एक पुत्र भी है जिसका नाम आकाश है। उनकी बडी बेटी ऐश्वर्या की शादी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा के पोते से हुयी है।
उनकी दूसरी बेटी ग्लोबल एकेडमी और टेक्नालाजी के नाम से एक इंजीनियरिंग कॉलेज चलाती है जिसके मालिक डीके शिवकुमार हैं। शिवकुमार को देश का सबसे अधिक संसाधनों वाला नेता माना जाता है। अलग अलग मौकों पर दिये गये आंकडों के अनुसार डीके शिवकुमार परिवार की नेट वर्थ 1500 करोड रूपये से अधिक है।
DK Shivkumar Political Career
डीके शिवकुमार ने अपने छात्र जीवन से ही राजनीति की शुरूआत कर दी थी। 1980 के दशक में शिवकुमार छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। इसी दौरान डीके को कांग्रेस ने अपनी साथ जोडने का कार्य किया और साल 1983 में उन्हें कर्नाटक यूथ कांग्रेस का राज्य सचिव का पद दिया गया। उन्होंने अपना पहला विधानसभा चुनाव साल 1989 में कांग्रेस के टिकट पर लडा। वे मैसूर जिले की सथानूर विधानसभा सीट से चुनाव लडे और जीत दर्ज की।
उस समय शिवकुमार की उम्र मात्र 27 वर्ष थी। इसके बाद साल 2023 तक लगातार आठ बार डीके शिवकुमार विधानसभा का चुनाव जीते हैं। वे विभिन्न सरकारों में मंत्री भी रहे हैं। वर्तमान में डीके शिवकुमार भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री के पद के लिये सिद्वारमैया के साथ मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
DK Shivkumar Political Stats
साल | विधानसभा क्षेत्र | पार्टी | परिणाम |
1989 | सथानूर | कांग्रेस | जीते |
1994 | सथानूर | कांग्रेस | जीते |
1999 | सथानूर | कांग्रेस | जीते |
2004 | सथानूर | कांग्रेस | जीते |
2008 | कनकपुरा | कांग्रेस | जीते |
2013 | कनकपुरा | कांग्रेस | जीते |
2018 | कनकपुरा | कांग्रेस | जीते |
2023 | कनकपुरा | कांग्रेस | जीते |
DK Shivkumar in Ministry
साल | मुख्यमंत्री | पद /मंत्रालय | अवधि |
1989 – 1994 | एस. बंगारप्पा | जेल और होमगार्ड मंत्री सदस्य विधानसभा | 17 अक्टूबर 1990 – 19 नवंबर 1992 |
1994 – 1999 | जे एच पटेल | सदस्य विधानसभा | 1994 – 1999 |
1999 – 2004 | एस. एम. कृष्णा | शहरी विकास मंत्रालय सदस्य विधानसभा | 11 अक्टूबर 1999 – 20 मई 2004 |
2004 – 2008 | बी एस येदियुरप्पा | सदस्य विधानसभा | 2004 – 2008 |
2008 – 2013 | सदानंदा गौड़ा | सदस्य विधानसभा | 2008 – 2013 |
2013 – 2018 | सिद्धारमैया | उर्जा मंत्रालय सदस्य विधानसभा | 11 जुलाई 2014 – 19 मई 2018 |
2018 – 2023 | एचडी कुमारस्वामी | प्रमुख सिंचाई और चिकित्सा शिक्षा (अतिरिक्त प्रभार कन्नड़ और संस्कृति विभाग) | 6 जून 2018 – 23 जुलाई 2019 |
डीके शिवकुमार सम्पत्ति
शिवकुमार को कर्नाटक ही नहीं बल्कि पूरे देश के सबसे धनी नेताओं में गिना जाता है। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में उनके द्वारा दिये गये हलफनामे में उनके द्वारा घोषित सम्पत्ति 1400 करोड से अधिक थी। शिवकुमार की कुल सम्पत्ति का अनुमान लगभग 1300 करोड रूपये आंका गया है। उनकी पत्नी उषा शिवकुमार की सम्पत्ति 154 करोड रूपये आंकी गयी है। शिवकुमार परिवार के द्वारा कई प्रकार के बिजनेस में इनवेस्ट किया गया है। वह इंजीनियरिंग कालेज के भी मालिक हैं।
इसके अलावा निजी सम्पत्तियों में वे मंहगी घडियों, सोना और कई तरह की सम्पत्ति के मालिक हैं। 2013 में उनकी नेटवर्थ 251 करोड़ रुपये थीए जो 2018 में लगभग तीन गुना हो गई।उसके 12 बैंक खाते हैं। उन पर 225 करोड़ रुपए का कर्ज भी है।उनके पास 970 करोड़ रुपए की चल संपत्ति है। उनके पास हब्लोट और रोलेक्स घड़ियों सहित एक शानदार घड़ी संग्रह भी है। उनके पास 2.184 किलो सोना 12.6 किलो चांदी 1.066 किलो सोने के आभूषण 324 ग्राम हीरा 24 ग्राम माणिक 195 ग्राम हीरा और 87 ग्राम माणिक है। इन स्रोतों से उनकी सालाना आय 15 करोड़ रुपये से अधिक है.
विवाद और आरोप
- व्यक्तिगत रूप से कडक कहे जाने वाले डीके शिवकुमार का विवादों से भी पुराना नाता रहा है। उन पर लगने वाले अधिकतर आरोप उनकी आय से सम्बन्धित होते हैं। इतना ही नहीं वे प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा विरचित किये गये आरोपों में जेल की सजा भी काट चुके हैं।
आयकर विवाद
- साल 2017 में आयकर विभाग के द्वारा शिकायत मिलने पर शिवकुमार के बंगलुरू स्थित कार्यालय में छापा मारा गया। 2 अगस्त 2017 को शिवकुमार के कार्यालय के साथ साथ उनके विभिन्न आवासों, गोल्फ कोर्स, शिवकुमार के स्वामित्व में संचालित सभी प्रापर्टियों में छापा मारा गया है। यह छापे उनकी दिल्ली, बंगलुरू, मैसूर, चेन्नई और उनके विधानसभा क्षेत्र में मारे गये। इस मामले को तत्कालीन गुजरात विधानसभा चुनाव से जोडा गया। हालांकि डीके शिवकुमार ने इन मामलों को आधार हीन और राजनीति से प्रेरित बताया।
अवैध खनन
- साल 2015 में कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एक PIL की सुनवाई करते हुये शिवकुमार, उनके परिवार और कुछ खनन कंपनियों को नोटिस जारी किया। शिवकुमार पर कनकपुरा और रामनगर के क्षेत्रों में अवैध खनन करने के आरोप लगाये गये थे।
हाउसिंग सोसाईटी घोटाला
- इसी साल 2015 में कुछ सामाजिक संगठनों ने डीके शिवकुमार और उनके भाई डीके सुरेश पर आरोप लगाया कि शिवकुमार शांतिनरगर में आवास योजना के तहत आरक्षित भूमि में से 66 एकड जमीन को हडप रहे हैं। हालांकि बाद में इस मामले में डीके शिवकुमार को क्लीन चिट दे दी गयी थी।
प्रवर्तन निदेशालय
- डीके शिवकुमार की राजनीति में एक बडा परिवर्तन तब आया जब उन्हें प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा मनी लांड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें ईडी की अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें रिमांड में लेने के बाद तिहाड जेल में कैद कर दिया गया। हालांकि कर्नाटक कांग्रेस के नेता और स्वयं शिवकुमार का यह कहना है। कि यह भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जानबूझकर राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित होकर यह आरोप लगाये गये हैं। इसके साथ ही शिवकुमार के द्वारा पुलिस और ईडी के अधिकारियों पर अपने साथ अभद्रता करने के भी आरोप लगाये हैं।
डीके शिवकुमार Latest News
हाल ही में घोषित हुये कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों में कांग्रेस को बहुमत प्राप्त हुआ है। 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस को 135 सीट जबकि भारतीय जनता पार्टी को 66 सीटों पर जीत मिली है। डीके शिवकुमार को इस बार मुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चाऐं हो रही हैं। वे पिछली कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री रहे सिद्वारमैया के साथ मुख्यमंत्री पद की दौड में हैं।
हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद की घोषणा नहीं की गयी है। लेकिन माना जा रहा है कि एक कार्यकाल का अनुभव रखने वाले सिद्वारमैया को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। वहीं डीके शिवकुमार के समर्थक विधायकों की मांग है कि यह चुनाव शिवकुमार के नेतृत्व में लडा गया है। इसलिये उन्हें ही मुख्यमंत्री का पद सौंप देना चाहिये।
डीके शिवकुमार जीवन परिचय से सम्बंधित प्रश्न (FAQ)
DK Shivkumar कर्नाटक के कांग्रेस नेता हैं। बेंगलुरू की कनकपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं और वर्तमान में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
DK Shivkumar कर्नाटक के कनकपुरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। डीके शिवकुमार लगातार आठवीं बार विधायक बने हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई के द्वारा इस्तीफा दे दिया गया है। हालांकि कांग्रेस के द्वारा आधिकारिक रूप से विधायक दल के नेता की घोषणा अभी तक नहीं की गयी है।