12वीं पास करने के बाद अकसर मेडिकल क्षेत्र में जाने वाले लोग डॉक्टर बनने का सपना देखते हैं, जिसके लिए वे दिन रात मेहनत करते हैं। क्योंकि मेडिकल क्षेत्र में अपना करियर बनाना एक बेहतर ऑप्शन माना जाता है। डॉक्टर समाज में एक सम्मानजनक एवं पुरस्कृत करियर है। जब भी हमें कोई तकलीफ यह परेशानी होती है तो हम सबसे पहले डॉक्टर के पास जाते हैं अर्थात मनुष्य जीवन को बचाए रखने में डॉक्टर्स अपनी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही पशुओं का भी इलाज करते हैं। इसलिए ही दुनिया में इनके पद को बहुत ही सम्मानित और प्रोफेशनल माना जाता है और कई लोग इन्हें भगवान का स्वरूप मानते हैं।
डॉक्टर बनने के लिए आपको पहले ही 10वीं कक्षा से कुछ महत्वपूर्ण सब्जेक्ट लेने होते हैं तथा 12वीं कक्षा भी इन सब्जेक्ट्स से ही उत्तीर्ण करनी होती है। इसके पश्चात ही आप डॉक्टर की उच्च पढ़ाई करते हैं। पर अब आप सोच रहें होंगे कि 10th 12th में कौन से सब्जेक्ट लेने होंगे, तो यह जानकारी जानने के लिए लेख में अंत तक अवश्य बने रहें।
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कौन से सब्जेक्ट से करनी होती है 10th 12th
डॉक्टर बनने के लिए आपको अपनी 10th और 12th कक्षा में कुछ सब्जेक्ट लेने अनिवार्य हैं। ये विषय निम्नलिखित हैं जिसकी जानकारी हम आपको नीचे देने जा रहें हैं। यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको इन विषय से ही अपनी पढ़ाई को पूरा करना होगा।
10वीं कक्षा में ये विषय लें:
- 10th क्लास में आपको विज्ञान स्ट्रीम लेनी होगी, इनमे आपको बायोलॉजी, फिजिक्स तथा केमिस्ट्री विषयों में पास होना पड़ेगा।
- आपको इन विषयों में ध्यान लगाकर पढ़ाई करनी है और अच्छे अंक प्राप्त करने है।
- अपनी रूचि एवं योग्यता के आधार पर विषयों को सेलेक्ट करें।
12वीं कक्षा में ये विषय लें:
- 10 वीं कक्षा में उत्तीर्ण होने के बॉस आपको 12वीं में भी विज्ञान (PCB- Physics, Chemistry and Biology) विषयों का चयन करना है।
- उच्च परीक्षा के लिए प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करना स्टार्ट कर दें।
- इसके बाद आपको NEET परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने है।
12वीं के बाद
- NEET (National Eligibility cum Entrance Test): डॉक्टर बनने के लिए, 12वीं के बाद आपको NEET परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है जो मेडिकल कॉलेजों में MBBS, BDS, और अन्य Medical courses में Admission के लिए आयोजित की जाती है।
- MBBS (Bachelor of Medicine, Bachelor of Surgery): NEET उत्तीर्ण करने के बाद, आप MBBS कोर्स में Admission ले सकते हैं। यह 4.5 साल का Graduate program है जो आपको Medical का Knowledge और Skills प्रदान करता है।
- MD/MS (Doctor of Medicine/Master of Surgery): MBBS पूरा करने के बाद, आप MD या MS में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं। यह 3 साल का Postgraduate Program है जो आपको किसी special medical area में In-depth knowledge और training प्रदान करता है।
टॉप मेडिकल कोर्सेज
बारहवीं के बाद किए जाने वाले प्रसिद्ध मेडिकल कोर्सेज की सूची निम्न प्रकार से है।
- MBBS
- BDS (बैचलर ऑफ़ डेंटल सर्जरी)
- BHMS (बैचलर ऑफ़ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी)
- रिसर्च अपार्चुनिटीज
- नर्सिंग
- डाइटीशियन
- हॉस्पिटल मैनेजमेंट
- फिजियोथेरेपी
- हैल्थ इंस्पेक्शन
- वेटेरिनरी कोर्सिज
- क्लिनिकल साइकोलॉजी
- फार्मास्युटिकल मैनेजमेंट
कितना अवधि का होता है डॉक्टरी कोर्स?
यदि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको एक निर्धारित प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद आपको चिकित्सा शिक्षा पूर्ण करनी होती है। मेडिकल कोर्स कई प्रकार के हो सकते हैं जिनकी कोर्स अवधि अलग-अलग हो सकती है। छात्र बारहवीं पास करके मेडिकल क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रम कर सकते हैं जैसे कि NEET परीक्षा क्लियर करना। नीट स्कोर के माध्यम से MBBS, BDS, BAMS, BVNS, BUMS, BSMS, BVSc तथा AAH, Nursing course में एडमिशन ले सकते हैं। नीचे टेबल में हम आपको कोर्स के नाम और उसकी अवधि बता रहें हैं।
कोर्स का नाम | कोर्स अवधि |
बैचलर ऑफ मेडिसिन और बैचलर ऑफ सर्जरी (एमबीबीएस) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) | 5.5 वर्ष |
पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन स्नातक (BVSC एवं AH) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएमएस) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ नेचुरोपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी (BSMS) | 5.5 वर्ष |
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BTP) | 4.5 वर्ष |
डॉक्टर बनने के लिए कुछ अन्य विकल्प:
- BDS (Bachelor of Dental Surgery): यह 5 साल का Graduate Program है जो आपको Dental Care का knowledge और skills प्रदान करता है।
- Ayurveda, Homeopathy, or Unani Medicine: आप इन पारंपरिक Medical Systems में भी Bachelor’s या Master’s degree प्राप्त कर सकते हैं।
- Paramedical Courses: आप फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, नर्सिंग, या अन्य पैरामेडिकल क्षेत्रों में भी करियर बना सकते हैं।