नारी सशक्तिकरण पर निबंध: महिला सशक्तिकरण पर निबंध | Essay on Women Empowerment

देश में महिलाओं को निजी स्वतंत्रता एवं उन्हें अपने निर्णय स्वयं लेने का अधिकार नारी सशक्तिकरण कहलाता है। पुराने समय से ही महिलाओं के साथ समाज में कई अन्याय किए जाते हैं उन्हें समाज में नीचा दिखाया जाता है जिससे वे पुरुषों की बराबरी ना कर सके, इन सभी बातों को समाप्त करने के लिए ... Read more

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Reported by Saloni Uniyal

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देश में महिलाओं को निजी स्वतंत्रता एवं उन्हें अपने निर्णय स्वयं लेने का अधिकार नारी सशक्तिकरण कहलाता है। पुराने समय से ही महिलाओं के साथ समाज में कई अन्याय किए जाते हैं उन्हें समाज में नीचा दिखाया जाता है जिससे वे पुरुषों की बराबरी ना कर सके, इन सभी बातों को समाप्त करने के लिए नारी सशक्तिकरण का होना बहुत आवश्यक है। महिलाओं को समाज में समान शिक्षा प्रदान करना, भेदभाव न करना, उन्हें अपने विचार व्यक्त करने की छूट देना एवं उनका विकास करना आदि सभी बातें महिलाओं के सशक्तिकरण से ही सफल की जा सकती है।

महिलाओं को अपने अधिकारों के हित के लिए जागरूक करना ही उन्हें समाज में शक्तिशाली बनाया जा सकता है। अक्सर इस बात को समझाने के लिए अध्यापक बच्चों को निबंध लिखने के लिए देते हैं जिससे बच्चे समस्या में पड़ जाते हैं लेकिन आपको कोई चिंता करने की जरुरत नहीं है, आज हम आपको इस लेख में नारी सशक्तिकरण पर निबंध (Essay on Women Empowerment) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी बताने जा रहें हैं अतः बच्चे इस निबंध को अंत तक पढ़कर इस विषय पर निबंध लिखने की तैयारी कर सकते हैं।

नारी सशक्तिकरण पर निबंध: महिला सशक्तिकरण पर निबंध | Essay on Women Empowerment
Essay on Women Empowerment

महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment)

महिला सशक्तिकरण का आसान भाषा में अर्थ बताएं, महिलाओं को समाज में बराबर सम्मान एवं अधिकार को प्राप्त करवाना जिससे उन्हें आर्थिक विकास, विचार, धर्म, राजनैतिक न्याय, उपासना की स्वतंत्रता, एवं सामाजिक विकास में बढ़ावा दिया जा सके। अर्थात महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार करना है ताकि उन्हें हर क्षेत्र में बढ़ावा मिले चाहे वह शिक्षा हो या फिर रोजगार, उन्हें भी अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिलना चाहिए जिससे वे अपनी इच्छाओं अपने सपनों को पूरा कर पाएं। देश में सशक्तिकरण से महिलाओं की शक्ति बढ़ेगी वे अपने फैसले स्वयं लेगी।

महिला सशक्तिकरण के महत्व

महिला सशक्तिकरण के होने से महिलाओं के जीवन में कई बड़े बदलाव हुए हैं जिससे उन्हें समाज में पहचान प्राप्त हुई है हमें महिला सशक्तिकरण के महत्व को समझना चाहिए, इसकी जानकारी हम नीचे आपको विस्तार से प्रदान करने जा रहें हैं।

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आत्मनिर्भर बनाना

पहले ज़माने में लड़कियों को घर के काम काजों में लगा दिया जाता था तथा लड़कों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूल भेज दिया जाता। लेकिन अभी भी कई जगह ऐसे ही, जहां लड़कियों को स्कूल भेजने के बजाय घर का कार्य करना सिखाया जाता है उनके दिमाग में बचपन से ही एक बात डाल दी जाती है कि वे लड़कियां हैं उन्हें केवल घर का कार्य ही करना है क्योंकि उन्हें विवाह कर दूसरे घर जाना है। जो की बहुत गलत बात है जिससे महिलाओं के जीवन को खतरा हो सकता है, साथ ही यह पूरे देश के लिए नुकसान भी हो सकता है। जब तक देश में महिलाओं को शिक्षित नहीं किया जाएगा तब तक देश का सम्पूर्ण विकास सम्भव नहीं है। यह महिला सशक्तिकरण से ही संभव है तब जाकर महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी।

समाज का विकास –

यदि हमें भारत को एक सशक्त देश बनाना है तो सबसे पहले हमें महिलाओं के सशक्तिकरण को और मजबूत बनाना होगा। जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी तो देश आगे बढ़ेगा। क्योंकि महिला के शिक्षित होने से वह पूरे परिवार को शिक्षित करती है। इससे ही समाज का विकास होगा।

घरेलू हिंसा में कमी –

समाज में महिलाओं के लिए एक सबसे अन्याय पूर्ण घरेलू हिंसा है जो कि एक अभिशाप बनी हुई है। आजकल कई महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती है उनके साथ मार-पीट एवं अत्याचार किया जाता है। इसके खिलाफ कई महिलाएं तो विरोध करती है तो कई महिलाएं डर के कारण आवाज नहीं उठा पाती और उस अन्याय को ऐसे ही सहती रहती है। यदि महिलाओं को इसके खिलाफ शिक्षा प्रदान किया जाए तो उनका विकास होगा जिससे वे इस अपराध के खिलाफ आवाज उठा सकेंगी और घरेलू हिंसा के अपराधों में कमी आएगी।

समाज में समानता –

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नारी सशक्तिकरण को यदि और बढ़ाना है तो हमें महिलाओं को पुरुषों के समान सम्मान एवं अधिकार प्रदान करने है क्योंकि जब तक महिला एवं पुरुष में हो रहे फर्क को खत्म नहीं किया जाएगा तब तक महिलाएं शक्तिशाली नहीं बन पाएंगी। महिलाओं को उनके काम करने की आजादी मिले, वे भी निर्णयों में अपने मत रख सकती हैं एवं स्वयं अपने फैसले ले। महिलाओं को पुरुषों के सामान आजादी मिले इससे ही समाज में समानता होगी।

भारत में महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाएं

देश में महिलाओं के कल्याण एवं विकास के लिए भारत सरकार द्वारा कई योजनएं संचालित की गई हैं, इन योजनाओं को जारी कर समाज में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा प्रदान किया जाएगा। सरकार द्वारा निम्न योजनाएं शुरू की गई है जिसकी जानकारी हम आपको नीचे देने जा रहें हैं।

  • बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना – वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना को लॉन्च किया गया था ताकि देश में बालिकाओं के भविष्य का कल्याण किया जा सके। इसके लिए बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करना बहुत जरुरी है। योजना का मुख्य उद्देश्य था की देश में सभी नागरिकों को जागरूक किया जाए की बेटी को शिक्षा प्रदान की जाए इसके लिए उन्हें प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
  • स्वाधार गृह योजना – स्वाधार गृह योजना सरकार द्वारा महिलाओं के लिए चलाई गई योजना है। इस योजना के माध्यम से जितनी भी बेघर महिलाएं हैं उनको रहने के लिए आवास प्रदान किए जाएंगे। आवास के साथ साथ योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाएँ, भोजन, कपड़े एवं आर्थिक अथवा सामाजिक सुविधा भी प्रदान की जाती है।
  • राजीव गांधी राष्ट्रीय आंगनवाड़ी योजना – काम-काज के लिए बाहर जाने वाली महिलाएं जिन्हें अक्सर काम करने के लिए बाहर जाना पड़ता है उनके लिए इस योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के तहत महिलाएं अपने बच्चों को नर्सरी में छोड़ कर आ सकती हैं ताकि उनके बच्चों की देखभाल की जा सके तथा अपने काम पर बिना परेशान हुए जा सके। अपने काम से लौटने के बाद महिलाएं अपने बच्चों को घर ले जा सकती हैं। नर्सरी में बच्चों का अच्छे से रख रखाव किया जाता है उनके लिए भोजन की सुविधा, खेलने एवं सोने की सुविधा आदि सुविधाएँ भी उपलब्ध है ताकि बच्चों का उचित ढंग से देखभाल की जा सके।
  • महिला हेल्पलाइन योजना – भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में इस योजना को शुरू किया गया था। यह योजना घरेलू हिंसा से पीड़ित होने वाले महिलाओं के लिए बनाया गया है। घरेलू हिंसा से प्रभावित होने वाली महिला 24 घंटे टोल फ्री टेलीकॉम सेवा पर फोन करके सहायता ले सकती है। महिला को सिर्फ 181 नंबर पर फोन करना है और वह पुलिस से मदद ले सकती है।

नारी सशक्तिकरण उद्देश्य

  • समाज में नारी सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उद्देश्य है कि उन्हें सम्पूर्ण अधिकार प्राप्त किए जाएं।
  • जीवन में सुरक्षा एवं संरक्षण का लाभ सशक्तिकरण के बिना सम्भव नहीं है।
  • महिलाओं को सशक्त होना जरुरी है जिसके तहत वे अपनी पहचान बनाएंगी।
  • आपको बता दें महिलाओं को हर क्षेत्र में पुरुषों से कम माना जाता है उन्हें सिर्फ घरेलू कार्य करने के लिए बाध्य किया जाता है, नारी सशक्तिकरण के तहत इस भेदभाव को कम किया जा सकता है।
  • नारी सशक्तिकरण से ही लैंगिक पक्षपात, अन्याय एवं असमानता को समाप्त किया जा सकता है।
  • इसके तहत महिलाएं क़ानूनी सुरक्षा भी प्रदान करती हैं।

नारी सशक्तिकरण के लाभ

नारी सशक्तिकरण से समाज एवं पूरे देश में महिलाओं को कई लाभ प्राप्त होंगे जिनकी जानकारी हमने नीचे निम्न प्रकार से दी हुई है –

  • महिला समाज में सम्मान जनक यापन कर पाएंगी एवं लोग उनका सम्मान करेंगे।
  • नारी सशक्तिकरण के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त किया जाएगा।
  • महिलाएं आगे बढ़ेंगी जिससे देश में विकास होगा।
  • समाज में महिलाओं को बराबर अधिकार प्राप्त होंगे। महिलाएं आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनेंगी।
  • महिलाओं को अधिक आत्मविश्वास बनेगा।
  • महिलाओं को शिक्षा प्रदान किया जाएगा जिससे महिलाएं शिक्षित होंगी एवं अपने बच्चों को भी शिक्षा प्रदान करेंगी।
  • महिला शिक्षित होकर अपने पैरों पर खड़ी होंगी और अपनी आय में वृद्धि करेंगी। जिससे वे अपने जीवन स्तर में सुधार कर पाएंगी।
  • महिलाओं की निर्णय लेने की शक्ति प्रदान होगी।
  • इससे महिलाओं का कल्याण होगा।
  • नारी सशक्तिकरण से महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता एवं आर्थिक अवसर भी दिए जाएंगें।

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नारी सशक्तिकरण पर निबंध से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

नारी सशक्तिकरण क्या है?

समाज में महिलाओं को अपने निर्णय लेने एवं अपना जीवन यापन करने के लिए नारी सशक्तिकरण का होना बहुत जरुरी है। इसके तहत लैंगिक समानता में भी बढ़ावा किया जाएगा एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

नारी सशक्तिकरण के क्या लाभ है?

नारी सशक्तिकरण के बहुत सारे फायदे हैं, इससे महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता, आर्थिक अवसर, कल्याण , राजनितिक प्रतिनिधित्व, निर्णय लेने की शक्ति एवं बेहतर स्वास्थ्य आदि सभी शामिल हैं।

समाज में महिला सशक्तिकरण क्यों आवश्यक है?

समाज में महिला सशक्तिकरण होना आवश्यक है जिसके तहत महिलाओं को समाज में सम्मान मिलेगा और वे अपने ऊपर होने वाले प्रत्येक जुलम के खिलाफ आवाज उठा पाएंगी।

महिलाओं को शिक्षा का अधिकार कब प्रदान किया गया?

वर्ष 1989 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 के लक्ष्यों के अनुसार महिलाओं की शिक्षा में सुधार करने के लिए शुरू किया गया है।

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