फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना को जारी छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के द्वारा किया गया है। योजना के तहत राज्य के लोगो को चावल वितरित किये जायेंगे। fortified rice distribution scheme chhattisgarh राज्य में 1 नवंबर 2020 को जारी की गयी है राइस का वितरण सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के अंतर्गत किया जाएगा। Fortified Rice Distribution Plan को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है। आवश्यक पौष्टिक तत्वों की पूर्ति और कुपोषण के नियंत्रण हेतु राज्य सरकार के द्वारा फोर्टिफाइड चावल को राज्य के लोगो तक पहुँचाना। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे। अतः योजना से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।

Fortified Rice Distribution Plan
फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना के माध्यम से राज्य में आयरन विटामिन युक्त Fortified Rice वितरित किये जायेंगे। इस योजना के तहत राज्य में पौष्टिक तत्वों की कमी को पूर्ण किया जायेगा। और कुपोषण जैसी समस्याओं पर रोकथाम की जाएगी। यह कार्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व में किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर 1 नवंबर को योजना को शुरू किया गया है। Fortified Rice Distribution Plan को राज्य के कोंडागांव जिले में प्रयोगिक आधार पर शुरू की जाएगी। फोर्टिफाइड चावल तैयार करने लिए दो राइस मिल को ‘राइस ब्लेडिंग’ कार्य सौंपा गया है।
पीएम नरेंद्र मोदी जी के द्वारा स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष में यह घोषणा की गयी है की अब आर्थिक रूप से गरीब नागरिकों कुपोषण से मुक्त करने के लिए राशन की दुकानों एवं मिड मिल के अंतर्गत वर्ष 2024 तक सभी योजनाओं से मिलने वाले चावल को फोर्टिफाइड के रूप में वितरित किया जायेगा। महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषित से बचाने के लिए यह एक अहम् फैसला सरकार के द्वारा लिया गया है।
फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना छत्तीसग़ढ
योजना | फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना |
लाभार्थी | छत्तीसगढ़ राज्य के निवासी |
योजना शुरू की गयी | छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री जी के द्वारा |
उद्देश्य | राज्य में विटामिन युक्त चावल प्रदान करना |
लाभ | कुपोषण में नियंत्रण करना |
आधिकारिक वेबसाइट | cgstate.gov.in |
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फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना का उद्देश्य
Fortified Rice vitran Yojana का मुख्य उद्देश्य है राज्य के सभी लोगो के लिए पोषित युक्त चावल वितरित करना और राज्य में कुपोषण जैसी समस्याओं को योजना के अंतर्गत कंट्रोल किया जायेगा भोजन में पौष्टिक युक्त तत्वों की कमी को योजना के तहत पूर्ण किया जायेगा। फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना को शुरू करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा पांच करोड़ अस्सी लाख रूपए का बजट निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा वर्ष 2020-21 में अपने बजट भाषण में इस योजना को प्रारंभ करने की घोषणा की गयी थी। जिसको राज्य सरकार के द्वारा अब जारी भी किया गया है। नियमित रूप से आपको पता ही है की मिलो के चावल में अधिकतर पोषक तत्वों की कमी होती है। जो मुख्य रूप से केवल कार्बोहाइड्रेट के स्रोत के रूप में काम करता है।चावल का फोर्टिफिकेशन पोषण को बेहतर बनाने का एक प्रमुख अवसर है।
फोर्टिफाइड चावल क्या है ?
- विटामिन A, विटामिन B1, विटामिन B12, फोलिक एसिड, आयरन और जिंक सभी पोषक तत्व का मिश्रण
- फोर्टिफाइड चावल में शामिल होता है।
- यह लोगों की खुराक में आवश्यक पौष्टिक तत्वों की पूर्ति के साथ ही कुपोषण के नियंत्रण में काफी हद तक मददगार साबित होगी। जिसका लाभ राज्य के सभी लोग प्राप्त कर सकेंगे।
- भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार यह राइस वितरित होगा
- आम चावल के मुकाबले में फोर्टिफाइड चावल में अधिक पौष्टिक होगा।
फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना के लाभ
- योजना के लिए 5 करोड़ 80 लाख रूपए का बजट तय किया गया है।
- छत्तीसगढ़ राज्य के सभी लोगो को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए योजना को जारी किया गया है।
- देश के उन राज्यों में फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना को लागू किया है जहाँ सबसे अधिक लोग कुपोषण से ग्रसित है।
- पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आयरन और विटामिन से युक्त फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना को जारी किया गया है।
- Fortified Rice Distribution Plan के तहत सभी लोगो को पौष्टिक चावल प्रदान किए जायेंगे।
- चावल को फोर्टिफाइड करने के लिए चावल को आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन ए और विटामिन बी12 का लेप चढ़ाया जाएगा। इसकी मात्रा इतनी होगी कि धोने और पकाने पर माइक्रो न्यूट्रियंट्स की पर्याप्त मात्रा चावल में मौजूद रहेगी।
- और चावल फोर्टिफाइड करने के लिए इसमें 15 पैसे प्रति किलोग्राम का खर्च आएगा।
- राज्य के सभी गरीब व्यक्तियों को फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना का लाभ दिया जायेगा।
राज्य में फोर्टिफाइड चावल वितरण राशन कार्ड धारक
छत्तीसगढ़ राज्य के कोंडागांव जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत 1 लाख 11 हजार 217 राशन कार्ड है। और फोर्टिफाइड चावल वितरण योजना में राज्य के 23 हजार 204 राशन कार्ड शामिल है। यानी की कुल मिलाकर राज्य में 1लाख 34 हजार 421 राशन कार्ड प्रचलित है। कोण्डागांव जिले में चावल का कुल वार्षिक आबंटन 60 हजार 188 टन है,जिसमे 55068 टन PDS चावल है। जिसमे 5120 टन कल्याणकारी योजना, मध्यान्ह भोजन, पूरक पोषण आहार आदि योजनाओं का वार्षिक आबंटन है। फोर्टिफाइड चावल को तैयार करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा राज्य में 2 चावल मीलों को राइस ब्लेडिंग करने का कार्य सौंपा गया है।
फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना का लाभ कैसे मिलेगा
- फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना का लाभ केवल राज्य के राशन कार्ड धारकों को मिलेगा।
- साथ ही मिड डे मिल योजना के तहत स्कूलों में मिलने वाले भोजन में भी फोर्टिफाइड राइस का इस्तेमाल किया जायेगा।
- इस योजना का लाभ सीधे 1.34 लाख राशन कार्ड धारक परिवारों को मिलेगा।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में पंजीकृत होना चाहिए।
- अगर किसी व्यक्ति के पास राशन कार्ड नहीं है तो वह व्यक्ति राशन कार्ड के लिए आवेदन करने के बाद इस योजना का लाभ ले सकता है।
- फोर्टिफाइड’ चावल वितरण योजना राज्य के कोण्डागांव जिले में प्रायोगिक आधार पर शुरू होगी जिसके बाद इस योजना को पुरे राज्य में लागु किया .
फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना से संबंधित सवाल और उनके जवाब
कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझ रहें लोगो के लिए फोर्टिफाइड राइस वितरण योजना को जारी किया गया है। योजना के तहत ऐसी समस्याओं में रोकथाम की जाएगी और उन्हें पौष्टिक चावल वितरित किये जायेंगे।
Fortified Rice Distribution Plan के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में कुपोषण की समस्याओं में कमी आएगी। राज्य के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार प्राप्त होगा।
हाँ छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के द्वारा राज्य के उन्हीं जिलों को विशेषकर योजना के तहत शामिल किया गया है जहाँ पौष्टिक आहार की प्राप्ति न होने के कारण लोग कुपोषण की बिमारी का शिकार हो जाते है लोगो को पोषित आहार उपलब्ध करवाने के लिए एवं विटामिन तत्व वाले चावलों की पूर्ति करके उन्हें इस समस्या से मुक्ति प्रदान की जाएगी।
1 नवंबर 2020 को योजना को लागू किया है। राज्य के सभी लोग अब योजना के तहत फोर्टिफाइड चावल को प्राप्त कर सकते है।
विटामिन A, विटामिन B1, विटामिन B12, फोलिक एसिड, आयरन और जिंक सभी पोषक तत्व फोर्टिफाइड चावल में पाए जाते है।
पीडीएस, आईसीडीएस और एमडीएम के माध्यम से राज्य के नागरिकों को फोर्टिफाइड चावल को नागरिकों तक पहुंचाया जायेगा। जिसमे पूर्ण रूप से विटामिन की मात्रा उपलब्ध होगी। जिससे राज्य में कुपोषण के शिकार हो रहे लोगो की संख्या में सुधार किया जायेगा।
अगले तीन सालों तक पायलट प्रोजैक्ट के माध्यम से इस प्लान को मंजूरी प्रदान की गयी है।