गौर गोपाल दास जी एक साधू , सन्यासी, मोटिवेशनल स्पीकर और लाइफस्टाइल कोच हैं। आज के समय में ऐसे बहुत ही कम लोग देखने को मिलते हैं जो अपना सब कुछ त्याग कर भगवान ही भक्ति और समाज कल्याण के कार्यों में लग जाते हैं। प्रभु गौर गोपाल दास (Prabhu Gaur Gopal Das) जी भी उनमें से एक नाम है।
गोपाल दास जी अपनी पुस्तकों अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से लोगों को कृष्ण भक्ति, श्रीमदभगवद गीता और जीवन के अद्भुत रहस्यों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।
गौर गोपाल दास जी के अपने आधिकारिक चैनल पर लगभग 3 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं की गोपाल दास जी कितने प्रसिद्ध प्रेरणा स्त्रोत वक्ता और लाइफ गुरु हैं। गोपाल दास जी कहते हैं की मनुष्य को सभी सुख सुविधाओं का त्याग करके अपना जीवन एक सन्यासी की तरह जीना चाहिए।
दोस्तों आज हम अपने आर्टिकल में इन्हीं गौर गोपाल दास जी की बायोग्राफी लेकर आये हैं। दोस्तों इस आर्टिकल में जान पाएंगे की कैसे गोपाल दास एक इंजीनियर रहते हुए एक सन्यासी बन गए किस तरह वह कृष्ण सेवा संगठन इस्कॉन से जुड़े। जानिये इस आर्टिकल में।
गौर गोपाल दास का जीवन परिचय (Biography):
पूरा नाम (Full Name) | प्रभु गौर गोपाल दास (Prabhu Gaur Gopal Das) |
जन्म तिथि (Date of birth) | 24 दिसम्बर 1973 |
उम्र (Age) | 49 वर्ष |
जन्म स्थान (Birth Place) | महाराष्ट्र , भारत |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
जाति (Cast) | मारवाड़ी |
राशि (Zodiac) | मकर राशि (Capricorn) |
संप्रदाय (Lineage) | ब्रह्म-मध्व-गौड़ीय-सम्प्रदाय |
उपसम्प्रदाय (Sect) | वैष्णव (गौड़ीय) |
पेशा (Occupation) | साधू , मोटिवेशनल स्पीकर, लाइफस्टाइल कोच |
संस्था (Organization) | International Society for Krishna Consciousness (ISKCON) |
राष्ट्रीयता (Nationality) | भारतीय (Indian) |
शैक्षिक योग्यता (Education Qualification) | इलेक्ट्रिकल इंजीनियर |
कॉलेज (College) | पुणे कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (1995) |
आँखों का रंग (Eye Colour) | काला (Black) |
ऊंचाई (height) | 172 सेंटीमीटर (5 फुट 7 इंच) |
वजन (Weight) | 68 किलोग्राम |
विवाह (Marriage) | अविवाहित |
गोपाल दास की ऑफिसियल वेबसाइट | gaurgopaldas.com |
ISKON official Website | iskcon.org |
Prabhu Gaur Gopal Das जी का प्रारंभिक जीवन:
- गौर गोपाल दास प्रभु का जन्म देश के महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर में हुआ था।
- गौर गोपाल दास जी के पिता मेट्रोलॉजिकल विभाग में एक सरकारी कर्मचारी थे एवं माता जी एक साधारण गृहणी थी।
- बचपन से ही गोपाल दास शरारती बालक और कुशाग्र बुद्धि के थे। गोपाल दास पढ़ाई में भी बहुत होशियार थे।
- गौर गोपाल दास ने अपनी शुरूआती स्कूली शिक्षा सेंट जूड हाई स्कूल, डेहरोड, पुणे से हुई थी।
- इसके बाद गोपाल दास ने अपनी आगे की शिक्षा कुसरो वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, पुणे से की। यहाँ गोपाल दास ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था। जिसके बाद अपनी स्नातक की डिग्री को पूरा करने गोपाल दास ने पुणे कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया और अपनी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
- 1995 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के फाइनल वर्ष में गोपाल दास को Hewlett-Packard (HP) में नौकरी मिल गई। जहाँ उन्होंने एक इंजीनियर के और पर कार्य किया।
- आपको बता दें की HP में काम करते हुए वर्ष 1996 में गोपाल दास इस्कॉन के साधू गुरु राधानाथ स्वामी के सम्पर्क में आये जिसके बाद गोपाल दास ने HP में अपनी नौकरी छोड़ इस्कॉन को ज्वाइन कर लिया। जहाँ गोपाल दास को कृष्ण भक्ति, अध्यात्म, श्री मदभगवद गीता और जीवन के अद्भुत रहस्यों के बारे में ज्ञान प्राप्त किया।
- इस्कॉन में रहते हुए गोपाल दास जी ने कलिंग औद्योगिक प्रौद्योगिकी शिक्षा केन्द्र से एक मानद डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की।
गौर गोपाल दास जी की हॉबीज और पसंदीदा चीज़ें:
Favorite Actor (पसंदीदा एक्टर) | अमिताभ बच्चन |
Favorite Color (पसंदीदा रंग) | नारंगी (Orange) |
Favorite Food (पसंदीदा खाना) | पंजाबी खाना |
Favorite Actress (पसंदीदा एक्ट्रेस) | श्री देवी |
Favorite Place (पसंदीदा जगह) | दार्जिलिंग |
Hobbies (आदतें) | आध्यात्मिकता का अभ्यास, अध्यात्म की किताबें पढ़ना |
गौर गोपाल दास के साहित्यिक कार्य (Publication Work):
- वर्ष 2018: जीवन के अद्भुत रहस्य (Life’s Amazing Secrets: How to Find Balance and Purpose in Your Life)
- पब्लिशर्स: Penguin Random House India Private Limited.
- (6 फरवरी 2020): The Way of the Monk: The Four Steps to Peace, Purpose and Lasting Happiness
- पब्लिशर्स: Penguin Random House India Private Limited.
- (17 जनवरी 2023): Energize Your Mind: A Monk’s Guide to Mindful Living.
- पब्लिशर्स: Sourcebooks ,Inc.
गौर गोपाल दास जी के सोशल मीडिया एकाउंट्स:
फेसबुक | gaurgopald | 7.3M followers |
इंस्टाग्राम | gaurgopaldas | 5.8M followers |
ट्विटर | @gaurgopald | 154K Followers |
यूट्यूब | @GaurGopalDas | 4.64M subscribers |
गौर गोपाल दास जी की सैलरी एवं Net Worth:
नेट वर्थ भारतीय रूपये में | 8 करोड़ रूपये |
यूट्यूब की हर एक वीडियो से इनकम | 55 हजार रूपये |
महीने की इनकम सैलरी | 6.5 लाख रूपये |
सालाना वार्षिक आय | 75 लाख रूपये |
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Gaur Gopal Das के संबंधित कुछ रोचक (Amazing) फैक्ट्स:
- गोपाल दास बताते है जब बचपन में उनका मनपसंद खाना नहीं बनता था तो वह खाना नहीं खाते थे।
- वर्ष 2009 में गोपाल दास जी के पिता की मृत्यु पार्किसंस नामक बीमारी से हो गई थी।
- गोपाल दास अपने परिवार में एक लौते पुत्र थे।
- गोपाल दास जी सन्यासी क्यों बने ? इसके जवाब में गोपाल दास जी बताते हैं की वह बचपन से ही समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए काम करना चाहते थे जिसकी प्रेरणा उन्हें अपनी सोसायटी से ही मिली थी। गोपाल दास जी के सोसाइटी के लोग हफ्ते में कुछ खाना बचाकर जमा किया करते थे और उस बचे हुए खाने से किसी अनाथालय या किसी आश्रम में जाकर गरीबों और बच्चों को भोजन करवाया करते थे। गोपाल दास कहते हैं की नौकरी करते हुए उन्हें इस तरह के काम की आज़ादी नहीं मिल पाती।
- ऐसे कार्य मुझे आत्म-संतुष्टि और सकारात्मकता की प्राप्ति का अनुभव कराते हैं।
- गोपाल दास अपनी किताब में जीवन के अद्भुत रहस्य में बताया है की उन्होंने बचपन में कभी नहीं सोचा था की वह एक मोंक (Monk), साधू, सन्यासी और वक्ता बनेंगे।
- वर्ष 2016 में गोपाल दास जी को इंग्लैंड की संसद में “Balance Between Spirituality and Success” के विषय पर भाषण देने के लिए आमंत्रित किया गया था।
- गोपाल दास को पूरी दुनिया में अग्रणी कोर्पोरेट ट्रेनर के रूप में विश्व ख्याति प्राप्त हो चुकी है।
- गोपाल दास के बारे में एक रोचक तथ्य है की वह साल के 365 दिनों में से 280 दिन यात्रा करते हैं।
- दुनिया के बड़े कॉलेज एवं शिक्षण संस्थानों में गोपाल दास जी को आध्यात्म के विषय एवं भागवद गीता के विषय पर व्याख्यान देने के लिए बुलाया जाता है। गोपाल दास को जीवन के गहरे ज्ञान पर सेमिनार, व्याख्यान देने का 15 वर्षों से अधिक समय का अनुभव है।
- गोपाल दास बचपन में एक डॉक्टर बनने के बारे में सोचा था अपने एक इंटरव्यू में गोपाल दास बताते हैं की एक बार स्कूल में बायोलोजी की क्लास लैब में टीचर मेंढक के बारे में बता रहे थे। क्लास में गोपाल ने मेंढक का खून देखा। खून देखकर गोपाल का मन विचलित हो गया। इस घटना के बाद गोपाल ने अपना विषय बदल लिया और इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाया।
सन्यासी के रूप में अपने माता-पिता से सामना:
- गोपाल दास बताते हैं की जब वह पहली बार सफ़ेद कपड़े पहने हुए, सर को मुंडवाए हुए, माथे पर चंदन का टीका आदि को देखकर गोपाल दास के मां-बाप बहुत ज्यादा भावुक हो गए। भावुकता के कारण गोपाल दास के मां-बाप की आँखों में आंसू आ गए।
- पहले तो गोपाल दास के पिता इस रूप को देखकर काफी नाराज़ हुए पर गोपाल दास के समझाने पर उन्होंने देखा की गोपाल की खुशी आध्यात्म है। जिसके बाद गोपाल के माता-पिता मान गए।
गौर गोपाल दास जी के पुरुस्कार एवं सम्मान (Awards):
- वर्ष 2016 में अध्यात्म के क्षेत्र में अपना बेहतरीन योगदान देने के लिए इंटरनेशनल सुपर नेचुरल अवार्ड से सम्मानित किया गया।
- प्रसिद्ध स्पीकिंग प्लेटफार्म TEDx में गोपाल दास अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए बहुत बार मोटिवेशनल स्पीच दे चुके हैं।
गौर गोपाल दास से संबंधित प्रश्न एवं उत्तर (FAQs):
इस्कॉन की आधिकारिक वेबसाइट iskcon.org है।
गौर गोपाल दास की ऑफिसियल वेबसाइट gaurgopaldas.com है।
गोपाल दास के गुरु का नाम राधानाथ स्वामी जी है।
गोपाल दास ने इस्कॉन 1996 में ज्वाइन किया।
इस्कॉन एक अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ है जिसका मुख्यालय न्यूयॉर्क अमेरिका में है।
Hewlett-Packard HP कम्पनी में गोपाल दास की जॉब एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की थी लेकिन गोपाल दास ने कम्पनी एक साल काम करके जॉब छोड़ दी और इस्कॉन से जुड़ गए।
इस्कॉन की स्थापना 13 जुलाई 1966 में हुई थी। इस्कॉन की पूरी दुनिया में लगभग 850 से अधिक शाखायें हैं।
गौर गोपाल दास जी की Contact Details:
यदि आप इस्कॉन के सदस्य गौर गोपाल दास जी से संपर्क करना चाहते हैं तो नीचे दी गई कांटेक्ट डिटेल्स से संपर्क कर सकते हैं।
Contact फ़ोन नंबर | +918268050000 |
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