जैसे की गुणवाचक शब्द से ही पता चल रहा है कि जब कोई विशेषण संज्ञा या सर्वनाम के गुण, दोष, स्वभाव, आकार, दशा आदि के विषय में संकेत देते है, तो उन्हें Gunvachak Visheshan कहते है। दिन -भर हम लोग जो बाते करते है, उनमें अधिकतर गुणवाचक विशेषण का बोध होता है। तो आइये जानते है गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं उदाहरण सहित विस्तार में जानिए। आर्टिकल से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़े।
गुणवाचक विशेषण की परिभाषा
जो विशेषण शब्द किसी व्यक्ति अथवा वस्तु के गुण, दोष, रंग, आकार, स्थिति, स्वभाव, दशा, दिशा ,स्पर्श, गंध, अवस्था, स्थान ,स्वाद आदि का बोध कराता है तो उसे गुणवाचक विशेषण कहते है।
जैसे – रमेश एक अच्छा खिलाडी है, चाय थोड़ी मीठी है, वह लड़की बहुत सूंदर है, मेरे पास मीठे फल हैं आदि। इन सभी वाक्यों में अच्छा, मीठी, सुंदर, मीठे शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु की विशेषता बता रहे है। विशेषण के विभिन्न भेदों में से सार्वनामिक विशेषण भी महत्वपूर्ण है पर क्या आप जानते हो सार्वनामिक विशेषण किसे कहते है और इसके कितने भेद होते है ?
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गुणवाचक विशेषणों के भेद:
- विशेषण: ये विशेषण किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण का बोध कराते हैं, जैसे: सुंदर, बड़ा, छोटा, अच्छा, बुरा, इत्यादि।
- संख्यावाचक विशेषण: ये विशेषण किसी वस्तु या व्यक्ति की संख्या का बोध कराते हैं, जैसे: एक, दो, तीन, चार, इत्यादि।
- क्रमवाचक विशेषण: ये विशेषण किसी वस्तु या व्यक्ति के क्रम का बोध कराते हैं, जैसे: पहला, दूसरा, तीसरा, चौथा, इत्यादि।
- सार्वनामिक विशेषण: ये विशेषण किसी सर्वनाम की विशेषता का बोध कराते हैं, जैसे: यह, वह, ये, वे, इत्यादि।
- सापेक्ष विशेषण: ये विशेषण किसी संज्ञा या सर्वनाम का संबंध किसी अन्य संज्ञा या सर्वनाम से दर्शाते हैं, जैसे: जो, जिसका, जिससे, इत्यादि।
- अनिश्चित विशेषण: ये विशेषण किसी वस्तु या व्यक्ति की निश्चित संख्या, गुण या क्रम का बोध नहीं कराते हैं, जैसे: कुछ, अनेक, बहुत, थोड़े, कई, इत्यादि।
उदाहरण:
- विशेषण: सुंदर फूल
- संख्यावाचक विशेषण: तीन लड़के
- क्रमवाचक विशेषण: पहला पुरस्कार
- सार्वनामिक विशेषण: यह किताब
- सापेक्ष विशेषण: जो लड़का खेल रहा है
- अनिश्चित विशेषण: कुछ फल
Gunvachak Visheshan के उदाहरण
- आज तक सुबह -शाम ठंडा होने लगा गया है।
- मुझे काले रंग के कुत्ते पसंद है।
- सीता एक अच्छी लड़की है।
- गर्मी के दिनों में बारिश आने के बाद बहुत अच्छी खुशबु आती है।
- आज खाने में ज्यादा नमक था।
- पापा को रविवार के दिन दिल्ली जाना है।
- रोहन बहुत ज्यादा आलसी लड़का है।
- बसंत ऋतू में सब जगह हरा -भरा हो जाता है।
- मुझे थोड़ा दूध चाहिए था।
- हमें सबसे प्रेम करना चाहिए।
- अंगूर मीठे है।
- इस झील का पानी बहुत ठंडा है।
- ताजमहल एक अत्यंत सुन्दर इमारत है।
Gunvachak Visheshan के विभिन्न रूप / प्रकार उदाहरण सहित –
- गंधबोधक – खूशबूदार, सुगंधित, बदबुदार।
- दिशाबोधक – उत्तरी, दक्षिणी, उत्तरी भाग, दक्षिणी भाग, पूर्वी भाग।
- अवस्थाबोधक – गीला, सूखा, जला, जवान, बूढ़ा, रोगी, कमजोर, स्वस्थ, दुबला।
- दशाबोधक – भला, चंगा, रोगी, अस्वस्थ।
- गुणबोधक – अच्छा, भला, सुन्दर, श्रेष्ठ, शिष्ट, दानी, समझदार, सच्चा, ईमानदार, निडर।
- दोषबोधक – बुरा, खराब, उदंड, बदतमीज, आलसी, कायर, झूठा, क्रोधी, पापी, हिंसक।
- रंगबोधक – काला, पीला, नीला, हरा, गोरा, भद्दा, सुंदर।
- कालबोधक – प्राचीन, नवीन, क्षणिक, क्षणभंगुर।
- स्थानबोधक – अमेरिकी, चीनी, मद्रासी, पंजाबी, भारतीय, ग्रामीण, शहरी बाहरी, भीतरी, विदेशी, देशी।
- स्थिति बोधक – दयनीय, असहनीय।
- आकारबोधक – लंबा, छोटा, बङा, गोल, अंडाकार, ऊँचा, लम्बा, चौड़ा, मोटा, पतला, छोटा।
- स्पर्शबोधक – मखमली, मुलायम, सख्त, नरम, कठोर, खुरदरा।
- स्वादबोधक – खट्टा, मीठा, स्वादिष्ट, कसैला।
- समय बोधक – आधुनिक, प्राचीन, नवीन, दैनिक, मासिक, वार्षिक।
गुणवाचक विशेषण से संबंधित सवालों के जवाब
गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं ?
जब कोई शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, रंग-रूप, गंध, आकार, स्थान, भाव, स्पर्श, काल, स्वाद, अवस्था, दिशा आदि का बोध कराएं, तो उसे गुणवाचक विशेषण कहते है।
Gunvachak Visheshan के उदाहरण बताइए ?
काला – गोरा, सुंदर, आलसी, चतुर, मोटा, लम्बा, मीठा-खट्टा, ताकतवर, महान, दयालु, बुद्धिमान, बलवान, गरीब -अमीर, कोमल, अच्छा -बुरा, नया -पुराना, लाल, पीला, वार्षिक, मासिक, दक्षिण इत्यादि।
मैं हर सुबह तेज गर्मी और कड़कड़ाती धूप में मंदिर जाती हूँ इस वाक्य में गुणवाचक विशेषण क्या है ?
इस पुरे वाक्य में तेज और कड़कड़ाती शब्द गुणवाचक विशेषण हैं।