नमस्कार दोस्तों या अस्लाम वालेकुम दोस्तों आप सोच रहे होंगे की आज हम आपको उर्दू में क्यों सलाम बोल रहे हैं। दोस्तों आपको बता दें की आज के आर्टिकल का हमारा विषय है हिजरी कैलेंडर (Hijari Calendar) जिसे उर्दू कैलेंडर भी कहा जाता है।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको उर्दू इस्लामिक कैलेंडर क्या है? क्या होते हैं इस्लामिक हिजरी कैलेंडर के महीनों के नाम? आज इस्लाम कैलेंडर के अनुसार कौन सी तारीख है? आदि से संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे।
दोस्तों जैसे हिन्दू धर्म को मानने वाले लोगों के लिए पांचांग (Paanchang) एक महत्वपूर्ण तिथि निर्देशिका (Calendar) होता है जिसके अनुसार हिन्दू धर्म के लोग अपने व्रत और त्योहार (Festivals) आदि मनाते हैं। ठीक उसी तरह मुस्लिम धर्म से संबंध रखने वालों के लिए उर्दू कैलेंडर एक महत्वपूर्ण (Calendar) होता है।
जिस पर दिए गए समय और दिन के अनुसार मुसलमान धर्म के लोग अपना काम करते हैं और अपने त्योहारों को मनाते हैं। चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं जानते और समझते हैं (Islamic Calender) को।
क्या होता है इस्लामिक हिजरी कैलेंडर ?
हिजरी कैलेंडर एक चन्द्रमा की गतियों पर आधारित कैलेंडर है जिसे इस्लाम धर्म को मानने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग उपयोग करते हैं। इस कैलेण्डर को उर्दू कैलेंडर, मुस्लिम या इस्लामी कैलेण्डर भी कहा जाता है। इस्लामिक कैलेण्डर में कुल मिलाकर 12 महीने और 354 से लेकर 355 दिन होते हैं। इस्लामिक कैलेंडर में वर्ष के समय को दर्शाने के लिए हम अक्सर लैटिन भाषा के सिंबल AH का इस्तेमाल करते हैं।
जिसका मतलब होता है एनो हेगिरा (Anno Hegirae) जो की इस्लामिक कैलेंडर का प्रथम वर्ष माना जाता है और इस्लाम में हिजरी का मतलब प्रथम या पहला होता है जिस कारण इस्लामिक कैलेण्डर को हिजरी कैलेण्डर भी कहा जाता है। लेकिन कुछ मुस्लिम देशों में सिर्फ H सिंबल का उपयोग किया जाता है तो कुछ देशों में BH प्रतीक चिन्ह का उपयोग किया जाता है।
इस्लामिक कैलेण्डर की शुरुआत कब हुई ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस्लाम कैलेण्डर की शुरुआत 16 जुलाई 622 ईस्वी में हुई मानी जाती है क्योंकि इसी दिन मुसलमानों के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब मुसलमानों के पवित्र स्थल मक्का मदीना आये थे। और इस दिन को हिज्र माना गया। जिसके बाद से हिजरी कैलेण्डर की शुरुआत हुई।
इस्लाम उर्दू कैलेण्डर के 12 महीनों के नाम :-
क्रमांक | हिंदी महीनों के नाम | अंग्रेजीं महीनों के नाम | इस्लामिक महीनों के नाम |
1 | चैत्र (Chaitra) | जनवरी (January) | मुहर्रम (Muharram) – محرّم |
2 | बैशाख (Baishakh) | फरवरी (February) | सफर (Safar) – صفر |
3 | ज्येष्ठ (Jyesth) | मार्च (March) | रबीउल-अव्वल (Rabiul-Awal) – ربيع الأول |
4 | अषाढ़ (Ashaadh) | अप्रैल (April) | रबीउल-आखिर (Rabiul-Akhir) – ربيع الآخر أو ربيع الثاني |
5 | श्रावण (Shravan) | मई (May) | जुमादिल-अव्वल (Jumadil-Awal ) – جمادى الاولى |
6 | भाद्रपद (Bhadrapad) | जून (June) | जुमादिल-आखिर (Jumadil-Akhir) – جمادى الآخر أو جمادى الثاني |
7 | अश्विन (Ashwin) | जुलाई (July) | रज्जब (Rajab) – رجب |
8 | कार्तिक (Karthik) | अगस्त (August) | शाअबान (Shaaban) – شعبان |
9 | अगहन (Agahan) | सितंबर (September) | रमज़ान (Ramadan) – رمضان |
10 | पौष (Paush) | अक्टूबर (October) | शव्वाल (Shawwal) – شوّال |
11 | माघ (Magh) | नवंबर (November) | जिल कादह (Jil Kaadh) – ذو القعدة |
12 | फाल्गुन (Falgun) | दिसंबर (December) | जिल हिज्जा (Jill Hijja) – ذو الحجة |
Hijari इस्लामिक कैलेंडर की महत्वपूर्ण तिथियां (Important Dates) :-
महत्वपूर्ण तिथि | तिथि के बारे में जानकारी |
1 Muharram (मुहर्रम) | इस्लाम का नया वर्ष |
10 Muharram (मुहर्रम) | (आशूरा का दिन) इस्लाम धर्म को मानने वाले (शिया और सुन्नी) दोनों ही समुदाय के लोगों के लिए आशूरा का दिन बहुत महत्व पूर्ण है ऐसा माना जाता है की इस दिन मुस्लिमों के पैगम्बर मोहम्मद साहब के पोते हुसैन इब्न अली और उसके साथियों को शहादत दी गयी थी। आपको बता दें की सुन्नी समुदाय के लोग ऐसा मानते हैं की इस दिन मूसा ने लाल सागर पार किया था। |
12 Rabi al-Awwal (रबी अल अवल) | सुन्नी या जिन्हें मौलीद भी कहा जाता है वे इस दिन को पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिवस मानते हैं। |
17 Rabi al-Awwal (रबी – अल अवल) | शियाओं के लिए मौलीद |
27 Rajab (रजब) | मुसलमानों के लिए इसरा और मिराज का दिन। |
15 Sha’ban (शब्बान ) | शियाओं के लिए, बारहवें इमाम मुहम्मद अल-महदी का जन्मदिन। शब्बान मतलब माफ़ करने की रात। |
1 Ramadan (रमदान) | इस्लाम धर्म में रोजे रखने का पहला दिन। |
27 (Ramadan: Nuzul al-Qur’an) रमजान: नुजुल अल-कुरान | ऐसा माना जाता है की इस दिन मोहम्मद साहब को कुरान की पहली आयतें मिली थीं। (आपको बता दें की इंडोनेशिया और मलेसिया में यह दिन 17 रमजान को मनाया जाता है। ) |
Laylat al-Qadr (लैलत अल-क़द्री) | लैलत अल-क़द्री को रमजान के रोजे का आखिरी दिन माना जाता है। |
1 Shawwal (शावाल) | ईद उल-फितर |
8–13 Dhu al-Hijjah (धू अल-हज्जा) | मक्का मदीना के लिए हज यात्रा की शुरुआत |
9 Dhu al-Hijjah (धू अल-हज्जा) | अरफ़ा का दिन |
10 Dhu al-Hijjah (धू अल-हज्जा) | ईद अल-अदा |
शिया मुस्लिमों के लिए महत्वपूर्ण तिथियां :-
9 Rabi’ al-Awwal (रबी अल-अवल) | ईद-ए-शुजा (मुख़्तार अल-तकफी) |
13 Rajab | अली इब्न अबी तलिब का जन्मदिन |
3 Sha’ban | हुसैन इब्न अली का जन्मदिन |
21 Ramadan | अली इब्न अबी तालिब की शहादत |
18 Dhu al-Hijjah | ईद अल-ग़दीर |
इस्लामिक Calendar के हॉलिडे से जुड़ी महत्वपूर्ण तिथियां :-
दोस्तों आपको बता दें की चाँद के द्वारा पृथ्वी के परिक्रमण (Revolution) के आधार पर इस्लामिक त्योहार और हॉलिडे निर्धारित किये गए हैं। जैसा की आप जानते हैं की चाँद 291/2 दिनों में अपना एक परिक्रमण पूरा करता है। जिस कारण इस्लामिक महीने कभी 29 तो कभी 30 दिन के हो जाते हैं।
आज का आधुनिक कैलेंडर पुरातन ग्रेगोरियन कैलेंडर की तिथियों की गणनाओं पर आधारित है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की इस्लामिक उर्दू कैलेंडर में दिनों की संख्या कम होने ये यह ग्रेगोरियन कैलेंडर से 11 दिन छोटा होता है। यहाँ टेबल में हमने आपको आने वाले इस्लामिक हॉलिडे और उसकी तिथि की जानकारी दी है –
इस्लामिक हॉलिडे | हिजरी तिथि | 1443 AH | 1444 AH | 1445 AH |
इस्लामी नया साल | 1 मुहर्रम | 9 अगस्त 2021 | 30 जुलाई 2022 | 19 जुलाई 2023 |
आशूरा | 10 मुहर्रम | 18 अगस्त 2021 | 8 अगस्त 2022 | 28 जुलाई 2023 |
अरबसीन | 20 या 21 सफर | 27 सितंबर 2021 | 17 सितंबर 2022 | 6 सितंबर 2023 |
मौलिद अन-नबी (‘पैगंबर का जन्मदिन’) | 12 रबी अल-अव्वल | 18 अक्टूबर 2021 | 8 अक्टूबर 2022 | 27 सितंबर 2023 |
तीन पवित्र महीनों की शुरुआत | 1 राजाबी | 2 फरवरी 2022 | 23 जनवरी 2023 | 13 जनवरी 2024 |
लैलत अल-रघैबी | 2 राजाबी | 3 फरवरी 2022 | 24 जनवरी 2023 | 14 जनवरी 2024 |
अली इब्न अबी सालिब का जन्मदिन | 13 राजाबी | 14 फरवरी 2022 | 4 फरवरी 2023 | 25 जनवरी 2024 |
लैलत अल मिराजु | 26 रजब या 27 रजब | 27-28 फरवरी 2022 | 17-18 फरवरी 2023 | 7-8 फरवरी 2024 |
लैलत अल-बाराती | 15 शाबानी | 18 मार्च 2022 | 7 मार्च 2023 | 25 फरवरी 2024 |
हुज्जत-अल्लाह अल-महदी का जन्मदिन | 15 शाबानी | 18 मार्च 2022 | 7 मार्च 2023 | 25 फरवरी 2024 |
रमजानी का पहला दिन | 1 रमजानी | 2 अप्रैल 2022 | 23 मार्च 2023 | 11 मार्च 2024 |
लैलत अल-क़द्री | 19, 21, 23, 25, 27, या 29 रमजान | 20 से 30 अप्रैल 2022 के बीच | 10 से 20 अप्रैल 2023 के बीच | 29 मार्च से 8 अप्रैल 2024 के बीच |
चांद रात | 29 या 30 रमजान | 1 मई 2022 | 20 अप्रैल 2023 | 9 अप्रैल 2024 |
ईद – उल – फितर | 1 शव्वाली | 2 मई 2022 | 21 अप्रैल 2023 | 10 अप्रैल 2024 |
हज | 8-13 धू अल-हिज्जा | 7-12 जुलाई 2022 | 26 जून – 1 जुलाई 2023 | 14-19 जून 2024 |
अराफाही का दिन | 9 धू अल-हिज्जा | 8 जुलाई 2022 | 27 जून 2023 | 15 जून 2024 |
ईद अल – अज़्हा | 10 धू अल-हिज्जा | 9 जुलाई 2022 | 28 जून 2023 | 16 जून 2024 |
ईद अल-ग़दीर | 18 धू अल-हिज्जा | 17 जुलाई 2022 | 6 जुलाई 2023 | 24 जून 2024 |
ईद अल-मुबाहला | 24 धू अल- हिज्जा | 23 जुलाई 2022 | 12 जुलाई 2023 | 30 जून 2024 |
आज का इस्लामिक तारीख कैसे जानें :-
दोस्तों यदि आज की इस्लामिक तारीख के बारे में जानना चाहते हैं तो इसके लिए आपको Date Conversion हेतु बनाये गये फॉर्मूले का उपयोग करना होगा। आज के ग्रेगोरियन कैलेण्डर और इस्लामिक कैलेण्डर में 560 वर्ष का अंतर है। जिस कारण इस्लामिक वर्ष कैलेण्डर आज के Gregorian Calendar से पीछे चलता है। हिजरी कैलेण्डर की शुरुआत हर वर्ष के अगस्त महीने से होती है। आज की इस्लामिक तारीख निकलने हेतु फार्मूला इस प्रकार है –
AH = 1.030684 X (CE – 621.5643)
CE = 0.970229 X (AH + 621.5643)
या
AH = (CE − 622) × 33 ÷ 32
CE = AH × 32 ÷ 33 + 622
जहाँ AH का अर्थ है :- एनो हेगिरा (Anno Hegirae)
CE का अर्थ है :- कॉमन एरा (Common Era)
उदाहरण :- ग्रेग्रोरियन कैलेण्डर के अनुसार आज की तारीख है 19 जुलाई 2022 तो उपरोक्त फॉर्मूले का उपयोग करके हम इस्लामिक वर्ष निकाल सकते हैं –
यहाँ हमें CE के स्थान पर 2023 रखना होगा तब ,
AH = 1.030684 X (2023 – 621.5643)
AH = 1444.43
हमें उत्तर प्राप्त हुआ 1444 जो की इस समय चल रहा इस्लामिक वर्ष है। वर्ष ज्ञात होने के बाद आप तारीख पता कर सकते हैं जो की आज की इस्लामिक तारीख है –
इस्लामिक सप्ताह (Week) के दिनों (Days) के नाम :-
सप्ताह के दिनों के नाम उर्दू में | सप्ताह के दिनों के नाम हिंदी में | सप्ताह के दिनों के English में |
---|---|---|
पीर | सोमवार | Monday |
मंगल | मंगलवार | Tuesday |
बुध | बुधवार | Wednesday |
जुमेरात | ब्रहस्पतिवार (गुरूवार) | Thursday |
जुमा | शुक्रवार | Friday |
शनिचर | शनिवार | Saturday |
इतवार | रविवार | Sunday |
पैगम्बर मोहम्मद के शुरुआत 10 साल :-
शरीफ ए-कुरान में पैगंबर मोहम्मद के शुरुआती दस वर्षों के बारे में बताया गया है पर इन वर्षों में हिज्र का कोई जिक्र नहीं है कुरान में दर्ज इन दस वर्षों को मोहम्मद साहब के कार्यों के बारे में बताया गया है –
- The year of permission (अनुमति का वर्ष)
- The year of the order of fighting (लड़ाई के आदेश का वर्ष)
- The year of the trial (परीक्षण का वर्ष )
- The year of congratulation on marriage (शादी पर बधाई का वर्ष)
- The year of the earthquake (भूकंप का वर्ष)
- The year of inquiring (पूछताछ का वर्ष)
- The year of gaining victory (विजय प्राप्ति का वर्ष)
- The year of equality (समानता का वर्ष)
- The year of exemption ( छूट का वर्ष)
- The year of farewell (विदाई का वर्ष)
शब-ए-बारात क्या है और यह कब आती है ?
हिजरी इस्लामिक कैलेण्डर के अनुसार शब-ए-बारात उस दिन को कहा जाता है जो इस्लाम के शाबान महीने के 14 तारीख की सूर्यास्त के बाद आती है। शब-ए-बारात में दो शब्दों का उपयोग किया है। इसमें पहले शब्द “शब” का मतलब है रात और दूसरे शब्द “बारात” का मतलब होता है बरी होना।
यह मुसलमानों के लिए एक बेहद खास रात होती है। इस रात को सभी मुसलमान दुआ मांगते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं। शब-ए-बारात में सभी मुसलमान अल्लाह से अपने गुनाहों की माफ़ी मांगते हैं। जिस कारण इस रात को माफ़ी की रात भी कहा जाता है। आपको बता दें की भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश, ईरान, अफगानिस्तान और नेपाल में भी शब-ए-बारात मनाया जाता है।
अरब देशों सप्ताह के दिनों के नाम :-
सऊदी अरब के अलावा कुछ मुस्लिम देश (तुर्की, पाकिस्तान, मोरक्को, नाइजीरिया, मलेशिया आदि) हैं जहाँ सऊदी अरब इस्लामिक कैलेण्डर का उपयोग किया जाता है इस कैलेण्डर में उपयोग होने हफ्ते के दिनों के नाम इस प्रकार से हैं –
क्रमांक | अरब में सप्ताह के दिनों के नाम | अरबी में |
1 | अल-अल-आददी | لْأَحَد |
2 | अल-इथनैनी | الاِثْنَيْن |
3 | अल-थुलथानी | لثََاثَاء |
4 | अल-अरबिशानी | لْأَرْبِعَاء |
5 | अल-खामसी | لْخَمِيس |
6 | अल-जुमाह | لْجََة |
7 | अल-सब्ती | لسَّبْت |
अरब देशों में साल के महीनों के नाम :-
क्रमांक | महीनों के नाम | अरबी में |
1 | अल-मुशर्रम | لْمَحَرَّم |
2 | सफारी | َفَر |
3 | रबी अल अव्वल | ربِيع لْأَّل |
4 | रबी अत-थानी या रबी अल-अखिरी | ربِيع لثَّانِي ربِيع या لْآخِر |
5 | जमादा अल-इलाह | مَادَىٰ لْأَولَىٰ |
6 | जुमादा अल-थानियाह या जुमादा अल-अखिराही | مَادَىٰ لثَّانِيَة या مَادَىٰ لْآخِرَة |
7 | राजाबी | رَجَب |
8 | शाबनी | َعْبَان |
9 | रमजान | رَمَضَان |
10 | शववाली | َوَّال |
11 | अल-क़ायदाह | و لْقَعْدَة |
12 | अल-जिजाह | و لْحِجَّة |
दुनिया में कितने प्रकार के कैलेण्डर मान्य है ?
अभी दुनियाभर में 9 प्रकार के कैलेण्डर को मान्यता प्राप्त है जो विभिन्न देशों के द्वारा तिथि देखने हेतु उपयोग में लाये जाते हैं। यह सभी कैलेण्डर इस प्रकार से हैं –
क्रमांक | कैलेण्डर (Calendar) |
1 | Gregorian calendar (ग्रेग्रोरियन कैलेण्डर) |
2 | Islamic calendar (इस्लामिक कैलेण्डर) |
3 | Solar Hijri Calendar (सोलर हिजरी कैलेण्डर) |
4 | Assyrian calendar (अस्सीरियन कैलेण्डर) |
5 | Hebrew calendar (हेब्रू कैलेण्डर) |
6 | Iranian calendars (ईरानियन कैलेण्डर) |
7 | Babylonian calendar (बेबीलोनियन कैलेण्डर) |
8 | Pre-Islamic Arabian calendar (प्री इस्लामिक अरेबियन कैलेंडर) |
9 | Rumi calendar (रूमी कैलेण्डर) |
भारत में कितने प्रकार के पांचांग का उपयोग किया जाता है ?
भारत में प्रमुख तौर पर चार प्रकार के पांचांग उपयोग में लाये जाते हैं जो इस प्रकार से हैं –
- विक्रम पांचांग :- भारत में सबसे अधिक प्रसिद्ध और उपयोग होने वाला पांचांग है विक्रम पांचांग है यह पांचांग भारत के उत्तरी, पश्चिमी और मध्य भाग में उपयोग किया जाता है।
- तमिल पांचांग :- यह पांचांग भारत के दक्षिण भाग में सबसे ज्यादा प्रचलित है।
- बंगाली पांचांग :- बंगाल एवं देश के कुछ उत्तर पूर्वी भाग में इस पांचांग का उपयोग किया जाता है।
- मलयालम पांचांग :- देश के केरल राज्य में सबसे अधिक प्रचलित और उपयोग किया जाने वाला पांचांग है।
हिजरी कैलेंडर से जुड़े FAQs :-
इस्लाम धर्म की स्थापना पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने की थी।
इस्लाम के विद्वानों के अनुसार मोहम्मद साहब का जन्म सऊदी अरब के मक्का शहर में 570 ईस्वी में हुआ था।
भारत में पहला मुसलमान शासक अला-उद-दीन खिलजी था।
हिजरी कैलेण्डर के शाबान महीने की 15 तारीख को आने वाली रात को शब-ए-बारात कहा जाता है।
इस्लाम कैलेंडर की शुरुआत ग्रेग्रोरियन कैलेण्डर के अगस्त महीने होती
मुसलमान अपना नया साल मोहर्रम से मनाते हैं ?
हिजरी कैलेण्डर में एक साल में 354-355 दिन होते हैं
भारत का डेट सिस्टम विक्रम पांचांग एवं ग्रेग्रोरियन कैलेण्डर पर आधारित है।
Gregorian calendar (ग्रेग्रोरियन कैलेण्डर) को दुनियाभर में अंतराष्ट्रीय कैलेण्डर के रूप में मान्यता प्राप्त है।
इस्लाम कैलेण्डर चाँद के परिक्रमण, कला और गति पर आधारित है।
मुसलमान लोग ईद जुमादिल-अव्वल (Jumadil-Awal) और रज्जब महीने में मनाते हैं।
वैज्ञानिको के अनुसार कैलेण्डर मेसोपोटानिया के लोगों ने की थी। उस समय मेसोपोटानिया की सभ्यता सबसे आधुनिक स्वरुप में विकसित थी।
शुक्रवार को इस्लाम में जुम्मा कहा जाता है।
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