इंडियन आर्मी के अलावा और किन देशों की आर्मी में जा सकते हैं भारतीय युवा, ये है सभी देशों की लिस्ट

आर्मी में जाने का सपना लगभग हर एक युवा का होता ही है, लेकिन इंडियन आर्मी के अलावा और भी देश हैं, जो इंडियन सिटीजन को अपने देश की आर्मी में शामिल करते हैं।

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Reported by Saloni Uniyal

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इंडियन आर्मी के अलावा और किन देशों की आर्मी में जा सकते हैं भारतीय युवा, ये है सभी देशों की लिस्ट

भारतीय युवाओं के लिए सेना में शामिल होना काफी गर्व की बात है, वे कई रास्तों से भारतीय सेना में शामिल हो सकते हैं. इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है, और वह अपनी क्षमता के अनुरूप विदेशी सेनाओं में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं। भारतीय युवा इंडियन आर्मी के अलावा अन्य देशों की में भी शामिल हो सकते है। साथ ही विदेश में रणनीतिक गठबंधनों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, भारत ने कई देशों में सैन्य अड्डे स्थापित किए हैं। ये स्थान न केवल भारत की रक्षा करते हैं, बल्कि मेजबान देशों को भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। इन अड्डों का उपयोग संयुक्त सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण और आपदा राहत कार्यों के लिए भी किया जाता है। आइए जानते हैं किन देशों की आर्मी में जा सकते हैं भारतीय युवा।

इन देशों की आर्मी में जा सकते हैं भारतीय युवा

कुछ देश जो भारतीय नागरिकों को अपनी सेना में भर्ती करते हैं:

  • यूनाइटेड किंगडम (यूके): ब्रिटिश सेना भारतीय नागरिकों को भर्ती करती है, खासकर गोरखा रेजिमेंट में।
  • अमेरिका: अमेरिकी सेना ग्रीन कार्ड धारकों को भर्ती करती है, जिसमें भारतीय नागरिक भी शामिल हो सकते हैं।
  • इज़राइल: इज़राइली सेना यहूदी धर्म मानने वाले भारतीय नागरिकों को भर्ती करती है।
  • संयुक्त अरब अमीरात (यूएई): यूएई सेना विशेषज्ञ पदों के लिए भारतीय नागरिकों को भर्ती करती है।

इन देशों में शामिल है भारत के मिलिट्री बेस

भारतीय नागरिकों को विदेशी सेना में शामिल होने की अनुमति है, लेकिन उसके लिए कई शर्तों को मनाना होगा, तभी जाकर उस की सेना में शामिल हो सकते है। इसके अलावा भारत के मिलिट्री बेस भी कई देशों में हैं।

1. ताजिकिस्तान (Tajikistan)

ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे से 130 किलोमीटर दूर दक्षिण-पूर्व में फरखोर स्थान पर भारत का पहला विदेशी सैन्य अड्डा है. इसका संचालन भारतीय वायु सेना( IAF) और ताजिक वायु सेना (TAF) करती है। इस अड्डे का मुख्य उद्देश्य ईरान और चाबहार पोर्ट और अफगानिस्तान तक पहुंच प्रदान करना है। यहां पर भारतीय वायु सेना के द्वारा सुखोई-30 एमकेआई फाइटर जेट, अन्य विमान भी समय-समय पर तैनात किए जाते हैं

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2. भूटान (Bhutan)

भारत और भूटान के बीच रिश्तों को मजबूत करने और रणनीतिक साझेदारी करने के लिए भूटान में एक स्थाई ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया गया है जिसका नाम भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल (IMTRAT) है. इसकी स्थापना 1961-62 में की गई थी. यह पश्चिमी भूटान में हा दज़ोंग में स्थित है और रॉयल भूटान आर्मी (RBA) के सैनिकों को प्रशिक्षण प्रदान करता है।

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3. मैडागास्कर (Madagascar)

इंडियन आर्मी ने उत्तरी मेडागास्कर में एक लिसनिंग पोस्ट और राडार सुविधा स्थापित की गई है। यह 2007 में बनाया गया था. मैडागास्कर की सेना इतनी सक्षम नहीं है कि वह आतंकी गतिविधियों को रोक सके इसलिए भारतीय सेना मैडागास्कर की नौसेना को निगरानी करने में सहायता करना है।

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4. मॉरीशस (Mauritius)

मॉरीशस के उत्तरी अगालेगा द्वीप पर भारत सरकार द्वारा स्थापित रडार सिस्टम लगाए गए है यह हिंद महासागर में रणनीतिक सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए सहायता प्रदान करता है. ये रडार सिस्टम विशाल समुद्री क्षेत्र को कवर करती है, जिससे भारत और मॉरीशस को समुद्री गतिविधियों पर बेहतर निगरानी रखने में मदद मिलती है।

5. ओमान (Oman)

ओमान में भारतीय सैन्य दोनों देशों के बीच मजबूत दोस्ती और रणनीतिक साझेदारी को दर्शाता है। भारतीय सेना ने रास अल हद स्थान पर एक लिसनिंग पोस्ट बना रखी है जो की समुद्री यातायात और संचार पर नजर रखने में मदद करती है.

6.श्रीलंका (Sri Lanka)

चीनी नौसेना की गतिविधियों पर नजर रखने और उस देश में भारत की रणनीतिक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए भारत ने 2018 श्रीलंकाई एयरपोर्ट खरीदा था. जिसका उपयोग क्षेत्रीय खतरों से निपटने और आतंकवादियों का सामना करने में किया जाएगा।

7. नेपाल (Nepal)

भारत और नेपाल देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूर बनाए रखने के लिए भारतीय वायुसेना सुरखेत में एयर स्ट्रिप का रखरखाव करती है. दोनों देशों के बीच पहले से काफी अच्छे संबंध है. इसलिए मुसीबत के समय दोनों देश एक -दूसरे की रक्षा करते है.

भारतीय सेना रणनीतिक रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और दुश्मनों से मुकाबला करने के लिए कई देशों में सैन्य अड्डे स्थापित करते है, ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा मजबूत बन सके।

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