भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची 1950 से 2024 तक, Bharat ke Rashtrapati का कार्यकाल एवं राजनीतिक सफर (President of India List in Hindi)

यदि आप किसी सरकारी भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको पता होगा की बहुत सी भर्ती परीक्षाओं में सामान्य ज्ञान विषय के तहत अकसर ही भारत की राजनीति से संबंधित से प्रश्न पूछ लिए जाते हैं। जैसे भारत के पहले राष्ट्रपति कौन थे, हाल ही में किसको भारत का राष्ट्रपति चुना गया। दोस्तों हमारा यह आर्टिकल उन सभी के लिए जानकारी से भरा हो सकता है। जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। तो यहाँ हमने भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची 1950 से 2024 तक, Bharat ke Rashtrapati का कार्यकाल एवं राजनीतिक सफर (President of India List in Hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध है।

भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची 1950 से 2024 तक, Bharat ke Rashtrapati का कार्यकाल एवं राजनीतिक सफर (President of India List in Hindi)

आज हम भारत के अब तक के जितने भी राष्ट्रपति रह चुके हैं उनके कार्यकाल, परिचय आदि से संबंधित जानकारी लेकर आये हैं। जब से हमारे देश में संविधान लागू है तब भारत की लोकतान्त्रिक व्यवस्था के तहत देश के 14 राष्ट्रपति को संविधान के द्वारा चुना गया जिसमें राजेंद्र प्रसाद देश के पहले राष्ट्रपति चुने गए। इसी तरह अभी वर्तमान में द्रौपदी मुर्मू जी को भारत का राष्ट्रपति चुना गया जो देश की 15वीं राष्ट्रपति हैं। द्रौपदी मुर्मू जी भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। इससे पहले प्रतिभा सिंह पाटिल देश की पहली राष्ट्रपति के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं।

आगे आर्टिकल में हमने आपको देश के राष्ट्रपति के चुनाव, योग्यता आदि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की है। यदि आप देश के राष्ट्रपति के संबंध में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें।

द्रौपदी मुर्मू
Smt. Droupadi Murmu official portrait (1).jpg
द्रौपदी मुर्मू

पदस्थ
कार्यालय ग्रहण
25 जुलाई 2022
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू
जगदीप धनखड़
पूर्वाधिकारी रामनाथ कोविन्द

भारत की वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (25 जुलाई 2022 से अब तक)

  • वर्तमान में राष्ट्रपति पद पर कार्यरत द्रौपदी मुर्मू जी देश की 15वीं राष्ट्रपति हैं। द्रौपदी मुर्मू जी ने 21 जुलाई 2022 को अपने प्रतिद्वंदी यशवंत सिन्हा को भारी मतों से हराकर विजय प्राप्त की।
  • द्रौपदी मुर्मू जी भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं। आपको बताते चलें की द्रौपदी मुर्मू जी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत एक पार्षद नेता के रूप में चयनित होकर की थी।
  • इसके बाद द्रौपदी जी रायरंगपुर नगर की उपाध्यक्ष बनीं। आपको हम यह भी बता दें की वर्ष 2015 से वर्ष 2021 तक द्रौपदी मुर्मू झारखंड राज्य की राज्यपाल रह चुकी हैं।

भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची (President of India from 1950 to 2024)

क्रम संख्या नामचित्रपद ग्रहण पदमुक्त उपाध्यक्ष
1डॉ राजेंद्र प्रसाद
(1884-1963)
राजेंद्र प्रसाद26 जनवरी 195013 मई 1962डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
2डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन
(1888 – 1975)
डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन13 मई 196213 मई 1967जाकिर हुसैन
3जाकिर हुसैन
(1897-1969)
zakir-hussain - जाकिर हुसैन13 मई 19673 मई 1969वराहगिरी वेंकट गिरी
वराहगिरी वेंकट गिरी (कार्यवाहक)
(1894–1980)
वराहगिरि वेंकट गिरि24 अगस्त 197411 फरवरी 1977बासप्पा दनप्पा जत्ती 
बासप्पा दनप्पा जत्ती (कार्यवाहक)
(1912–2002)
बासप्पा दनप्पा जत्ती11 फरवरी 197725 जुलाई 1977
6नीलम संजीव रेड्डी
(1913-1996)
नीलम संजीव रेड्डी25 जुलाई 197725 जुलाई 1982मुहम्मद हिदायतुल्लाह
7ज्ञानी जैल सिंह
(1916-1994)
ज्ञानी जैल सिंह25 जुलाई 198225 जुलाई 1987रामास्वामी वेंकटरमन
8रामास्वामी वेंकटरमन
(1910–2009)
रामास्वामी वेंकटरमण25 जुलाई 198725 जुलाई 1992शंकर दयाल शर्मा
9शंकर दयाल शर्मा
(1918–1999)
शंकर दयाल शर्मा25 जुलाई 199225 जुलाई 1997कोच्चेरील रामन नारायणन
10कोच्चेरील रामन नारायणन
(1920–2005)
के. आर. नारायणन25 जुलाई 199725 जुलाई 2002कृष्ण कांत
11ऐपीजे अब्दुल कलाम
(1931-2015)
A.P.J. Abdul Kalam25 जुलाई 200225 जुलाई 2007भैरोंसिंह शेखावत
12प्रतिभा पाटिल
(जन्म 1934)
प्रतिभा पाटिल25 जुलाई 200725 जुलाई 2012मोहम्मद हामिद अंसारी
13प्रणब मुखर्जी
(1935—2020)
प्रणब मुखर्जी25 जुलाई 201224 जुलाई 2017मोहम्मद हामिद अंसारी
14राम नाथ कोविंद
(जन्म: 1 अक्टूबर 1945) 
राम नाथ कोविन्द25 जुलाई 201724 जुलाई 2022वेंकैया नायडू
15द्रौपदी मुर्मू (जन्म : 20 जून 1958)द्रौपदी मुर्मू25 जुलाई 2022पदस्थजगदीप धनखड़

भारत के सभी राष्ट्रपतियों के बारे में संक्षिप्त जानकारी

  1. डॉ राजेंद्र प्रसाद (26 जनवरी 1950 से लेकर 13 मई 1962 तक):
    • आप तो जानते ही हैं की डॉ राजेंद्र प्रसाद जी को देश के पहले राष्ट्रपति के तौर पर जाना जाता है।
    • लगातार दो बार डॉ राजेंद्र प्रसाद जी ने दो बार राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यभार संभाला।
    • भारत के संविधान निर्माण में डॉ राजेंद्र प्रसाद जी की अहम भूमिका रही। उन्होंने संविधान सभा के अध्यक्ष और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में प्रमुख नेता के रूप में अपना कार्य किया।
    • वर्ष 1962 में डॉ राजेंद्र प्रसाद जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान (भारत रत्न) से सम्मानित किया गया।
  2. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन (13 मई 1962 से लेकर 13 मई 1967 तक):
    • पूरा भारत डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक दूरदर्शी, शिक्षक और दार्शनिक के रूप में जानता है।
    • डॉ राजेंद्र प्रसाद के बाद डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को देश का राष्ट्रपति चुना गया। वह देश के दूसरे राष्ट्रपति थे।
    • आपको पता ही होगा की डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जन्म दिवस राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
    • वर्ष 1954 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
  3. डॉ जाकिर हुसैन (13 मई 1967 से लेकर 3 मई 1969 तक):
    • देश के तीसरे राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन एक प्रसिद्ध भारतीय अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ थे।
    • आपको बताते चलें की डॉ जाकिर हुसैन देश के तीसरे राष्ट्रपति बनने से पहले वर्ष 1957 से लेकर वर्ष 1962 तक बिहार के राज्यपाल और वर्ष 1962 से लेकर वर्ष 1967 तक भारत के उपराष्ट्रपति पद पर कार्यरत रहे।
    • डॉ जाकिर हुसैन को वर्ष 1954 में पद्म विभूषण और वर्ष 1963 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
  4. वी.वी. गिरि (कार्यवाहक के रूप में)(3 मई 1969 से लेकर 20 जुलाई 1969 तक) तथा पूर्ण अवधि कार्यकाल के रूप में (24 अगस्त 1969 से लेकर 24 अगस्त 1974):
    • डॉ जाकिर हुसैन के बाद वराहगिरि वेंकटगिरी को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया।
    • आपको बताते चलें की वी. वी. गिरी एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जिन्हें राष्ट्रपति पद हेतु निर्विरोध एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुना गया।
    • लेकिन राष्ट्रपति पद हेतु चुने जाने के 2 महीने बाद वी. वी. गिरी जी ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया।
    • इस्तीफ़ा देने के बाद वर्ष 1969 से लेकर वर्ष 1974 तक उन्होंने अपने राष्ट्रपति पद का कार्यकाल पूरा किया।
  5. जस्टिस मोहम्मद हिदायतुल्लाह (20 जुलाई 1969 से लेकर 24 अगस्त 1969 तक) (कार्यवाहक के रूप में):
    • मोहम्मद हिदायतुल्लाह 25 फरवरी 1968 से लेकर 16 दिसंबर 1970 तक भारत के 11वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में अपना कार्य पद भार संभाला।
    • इसी क्रम में 31 अगस्त 1979 से लेकर 30 अगस्त 1984 तक भारत के छठे उपराष्ट्रपति के रूप में आसीन रहे।
    • जब भारत के पांचवें राष्ट्रपति वी. वी. गिरी ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा दिया तो जस्टिस मोहम्मद हिदायतुल्लाह ने 20 जुलाई 1969 से लेकर 24 अगस्त 1969 तक एक कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यभार संभाला।
  6. फखरुद्दीन अली अहमद (24 अगस्त 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक):
    • फखरुद्दीन अली अहमद को भारत के आपात काल के समय देश का राष्ट्रपति चुना गया।
    • आपको बता दें की फखरुद्दीन अली अहमद को देश के दूसरे मुस्लिम राष्ट्रपति के रूप में चुना गया।
    • आपको बताते चलें की अली अहमद जी के सम्मान में ही असम राज्य के बारपेटा में स्थित एक मेडिकल कॉलेज का नाम फखरुद्दीन अली अहमद मेडिकल कॉलेज रखा गया।
  7. बी.डी. जट्टी (कार्यवाहक के रूप में) (11 फरवरी 1977 से लेकर 25 जुलाई 1977 तक):
    • फखरुद्दीन अली अहमद जी की मृत्यु के बाद बासप्पा दानप्पा जट्टी जी को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया।
    • बी.डी. जट्टी ने वर्ष 1974 से लेकर 1979 तक उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था।
  8. नीलम संजीव रेड्डी (25 जुलाई 1977 से लेकर 25 जुलाई 1982 तक):
    • नीलम संजीव रेड्डी के नाम आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड दर्ज है।
    • आपको बता दें की नीलम संजीव रेड्डी राष्ट्रपति के तौर पर निर्विरोध चुने जाने वाले देश के पहले उम्मींदवार थे इसी के साथ राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के तौर पर रहने वाले सबसे युवा नेता भी थे।
    • देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए नीलम संजीव रेड्डी जी ने अपने वेतन में 70 % की कटौती की थी।
  9. ज्ञानी जैल सिंह (वर्ष 1982 से लेकर वर्ष 1987 तक):
    • ज्ञानी जैल सिंह अब तक देश के एकमात्र सिख धर्म से चुने गए राष्ट्रपति थे।
    • राष्ट्रपति बनने से पहले वह पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे।
    • बतौर राष्ट्रपति रहते हुए ज्ञानी जैल सिंह के कार्यकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने पंजाब के गोल्डन टेम्पल अमृतसर में खालिस्तानी जरनैल सिंह भिंडरांवाले को मारने के लिए भारतीय सुरक्षा बल की मदद से ऑपरेशन ब्लू स्टार की कार्यवाही की गई थी।
  10. आर. वेंकटरमन (25 जुलाई 1987 से लेकर 25 जुलाई 1992):
    • आर. वेंकटरमन देश के एक ऐसे राष्ट्रपति थे जिनको भारत के चार प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का मौका मिला।
    • आपको बताते चलें की आर. वेंकटरमन देश के राष्ट्रपति बनने से पहले पुनर्निर्माण  और विकास के लिए अंतराष्ट्रीय बैंक , अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और एशियाई बैंक के गवर्नर के रूप में काम किया।
  11. डॉ. शंकर दयाल शर्मा (25 जुलाई 1992 से लेकर 25 जुलाई 1997 तक)
    • डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने राष्ट्रपति बनने से पहले भारत के आठवें उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
    • इसी क्रम में बात करें तो देश के राष्ट्रपति बनने से पहले डॉ. शंकर दयाल शर्मा भोपाल के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
    • कांग्रेस पार्टी में रहते हुए एक सदस्य के रूप में शंकर दयाल शर्मा जी ने बंगाल के नवाब के खिलाफ आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लिया था। इस आंदोलन में उन्होंने बंगाल रियासत को बनाये रखने की इच्छा व्यक्त की थी।
  12. के.आर. नारायणन (25 जुलाई 1997 से लेकर 25 जुलाई 2002 तक)
    • के.आर. नारायणन देश के पहले दलित-मूल के राष्ट्रपति थे।
    • राष्ट्रपति बनने से पहले के.आर. नारायणन एक पूर्व राजनयिक के रूप में चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया।
    • के.आर. नारायणन एक ऐसे राष्ट्रपति रहे जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति पद पर रहते हुए दो बार देश की लोकसभा को भंग किया।
    • वर्ष 1997 में के.आर. नारायणन ने उत्तर प्रदेश में मौजूद कल्याण सिंह की सरकार को भंग किया।
    • इसी क्रम में वर्ष 1998 में बिहार राज्य में राबड़ी देवी की सरकार को भंग किया।
  13. प्रणब मुखर्जी (25 जुलाई 2012 से 24 जुलाई 2017):
    • प्रणब मुखर्जी हमारे देश के ऐसे राष्ट्रपति रह चुके हैं जो राष्ट्रपति बनने से पहले विदेश, रक्षा, वाणिज्य और वित्त मंत्रालय में मंत्री पद संभाल चुके हैं।
    • वर्ष 1984 में प्रणब मुखर्जी को बहु प्रतिष्ठित यूरोमनी पत्रिका के द्वारा विश्व का सबसे श्रेष्ठ वित्त मंत्री चुना गया।
    • इसके बाद वर्ष 1997 में प्रणब मुखर्जी को सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
    • इसी क्रम में यदि हम आगे बढ़ें वर्ष 2008 में प्रणब मुखर्जी को देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मानों में से एक पद्म विभूषण से नवाजा गया।
  14. राम नाथ कोविंद (25 जुलाई 2017 से 25 जुलाई 2022):
    • आपको बताते चलें की राम नाथ कोविंद देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति रह चुके आर. के. नारायण के बाद दूसरे दलित राष्ट्रपति रह चुके हैं।
    • राष्ट्रपति बनने से पहले राम नाथ कोविंद बिहार के राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
    • राज्य पाल रहते हुए राम नाथ कोविंद ने बिहार में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया।

भारत के राष्ट्रपति हेतु जरूरी योग्यताएं (Eligibility)

दोस्तों आपको बताते चलें की भारतीय संविधान के अनुच्छेद 58 के तहत राष्ट्रपति पद हेतु निम्नलिखित पात्रता पूरी करनी होंगी जो इस प्रकार से है-

  • उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • उम्मीदवार 35 वर्ष की आयु को पूर्ण कर चुका होना चाहिए।
  • उम्मीदवार लोकसभा के सदस्य के रूप निर्वाचन के योग्य होना चाहिए।
  • राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार किसी केंद्र सरकार, राज्य सरकार, क्षेत्रीय या अन्य प्राधिकरण संबंधित लाभ के पद पर नहीं होना चाहिए।

भारत के राष्ट्रपति का चुनाव कैसे किया जाता है ?

राष्ट्रपति पद हेतु योग्य उम्मीदवार का चुनाव सांसदों के मतदान के गुप्त मत पत्र के द्वारा किया जाता है। भारतीय संविधान के अनुसार राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का नामांकन कम से कम 50 मतदाता सदस्य के मतों द्वारा अनुमोदित होना चाहिए। यह तो आप जानते हैं की राष्ट्रपति पद हेतु उम्मीदवार का चुनाव सीधे भारत की जनता के द्वारा नहीं किया जाता बल्कि देश की संसद के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा किया जाता है।

  • इस चुनाव प्रक्रिया में सदन के दोनों निर्वाचित सदस्य होते हैं।
  • राज्यों के विधानसभा के निर्वाचित सदस्य
  • देश के केंद्र शासित प्रदेश (दिल्ली, पुंडुचेरी, दमन एवं दीव आदि) के विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य
    • भारत के राष्ट्रपति उम्मीदवार को भारतीय रिजर्व बैंक में 15,000 रुपये/- सिक्योरिटी गारंटी के रूप में जमानत राशि जमा करानी होती है।
    • देश की सुप्रीम कोर्ट (सर्वोच्च न्यायालय) के द्वारा राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े सभी विवादों की जांच करता है।

भारत के राष्ट्रपति के वेतन भत्ते एवं आवास (Salary and Residence)

भारत के राष्ट्रपति के वेतन और भत्ते का निर्धारण भारत की संसद के द्वारा तय किया जाता है। आपको बता दें की राष्ट्रपति के वर्तमान वेतन 1,50,000 रुपये प्रति माह है और इसमें सभी प्रकार के भत्ते शामिल हैं। यह तो आप जानते ही हैं की भारत के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास राष्ट्रपति भवन, नयी दिल्ली है।

राष्ट्रपति पर महाभियोग

यदि भारत के राष्ट्रपति अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हैं और संविधान के उल्लंघन करते हैं तो केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जा सकता है। राष्ट्रपति के खिलाफ भारत की दोनों सदनों में महाभियोग चलाया जा सकता है। राष्ट्रपति के महाभियोग हेतु सदन में सत्ता पक्ष के पास दो-तिहाई बहुमत होना आवश्यक है। राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने के लिए सदन के एक-चौथाई सदस्यों के द्वारा हस्ताक्षर किये हुए नोटिस जारी किया जाता है। जिसमें सभी तरह के आरोप और कारण लिखे होते हैं।

इसके बाद दूसरे सदन के द्वारा 14 दिनों तक राष्ट्रपति के आरोपों पर विचार किया जाता है। यदि आरोप सही पाएं जाते हैं तो बचाव के रूप में राष्ट्रपति अपना पक्ष रख सकते हैं। जिसके बाद आरोपों को सरकार को सदन में अनुमोदित करना पड़ता है। आरोप अनुमोदित होने के बाद राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाया जाता है और आरोप सही होने पर राष्ट्रपति को अपना पद छोड़ना पड़ सकता है।

भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची FAQs

द्रौपदी मुर्मू भारत की कौन से नंबर की राष्ट्रपति हैं?

द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वें नंबर की राष्ट्रपति हैं।

देश के संविधान के गठन के समय भारत के राष्ट्रपति कौन थे?

देश के संविधान के गठन के समय भारत के राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे।

प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल कब से कब तक रहा?

प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल (25 जुलाई 2012 से 24 जुलाई 2017 तक रहा।

राष्ट्रपति कितने प्रकार की आपातकालीन घोषणाएं कर सकता है?

राष्ट्रपति 3 प्रकार की आपातकालीन घोषणाएं कर सकता है जो इस प्रकार निम्नलिखित है –
राज्य आपातकाल (अनुच्छेद 356 – राष्ट्रपति शासन)
राष्ट्रीय आपातकाल (अनुच्छेद 352)
वित्तीय आपातकाल (अनुच्छेद 360)

भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?

भारत के राष्ट्रपति के कार्यकाल के संबंध में संविधान के अनुच्छेद 56 के तहत बताया गया है –
राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि 5 वर्ष की होती है।
किसी व्यक्ति के राष्ट्रपति बनने की कोई सीमा नहीं होती है।
राष्ट्रपति के पूर्ण कार्यकाल से पहले उप राष्ट्रपति को त्यागपत्र दे सकता है।

द्रौपदी मुर्मू भारत की कौन से नंबर की राष्ट्रपति हैं ?

द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वें नंबर की राष्ट्रपति हैं।

देश के संविधान के गठन के समय भारत के राष्ट्रपति कौन थे ?

दोस्तों देश के संविधान के गठन के समय भारत के राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद थे।

प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल कब से कब तक रहा ?

प्रणब मुखर्जी का राष्ट्रपति के तौर पर कार्यकाल (25 जुलाई 2012 से 24 जुलाई 2017 तक रहा।

राष्ट्रपति कितने प्रकार की आपातकालीन घोषणाएं कर सकता है ?

राष्ट्रपति 3 प्रकार की आपातकालीन घोषणाएं कर सकता है जो इस प्रकार निम्नलिखित है –
राज्य आपातकाल (अनुच्छेद 356 – राष्ट्रपति शासन)
राष्ट्रिय आपातकाल (अनुच्छेद 352)
वित्तीय आपातकाल (अनुच्छेद 360)

भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है ?

भारत के राष्ट्रपति के कार्यकाल के संबंध में संविधान के अनुच्छेद 56 के तहत बताया गया है –
राष्ट्रपति के कार्यकाल की अवधि 5 वर्ष की होती है।
किसी व्यक्ति के राष्ट्रपति बनने की कोई सीमा नहीं होती है।
राष्ट्रपति के पूर्ण कार्यकाल से पहले उप राष्ट्रपति को त्यागपत्र दे सकता है।

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