मिशन कर्मयोगी योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा शुरू की गयी है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य सिविल अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्य क्षमता में वृद्धि करना है। 2 सितम्बर को (NPCSCB) मिशन कर्मयोगी योजना को केबिनेट बैठक में इसे मंजूरी दी गयी। इस योजना के माध्यम से सिविल अधिकारियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे की अधिकारियों की तर्क शक्ति, रचनात्मक, पारदर्शी बनाने के लिए तैयार किया जायेगा ताकि लोगों को सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सके। ये योजना एक कौशल निर्माण कार्यक्रम है। जिससे केबिनेट की पूरी देखरेख में किया जायेगा और साथ ही मुख्यमंत्री और एचआर परिषद भी इसमें सम्मिलित होंगे।
Mission Krmayogi yojana के लिए सरकार द्वारा 5 साल का बजट बना दिया गया है जिसमें कुल 510.86 करोड़ निर्धारित किया गया है। हम आपको योजना से जुडी सारी जानकारी साझा करेंगे। जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़ें।
(NPCSCB) मिशन कर्मयोगी योजना
इस स्कीम के अंतर्गत सिविल सेवा में कार्यरत लगभग 46 लाख सरकारी कर्मचारी आएंगे। और योजना के माध्यम से अधिकारीयों का स्कील डेवलपमेंट किया जायेगा। और वे समाज सेवा में अपना काफी बेहतर योगदान दे सके। सिविल सेवकों को विभागीय प्रशिक्षण के साथ अधिकारीयों की ऑन द साइड की ट्रेनिंग पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
इसके लिए अधिकारियों को लेपटॉप वितरण किये जायेंगे। कर्मचारियों अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए अलग विभाग से टॉप अधिकारियों को सम्मिलित किया जायेगा। मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के काम करने की क्षमता को बढ़ाया जायेगा।इस योजना में नए चयन किये गए सिविल अधिकारी सरकारी कर्मचारी कोई भी किसी भी समय योजना के अंतर्गत लाभ उठा सकते हैं।
स्कीम का नाम | मिशन कर्मयोगी योजना |
किसके द्वारा लांच किया गया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा |
श्रेणी | केंद्र सरकार |
लाभार्थी | सिविल अधिकारी, सरकारी कर्मचारी |
उद्देश्य | कर्मचारियों के कौशल का विकास करना |
प्रशिक्षण | ऑनलाइन माध्यम द्वारा |
आवेदन मोड़ | ऑनलाइन मोड |
आधिकारिक वेबसाइट | igotkarmayogi.gov.in |
कर्मयोगी योजना में रजिस्टर कैसे करें
- राष्ट्रीय सिविल सेवा क्षमता विकास कार्यक्रम (National Programme for Civil Services Capacity Building- NPCSCB) में रजिस्टर करने के लिये आपका सरकारी सेवा में होना आवश्यक है। तभी आप इस पोर्टल पर रजिस्टर कर पायेंगे।
- रजिस्टर करने के लिये सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल पर विजिट करें और रजिस्टर के विकल्प पर क्लिक करें।
- इसके बाद नये पेज में आप मांगी गयी सभी जानकारी अपने विभाग और पद की जानकारी के साथ दर्ज कर दें।
- ओटीपी वेरिफिकेशन के बाद साइन अप पर क्लिक करें। इस प्रकार आप कर्मयोगी पोर्टल में रजिस्टर हो जायेंगे।
- लॉग इन होने के बाद दिये गये आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन करें।
मिशन कर्मयोगी योजना का उद्देश्य
Mission Krmayogi yojana का मुख्य उद्देश्य है सरकारी कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मचारियों की योग्यता को उन्नत करना। योजना के माध्यम से कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से लर्निंग कंटेंट एवं ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
जिसके तहत सरकारी विभागों में मौजूद सभी कर्मचारियों की योग्यता को एक नई दिशा प्रदान की जाएगी। मिशन कर्मयोगी का अभिप्राय आने वाले कल के लिए भारतीय सिविल सेवक को अधिक क्रिएटिव , इमैजिनेटिव , एक्टिव , प्रोफेशनल, प्रोग्रेसिव , एनर्जेटिक, समर्थ, ट्रांसपेरेंट और टैक्नोलॉजी-कैपेबल बनाकर उपस्थित करना है। ताकि वो अपनी बेहतर क्षमता के साथ अपना कार्य कर सकें।
मिशन कर्मयोगी योजना के लाभ व विशेषताएं
- योजना की शुरुआत 2 सितम्बर 2020 को शुरू की गयी है।
- सिविल सेवा क्षमता विकास कार्यक्रम (NPCSCB) को सिविल सर्विसेज में आने वाले अधिकारियों के लिए तैयार किया गया है।
- इस योजना के तहत सरकारी अधिकारीयों, कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे की वे अपने कार्य कुशल में निपूर्ण हो सके।
- मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत ऑन द साइड ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान दिया जायेगा।
- कर्मयोगी स्कीम के अंतर्गत लगभग 46 लाख कर्मचारी आएंगे।
- योजना का बजट 510.86 करोड़ रूपये निर्धारित किये गए हैं।
- योजना में काम करने की पारदर्शिता आएगी और काम करने में तेजी आएगी जिससे की आम लोगों का काम जल्दी से हो जाये।
- योजना के तहत 2 मार्ग होंगे स्वचलित और निर्देशित।
- 5 वर्ष के लिए 2020-21 से 2024-25 तक योजना को चलाया जायेगा। जिस पर होने वाला व्यय पहले से ही तय किया जा चुका है।
- योजना का संचालन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किया जायेगा। साथ ही सभी मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
- ऑफ साइट सिखने की पद्धति को बेहतर बनाने के लिए ऑन साइट सीखने की पद्धति को बेहतर बनाना।
- स्कीम के तहत एक स्वामित्व वाली विशेष परियोजना वाहन कम्पनी का गठन किया गया है। जो की iGOT कर्मयोगी की प्लेटफॉर्म का स्वामित्व और प्रावधान करेगी।
- अधिकारीयों के काम करने में अधिक शैली आएगी।
- योजना के अंतर्गत सिविल में जितने भी अधिकारी या कर्मचारी आते हैं उनका योग्यता क्षमता को बढ़ाया जायेगा जैसे की क्रिएटिविटी, प्रगतिशील, इनोवेटिव आदि।
Mission Karmayogi सिविल सेवा में किये गए बदलाव
सिविल सेवा से जुड़े सभी कर्मचारी और अधिकारी किसी भी समय अपना योजना के अंतर्गत शामिल हो सकते हैं और ट्रेनिंग ले सकते हैं इससे जुड़ने के बाद आपको ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए लेपटॉप, मोबाइल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। सिविल सेवाओं से जुड़े लोगों को ट्रेनिंग के लिए अलग-अलग विभागों के ट्रेनर को शामिल किया जायेगा। इसमें ऑफ साइट सीखने के कॉन्सेप्ट को बेहतर बनाते हुए ऑन द साइट सीखने के सिस्टम पर भी जोर दिया जायेगा।
मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत एक स्वामित्व वाली विशेष परियोजन वाहन कंपनी का गठन किया जायेगा जो की कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 8 के अंतर्गत किया जायेगा। ये एक नॉन-प्रॉफ़िट संगठन होगा जो की iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म का स्वामित्व और प्रबंधन करेगी।
#MissionKarmayogi-National Program for Civil Services Capacity Building approved in today’s cabinet will radically improve the Human Resource management practices in the Government. It will use scale & state of the art infrastructure to augment the capacity of Civil Servants: PM pic.twitter.com/DQq9syc4F5
— ANI (@ANI) September 2, 2020
iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म
iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म के माध्यम से डिजिटल लर्निंग की सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। iGOT कर्मयोगी प्लेटफॉर्म को एक विश्व स्तरीय बाजार बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। iGOT कर्मयोगी के माध्यम से कर्मचारी का क्षमता निर्माण ई-लर्निंग कॉन्टेक्ट के माध्यम से किया जायेगा। इसी के साथ ही अन्य सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएगी।
कर्मयोगी योजना
मिशन कर्मयोगी योजना को सिविल सेवाओं से जुड़े अधिकारियों कर्मचारियों के कौशल और योग्यता क्षमता में वृद्धि करने के लिए स्कीम को लांच किया गया है। ताकि अधिकारियों के पास अधिक तर्क शक्ति और सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि हो सके. साथ ही सरकार द्वारा कई सुविधाएँ देने के लिए इनमें सुधार करेगी। कर्मचारियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जाएगी, ई लर्निंग कंटेंट प्रदान किया जायेगा। जिससे की कर्म क्षमता में वृद्धि हो सके।
ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए iGOT कर्मयोगी प्लेटफार्म
- परिवीक्षा अवधि के बाद की पुष्टि
- तैनाती
- रिक्तियों पदों की जानकारी
- कार्य निर्धारण
- अन्य सेवाएं।
मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले प्रशिक्षण
- इनोवेटिव
- प्रगतिशील
- सक्षम
- पारदर्शी
- तकनिकी दौर पर तक्ष आदि
- क्रिएटिविटी
- ऊर्जावान
- पारदर्शी
- कल्पनाशीलता
- प्रोएक्टिव
मिशन कर्मयोगी योजना से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर
NPCSCB मिशन कर्मयोगी से जुडी आधिकारिक वेबसाइट अभी लांच नहीं की गयी है।
इस योजना के लिए 5 वर्ष तक बजट निर्धारित किया गया है। जो की 510.86 करोड़ रूपये हैं।
इस योजना का संचालन प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा संचालन किया जायेगा और साथ ही इसमें एचआर सचिव और मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
इस मिशन के तहत उनके विभिन्न कौशल निर्माण किया जाएगा जैसे की उनमें क्रिएटिविटी , इनोवेटिव , एनर्जेटिक , पारदर्शिता , प्रगतिशीलता , प्रो एक्टिव , तकनीकी रूप से दक्ष बनाया जाएगा।
इस योजना का उद्देश्य सिविल सेवा से जुड़े सभी कर्मचारियों और अधिकारीयों के कार्य क्षमता को बढ़ावा देना है।
योजना में अभी आवेदन की कोई जानकारी नहीं दी गयी है लेकिन आप किसी भी समय योजना का हिस्सा बन सकते हैं।