आधुनिक भारत के इतिहास में मुगल शासकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। भारत का सांस्कृतिक और भौगौलिक स्वरूप को वर्तमान ढांचे में लाने के लिये काफी हद तक मुगल वंशावली (Mughal Vansh List) को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। आज हम आपको मुगल बादशाहों की सूची (Mughal Vansh List) और मुगल वंशावली के बारे में बताने जा रहे हैं। मुगल शासकों की पूरी जानकारी के लिये इस लेख को अंत तक अवश्य पढें।
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मुगल वंशावली प्रमुख तथ्य (Mughal Vansh Key Points)
आर्टिकल का नाम | मुगल वंशावली |
शासन काल | 1526 ई से 1857 ई तक 331 वर्ष |
आधिकारिक निवास | लाल किला |
प्रथम शासक | बाबर (जहीरूद्दीन मोहम्मद) |
अंतिम शासक | बहादुर शाह द्वितीय (अबू जफर सिराजुद्दीन मुहम्मद बहादुर शाह जफर) |
प्रमुख शासक | बाबर, हुमांयू, अकबर, जहांगीर, शाहजहां, औरंगजेब |
सबसे लम्बा शासन काल | अकबर (जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर) (1556 ई से 1605 ई तक) |
बाबर (Babur) (1526-1530)
भारत में मुगल वंशावली की सत्ता की नींव बाबर के द्वारा रखी गयी थी। वह मुगल वंश का पहला शासक भी था। बाबर के पिता का नाम शेख मिर्जा था। बाबर का जन्म 14 फरवरी 1483 को हुआ था। कहीं कहीं बाबर को तैमूर लंग का वंशज भी बताया जाता है। बाबर ने तत्कालीन दिल्ली के शासक लोदी वंश के इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली सल्तनत पर अपना कब्जा जमाया और मुगल वंशावली की शुरूआत की। बाबर का शासन काल दिल्ली सल्तनत पर वर्ष 1526 से 1530 तक रहा। 26 दिसम्बर 1530 को बाबर की मृत्यु हो गयी।
हुमांयू (1530-1540)-(1555-1556)
हुमायूं बाबर का पुत्र था। हुमायूं का जन्म काबुल में 17 मार्च 1508 को हुआ था। अपने पिता से दिल्ली सल्तनत का शासन मिलने के बाद हुमायूं राजा बना। हुमायूं तराईन के युद्व में शेरशाह सूरी से हार गया और उसे दिल्ली का राज्य गंवाना पडा। हालांकि हुमायूं ने एक बार फिर से वापसी की और अपना राज्य पुन पाने में सफल रहा। दोबारा राज्य हासिल करके हुमायूं अधिक समय तक शासन नहीं कर पाया और 4 मार्च 1556 को उसकी मृत्यु हो गयी।
अकबर महान (Akbar The Great)-(1556-1605)
अकबर का पूरा नाम जलालुद्दीन मोहम्बर अकबर था। अपने पिता हुमायूं की मृत्यु हो जाने के कारण अकबर बेहद अल्प आयु में ही सुल्तान बन गया था। अकबर का जन्म तत्कालीन सिंध में 14 अक्टूबर 1542 को हुआ था। अकबर को मुगल वंश के सबसे शक्तिशाली और उदार शासकों में गिना जाता है। अपने शासनकाल में अकबर ने कई धार्मिक सुधार के कार्य किये। अकबर ने चर्चित हल्दीघाटी के युद्व को भी जीता था। उसने मुगल साम्राज्य की सीमा का भी विस्तार किया। अकबर एक धर्म निरपेक्ष शासक के तौर पर जाना जाता था। उसने मशहूर आगरा के किले और बुलंद दरवाजे का निर्माण भी करवाया था। अकबर का शासनकाल 1556 से 1605 तक रहा। 27 अक्टूबर 1605 को अकबर की मृत्यु हो गयी।
जहांगीर (Jahangir)-(1605-1627)
अकबर के बाद उसका पुत्र जहांगीर बादशाह बना। जहांगीर के बचपन का नाम सलीम था। उसका पूरा नाम नूरूद्दीन मोहम्मद जहांगीर था। जहांगीर का जन्म 31 अगस्त 1569 को फतेहपुर सीकरी में हुआ था। जहांगीर एक अमन पसंद बादशाह था। मुगल शासकों में से सबसे अधिक न्याप्रिय शासक जहांगीर को माना जाता है। जहांगीर ने प्रजा के हित में अनेक कार्य किये। मुगल स्थापत्य कला को गंभीरता से लेने का श्रेय भी जहांगीर को दिया जाता है। उसने कई किलों और मस्जिदों का निर्माण अपने शासनकाल के दौरान करवाया था। जहांगीर का शासनकाल 1605 से 1627 तक रहा। 28 अक्टूबर 1627 को जहांगीर की मृत्यु हो गयी।
शाहजहां (Shahjahan-1627-1658)
जहांगीर के पश्चात उसका पुत्र शाहजहां दिल्ली का सुल्तान बना। शाहजहां के बचपन का नाम खुर्रम मिर्जा था। उसने शाहजहां की उपाधि धारण की थी। शाहजहां का जन्म 5 जनवरी 1592 को हुआ था। शाहजहां के शासन काल को मुगल काल का स्वर्ण काल माना जाता है। स्थापत्य कला और निर्माण कार्य में शाहजहां की बहुत रूचि थी। उसने कई महत्वपूर्ण और बेहतरीन इमारतों का निर्माण अपने शासन काल के दौरान करवाया था।
शाहजहां ने अपनी पत्नी बेगम मुमताज की याद में मशहूर ताजमहल का निर्माण करवाया था। साथ ही दिल्ली का लाल किला और जामा मस्जिद भी शाहजहां की ही देन है। और मुगल स्थापत्य कला का एक बेहतरीन उदाहरण है। शाहजहां ने 1627 से 1658 तक राज्य किया। अपने जीवने के अंतिम दिनों में उसके पुत्र औरंगजेब ने शाहजहां को कैद कर लिया और स्वयं बादशाह बन गया। इसी कैद में 22 जनवरी 1666 को शाहजहां की मृत्यु हो गयी।
औरंगजेब (Aurangzeb)-(1659-1707)
औरंगजेब को मुगल सल्तनत का सबसे क्रूर शासक माना जाता है। औरंगजेब के बचपन का नाम मुईदुद्दीन मोहम्मद था। उसे आलमगीर के नाम से भी जाना जाता है। आलमगीर का अर्थ है विश्व विजेता। 3 नवम्बर 1618 को गुजरात में औरंगजेब का जन्म हुआ था। वह शाहजहां और मुमताज महल का पुत्र था। औरंगजेब मुगल काल के दौरान सबसे अधिक समय तक राज करने वाले बादशाहों में से एक है। उससे अधिक समय तक केवल अकबर ही बादशाह रह पाया था। औरंगजेब ने मुगल साम्राज्य का और अधिक विस्तार किया और दक्षिण तथा उत्तरी पूर्व के राज्यों को भी जीतने में सफल रहा।
अपने शासन काल में औरंगजेब ने ही मुगल सल्तनत का सबसे अधिक विस्तार किया था। औरंगजेब ने सत्ता हथियाने के लिये अपने पिता शाहजहां को बन्दी बना लिया था और अपने भाई दार शिकोह को गद्दारी करने पर फांसी पर लटका दिया था। उसक इस्लाम का कट्टर समर्थक माना जाता है। अपने शासन काल के दौरान औरंगजेब ने दूसरे धर्मों के लोगों पर कई प्रकार के अत्याचार किये। उसने सिखों के नौंवे गुरू तेग बहादुर का सिर कटवा दिया था। औरंगजेब का यह कू्रर शासन उसकी मृत्यु तक चला और 3 मार्च 1707 को औरंगजेब की मृत्यु हो गयी। वर्तमान औरंगाबार में औरंगजेब को दफनाया गया था। औरंगजेब के बाद मुगलों की सत्ता पर पकड ढीली पडने लगी और धीरे धीरे मुगल वंश खत्म होने की कगार पर पंहुच गया।
Mughal Vansh के अन्य शासक
औरंगजेब की मृत्यु के बाद मुगल शासकों के प्रति प्रजा में स्वीकार्यता नहीं रह गयी और मुगल साम्राज्य धीरे धीरे सिकुडने लगा। आने वाले बादशाहों की सत्ता पर पकड ढीली पडती गयी और वे अधिक समय तक बादशाह नहीं रह पाये। फलस्वरूप मुगल काल का अंत होना प्रारम्भ हो गया। सन 1857 तक आते आते मुगल वंश की सत्ता समाप्त हो गयी। केवल कुछ शासक ही इस दौरान नियमित शासन चला पाये उनकी सूची नीचे दी जा रही है।
बहादुर शाह प्रथम | शाहजहां द्वितीय |
मुहम्मद शाह | अहमद शाह बहादुर |
आलमगीर द्वितीय | शाह आलम द्वितीय |
अकबर द्वितीय | बहादुर शाह द्वितीय |
मुगल वंशावली और मुग़ल बादशाहों की सूची (Mughal Vansh List)
मुगल बादशह | शासनकाल |
बाबर (जहीरूद्दीन मुहम्मद) | 1526 ई से 1530 ई तक |
हुमायूं (नसीरूद्दीन मुहम्मद) | 1530 ई से 1540 ई तक प्रथम बार 1555 ई से 1556 ई तक दूसरी बार |
अकबर (जलालुद्दीन मुहम्मद) | 1556 ई से 1605 ई तक |
जहांगीर (नूरूद्दीन मुहम्मद सलीम) | 1605 ई से 1627 ई तक |
शाहजहां (शहाबुद्दीन मुहम्मद खुर्रम) | 1628 ई से 1658 ई तक |
औरंगजेब (आलमगीर मुईनुद्दीन मुहम्मद) | 1658ई से 1707 ई तक |
बहादुर शाह प्रथम (कुतुबुद्दीन मुहम्मद मुआज्जम) | 1707 ई से 1712 ई तक |
जहांदार शाह (माजुद्दीन जहंदर शाह बहादुर) | 1712 ई से 1713 ई तक |
फर्रूखसियार | 1713 ई से 1719 ई तक |
रफी उल दर्जत | 1719 |
शाहजहां द्वितीय (रफी उद दौलत) | 1719 |
मुहम्मद शाह (रोशन अख्तर बहादुर) | 1719 ई से 1748 ई तक |
अहमद शाह बहादुर | 1748 ई से 1754 ई तक |
आलमगीर द्वितीय (अजीजुद्दीन) | 1754 ई से 1759 ई तक |
शाहजहां तृतीय (मुही उल मिल्लत) | 1759 ई से 1760 ई तक |
शाह आलम द्वितीय (अली गौहर) | 1760 ई से 1806 ई तक |
अकबर शाह द्वितीय (मिर्जा अकबर, अकबर शाह सानी) | 1806 ई से 1837 ई तक |
बहादुर शाह जफर द्वितीय (अबू जफर सिराजुद्दीन मुहम्मद शाह जफर) | 1837 ई से 1857 ई तक |
मुगल वंशावली से सम्बन्धित प्रश्न FAQ
अकबर कौन था?
अकबर मुगल वंश का बादशाह था जो हुमायूं के बाद दिल्ली सल्तनत का बादशाह हुआ। अकबर महान को मुगल वंश का सबसे अधिक धर्म निरपेक्ष बादशाह माना जाता है।
मुगल वंश का पहला शासक कौन था?
बाबर मुगल वंश का पहला शासक था।
मुगल वंश का अंतिम शासक कौन था?
बहादुर शाह जफर द्वितीय मुगल वंश के अंतिम शासक थे। सन 1857 की क्रांति के समय बहादुर शाह जफर को अंग्रेजों ने कैद कर लिया था।
ताजमहल किसने बनवाया?
मुगल बादशाह शाहजहां के द्वारा ताजमहल का निर्माण करवाया गया था। शाहजहां ने दिल्ली का लाल किला और जामा मस्जिद का भी निर्माण करवाया था।