300+ हिंदी मुहावरे: हिंदी में मुहावरे, अर्थ और प्रयोग – Muhavare in Hindi

मुहावरे दो या दो से अधिक शब्दों का समूह होता है, जिनका अर्थ उनके शाब्दिक अर्थों से भिन्न होता है। मुहावरे भाषा को रोचक और प्रभावशाली बनाते हैं।

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Reported by Rohit Kumar

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मुहावरा” अरबी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है “आदि होना” या “अभ्यास होना” कुछ विद्वान इसे वाग्धारा भी कहते है। मुहावरा शब्द सामान्य अर्थ से अलग विशेष अर्थ को प्रकट करता है। हम अपने दैनिक जीवन में कहीं बार अपने मन के भाव या विचारों को मुहावरों के शब्दों का प्रयोग करके प्रकट करते हैं। मुहावरे पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं होते इनका प्रयोग वाक्य सौंदर्य को बढ़ाने में किया जाता है। इसके प्रयोग मात्र से भाषा, आकर्षक, प्रभावपूर्ण और रोचक बन जाती है। इस लेख के माध्यम से आप मुहावरों (हिंदी में मुहावरे) के बारे में जान सकेंगे जो हम अपने दैनिक जीवन में कही न कहीं प्रयोग में लाते हैं।  

मुहावरों की विशेषताएं

Muhavaron की अपनी विशेषता होती हैं। जिसको ध्यान में रखकर ही इनको सही रूप से प्रयुक्त किया जा सकता है

1- मुहावरे अपने आप में पूर्ण वाक्य नहीं होते हैं।
2- मुहावरों का प्रयोग प्रसंग के अनुसार किया जाता है।
3- मुहावरों के शब्द को बदला नहीं जा सकता।
4- मुहावरों का सामान्य अर्थ नहीं विशिष्ट अर्थ लिया जाता है।
5- मुहावरे प्रसंग के अनुसार अर्थ देते हैं।
6- मुहावरे देश, समाज और समय के अनुसार बनते हैं।
7- ज्यादातर मुहावरों का संबंध हमारे शरीर के किसी अंग से होता है।

300+ हिंदी मुहावरे - हिंदी में मुहावरे
मुहावरे हिन्दी

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हमारे दैनिक जीवन में प्रयुक्त होने वाले हिंदी में मुहावरे और उनके अर्थ व वाक्य प्रयोग

  1. अपना सा मुंह लेकर रह जाना – काम न बनना।
    वाक्य प्रयोग- श्याम ने परीक्षा में राम की कॉपी से नकल करने की कोशिश की। राम के मना कर देने पर श्याम अपना सा मुंह लेकर रह गया।
  2. आटा गीला होना–कठिनाई/मुश्किल में पड़ना
    वाक्य प्रयोग-सीता को तनखाह न मिलने के कारण आर्थिक तंगी से उसका आटा गीला हो गया।
  3. आकाश में उड़ना–कल्पना/ख्वाब में घूमना
    वाक्य प्रयोग– बिना पैसे के कोई भी व्यापार करना आकाश में उड़ना है।
  4. अंधा होना –कुछ न सूझना।
    वाक्य प्रयोग– वह अपने बेटे के प्यार में इतना अंधा हो गया था कि उसे बेटे की गलतियां भी नहीं दिखायी दी।
  5. अपना उल्लू सीधा करना – स्वार्थ सिद्ध करना।
    वाक्य प्रयोग- अर्चना ने हमेशा अपने काम को लेकर अपना उल्लू सीधा करने का प्रयास किया लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
  6. आपे से बाहर होना– क्रोध से अपने वश में न रहना
    वाक्य प्रयोग-सीता ने अपने आपे से बहार होकर नीता को खरी खोटी सुनाई।
  7. अंगारों पर लोटना – ईर्ष्या और जलन से कुढ़ना।
    वाक्य प्रयोग- सीमा के प्रमोशन की बात सुनकर उसका दोस्त राहुल अंगारों पर लोटने लगा।
  8. अँधेरे में तीर चलाना – लक्ष्यविहीन प्रयास करना, अंदाजा लगाना।
    वाक्य प्रयोग– यह डॉक्टर कुछ नहीं जानता बस अंधेरे में तीर चला रहा है।
  9. अंगार बरसना – कड़ी धूप होना।
    वाक्य प्रयोग- गर्मियों के मौसम में अंगार बरसते हैं।
  10. आगे का पैर पीछे पड़ना– विपरीत गति या दशा में पड़ना
    वाक्य प्रयोग– सारिका के दिन अच्छे नहीं हैं, आजकल उसके आगे का पैर पीछे पड़ रहा है।
  11. आटे दाल की फ़िक्र होना– जीविका की चिन्ता होना
    वाक्य प्रयोग-तुम कोई नौकरी नहीं करते क्या तुम्हें आटे दाल की फ़िक्र नहीं है ।
  12. अक्ल का दुश्मन होना – मूर्ख होना।
    वाक्य प्रयोग– शालिनी को अक्ल का दुश्मन कहना गलत नहीं है,क्यूंकि वह काम ही ऐसे करती है ।
  13. आकाश से बातें करना– काफी ऊँचा होना
    वाक्य प्रयोग -दुबई की इमारतें आकाश से बातें करती हैं।
  14. धब्बा लगना– कलंकित करना
    वाक्य प्रयोग – राजू ने चोरी करके अपने दमन पर धब्बा लगा लिया।
  15. उंगली पर नचाना – वश में करना।
    वाक्य प्रयोग– सरोजनी का पति उसकी ऊँगली पर नाचता है।
  16. अंग-अंग खिल उठना – खुश हो जाना।
    वाक्य प्रयोग- नौकरी पाकर अनामिका का अंग-अंग खिल उठा।
  17. घोड़े बेचकर सोना– बेफिक्र होना, चिंता न होना
    वाक्य प्रयोग – बेटी की शादी के बाद घोड़े बेचकर सोना है।
  18. अंधेर नगरी – कोई नियम कानून न होना।
    वाक्य प्रयोग– क्या अंधेर नगरी है ! इतनी अधिक महंगाई है।
  19. अंगद का पैर होना – बिल्कुल न हिलना।
    वाक्य प्रयोग- अध्यापक जी तो अंगद के पैर की तरह जम गए हैं ।
  20. अँधेरे घर का उजाला– इकलौता बेटा
    वाक्य प्रयोग– श्याम अँधेरे घर का उजाला है।
  21. अपनी खिचड़ी अलग पकाना– अलग–थलग रहना
    वाक्य प्रयोग-मंजू की पड़ोसनों ने उसको अपने पास न बैठता देखकर कहा, “मंजू तो अपनी खिचड़ी अलग पकाती है, यह हमारे साथ नहीं बैठती।”
  22. अन्न न लगना– खाना खाने के बाद भी मोटा न होना
    वाक्य प्रयोग-गोली इतना सब कुछ खाता है, लेकिन उसे अन्न नहीं लगता।
  23. अंकुश न मानना– न डरना
    वाक्य प्रयोग– आजकल की युवा पीढ़ी किसी का अंकुश मानने को नहीं मानती ।
  24. अन्दर होना– जेल में बन्द होना
    वाक्य प्रयोग– योगी आदित्यनाथ जी के के राज में उत्तर प्रदेश के अधिकतर गुण्डे अन्दर हो गए।
  25. आँखें मूंदना– मर जाना
    वाक्य प्रयोग-कोरोना महामारी में अनेक परिवार के जवान बच्चों ने आँखें मूँद ली।
  26. आँखों का पानी ढलना– निर्लज्ज होना, लज्जा न आना
    वाक्य प्रयोग-अब तो वह लड़की किसी की नहीं सुनती, लगता है, उसकी आँखों का पानी ढल गया है।
  27. आँख में खटकना– बुरा लगना, पसंद न आना
    वाक्य प्रयोग– ईमानदार व्यक्ति अधिकतर लोगों की आँखों में खटकते है।
  28. आँख का उजाला–बहुत प्यारा होना/अति प्रिय होना
    वाक्य प्रयोग– सीता अपने माता–पिता की आँखों का उजाला है।
  29. आँख में घर करना– हृदय में बसना
    वाक्य प्रयोग– भाविका की सुंदरता मोहन की आँखों में घर कर गई।
  30. आँखें चार करना– आमना–सामना करना, मुलाकात होना
    वाक्य प्रयोग-एक दिन अचानक मेरी आँखें चार मेरे पुराने मित्र से हो गई।
  31. आँख चुराना–कतराना, नजरंदाज करना
    वाक्य प्रयोग-जब से उसने मेरी दुकान से उधार लिया है तब से वह आँख चुराने लगा है।
  32. आग बबूला होना– अत्यधिक क्रोधित होना, बहुत गुस्सा आना
    वाक्य प्रयोग– कई बार मना करने पर भी जब दुकानदार नहीं माना, तो जनता उसपर आग बबूला हो उठी।
  33. आसमान से गिरकर खजूर के पेड़ पर अटकना– उत्तम स्थान से त्यागकर ऐसे स्थान पर जाना जो कष्टप्रद हो
    वाक्य प्रयोग– विदेश की नौकरी छोड़ने के बाद जब रमेश घर आया तो उसे ऐसा लगा कि वह आसमान से गिरकर खजूर के पेड़ पर अटक गया है।
  34. आप मरे जग प्रलय– मृत्यु उपरान्त मनुष्य का सब कुछ छूट जाना
    वाक्य प्रयोग– रामलाल मृत्यु–शैय्या पर पड़ा अपने बेटों के व्यापार के बारे में रह–रह कर पूछ रहा था। उसके पास खड़े मित्रों में से एक ने दूसरे से कहा, “आप मरे जग प्रलय, रामलाल को बेटों के व्यापार की चिन्ता अब भी सता रही है।”
  35. आसमान टूटना– विपत्ति आना, मुश्किल पड़ना
    वाक्य प्रयोग– पति और बेटे की मौत का समाचार सुनकर, सीमा जी पर आसमान टूट पड़ा।
  36. अंक में समेटना– गोद में लेना, आलिंगन बद्ध करना
    वाक्य प्रयोग-शिशु को रोता हुआ देखकर माँ से रहा नहीं गया माँ ने शिशु को तुरंत अपने अंक में समेटा।
  37. आग पर तेल छिड़कना– और अधिक भड़काना
    वाक्य प्रयोग– बहुत से लोग सुलह करवाने की जगह और आग में तेल छिड़कने का काम करते हैं।
  38. आग पर पानी डालना– झगड़ा मिटाना
    वाक्य प्रयोग– सीता रीता ने आपसी सूझबूझ से आग पर पानी डालने का काम किया हैं।
  39. आग–पानी या आग और फूस का बैर होना– (स्वाभाविक शत्रुता होना)
    वाक्य प्रयोग– भाजपा और साम्यवादी पार्टी में आग–पानी या आग और फूस का बैर है।
  40. आँख लगना– झपकी आना
    वाक्य प्रयोग– ज्यादा देर रात तक काम किया, जिससे मेरी आँख लग गई।
  41. आँखों से गिरना– आदर भाव का घट जाना
    वाक्य प्रयोग– उसकी हरकतों के कारण वह सब की आँखों से गिर गया है।
  42. अपने मुँह मियाँ मिठू बनना– आत्मप्रशंसा करना
    वाक्य प्रयोग -अपने मुंह मियाँ मिठू बनता रहता है।
  43. अक्ल के घोड़े दौड़ाना– केवल कल्पनाएँ करते रहना
    वाक्य प्रयोग – सफलता अक्ल के घोड़े दौड़ाने से नहीं अपितु मेहनत से प्राप्त होती है।
  44. अँधेरे घर का उजाला– इकलौता बेटा
    वाक्य प्रयोग – समीर अँधेरे घर का उजाला है।
  45. आँखें फोड़ना-ध्यानपूर्वक पढ़ना।
    वाक्य प्रयोग -प्रतिभा दिन रात अपनी आंखें फोड़ती है।
  46. आकाश-पाताल एक करना- बहुत परिश्रम करना
    वाक्य प्रयोग -परीक्षा में प्रथम आने के लिए सुमित्रा पिछले एक महीने से आकाश-पाताल एक कर रही है।
  47. आँखों में धूल झोंकना– धोखा देना
    वाक्य प्रयोग -राम ने चोरी करके अपने ही मकान मालिक की आँखों में धूल झोंक दी।
  48. आँखें खुलना– समझ आना।
    वाक्य प्रयोग -अध्यापक के द्वारा पढाये गए विषय से सभी छात्रों की आंखें खुल गयी
  49. आँख लगना – सो जाना।
    वाक्य प्रयोग -टीचर के पढ़ते ही अश्मिता की आँख लग गयी।
  50. अंग-अंग ढीला होना -थक जाना
    वाक्य प्रयोग -शादी समारोह में कार्य इतना था की निर्मला का अंग-अंग ढीला होने लगा।

मुहावरे से सम्बंधित कुछ प्रश्न उत्तर –

1.”अपना सा मुंह लेकर रह जाना” मुहावरे का क्या अर्थ होता है ?

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a .थक जाना
b. समझ आना
c. काम न बनना
d. झपकी आना
(सही जबाब – काम न बनना)

2.”आंख लगना”मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. चोट लगना
b. दर्द होना
c. सो जाना
d. पसंद न आना
(सही जबाब – सो जाना)

3.”आग बगुला होना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. क्रोधित होना
b. थक जाना
c. पसंद न आना
d. झपकी आना
(सही जबाब – क्रोधित होना)

4.”आसमान टूटना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. बिजली कड़कना
b. विपत्ति आना
c. बादल का फटना
d. बारिश होना
(सही जबाब – विपत्ति आना)

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5. आंख का उजाला “मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. अति प्यारा होना
b. सच सामने आ जाना
c. सब दिखाई देना
d. खुश हो जाना
(सही जबाब – अति प्यारा होना)

शरीर के अंगों से सम्बंधित मुहावरे और उनके अर्थ (Hindi Muhavare with Meaning)

अंगूठे से सम्बन्धित मुहावरे –


अँगूठा चूमना- खुशामद करना
अंगूठा दिखाना— देने से इंकार करना
अंगूठा नचाना- चिढ़ाना
आँसू पोंछना – धीरज बँधाना

आंसू से सम्बन्धित मुहावरे –


आँसू बहाना- खूब रोना
आँसू पी जाना— दुःख को छिपा लेना

आंख से सम्बन्धित मुहावरे –

आँख उठाना– हानि पहुँचाने की दृष्टि से देखना
आँखें चार होना – देखा-देखी होना
आँखें ठंढी होना – इच्छा पूरी होना
आँख दिखाना— क्रोध प्रकट करना
आँखों पर बिठाना– आदर करना
आँखें फेरना – नजर बदलना
आँखें बिछाना– बेसब्री से प्रतीक्षा
आँख भर आना- आँसू आना
आँखों में धूल डालना- धोखा देना
आँखें लड़ना– देखादेखी होना, प्रेम होना
आँखें लाल करना – क्रोध की नजर से देखना
आँखें थकना– प्रतीक्षा में निराश होना
आँखों में चर्बी छाना– घमण्डी होना
आँखों में खटकना- बुरा लगना
आँखें नीली-पीली करना – नाराज होना
आँख का अंधा, गाँठ का पूरा- मूर्ख धनवान
आँखों की किरकिरी होना- शत्रु होना
आँखों का प्यारा या पुतली होना – बहुत प्यारा होना
आँखों का पानी ढल जाना– लज्जारहित हो जाना
आँखें सेंकना – किसी की सुन्दरता देख आँखें जुड़ाना
आँखें खुलना- सजग होना
आँखें आना- आँख में एक प्रकार की बीमारी होना
आँखें चुराना- सामने आने से परहेज करना
आँखें गड़ाना- दिल लगाना, इच्छा करना
आँखों में गड़ना- अत्यन्त अप्रिय होना
आँख फड़कना- सगुन उचरना
आँखें लगना- प्रेम करना, जरा-सी नींद आना
आँख मारना – इशारा करना
आँख रखना- ध्यान रखना
आँख में पानी रखना- मुरौवत रखना

अंगों के मुहावरे तथा उनके अर्थ

उंगली से सम्बन्धित मुहावरे –


उँगली उठना- निन्दा होना
उँगली पकड़ते पहुँचा पकड़ना – थोड़ा-सा सहारा पाकर अधिक के लिए उत्साहित होना
कानों में उँगली देना – किसी बात को सुनने की चेष्टा न करना
पाँचों उँगलियाँ घी में होना- सब प्रकार से लाभ ही साम
सीधी उंगली से घी न निकलना– भलमनसाहत से काम न होना

ओठ से सम्बंधित मुहावरे


ओठ चाटना – स्वाद की इच्छा रखना
ओठ मलना- दण्ड देना
ओठ चवाना – क्रोध करना
ओठ सूखना – प्यास लगना

कलेजे से सम्बन्धित मुहावरे –


कलेजे से लगाना- प्यार करना, छाती से चिपका लेना
कलेजा काँपना- डरना
कलेजा थामकर रह जाना – अफसोस कर रह जाना
कलेजा निकाल कर रख देना -अतिप्रिय वस्तु अर्पित कर देना
कलेजा ठंढा होना- संतोष होना

कान से सम्बन्धित मुहावरे –


कान उमेठना- शपथ लेना
कान खोलना- सावधान करना
कान देना- ध्यान देना
कान पर जून रेंगना- बेखबर रहना
कानों में तेल डालकर बैठ जाना- बात सुनकर भी ध्यान न देना
कान पकड़ना- प्रतिज्ञा करना
कान भरना- निन्दा करना
कानों कान खबर होना- बात फैलना
कान फूंकना -चेला बनाना ,गुरुमंत्र देना
कान काटना- बढ़कर काम करना
कान खड़े होना- होशियार होना

मानव अंगों से सम्बंधित हिंदी में मुहावरे

खून से सम्बन्धित मुहावरे –


खून खौलना- गुस्सा चढ़ना
खून सूखना- अधिक डर जाना
खून सवार होना- किसी को मार डालने के लिए तैयार होना
खून पीना- मार डालना, सताना
खून सफेद हो जाना- बहुत डर जाना

गाल से सम्बन्धित मुहावरे


गाल फुलाना- रूठना
गाल बजाना- डींग मारना
काल के गाल में जाना – मृत्यु के मुख में पड़ना

दांत से सम्बन्धित मुहावरे


दाँत काटी रोटी- गहरी दोस्ती
दाँत खट्टे करना- पस्त करना
दाँतों तले उँगली दबाना- दंग रह जाना
तालू में दाँत जमना- बुरे दिन आना
दाँत दिखाना- हार मानना, लाचारी प्रकट करना
दाँत जमाना -अधिकार पाने के लिए दृढ़ता दिखाना
दाँत गड़ाना– किसी वस्तु को पाने के लिए गहरी चाह करना
दाँत गिनना- उम्र बताना

नाक से सम्बन्धित मुहावरे-


नाक कटना – इज्जत जाना
नाक काटना -इज्जत नष्ट करना
नाक का बाल होना – प्रिय होना
नाको चने चबवाना- खूब तंग करना
नाक पर मक्खी न बैठने देना- खरे स्वभाव का होना
नाक में दम करना -तंग करना
नाक रखना- प्रतिष्ठा रखना
नाक रगड़ना- मिन्नत करना
नाक में दम आना- तंग होना

मुँह से सम्बन्धित मुहावरे


मुँह खुलना – उद्दण्डतापूर्वक बातें करना, बोलने का साहस होना
मुँह देना या डालना– किसी पशु का मुँह डालना
मुँह बन्द होना- चुप होना
मुँह में पानी भर आना- ललचना
मुँह से लार टपकना- बहुत लालची होना
मुँह काला होना– कलंक या दोष लगना
मुँह धो रखना- आशा न रखना (व्यंग्य)
मुँह पर (या चेहरे पर) हवाई उड़ना- घबराना
मुँहफट हो जाना- निर्लज्ज होना
मुँह फुलाना- रूठ जाना
मुँह बनाना – असंतुष्ट होना
मुँह मोड़ना- ध्यान न देना
मुँह लगाना – सिर चढ़ाना
मुँह रखना- लिहाज रखना
मुँहदेखी करना – पक्षपात करना
मुँह चुराना – संकोच करना
मुँह में लगाम न होना- जो मुँह में आये सो कह देना
मुँह चाटना- खुशामद करना
मुँह भरना- घूस देना
मुँह लटकाना- रंज होना
मुँह आना- मुँह की बीमारी होना
मुँह की खाना- परास्त होना
मुँह सूखना- भयभीत होना
मुँह ताकना (या जोहना) –किसी का आसरा करना
मुँह में खून लगना – बुरी चाट पड़ना, चसका लगना
मुँह फेरना – अकृपा करना
मुँह मीठा करना- प्रसन्न करना
मुँह से फूल झड़ना- मधुर बोलना
मुँह में धी-शक्कर -किसी अच्छी भविष्यवाणी का अनुमोदन करना
मुँह से मुँह मिलाना- हाँ में हाँ मिलाना, बही-खाता आदि में हिसाब सही न लिखकर भी जमा-खर्च या उत्तर सही लिख देना

सिर से सम्बन्धित मुहावरे


सिर आँखों पर होना- सहर्ष स्वीकार होना
सिर उठाना- फुरसत पाना, विरोध में खड़ा होना
सिर पर चढ़ना- शोख होना
सिर ऊँचा करना -आदर का पात्र होन
सिर खाना– बकवास करना
सिर चढ़ाना– गुस्ताख करना
सिर झुकाना –आत्मसमर्पण करना
सिर पर पांव रखकर भागना- बहुत जल्द भाग जाना
सिर पड़ना– नाम लगना
सिर खुजलाना- बहाना करना
सिर धुनना- शोक करना
सिर पर भूत सवार होना – एक ही रट लगाना,
सिर फिर जाना- पागल हो जाना, घमंड होना धुन सवार होना
सिर चढ़कर बोलना- छिपाये न छिपना
सिर पर खेलना – प्राण दे देना
सिर मारना- प्रयत्न करना
सिर गंजा कर देना- मारने का भय दिखाना
सिर पर कफन बाँधना- शहादत के लिए तैयार होना

हाथ से सम्बन्धित मुहावरे


हाथ आना- अधिकार में आना
हाथ खींचना– अलग होना
हाथ खुजलाना – किसी को पीटने को जी चाहना
हाथ देना- सहायता देना
हाथ पसारना – माँगना
हाथ बँटाना- मदद करना
हाथ लगाना आरंभ करना
हाथ मलना-पछताना
हाथ गरम करना-घूस देना हाथ घूमना-हर्ष व्यक्त करना
हाथ धोकर पीछे पड़ना- जी जान से लग जाना
हाथ पर हाथ धरे बैठना – बेकार बैठे रहना
हाथ फैलाना- याचना करना
हाथ मारना- उड़ा लेना, लाभ उठाना
हाथ साफ करना – मारना, उड़ा लेना, खूब खाना
हाथ धो बैठना-आशा खो देना
हाथापाई करना – मुठभेड़ होना
हाथ पकड़ना- किसी स्त्री को पत्नी बनाना ,आश्रय देना

हिंदी के अन्य मुहावरे (वर्णक्रमानुसार)

अक्ल का दुश्मन – मूर्ख
अक्ल चरने जाना — बुद्धि की कमी होना
अन्न-जल (या दाना-पानी) उठना – जीविका रहना, रहने का संयोग न होना, तबादला या स्थान परिवर्तन होना
अपना उल्लू सीधा करना – बेवकूफ बनाकर काम निकालना
अपने पाँव में आप कुल्हाड़ी मारना- जान-बूझकर आफत में पड़ना
अपने मुँह मिया मिट्टू बनना- अपनी तारीफ आपने आप करना
अगिया बैताल – क्रोधी
चावल की खिचड़ी अलग पकाना – सबसे अलग रहना
अंगारों पर पैर रखना-अपने को खतरे में डालना, इतराना
अंगारों पर लोटना – क्रुद्ध होना
अक्ल का अजीर्ण होना – आवश्यकता से अधिक अक्ल होना (व्यंग्य)
अक्ल दंग होना – चकित होना
अक्ल का पुतला- बहुत बुद्धिमान
अन्त पाना- भेद पाना
अन्तर के पट खोलना— विवेक से काम लेना
अक्ल के घोड़े दौड़ाना – कल्पनाएँ करना
अपनी इफली आप बजाना- अपने मन की करना
अन्धे की लकड़ी – एकमात्र सहारा
अंधों में काना राजा- अज्ञनियों में अल्पज्ञान वाले का सम्मान होना
अंक भरना- लिपट लेना
अंग टूटना- बहुत थक जाना
अंकुश देना- दबाव डालना
अंग में अंग चुराना – शरमाना
अंग अंग फूले न समाना-आनंदविभोर होना
अंगार बनना – लाल होना, क्रोध करना
अँचरा पसारना – माँगना, याचना करना
अंडे का शाहजादा – अनुभवहीन
अठखेलियाँ सूझना- दिल्लगी करना
अँधेर नगरी – जहाँ घाँधली और अन्याय होता
अंधेरे मुँह – प्रातः काल, तड़के
अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धिभ्रष्ट होना
अड़ियल टट्टू – रूक रूक कर काम करना
अपना घर समझना – बिना संकोच व्यवहार
अपना सा मुँह लेकर रह जाना— शर्मिन्दा होना
अपने पैरों पर खड़ा होना – स्वावलम्बी होना
अड़चन डालना- बाधा उपस्थित करना
अरमान निकालना – इच्छाएँ पूरी करना
अरण्य चन्द्रिका – निष्प्रयोजन पदार्थ
आकाश पाताल एक करना -अत्यधिक उद्योग/ परिश्रम करना
आकाश से तारे तोड़ना – कठिन कार्य करना
आकाश से बातें करना – बहुत ऊँचा होना
आकाश छूना – बहुत ऊँचा होना
आग का पुतला – क्रोधी
आग पर आग डालना- जले को जलाना
आग पर पानी डालना – क्रुद्ध को शांत करना, लड़नेवालों को समझाना-बुझाना
आग पानी का बैर – सहज वैर
आग बबूला होना – अति क्रुद्ध होना
आग बोना – झगड़ा लगाना
आग में घी डालना – झगड़ा बढ़ाना, क्रोध भड़काना
आग लगाकर तमाशा देखना – झगड़ा खड़ाकर उसमें आनंद लेना
आग लगाकर पानी को दौड़ना – पहले झगड़ा लगाकर फिर उसे शांत करने का मन करना
आग लगने पर कुआँ खोदना – पहले से करने के काम को ऐन वक्त पर करने चलना
आग से पानी होना – कोच करने के बाद शांत हो जाना
आग में कूद पड़ना – खतरा मोल लेना
आग उगलना – क्रोध प्रकट करना
आन की आन में- फौरन ही काआन रखना मान रखना
आटे-दाल का भाव मालूम होना- सांसारिक कठिनाइयों का ज्ञान होना
आटे-दाल की फिक्र होना – जीविका की चिन्ता
आसमान दिखाना – पराजित करना
आठ-आठ आँसू रोना – विलाप करना
आड़े आना-नुकसानदेह
आड़े हाथों लेना – झिड़कना, बुरा-भला कहना
आस्तीन का सौंप – कपटी मित्र इधर-उधर करना टालमटोल करना
इन्द्र का अखाड़ा-ऐश मौज की जगह
ईंट से ईंट बजना- ध्वस्त होना
ईंट का जवाब पत्थर से देना – दुष्ट के साथ दुष्टता करना
ईद का चाँद होना – बहुत दिनों के बाद दिखाई पड़ना
उलटी गंगा बहना – अनहोनी होना
उठ जाना – मर जाना
उन्नीस-बीस होना – बहुत कम अन्तर होना
उल्लू सीधा करना – अपना स्वार्थ साधना
उलटे छूरे से मूडना – बेवकूफ बनाकर लूटना
ऊँचा-नीचा सुनाना- भला-बुरा कहना
ऊँचा सुनना – कम सुनना
उथल-पुथल मचाना- हलचल
एक से तीन बनाना – खूब नफा करना
एक लाठी से सबको हाँकना – उचित न्याय न करना
एक आँख से देखना – समान भाव रखना
एक आँख न भाना – तनिक भी अच्छा न लगना
एक न चलना – कोई उपाय सफल न होना
ऍड़ी-चोटी का पसीना एक करना – खूब परिश्रम करना

कुछ अन्य मुहावरे और उनके वाक्य प्रयोग –

  1. ईंट से ईंट बजाना -पूरी तरह से समाप्त कर देना
    वाक्य प्रयोग-यदि पकिस्तान भारत पर आक्रमण करने की कोशिश भी करेगा तो भारत की बहादुर सेना उनकी ईंट से ईंट बजा देगी
  2. ईद का चाँद होना -बहुत दिनों बाद दिखाई देना
    वाक्य प्रयोग-तुम्हारे विदेश जाने के बाद से तुम तो मानो ईद का चाँद हो गए हो।
  3. नाक कटना -सम्मान खत्म होना
    वाक्य प्रयोग-अपने प्रेमी के साथ भागकर सुष्मिता ने समाज के सामने अपने पिता की नाक कटवा दी।
  4. कान पर जूँ न रेंगना -किसी भी बात का असर न होना
    वाक्य प्रयोग-सीमा को कितना भी समझा लो पर उसकी कान पर जूं तक नहीं रेंगती।
  5. छक्के छुड़ाना – बुरी तरह हराना
    वाक्य प्रयोग-कुरुक्षेत्र के युद्ध में पांडवों ने कौरवों की सेना के छक्के छुड़ा दिए थे।
  6. दबे पाँव आना-चोरी-चोरी आना।
    वाक्य प्रयोग-समीर ने दबे पाँव आकर अपने मालिक के सोने की घडी को साफ़ कर दिया।
  7. जान तोड़ मेहनत करना– खूब परिश्रम होना।
    वाक्य प्रयोग-परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सभी विद्यार्थियों द्वारा जान तोड़ म्हणत की गयी थी।
  8. घुड़कियाँ खाना-डाँट-डपट सहना।
    वाक्य प्रयोग-अपने से बड़ों की घुड़कियाँ खाने से ही जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है।
  9. आड़े हाथों लेना-कठोर व्यवहार करना।
    वाक्य प्रयोग-माँ-बाप ने अपने बच्चों की बुरी संगती को देखते हुए अपने बच्चों को आड़े हाथ लिया ।
  10. तलवार खींचना-लड़ाई के लिए तैयार रहना
    वाक्य प्रयोग-अपने पड़ोसियों पर आयी मुसीबत को देखकर श्याम ने अपनी तलवार खींच ली।
  11. अंधे के हाथ बटेर लगना– अयोग्य को कोई महत्त्वपूर्ण वस्तु मिलना।
    वाक्य प्रयोग-अनपढ़ व्यक्ति की इस प्रकार अच्छे विभाग में बड़े पद पर नौकरी का लग जाना अंधे के हाथ बटेर लगने जैसा है।
  12. चुल्लूभर पानी देने वाला– कठिन समय में साथ देने  वाला।
    वाक्य प्रयोग-जिंदगी में अगर तुम पुण्य कमाओगे तो तुम्हारे बुरे समय में कोई न कोई चुल्लूभर पानी देने वाला मिल ही जाएगा ।
  13. दाँतों पसीना आना-बहुत अधिक परेशानी उठाना।
    वाक्य प्रयोग-कार्यालय में सुबह से शाम इतना काम करते करते दांतो पसीना आ जाता है।
  14. लोहे के चने चबाना-बहुत कठिनाई उठाना।
    वाक्य प्रयोग-कला प्रतियोगिता में प्रथम आने के लिए प्रतिभा को लोहे के चने चबाने पड़े।
  15. चक्कर खाना-भ्रम में पड़ना
    वाक्य प्रयोग-सीता-गीता दोनों जुड़वाँ बहनों को देख कर वहां उपस्थित लोग चक्कर खा गए।
  16. आटे-दाल का भाव मालूम होना-कठिनाई का अनुभव होना।
    वाक्य प्रयोग-माँ बाप के पैसों पर निर्भर रहने वाले बच्चों को जब खुद पैसे कमाने पड़ते है तो उन्हें आटे-दाल का भाव मालूम चलता है।
  17. ज़मीन पर पाँव न रखना-बहुत खुश होना।
    वाक्य प्रयोग-बेटे की प्रगति देखकर उसके पिता ज़मीन पर पाँव न रख सके।
  18. हाथ-पाँव फूल जाना– घबरा जाना।
    वाक्य प्रयोग-मनविंदर की कार एक्सीडेंट की खबर को सुनकर उसके परिवार वालों के हाथ पैर फूल गए।
  19. रंग दिखाना-प्रभाव या स्वरूप दिखाना।
    वाक्य प्रयोग-परिवार में समस्याओं की वजह से सभी परेशान थे ऐसे वक्त में छोटे बेटे ने अपना असली रंग दिखा दिया।
  20. ठंडा पड़ना– ढीला पड़ना।
    वाक्य प्रयोग-कार्यालय में सभी कर्मचारी आजकल ठंडे पड़े हुए हैं।
  21. टूट जाना-बिखर जाना।
    वाक्य प्रयोग-सीमा की मौत की खबर सुनकर उसके परिवार वाले टूट गए हैं।
  22. सुध-बुध खोना-अपने वश में न रहना।
    वाक्य प्रयोग-समीर को न जाने आजकल क्या हो गया है वह अपनी सुध-बुध ही खो चुका है।
  23. बाट जोहना-प्रतीक्षा करना।
    वाक्य प्रयोग-सरकारी कर्मचारी न जाने कबसे अपने वेतन की बाट जोह रहे हैं।
  24. खुशी का ठिकाना न रहना-बहुत अधिक खुशी होना।
    वाक्य प्रयोग-अपने बच्चों की सफलता को देखकर हर माता-पिता का ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता।
  25. आग-बबूला होना-बहुत क्रोध आना।
    वाक्य प्रयोग-अपने पति की काली करतूतों को सुनकर समीक्षा आग बबूला हो गयी।
  26. घाव पर नमक छिड़कना-दुखी को और दुखी करना।
    वाक्य प्रयोग-समीर की जिंदगी में कम मुसीबतें हैं जो तुम उसकी इस परस्थिति में उससे पैसे मांग कर उसके घाव पर नमक छिड़क रहे हो।
  27. राह न सूझना-उपाय न मिलना।
    वाक्य प्रयोग-सभी उपचार करा लेने के बाद भी उनके स्वस्थ ठीक होने की कोई राह नहीं सूझ रही है।
  28. सुराग न मिलना-पता न मिलना।
    वाक्य प्रयोग-अपने बच्चे के अपहरण का कोई सुराग न मिल पाने की वजह से माँ-बाप बहुत परेशान थे ।
  29. चक्कर खाना-घबरा जाना।
    वाक्य प्रयोग-अपने रिस्तेदार की मौत की खबर पाकर में तो चक्कर खाने लगा ।
  30. सातवें आसमान पर होना– ऊँचाई पर होना।
    वाक्य प्रयोग-अपने क्षेत्र के बच्चों की सफलता को देख कर विधायक साहब सातवें आसमान पर थे।
  31. तराजू पर तोलना-उचित-अनुचित का निर्णय लेना।
    वाक्य प्रयोग-किसी भी कार्य को करने से पहले उस कार्य के परिणाम को तराजू पर तोलकर देखना उचित होता है।
  32. हावी होना-अधिक प्रभावी होना।
    वाक्य प्रयोग-अधिक पैसे वाले लोग गरीब जनता पर हावी होने की पूरी कोशिश करते हैं ।
  33. दीवार खड़ी करना– बँटवारा कर लेना।
    वाक्य प्रयोग-आजकल हर परिवार में भाइयों के बीच दीवार खड़ी हो जाती है।
  34. तबाह होना-बरबाद होना।
    वाक्य प्रयोग-भारत में अचानक आए तूफ़ान से देश का हर कस्बा तबाह हो गया।
  35. त्योरियाँ चढ़ाना-गुस्से में आना।
    वाक्य प्रयोग-अपनी बेटी को किसी अनजान लड़के के साथ घूमता देखकर पिता अपनी बेटी को त्योरियाँ चढ़ाकर डाँटने लगा।
  36. चक्कर खाना-घबरा जाना।
    वाक्य प्रयोग-उस पहाड़ी में चढ़कर सामने एक दम खाई आने की वजह से मैं चक्कर खाने लगा।
  37. सातवें आसमान पर होना-ऊँचाई पर होना।
    वाक्य प्रयोग-आजकल की महँगाई तो सातवें आसमान पर पहुँच गई है।
  38. तराजू पर तोलना– उचित-अनुचित का निर्णय लेना।
    वाक्य प्रयोग-कुछ बोलने से पहले उस बात के प्रभाव को तराजू पर तोल लेना चाहिए।
  39. तंग आना– परेशान होना।
    वाक्य प्रयोग-अपने घर आये हुए मेहमानों के शैतान बच्चों से सीता तंग आ गयी।
  40. कामयाब होना- सफल होना।
    वाक्य प्रयोग-अपने त्याग, समर्पण भाव और कड़ी मेहनत से ही आज संभू का बेटा कामयाब हुआ है।
  41. आँखों में धूल झोंकना- धोखा देना।
    वाक्य प्रयोग-अपने माता-पिता से दूर शहर में आवारागर्दी करके वह अपने माँ-बाप की आँखों में धूल झोंक रहा है।
  42. काम तमाम करना- मार डालना।
    वाक्य प्रयोग-अपराधी ने चोरी करके उस परिवार के सभी सदस्यों का काम तमाम कर दिया।
  43. नज़र रखना-निगरानी करना।
    वाक्य प्रयोग-मेरे पड़ोसियों की ऐसी आदत है की वे हर जानकारी को लेने के लिए मेरे घर पर नजर रखते हैं।
  44. जान बख्शना– हत्या न करना।
    वाक्य प्रयोग-इतने अपराधों के बावजूद भी कोर्ट में जज के द्वारा अपराधी की जान बक्शी गयी।
  45. उँगली उठाना-दोष निकालना।
    वाक्य प्रयोग-राजनीति जगत में यह आम हो गया है यहाँ का हरेक नेता विरोधी नेता पर बात-बात पर ऊँगली उठाता है।
  46. उल्लू बनाना-मूर्ख बनाना।
    वाक्य प्रयोग-आज के ज़माने में हर इंसान एक दूसरे को हर क्षेत्र में उल्लू बना रहा है।
  47. उन्नीस-बीस होना-थोड़ा-बहुत होना।
    वाक्य प्रयोग-कई नामी अस्पताल में इलाज करवाने के वावजूद भी उनकी तबियत में उन्नीस-बीस का अंतर है।
  48. ऊँट के मुँह में जीरा-किसी वस्तु का बहुत कम मात्रा में होना।
    वाक्य प्रयोग-शादी समारोह में तरह-तरह के पकवान बने हुए थे किन्तु राजू के लिए यह सभी पकवान ऊंट के मुँह में जीरे के सामान थे।
  49. ऊँगली पर नचाना– वश में करना।
    वाक्य प्रयोग-आजकल हर नेता कानून को ताक में रखता है और पुलिस वाले तो मनो इन नेताओं की उँगलियों में नाचते रहते हैं।
  50. कमर कसना– तैयार होना।
    वाक्य प्रयोग-इस बार बोर्ड की परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने के लिए सभी छात्रों ने कमर कस ली है।

हिंदी में मुहावरे से सम्बंधित कुछ प्रश्न –

1 .”उल्लू बनाना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. मुर्ख बनाना
b. निगरानी करना
c. ऊंचाई पर होना
d. कोई चित्र बनाना
(सही जबाब – मुर्ख बनाना)

2 .”उन्नीस बीस होना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. तैयार होना
b. गिनती करना
c. देर होना
d. थोड़ा बहुत होना
(सही जबाब -थोड़ा बहुत होना)

3 .”कमर कसना”मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. तैयार होना
b. कमर दर्द होना
c. दोष निकलना
d. युद्ध के लिए जाना
(सही जबाब – तैयार होना)

4 .”तराजू पर तोलना “मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. उचित -अनुचित का निर्णय लेना
b. आटा चावल का भार निकालना
c. थोड़ा बहुत होना
d. ऊंचाई पर होना
(सही जबाब – उचित -अनुचित का निर्णय लेना)

5.”दीवार खड़ी करना “मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. तैयार होना
b. दोष निकलना
c. मुँह फेरना
d. बंटवारा करना
(सही जबाब – बंटवारा करना)

  1. कान भरना– चुगली करना।
    वाक्य प्रयोग-मेरी पड़ोस की सभी महिलाओं द्वारा एक दूसरे के कान भरे जाते हैं।
  2. खून की होली खेलना- मारकाट मचाना।
    वाक्य प्रयोग-भारत में धर्म के आधार पर एक दूसरे के खून से होली खेलना आम बात है।
  3. एक अनार सौ बीमार-वस्तु की पूर्ति कम और माँग अधिक।
    वाक्य प्रयोग-बेरोजगारी के बढ़ने से उत्तराखंड में एक पोस्ट के लिए हजारों छात्रों के आवेदन करना तो एक अनार सौ बीमार वाली बात हुई।
  4. कलई खुलना– भेद खुल जाना।
    वाक्य प्रयोग-पति के काळा कारनामो की कलई खुल जाने से पत्नी ने अलग होने का विचार किया।
  5. खून खौलना- बहुत क्रोध में होना।
    वाक्य प्रयोग-आकाश के समय पर कार्यालय न पहुंचने की वजह से उसके बॉस का खून खौलने लगा।
  6. गागर में सागर होना– थोड़े में बहुत कुछ कहना।
    वाक्य प्रयोग-प्रधनाचार्य जी के भाषण की कुछ अलग ही विशेषता है। उनकी कही हुयी बात गागर में सागर के सामान प्रतीत होती है।
  7. एक पंथ दो काज– एक साथ दो कार्य संपन्न होना।
    वाक्य प्रयोग-शिमला घूमने के साथ ही साथ वहां रह रहे अपने रिश्तेदारों से मिलना भी हो गया इस तरह एक पंथ दो काज हो गए।
  8. काम आना-वीरगति पाना।
    वाक्य प्रयोग-सरहद पर वीर जवानों की सहादत काम आयी।
  9. एक आँख से देखना-सभी को एक भाव से देखना।
    वाक्य प्रयोग– माँ-बाप अपने सभी बच्चों को एक आंख से देखते हैं।
  10. कमर टूटना-हिम्मत हार जाना।
    वाक्य प्रयोग-अपने पापा की अचानक तबियत बिगड़ जाने की वजह से मेरी कमर टूट गयी।
  11. खरी खोटी सुनाना-बुरा-भला कहना।
    वाक्य प्रयोग-कारोबार में नुक्सान होने की वजह से रामलाल ने अपनी पत्नी को खूब खरी खोटी सुनाई।
  12. गड़े मुर्दे उखाड़ना-पुरानी बातों को दोहराना।
    वाक्य प्रयोग-अब कोई फायदा नहीं गड़े मुर्दे उखाड़ना बंद करो और जीवन में आगे बढ़ो ।
  13. गले का हार होना-बहुत प्रिय होना।
    वाक्य प्रयोग-सरिता तो अपनी सास के गले का हार है।
  14. एड़ी चोटी का जोर लगाना-बहुत प्रयास करना।
    वाक्य प्रयोग-प्रतियोगिता परीक्षा में अच्छे नंबर से पास होने के लिए राम ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया।
  15. घुटने टेकना-पराजय स्वीकारना।
    वाक्य प्रयोग-अकबार ने महाराणा प्रताप के सामने अपने घुटने टेक दिए थे।
  16. घी के दिये जलाना-प्रसन्न होना।
    वाक्य प्रयोग-श्री राम जी के चौदह वर्ष के वनवास के बाद जब वह अयोध्या आये तो अयोध्यावासियों ने घी के दिए जलाये थे।
  17. जूती चाटना-खुशामद करना।
    वाक्य प्रयोग-अपने काम को निकलवाने के लिए व्यापारी ने बहुत सी जूती चाटी।
  18. जान में जान आना– राहत महसूस करना।
    वाक्य प्रयोग-समीर के अचानक जिन्दा होने की खबर पाकर परिवार की जान में जान आ गयी थी।
  19. चाँद का टुकड़ा-अत्यंत सुंदर होना।
    वाक्य प्रयोग-सुंदर प्रतियोगिता में सभी लड़कियां चाँद का टुकड़ा लग रही थी।
  20. घर का ना घाट का-कहीं का न रहना।
    वाक्य प्रयोग-व्यापार में अत्यधिक नुकसान हो जाने की वजह से वह न घर का रहा न घाट का।
  21. चिकना घड़ा होना-निर्लज्ज होना।
    वाक्य प्रयोग-समीरा पर उसके माँ बाप की बातों का कोई असर नहीं होता है क्यूंकि वह तो चिकना घड़ा है।
  22. टेढ़ी खीर होना-कठिन कार्य।
    वाक्य प्रयोग-एस.एस.सी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास होना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है।
  23. घोड़े बेचकर सोना-निश्चित होना।
    वाक्य प्रयोग-अपनी चारों पुत्रियों का विवाह कर लेने के बाद से ही रामू घोड़े बेच के सो रहा है।
  24. चेहरा खिलना–प्रसन्न होना।
    वाक्य प्रयोग-अनीता को इतने दिनों बाद सामने पाकर उसके परिवार का चेहरा खिल उठा।
  25. झख मारना–व्यर्थ में समय नष्ट करना।
    वाक्य प्रयोग-तुमने इतने दिनों से क्या किया सिर्फ झक ही मारा है।
  26. ठोकर खाना-मुसीबतों का सामना करना।
    वाक्य प्रयोग-अपने गरीबी के दिनों में चारों भाइयों ने बहुत सी ठोकरें खाई थी।
  27. तितर-बितर होना-बिखर जाना।
    वाक्य प्रयोग-टीचर के आते ही सभी स्टूडेंट तितर-बितर हो गए।
  28. लाल-पीला होना-क्रोधित होना।
    वाक्य प्रयोग-अपने दोस्तों के द्वारा नीच हरकत को देख के समीरा लाल-पीली हो गयी।
  29. धाक जमाना-प्रभाव जमाना।
    वाक्य प्रयोग-मोहित के पापा की देहरादून शहर में अपनी ही धाक जमी हुई है।
  30. नौ दो ग्यारह होना-भाग जाना।
    वाक्य प्रयोग-पिता के आने से पहले ही बच्चे घर से नौ दो ग्यारह हो गये।
  31. नाक कटाना-बेइज्जती कराना। 
    वाक्य प्रयोग-आजकल के बच्चे किसी भी प्रकार के कार्य को सोच समझ कर नहीं करते। और कुछ ऐसा कर जाते हैं जिससे माँ बाप की नाक कटवा देते हैं।
  32. पापड़ बेलना-विषम परिस्थितियों से गुज़रना।
    वाक्य प्रयोग-जीवन में कही परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है, श्री राम जी ने तो वनवास के दौरान बहुत पापड़ बेले थे।
  33. दाल में काला होना-गड़बड़ होना।
    वाक्य प्रयोग-कक्षा में राहुल और नीता एक दूसरे से हर घडी बात करते रहते हैं कही दाल में कुछ काला तो नहीं।
  34. धरती पर पाँव न पड़ना-अभिमान में रहना।  
    वाक्य प्रयोग-बहुत पैसे आ जाने की वजह से शर्मा परिवार के पैर धरती पर नहीं पड़ते।
  35. मुँह पीला पड़ना-भयभीत होना।
    वाक्य प्रयोग-आतंकवादियों के घर में घुसते ही सभी लोगों का मुँह पीला पड़ गया था।
  36. नाक में दम करना-परेशान करना।
    वाक्य प्रयोग-हमारे नए पड़ोसियों ने तो हमारे नाक में दम किया हुआ है।
  37. जान में जान आना-राहत महसूस करना.
    वाक्य प्रयोग-अपनों को सही सलामत देख कर जान में जान आ गयी थी।
  38. झंडा गाड़ना-धाक जमा देना।
    वाक्य प्रयोग-अपने अच्छे व्यवहार से सरिता ने पूरे परिवार के बीच झंडा गाड़ दिया है।
  39. टेढ़ी खीर होना-कठिन कार्य।
    वाक्य प्रयोग-आजकल सरकारी नौकरी पाना टेढ़ी खीर है।
  40. तारे गिनना–बेचैनी से प्रतीक्षा करना।
    वाक्य प्रयोग-अपने पति के इंतज़ार में पत्नी दिन रात तारे गिनती रही।
  41. हथियार डालना-पराजय स्वीकार कर लेना
    वाक्य प्रयोग-मुगलों की सेना ने राजपूतों की सेना के सामने अपने हथियार डाल दिए।
  42. दाँत खट्टे करना-परास्त करना।
    वाक्य प्रयोग-भारत के कई प्रतापी राजाओं ने समय -समय पर मुगलों के दाँत खट्टे किये हैं।
  43. मुँह फुलाना-नाराज़ होना।
    वाक्य प्रयोगअपनी मनपसंद साड़ी न मिलने की वजह से पत्नी ने अपना मुँह फुला लिया।
  44. रंग में भंग पड़ना-खुशी में बाधा पड़ना।
    वाक्य प्रयोग– पार्टी में सभी लोग नाच रहे थे की इतने में एक शराबी इंसान ने रंग में भंग दाल दिया।
  45. लोहा लेना-मुकाबला करना।
    वाक्य प्रयोग-छत्रपति शिवाजी महाराज ने समय-समय पर अपने विरोधियों से लोहा लिया।
  46. सिर कलम करना-मृत्युदंड देना।
    वाक्य प्रयोग-ओरंगजेब के शासन काल में जनता पर बड़े अत्याचार किया जाते थे और तो और निर्दोषों का भी सिर कलम कर दिया जाता था।
  47. हवा लगना-प्रभाव में आ जाना।
    वाक्य प्रयोग-रितु के गांव से शहर जाते ही रितु पर शहर की हवा लग गयी।
  48. सोने में सुहागा होना-गुणवत्ता बढ़ जाना।
    वाक्य प्रयोग-अगर गाजर के हलवे के साथ गरमा-गरम गुलाबजामुन मिल जाता तो सोने में सुहागा हो जाता।
  49. हाथ थामना-सहारा देना, अपना बनाना। 
    वाक्य प्रयोग-समाज के द्वारा उसे अकेला छोड़ दिया गया ऐसी परिस्थिति में मनोज ही वह व्यक्ति था जिसने उसका हाथ थामा।
  50. हाथ मलना-पछताना होना ।
    वाक्य प्रयोग-समय से पहले कार्य को पूरा कर लेना चाहिए नहीं तो हाथ मलते रह जाओगे।

हिंदी में मुहावरे से सम्बन्धित कुछ प्रश्न –

1. “लाल-पीला होना” मुहावरे का क्या अर्थ है?

a. क्रोधित होना
b. रंग बदलना
c. धाक जमाना
d. सहारा देना
(सही जबाब – क्रोधित होना)

2 .”हवा लगना “मुहावरे का क्या अर्थ है?

a. ठण्ड लगना
b. पछताना
c. नाराज होना
d. प्रभाव में आ जाना
(सही जबाब – प्रभाव में आ जाना)

3 .”तारे गिनना “मुहावरे का क्या अर्थ है?

a. आसमान में देखना
b. गिनती करना
c. बैचेनी से प्रतीक्षा करना
d. प्रभावित होना
(सही जबाब – बैचेनी से प्रतीक्षा करना )

4 .”मुँह पीला पड़ना “मुहावरे का क्या अर्थ है?

a. लज्जित होना
b.भयभीत होना
c. नाराज होना
d. रंग बदलना
(सही जबाब – भयभीत होना)

5 .”पापड़ बेलना”मुहावरे का क्या अर्थ है?

a. कार्य करना
b. तैयारी करना
c. गिनती करना
d. विषम परिस्थितियों से गुज़रना
(सही जबाब – विषम परिस्थितियों से गुज़रना)

  1. बाल-बाल बचना-साफ़ बच जाना।
    वाक्य प्रयोग –सड़क दुर्घटना में सौम्य और उसका परिवार बाल-बाल बचे।
  2. मुट्ठी गरम करना-रिश्वत देना।
    वाक्य प्रयोग –आजकल हर सरकारी कार्यालय में अधिकारीयों की मुठी गर्म करके ही अपने काम को पूरा कराया जाने लगा है।
  3. बुढ़ापे की लाठी-एकमात्र सहारा।
    वाक्य प्रयोग –बुजुर्ग माँ बाप के लिए उनके बच्चे ही बुढ़ापे की लाठी होते हैं।
  4. लकीर का फ़कीर होना-घिसी-पिटी को मानते रहने वाला।
    वाक्य प्रयोग -सीता की सासु माँ लकीर की फ़क़ीर है इसलिए सीता को वह पसंद नहीं आती।
  5. सिर उठाना-विद्रोह करना। 
    वाक्य प्रयोग –अपने माँ बाप के विरुद्ध जाकर सर उठाना आजकल के बच्चों को सोभा नहीं देता।
  6. राई का पहाड़ बनाना-बात को बहुत ही बढ़ा-चढ़ाकर कहना।
    वाक्य प्रयोग -उसकी तो आदत सी हो गयी है राई का पहाड़ बनाने की।
  7. मुँहतोड़ जवाब देना-साहसपूर्वक हरा देना।
    वाक्य प्रयोग –ससुराल वालों की रोज रोज के तानों से तंग आकर सीमा ने एक दिन मुहतोड़ जबाब दे दिया।
  8. मुँह में पानी आना-ललचा जाना।  .
    वाक्य प्रयोग –इतने स्वादिस्ट पकवानों को देख कर मुँह में पानी आना स्वाभाविक है।
  9. रँगा सियार होना-ढोंगी होना। 
    वाक्य प्रयोग –आजकल हर व्यक्ति रंगा सियार हो चूका है।
  10. हवा होना-भाग जाना, गायब होना।
    वाक्य प्रयोग –प्रिंसिपल के क्लास में आते ही सारे बच्चे तुरंत हवा हो गए।
  11. अपनी खिचड़ी अलग पकाना –सबसे पृथक काम करना
    वाक्य प्रयोग –नयी बहु के आ जाने से परिवार के सभी सदस्य अपनी खिचड़ी अलग पका रहे हैं
  12. आंख में धूल झोंकना –धोखा देना
    वाक्य प्रयोग -सालू ने स्कूल न जाकर मूवी देखने का प्लान बनाया इससे तो यही लगता है की वह अपने माँ-बाप की आँखों में धूल झोंक रही है।
  13. अंगारे बरसना –अत्यधिक गर्मी पड़ना
    वाक्य प्रयोग –भारत में जून के महीने में अंगारे बरसते हैं।
  14. अंगारे सर पर धरना -विपत्ति को मोल लेना
    वाक्य प्रयोग –किसी भी परीक्षा को पास करने के लिए अंगारों को सर पर धरना होता है।
  15. ऊँगली उठाना –दोष दिखाना
    वाक्य प्रयोग –आजकल हर व्यक्ति स्वयं के दोषों को नजरअंदाज करके दूसरे व्यक्ति पर ऊँगली उठाने लगते हैं।
  16. क और एक ग्यारह होना –एकता में शक्ति होना
    वाक्य प्रयोग –दो परिवारों के बीच लम्बे कलह के बाद अब दोनों परिवार एक और एक ग्यारह हो गये।
  17. ऐसी तेसी करना –अपमानित करना/काम खराब करना
    वाक्य प्रयोग –रामु ने लाख समझाने पर भी स्यामू की एक न सुनी जिससे उसने अपने काम की ऐसी की तेसी करके रख दी।
  18. कंधे से कन्धा मिलाना -सहयोग करना
    वाक्य प्रयोग –हर पत्नी को अपने पति के साथ कंधे से कन्धा मिलकर चलना चाहिए।
  19. कच्चा चिठा खोलना –भेद खोलना
    वाक्य प्रयोग –अधिकारीयों की काली करतूतों का कच्चा चिठा खोलना हर किसी के बॉस की बात नहीं है।
  20. कान भरना –चुगली करना
    वाक्य प्रयोग –दोनों बहनो को एक दूसरे के कान भरने के सिवाय कोई और काम नहीं है।
  21. खरी खोटी सुनाना -फटकारना
    वाक्य प्रयोग –आजकल हर घर में माँ बाप अपने बच्चों को हर छोटी छोटी बातों को लेकर खरी खोटी सुना देते हैं।
  22. खून का प्यासा होना –जानी दुश्मन होना
    वाक्य प्रयोग –अपने परिवार के खिलाफ शादी कर लेने की वजह से शिवानी का परिवार उसके खून का प्यासा हो गया है।
  23. घाट-घाट का पानी पीना –हर जगह का अच्छा -बुरा अनुभव होना
    वाक्य प्रयोग –रमन के पापा ने घाट घाट का पानी पिया है जिस वजह से वह आज इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं।
  24. चम्पत होना –भाग जाना
    वाक्य प्रयोग –कक्षा में अध्यापक के आने की खबर पाकर सभी बच्चे चम्पत हो गए।
  25. चुना लगाना –हानि /नुकसान पहुंचना
    वाक्य प्रयोग –व्यापार में दलालों द्वारा चुना लगाना आम बात हो गयी है।
  26. छक्के छुड़ाना –हिम्मत पस्त करना
    वाक्य प्रयोग –भारत पकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान भारत के खिलाडियों ने पाकिस्तान क्रिकेटरों के छक्के छुड़ा दिए।
  27. छाती पर पत्थर रखना –दुःख सहने के लिए हृदय कठोर करना
    वाक्य प्रयोग –अपनों को खोने के बाद जीवन में आगे बढ़ने के लिए छाती पर पत्थर रखना ही पड़ता है।
  28. जोड़ तोड़ करना –दांव पेंच युक्त उपाय करना
    वाक्य प्रयोग –व्यापार में अत्यधिक हानि होने से रमेश बहुत दुखी हो गया था किन्तु उसने हिम्मत नहीं हारी और अपने व्यापार को फिर से खड़ा करने के लिए जोड़ तोड़ करने लगा।
  29. झख मारना –व्यर्थ समय नष्ट करना
    वाक्य प्रयोग –पुरे साल तुमने झक ही मारा था जो परीक्षा में पास भी न हो सके।
  30. टस से मस न होना –विचलित न होना
    वाक्य प्रयोग –जीवन के हर मोड़ पर व्यक्ति को टस से मस नहीं होना चाहिए।
  31. ठोकर खाना –असावधानी के कारंण नुक्सान होना
    वाक्य प्रयोग –माँ बाप की कही बातों को अमल में न लाने से इंसान को जीवन में कई ठोकरें खानी पड़ती हैं।
  32. डूबता को तिनके का सहारा –संकट के समय छोटी वस्तु से सहायता मिलना
    वाक्य प्रयोग –कोरोना महामारी में लाखों मरीजों के लिए डॉक्टर किसी डूबता को तिनके के सहारे से कम नहीं थे।
  33. ढिंढोरा पीटना –किसी भी बात का खुलेआम प्रचार करना
    वाक्य प्रयोग –अपने बच्चों के कक्षा में प्रथम आने पर शर्मा जी की धर्म पत्नी ने ढिंढोरा पीट दिया।
  34. तक़दीर फूट जाना –भाग्यहीन होना
    वाक्य प्रयोग –माँ बाप के अचानक गुजर जाने से मानो उसकी तक़दीर ही फुट गयी हो।
  35. तलवे चाटना –खुशामद करना
    वाक्य प्रयोग –आजकल अपना काम करने के लिए कर्मचारी अपने अधिकारीयों के तलवे चाटते रहते हैं।
  36. थूककर चाटना –कही बात पर अमल न करना
    वाक्य प्रयोग – उसपर विश्वाश नहीं किया जा सकता वह तो थूक चाटने वालों में से है।
  37. दाल में काला होना– गड़बड़ होना।
    वाक्य प्रयोग– कक्षा में राहुल और नीता एक दूसरे से हर घडी बात करते रहते हैं कही दाल में कुछ काला तो नहीं।
  38. दिल बाग़ बाग़ होना – अत्यधिक प्रसन्न होना
    वाक्य प्रयोग – सरकारी नौकरी मिलने से युवा वर्ग का दिल बाग़-बाग़ हो गया।
  39. नजर लग जाना –बुरी दृष्टि का प्रभाव होना
    वाक्य प्रयोग – देखो तुम काला टिका लगा कर चला करो नहीं तो तुम्हें नजर लगने में देरी न होगी।
  40. नमक-मिर्च लगाना – बात को बढ़ा-चढ़ा कर कहना
    वाक्य प्रयोग – उसकी अनुपस्थिति में रीता ने यामिनी को नमक मिर्च लगाना शुरू कर दिया।
  41. नाक बचाना – इज्जत बचाना
    वाक्य प्रयोग –यदि सावित्री इसी तरह समाज के विरुद्ध होकर कार्य करती रहेगी तो समाज के सामने अपनी नाक बचाना मुश्किल हो जायेगा।
  42. बिजली गिरना – विपत्ति आना
    वाक्य प्रयोग – अपने घर और गाड़ी के नीलामी हो जाने से रमन पर मनो बिजली गिर गयी हो।
  43. बोटी बोटी फड़कना – जोश आना
    वाक्य प्रयोग – पिता के द्वारा समझाने पर बेटे की बोटी-बोटी फड़कने लगी थी।
  44. मक्खन लगाना – चापलूसी करना
    वाक्य प्रयोग – अपने काम को निकलवाने के लिए आजकल हर व्यक्ति मक्खन लगाने लगता है।
  45. रंग उतरना – रौनक ख़तम होना
    वाक्य प्रयोग – सीला के लम्बे समय से बीमार हो जाने की वजह उसके चेहरे का रंग ही उतर गया।
  46. लुटिया डुबोना – कलंक लगाना
    वाक्य प्रयोग – बेटी ने घर से भाग कर लुटिया ही डुबो दी।
  47. लोहा लेना – साहसपूर्वक सामना करना
    वाक्य प्रयोग – भारत के राजाओं ने समय-समय पर बाहरी आक्रमणकारियों से लोहा लिया है।
  48. सिर खाना – परेशान करना
    वाक्य प्रयोग – उसकी बीवी हर समय छोटी छोटी बातों को लेकर उसका सिर् खाती रहती है।
  49. सीधे मुँह बात न करना –अकड़कर बोलना
    वाक्य प्रयोग – शादी समारोह में दहेज़ की मांग पूरी न करने से दूल्हे की माँ ने दुल्हन के घर वालों से सीधे मुँह बात तक नहीं की।
  50. हवा में बातें करना – बहुत तेज गति से दौड़ना।
    वाक्य प्रयोग – मिल्खा सिंह ऐसे धावक हैं जो हवा में बातें करते हैं।

हिंदी में मुहावरे से सम्बन्धित कुछ प्रश्न –

“लोहा लेना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a.साहसपूर्वक सामना करना
b.परेशान करना
c.कलंक लगाना
d.रौनक ख़त्म होना
(सही जबाब -साहसपूर्वक सामना करना)

“बोटी बोटी फड़कना”मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a.साहसपूर्वक सामना करना
b.जोश आना
c.कलंक लगाना
d.रौनक ख़त्म होना
(सही जबाब -जोश आना)

३.”मक्खन लगाना“मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a.चापलूसी करना
b.परेशान करना
c.कलंक लगाना
d.रौनक ख़त्म होना
(सही जबाब -चापलूसी करना)

4 .”लुटिया डुबोना“मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a.बहुत तेज गति से दौड़ना।
b.परेशान करना
c.कलंक लगाना
d.रौनक ख़त्म होना
(सही जबाब – कलंक लगाना)

5.”थूककर चाटना“मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a.कही बात पर अमल न करना
b.परेशान करना
c.कलंक लगाना
d.रौनक ख़त्म होना
(सही जबाब -कही बात पर अमल न करना)

  1. जख्म पर नमक छिड़कना -दुःखी या परेशान को और परेशान करना
    वाक्य प्रयोग – जब प्रतिभा शालिनी को बुरा-भला कहने लगी तो मैंने उसे समझाया कि हमें किसी के जख्म पर नमक नहीं छिड़कना चाहिए।
  2. टक्कर खाना – बराबरी करना
    वाक्य प्रयोग –समाज में ऐसे लोगों से टक्कर नहीं लेनी चाहिए जो किसी की इज्जत नहीं करते हों।
  3. डंका बजाना – प्रभाव जमाना
    वाक्य प्रयोग –भारत की सेना ने अंतराष्ट्रीय सीमा पर अपना डंका कई बार बजाया है।
  4. टुकुर-टुकुर देखना – टकटकी लगाकर देखना
    वाक्य प्रयोग -श्याम हर रोज पड़ोस में आयी हुई उस लड़की को टुकुर -टुकुर देखता है।
  5. तौल-तौल कर मुँह से शब्द निकालना –बहुत सोच-विचार कर बोलना
    वाक्य प्रयोग – अंशिका कभी भी तौल-तौल कर मुँह से शब्द नहीं निकालती है।
  6. गर्दन पर छुरी चलाना – नुकसान पहुचाना
    वाक्य प्रयोग -पड़ोसियों के साथ मिलकर सीला ने अपने ही भाई की गर्दन पर छुरी चलाई।
  7.  गिरगिट की तरह रंग बदलना– बातें बदलना
    वाक्य प्रयोग – आजकल हर व्यक्ति अपने फायदे के लिए गिरगिट की तरह रंग बदलने लग जाते हैं।
  8.  गुस्सा पीना – क्रोध दबाना
    वाक्य प्रयोग – परिस्थितियों के चलते गुस्सा तो उसपर बहुत आया पर अपनी बीवी की वजह से मैंने उसी वक्त अपना गुसा पी लिया था।
  9. गूलर का फूल होना – लापता होना
    वाक्य प्रयोग –स्कूल की पढाई हो जाने के बाद नीरज तो गूलर का फूल ही हो गया।
  10. गुदड़ी का लाल– गरीब के घर में गुणवान का उत्पत्र होना
    वाक्य प्रयोग – एपीजी अब्दुल कलाम गुदड़ी के लाल हैं।
  11. गाँठ में बाँधना– खूब याद रखना
    वाक्य प्रयोग – इस बात को गाँठ में बाँध लो की अपना ही परिवार विपरीत परिस्थितियों में काम आता है।
  12.  गंगा नहाना – अपना कर्तव्य पूरा करके निश्चिन्त होना
    वाक्य प्रयोग – बेटी की शादी हो जाती तो हम भी गंगा नहा आते।
  13. गच्चा खाना – धोखा खाना
    वाक्य प्रयोग – जीवैन में कभी न कभी हम गच्चा कहा ही लेते हैं।
  14. गढ़ फतह करना – कठिन काम करना
    वाक्य प्रयोग – आई.ए.एस. पास करना गढ़ फतह कर लेने जैसा है।
  15. गधा बनाना – मूर्ख बनाना
    वाक्य प्रयोग –दुकानदार हर ग्राहक को गधा बनाने में लगे हुए थे।
  16. गर्दन ऐंठी रहना–  घमंड या अकड़ में रहना
    वाक्य प्रयोग –आमिर लड़के से शादी कर लेने के बाद उस लड़की की गर्दन ऐंठी की ऐंठी रहती है।
  17. गर्दन फँसना- झंझट या परेशानी में फँसना
    वाक्य प्रयोग – हमेसा कालूराम दूसरों के भले के चकार में अपनी ही गर्दन फंसा लेता है।
  18. गला काटना – किसी की ठगना
    वाक्य प्रयोग – किसी भी परिस्थिति में किसी असहाय इंसान का गला नहीं काटना चाहिए।
  19. गला पकड़ना – किसी को जिम्मेदार ठहराना
    वाक्य प्रयोग – वह हर गलती के लिए मेरा ही गला पकड़ती है।
  20. गला फाड़ना – जोर से चिल्लाना
    वाक्य प्रयोग – इतनी भीड़ में सीता ने गीता को गला फाड़कर पुकारा पर गीता ने नहीं सुना।
  21. गले पड़ना – पीछे पड़ना
    वाक्य प्रयोग – शालिनी के कमला को जबसे अपने घर में जगह क्या दी कमला तो शालिनी के गले ही पड़ गयी।
  22. गले पर छुरी चलाना – अत्यधिक हानि पहुँचाना
    वाक्य प्रयोग –अत्यधिक वर्षा से किसानों के गले पर मानो छुरी ही चल गयी हो।
  23. गाँठ का पूरा, आँख का अंधा – धनी, किन्तु मूर्ख व्यक्ति
    वाक्य प्रयोग -सामाज में ऐसे अनेक व्यक्ति हैं जो गाँठ का पूरा और आंख का अँधा हैं।
  24. गाढ़े दिन – संकट का समय
    वाक्य प्रयोग –कोरोना में पुरे भारत में गाढ़े दिन थे
  25. गाल फुलाना – रूठना
    वाक्य प्रयोग –अपने माँ बाप से समीरा हर बात के लिए अपने गाल फुला लेती है।
  26. गूँगे का गुड – वर्णनातीत अर्थात जिसका वर्णन न किया जा सके
    वाक्य प्रयोग –केदारनाथ का सौन्दर्य का बखान नहीं किया जा सकता वह तो गूंगे के गुड़ जैसा है।
  27. गौं का यार – मतलब का साथी
    वाक्य प्रयोग – प्रतिभा अर्चना का कोई भी काम नहीं करेगी वह तो गौं का यार है।
  28. गोद भरना – संतान होना, विवाह से पूर्व कन्या के आँचल में नारियल आदि सामान देकर विवाह पक्का करना
    वाक्य प्रयोग –शादी के एक साल के भीतर ही समीरा की गोद भर गयी थी।
  29. गोद सूनी होना – संतानहीन होना
    वाक्य प्रयोग –वह पिछले 4 साल से हर मंदिर दुआ मांगने जाती थी क्यूंकि उसकी गोद सुनी थी।
  30. गोबर गणेश – मूर्ख
    वाक्य प्रयोग –राम बचपन से ही गोबर गणेश रहा है।
  31. गोलमाल करना – काम बिगाड़ना/गड़बड़ करना
    वाक्य प्रयोग –नए आये हुए कारीगर ने सेठ के अनुपस्थिति में सारा गोलमाल कर दिया।
  32. घर का न घाट का – कहीं का नहीं होना
    वाक्य प्रयोग –वह व्यक्ति अपने व्यवहार की वजह से अब न घर का है न घाट का।
  33. खरी-खोटी सुनाना – बुरा-भला कहना
    वाक्य प्रयोग – उनसे गुस्से में आकर सभी को खरी -खोटी सुना दी थी।
  34. खून खौलना – जोश में आना  
    वाक्य प्रयोग –किसी भी व्यक्ति या जानवर पर बेवजह हो रहे अत्याचार को देखकर मेरा खून खोल जाता है।
  35. खिल्ली उड़ाना –हंसी उड़ाना  
    वाक्य प्रयोग –उसको मंदबुद्धि कहकर सब उसकी खिल्ली उदय करते थे।
  36. गुलछरें उड़ाना – मौज उड़ाना
    वाक्य प्रयोग – आमिर लोगों के बच्चे अपने माँ बाप की संपत्ति से हर वक्त गुलछरें उड़ाते रहते हैं।
  37. गज भर की छाती होना – उत्साहित होना
    वाक्य प्रयोग – परीक्षा में अचे नंबर पाकर सभी छात्रों के अभिभावकों की गज भर छाती हो गयी थी।
  38. गागर में सागर भरना– बड़ी बात को थोड़े शब्दों में कहना
    वाक्य प्रयोग –अपनी बातों को इस प्रकार कहो जैसे गागर में सागर भर दिया हो।
  39. गिरगिट की तरह रंग बदलना – सिद्धांतहीन होना
    वाक्य प्रयोग -आजकल कोई सभी बुरे वक्त में गिरगिट की तरह रंग बदलने लग जाते हैं।
  40. गुदड़ी का लाल – निर्धन परिवार में जन्मा गुणी व्यक्ति   
    वाक्य प्रयोग –हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी वास्तव में गुदड़ी के लाल हैं।
  41. घड़ा पानी पड़ जाना – बहुत शर्मिंदा होना 
    वाक्य प्रयोग –लड़की के अपनी शादी के दिन किसी और लकड़े के साथ भाग जाने से उसके पिता पर घड़ा पानी पड़ गया।
  42. घाव पर नमक छिड़कना – दुखी को और दुखी करना 
    वाक्य प्रयोग –उसको समझ नहीं आता क्या की किसी के घाव पर नमक छिड़कना कितना बुरा है।
  43. घोड़े बेचकर सोना – र्निश्चित होना
    वाक्य प्रयोग –परीक्षा के निपट जाने के बाद राहुल घोड़े बेचकर सो गया।
  44. चाँद पर थूकना –निर्दोष पर दोष लगाना
    वाक्य प्रयोग –चाँद पर थूकना आजकल के कलयुग के दौर में आम सी बात हो गयी है
  45. चहरे पर हवाइयाँ उड़ना – घबरा जाना 
    वाक्य प्रयोग –अचानक अपने माँ बाप को देख कर विकास के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी।
  46. छाती पर साँप लोटना –जलना ,जलन खाना
    वाक्य प्रयोग –सीमा की सुंदरता को देख कर पड़ोसियों के छाती पर सांप लोट गए।
  47. छाती पर मूंग दलना – कष्ट पहुँचाना, सम्मुख अनुचित कार्य करना
    वाक्य प्रयोग –वाह हर रोज अपने माँ बाप की छाती पर मूंग दलता रहता हैं।
  48. जान पर खेलना – जोखिम उठाना
    वाक्य प्रयोग –दुर्घटना स्थल पर लोगों की जान बचाने के लिए उस व्यक्ति ने अपनी जान पर खेला।
  49. गर्दन फँसना – झंझट या परेशानी में फँसना
    वाक्य प्रयोग –जब से वह बाहर देश गया है उसकी तबसे वहां गर्दन फंसी हुयी है।
  50. गजब ढाना – कमाल करना
    वाक्य प्रयोग –अपनी मेहनत से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राज्य गजब ढाया हुआ है।

ओखली में सिर देना – इच्छापूर्वक किसी झंझट में पड़ना, कष्ट सहने पर उतारू होना
ओस के मोती – क्षणभंगुर
कलई खुलना-भेद प्रकट होना
कलम तोड़ना- खूब लिखना, अनूठी उक्ति लिखना, अनुपम रचना करना
कलेजा फटना-दिल पर बेहद चोट पहुँचना
करवटें बदलना- बैचैन रहना
कांटा बिछाना -अड़चन डालना
काला अक्षर भैस बराबर – अनपढ़, निरा मूर्ख
काँटे बोना- बुराई करना
काँटों में पसीटना- संकट में डालना
कमर बाँधना/कसना- दृढ़ संकल्प करना
काठ मार जाना – स्तब्ध हो जाना
काम तमाम करना -मार डालना, खत्म करना
किनारा करना – अलग होना
कौड़ी के मोल बिकना -बहुत सस्ता बिकना
कागजी घोड़े दौड़ाना- व्यर्थ की लिखा-पढ़ी करना
किरकिरा होना- आनन्द बिगड़ जाना
कुत्ते की मौत मरना- बुरी तरह मरना
कोदो देकर पढ़ना-अधूरी शिक्षा पाना
कपास ओटना –सांसारिक काम-धन्धों में लगेरहना
कीचड़ उछालना –निन्दा करना
कोल्हू का थैल- खूब परिश्रमी
किताब का कीड़ा होना -बराबर पढ़ते रहना
कागज काला करना – बिना मतलब लिखना
कौड़ी का तीन समझना – तुच्छ समझना
कौड़ी काम का न होना – किसी काम का न होना
कौड़ी कौड़ी जोड़ना- छोटी-मोटी सभी आय को कंजूसी के साथ बचाकर रखना
कचूमर निकालना- खूब पीटना
कटे पर नमक छिड़कना- विपत्ति के समय और दुःख देना
कन्नी काटना- आँख बचाकर भाग जाना
कोहराम मचाना – दुःखपूर्ण चीख-पुकार
किस खेत की मूली- अधिकारहीन, शक्तिहीन
खम खाना– दबना, नष्ट होना
खटिया सेना- बीमार होना
खरी खोटी सुनाना- भला-बुरा कहना
खाक में मिलना – बर्बाद होना
खार खाना- डाह करना
खेत आना- युद्ध में मारा जाना
खटाई में पड़ना- झमेले में पड़ा रहना
खा पका जाना -बर्बाद करना
खेल खेलाना– परेशान करना
खाक छानना– भटकना, बहुत ढूँढना
खुशामदी टट्टू – मुँहदेखी करना
खूंटे के बल कूदना – किसी के भरोसे पर जोर या जोश दिखाना
खून का प्यासा – जान मारने पर उतारू
ख्याली पुलाव– सिर्फ कल्पना करना
गंगा लाभ होना – मर जाना
गला छूटना- पिंड छूटना, मुक्त होना
गीदड़भभकी – मन में डरते हुए भी ऊपर से दिखावटी क्रोध करना
गुड़ गोबर करना – बनाया काम बिगाड़ना
गुड़ियों का खेल- सहज काम
गुरुघंटाल- बहुत चालाक
गूलर का फूल- दुर्लभ चीज
गतालखाते में जाना –नष्ट होना
गाँठ में बाँधना- खूब याद रखना
गिरगिट की तरह रंग बदलना- एक बात पर न रहना
गागर में सागर भरना –अधिक बात थोड़े में कहना
गज भर की छाती होना– उत्साहित होना
गड़े मुर्दे उखाड़ना – दबी हुई बात फिर से उभारना
गाढ़े में पड़ना- संकट में पड़ना
गोटी लाल होना – लाभ होना
गुदड़ी का लाल- गरीब के घर गुणवान का होना
गुल खिलना- विचित्र घटना होना, बखेड़ा होना
गुस्सा पीना- क्रोध सहकर रह जाना
गढा खोदना- हानि पहुँचाने का उपाय करना
गूलर का कीड़ा- सीमित दायरे में भटकना
घर का उजाला- कुलदीपक
घर बसना –घर में पत्नी का आना
घर का मर्द- बाहर डरपोक
घर का न घाट का –निकम्मा, कहीं का न रहना
घर का आदमी – कुटुम्ब, इष्ट मित्र
घात पर चढ़ना- तत्पर रहना
घी के दिये जलाना- मनोरथ पूर्ण होना, आनन्द -मंगल होना
घाव पर नमक छिड़कना-दुःखित को और दुःख देना
घात लगाना—मौके की तलाश में रहना
घास खोदना – व्यर्थ काम करना
घाव हरा होना – भूले हुए दुःख को याद करना
घाट-घाट का पानी पीना – अच्छे-बुरे अनुभव रखना
घोड़े बेचकर सोना -बेफिक्र होकर सोना
चलता पुर्जा – काफी चालाक
चाँद का टुकड़ा- बहुत सुन्दर
चाँद पर यूकना –किसी बड़े पुरुष को कलंक लगाना
चार चाँद लगाना- चौगुनी शीभा या इज्जत होता
चल निकलना- प्रगति करना ,बढ़ना
चिकने घड़े पर पानी पड़ना- उपदेश का कोई प्रभाव न पड़ना।
चोली-दामन का साथ -काफी घनिष्ठता
चुनौती देना – ललकारना
चुल्लू भर पानी में डूब मरना –अत्यन्त लज्जित होना
चैन की वंशी बजाना-सुख से समय बिताना
चोटी का पसीना ऍड़ी तक बहना –खूब परिश्रम करना
चण्डूखाने की गप- झूठी गप
चार दिन की चाँदनी- क्षणिक सुख
चम्पत हो जाना—भाग जाना
चींटी के पर जमना- ऐसा काम करना जिससे हानि या मृत्यु हो
चकमा देना- धोखा देना
चाचा बनाना–दण्ड देना
चरबी छाना–घमण्ड होना
चाँदी काटना-आनन्द से जीवन बिताना
चाँदी का जूता– रुपये का जोर
चूड़ियाँ पहनना— स्त्री की-सी असमर्थता प्रकट करना
छक्के छुड़ाना– खूब परेशान करना
छठी का दूध याद करना– सुख भूल जाना
छाती पर मूँग या कोदो दलना- कष्ट देना
छः पाँच करना -आनाकानी करना
छप्पर फाड़कर देना– बिना परिश्रम के देना, अनायास देना
छाती पर साँप लोटना- किसी के प्रति डाह
छोटी मुँह बड़ी बात- योग्यता से बढ़कर बोलना
छाती पर पत्थर रखना- असह्य दुःख को दिल में ही दबा लेना
जड़ उखाड़ना – पूर्ण नाश करना
जंगल में मंगल करना –शुन्य स्थान आनन्दमय कर देना
जबान में लगाम न होना –बिना सोचे समझे बोलना
जी का जंजाल होना –अच्छा न लगना
जमीन का पैरों तले से निकल जाना –सन्नाटे में आना
जमीन चूमने लगा –धराशायी होना
जान खाना – तंग करना
जी टूटना – दिल टूटना
जी लगना – मन लगना
जी खट्टा होना – खराब अनुभव होना
जलती आग में तेल डालना -झगड़ा बढ़ाना
जहर उगलना –चुभनेवाली बात कहना
जमीन आसमान एक करना – बहुत उपाय करना
जी चुराना –कोशिश न करना
जान पर खेलना – प्राण संकट में डालना

हिंदी में मुहावरे से सम्बन्धित कुछ प्रश्न –

1 .”घोड़े बेचकर सोना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. मौज उड़ाना b.र्निश्चित होना c.घबरा जाना d.जोखिम उठाना
(सही जबाब -र्निश्चित होना)

2 .”गागर में सागर भरना “मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a.जलना ,जलन खाना b.बड़ी बात को थोड़े शब्दों में कहना
c.मौज उड़ाना d.घबरा जाना
(सही जबाब — बड़ी बात को थोड़े शब्दों में कहना)

3.”गला पकड़ना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. घबरा जाना b. रूठना c.निर्दोष पर दोष लगाना d. किसी को जिम्मेदार ठहराना
(सही जबाब – किसी को जिम्मेदार ठहराना)

4.”गुलछरें उड़ाना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. झंझट या परेशानी में फँसना b.निर्दोष पर दोष लगाना
c.मौज उड़ाना d.मतलब का साथी
(सही जबाब -मौज उड़ाना)

“गाँठ का पूरा, आँख का अंधा “मुहावरे का क्या अर्थ है ?

a. मतलब का साथी b.धनी किन्तु मुर्ख व्यक्ति
c.झंझट या परेशानी में फँसना d.मौज उड़ाना
(सही जबाब -धनी किन्तु मुर्ख व्यक्ति)

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