नंबी नारायणन का जीवन परिचय | ISRO Scientist Nambi Narayanan Biography in hindi

हमारे देश के विकास में देश के वैज्ञानिकों का एक अहम योगदान है। आप चाहे मंगल यान की बात करें या चाहे चंद्रयान मिशन की। देश की अंतरिक्ष शोध से जुड़ी सबसे बड़ी संस्था ISRO (Indian Space Research Organisation) के वैज्ञानिकों ने अपने अथक और सार्थक प्रयासों से हमेशा से ही देश को गौरवान्वित होने ... Read more

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Reported by Rohit Kumar

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हमारे देश के विकास में देश के वैज्ञानिकों का एक अहम योगदान है। आप चाहे मंगल यान की बात करें या चाहे चंद्रयान मिशन की। देश की अंतरिक्ष शोध से जुड़ी सबसे बड़ी संस्था ISRO (Indian Space Research Organisation) के वैज्ञानिकों ने अपने अथक और सार्थक प्रयासों से हमेशा से ही देश को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। दोस्तों आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में ISRO के एक ऐसे ही महान वैज्ञानिक Nambi Narayanan जी के बारे में बताने जा रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में रॉकेट में उपयोग होने वाली क्रायोजेनिक तकनीक (Cryogenic Technology) की खोज में देश के महान वैज्ञानिक नंबी नारायणन जी का अहम योगदान है। यह तकनीक Liquid-propellant rocket में उपयोग की जाती है।

दोस्तों आपको बताते चलें की साल 1994 में नंबी नारायण जी पर इस क्रायोजेनिक तकनीक को देश के शत्रु पाकिस्तान को देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया जिसके बाद Nambi Narayanan को लगभग 50 दिन जेल में बिताने पड़े। इसके बाद साल 1995 को यह केस देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी CBI को यह केस सौंप दिया गया। सीबीआई द्वारा नंबी नारायणन को देश से गद्दारी करने के आरोप के चलते शारीरिक और मानसिक रूप से काफी प्रताड़ित किया गया।

नंबी नारायणन - Nambi Narayan Biography
ISRO वैज्ञानिक नंबी नारायण का जीवन परिचय इन हिंदी।

परन्तु सीबीआई ने अपनी जांच में पाया की नंबी नारायणन पर लगे सभी आरोप पूरी तरह से निराधार, गलत एवं झूठे हैं। इसके बाद साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट के द्वारा यह ऐतिहासिक फैसला आया की नंबी नारायण पर लगे सभी पूरी तरह से झूठे हैं और वह देशद्रोही नहीं बल्कि देश को उन्नत तकनीक देने वाले सच्चे देशभक्त एवं महान वैज्ञानिक हैं और उन्हें जल्द से जल्द बाइज्ज़त बरी किया जाये। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले के आदेश में यह भी कहा की केरल राज्य सरकार हर्जाना के तौर पर Nambi Narayanan को 1.3 करोड़ रुपये प्रदान करें।

नंबी नारायणन का जीवन परिचय से जुड़ी जानकारियां

क्रमांकनंबी नारायणन से संबंधित संबंधित जानकारी
1नामS. Nambi Narayanan
2नंबी नारायण का निक नाम (Nick Name)रॉकेट मैन, नंबी
3हाइट5 फुट 6 इंच
4वजन76 KG
5जन्मतिथि12 दिसंबर 1941
6होम टाउननागरकोइल, तमिलनाडु (भारत)
7राष्ट्रीयताभारतीय
8धर्महिन्दू
9जातितमिल ब्राह्मण
10राशिधनु (Sagittarius)
11सोशल मीडियाNambi Narayanan
@NambiNOfficial
(Twitter)
12पसंदीदा रंगनीला और सफ़ेद
13Hobbiesकिताबें पढ़ना , घूमना

नंबी नारायण के Family के बारे में जानकारी

क्रमांक परिवार से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां
1नंबी के माता जी का नाम
2नंबी के पिता जी का नाम
3नंबी जी की बहनें5 बहनें
4वैवाहिक स्थितिविवाहित (Married)
5नंबी जी की पत्नी का नाममीना नंबी
6नंबी जी के बच्चेबेटी :- गीता अरुण
बेटा :- संकरा कुमार

Nambi Narayanan की शिक्षा से संबंधित जानकारी

क्रमांक शिक्षा से संबंधित संबंधित जानकारी
1स्कूल (School)डीवीडी हाई स्कूल
2कॉलेज / यूनिवर्सिटी1 :- Thiagarajar कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग , मदुरई
2 :- प्रिस्टोन यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी
3शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification)मद्रास यूनिवर्सिटी से Mechanical Engineering

Nambi Narayanan के कार्य क्षेत्र से जुड़ी जानकारी

क्रमांक कार्य क्षेत्र संबंधित जानकारियां
1पेशा (Profession)वैज्ञानिक (Scientist)
2कार्य क्षेत्र से जुड़ा विभाग (Department)क्रायोजेनिक तकनीक (Cryogenic Technology)
3योगदानLiquid-propellant fuel rocket इंजन की खोज

नंबी नारायणन पर लिखी गयीं पुस्तकें

क्रमांकपुस्तक का नाम ऑथर का नाम पब्लिशर वर्ष
1Ormakalude BhramanapadhamNambi Narayanan और Prajesh SenThrissur Current Books2017
2Ready To Fire: How India and I Survived the ISRO Spy CaseNambi Narayanan और Arun RamBloomsbury India2018

नंबी नारायण जी को मिला था NASA से बड़ा ऑफर

जब नंबी नारायण जी ने फ्यूल रॉकेट इंजन की खोज की तो इस खोज के बारे में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी को बड़ी हैरानी हुई। जिसके बाद नासा ने नंबी जी से संपर्क कर उन्हें अपने यहाँ अनुसंधान करने और काम करने का एक बहुत बड़ा ऑफर दिया था। जिसके बाद उस समय नंबी नारायण जी नासा में काम करने के लिए तैयार भी हो गए थे परन्तु कुछ कारणों से नंबी अमेरिका नहीं जा पाए और यह ऑफर छोड़ना पड़ा।

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नंबी नारायणन को मिला पद्म भूषण पुरस्कार (Award)

दोस्तों आपके और हम सब के लिए यह गर्व की बात है की नंबी नारायण जी को उनके कार्य क्षेत्र में उत्कृष्ट काम के लिए वर्ष 2019 में भारत सरकार के द्वारा देश के बड़े नागरिक सम्मान में से एक पद्म भूषण (Padma Bhushan) प्रदान किया गया।

Nambi Narayanan पर बनी फिल्म :-

दोस्तों यहां हम आपको बताते चलें की Nambi Narayanan जी के जीवन पर आधारित एक फिल्म बन चुकी है जिसका नाम है “Rocketry- The Nambi Effects”. इस फिल्म को बनाया है साउथ और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के स्टार R Madhavan ने। रॉकेट्री – द नांबी इफेक्ट फिल्म में वैज्ञानिक Nambi Narayanan जी के शुरू से लेकर अंत तक उनके संघर्षों की कहानी को दिखाया गया है। एक तरह से आप कह सकते हैं की यह फिल्म नंबी नारायण जी की बायोपिक फिल्म है। यदि आप यह फिल्म देखना चाहते हैं तो आपको अभी थोड़ा इंतज़ार करना होगा क्योंकि यह फिल्म 1 जुलाई 2022 को देश के सभी सिनेमाघरों में रिलीज की जायेगी।

फिल्म का ट्रेलर आप यहां देख सकते हैं :-

नंबी नारायणन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  1. वर्ष 1966 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नंबी नारायण जी ने देश के सर्वोच्च अनुसंधान केंद्र ISRO को ज्वाइन किया।
  2. वर्ष 1970 में नंबी नारायण जी ने अपने दो साथी वैज्ञानिक यु.आर.राव और उस समय के इसरो चैयरमैन सतीश धवन जी के साथ मिलकर लिक्विड फ्यूल टेक्नोलॉजी रॉकेट इंजन की खोज की। जो उनके द्वारा भारत अंतरिक्ष अनुसन्धान के इतिहास में एक बहुत बड़े योगदान के रूप में याद रखा जायेगा।
  3. जब नंबी नारायण पर यह आरोप लगाया गया की उन्होंने क्रायोजेनिक तकनीक की कुछ गुप्त जानकारी दुश्मन देशों को बेची है तो नंबी पर आरोप लगाने वाले वैज्ञानिकों में सबसे पहला नाम डॉ. शशि कुमारन का रहा।
  4. लेकिन आरोप लगने के बाद कई बार नंबी जी के मना करने के बाद भी Nambi Narayanan को जेल जाना ही पड़ा।
  5. जेल में नंबी जी को बहुत अधिक प्रताड़ित किया गया जिसमें उन्हें लगभग 30 घंटे लगातार खड़े रहना भी शामिल था। नंबी जी ने बताया की लगातार खड़े रहने के कारण कभी – कभी तो वो बेहोश होकर जमीन पर पड़े रहते थे।
  6. वर्ष 1996 में सीबीआई ने नंबी जी को अपनी जाँच में निर्दोष पाया। जिसके बाद सीबीआई के द्वारा नंबी जी की गिरफ्तारी से संबंधित रिपोर्ट को भारत के सर्वोच्च न्यायालय को सौंपी गयी।
  7. इसके बाद वर्ष 1998 में सुप्रीम कोर्ट ने नंबी जी पर लगे सभी आरोपों को गलत और निराधार पाया। जिसके बाद कोर्ट ने फैसला दिया की नंबी जी को तुरंत रिहा किया जाए और जो भी पुलिस एवं अधिकारी इस झूठे केस में शामिल हैं उन पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जाये।
  8. अपने आरोप गलत सिद्ध पाए जाने पर केरल राज्य सरकार को नंबी जी को मुआवजे के तौर पर 75 लाख रूपये देने पड़े।
  9. कई बार नंबी जी पर जासूसी के आरोप लगे। मरियम रशीद और फौजिया हसन के दो जांच अधिकारियों ने नंबी नारायण पर गुप्त सूचनाओं को बेचने और जासूसी करने के आरोप लगाए थे।

क्या है क्रायोजेनिक तकनीक (Cryogenic Technology) ?

  • दोस्तों क्रायोजेनिक शब्द ‘क्रायोस’ से बना है। क्रायोस शब्द का अर्थ होता है ठंडा करना
  • जैसा की आप जानते हैं की रॉकेट में उपयोग किया जाने वाला ईंधन काफी गर्म और उच्च तापमान पर अपना कार्य करता है। इसलिए रॉकेट ईंधन से जल ना जाए तो वैज्ञानिक रॉकेट इंजन में लिक्विड फ्यूल का उपयोग करते हैं। इस फ्यूल का काम है की क्रायोजेनिक इंजन में उपयोग होने वाले फ्यूल के तापमान को सामान्य रखना और रॉकेट को जलने से बचना।
  • आपको यहां यह जानकारी दें दे की क्रायोजेनिक इंजन के ईंधन में हाइड्रोजन और आक्सीजन गैसों के मिश्रण का उपयोग किया जाता है। यह गैसें बहुत अधिक उच्च दवाब में अपना कार्य करती हैं।

नंबी नारायणन से सम्बंधित प्रश्न

क्रायोजेनिक तापमान कितना होना चाहिए ?

क्रायोजेनिक तकनीक में उपयोग होने वाले रॉकेट ईंधन का तापमान माइनस 238 डिग्री फॉरेनहाइट (-238’F) होना चाहिए क्योंकि इतने ही तापमान में हाइड्रोजन गैस अपनी तरल अवस्था को प्राप्त कर लेती है।

Nambi Narayanan कौन हैं ?

Nambi Narayanan एक सच्चे देशभक्त और इसरो से सेवानिवृत्त एक महान वैज्ञानिक हैं।

Rocketry- The Nambi Effects कब रीलीज होगी ?

Rocketry- The Nambi Effects फिल्म 1 जुलाई 2022 को देश के सभी सिनेमाघरों में रीलिज की जाएगी

इसरो के वर्तमान चैयरमेन (chairman) कौन हैं ?

इसरो के वर्तमान चैयरमेन डॉक्टर एस. सोमनाथ (Dr. S Somanath) जी हैं जो की एक एयरोस्पेस इंजीनियर और रॉकेट वैज्ञानिक हैं।

इसरो की फुल फॉर्म क्या है ?
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इसरो की फुल फॉर्म :- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (अंग्रेज़ी में : Indian Space Research Organization, ISRO)

ISRO में अभी वर्तमान में कुल कितने कर्मचारी काम करते हैं ?

ISRO में अभी वर्तमान में कुल 17,000 कर्मचारी कार्य करते हैं।

मंगलयान कब लांच किया गया ?

इसरो के द्वारा मंगलयान 5 नवंबर 2013 को लांच किया गया था

मंगलयान मिशन की लागत कितनी है ?

मंगलयान मिशन की लागत लगभग 450 करोड़ रुपये (करीब 6 करोड़ 90 लाख डॉलर) है।

ISRO की आधिकारिक वेबसाइट क्या है ?

ISRO की आधिकारिक वेबसाइट https://www.isro.gov.in/ है।

Nambi Narayanan का पूरा नाम क्या है ?

नंबी नारायण का पूरा नाम S. Nambi Narayanan है।

Rocketry- The Nambi Effects फिल्म के एक्टर का नाम क्या है ?

Rocketry- The Nambi Effects फिल्म के एक्टर का नाम आर माधवन है।

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