निपुण भारत: कार्यान्वयन प्रक्रिया । NIPUN Bharat। नई गाइडलाइन पीडीएफ

इस मिशन के माध्यम से कक्षा 3 से कक्षा 6 के छात्रों में आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता का ज्ञान प्रदान किया जाएगा। जिससे उनकी बुनियादी शिक्षा मजबूत होगी।

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Reported by Rohit Kumar

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देश के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों को दी जाने वाली शिक्षा को बेहतर और गुणवत्ता पूर्ण बनाने के लिए सरकार ने देश में नयी शिक्षा नीति की शुरुआत की है। इस शिक्षा नीति के बेहतर कार्यान्वयन के लिए ही NIPUN Bharat योजना को भी लाया गया है। जिससे शिक्षा का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके और साथ ही बच्चे और उनके अभिभावक भी शिक्षा के प्रति जागरूक हों। निपुण भारत योजना के तहत सभी बच्चे जो शिक्षा प्राप्त करने की शुरुआत कर रहे हैं, उन्हें शुरू से ही गुणवत्ता पूर्ण बुनियादी शिक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा जिससे वो आएगी चलकर और बेहतर प्रदर्शन कर सकें। और साथ ही शिक्षा का पूर्ण सदुपयोग कर सकें।

निपुण भारत: कार्यान्वयन प्रक्रिया । NIPUN Bharat। नई गाइडलाइन पीडीएफ
निपुण भारत: कार्यान्वयन प्रक्रिया । NIPUN Bharat। नई गाइडलाइन पीडीएफ

क्या है निपुण भारत? NIPUN Bharat

निपुण भारत योजना की शुरुआत 5 जुलाई 2021 में की गयी थी। इस योजना को शुरू करने का श्रेय पूर्व शिक्षा मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक को जाता है। Nipun Bharat का फुल फॉर्म National Initiative For Proficiency in Reading with Understanding & Numeracy है। इस मिशन के माध्यम से कक्षा 3 से कक्षा 6 के छात्रों में आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता का ज्ञान प्रदान किया जाएगा। जिससे उनकी बुनियादी शिक्षा मजबूत होगी। इस मिशन का लाभ सरकारी और गैर सरकारी स्कूल दोनों को ही मिलेगा। निपुण मिशन के तहत कक्षा 3 से 6 में पढ़ने वाले बच्चों को वर्ष 2026 से 2027 तक बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता में निपुण बनाना है। इस बारे में लेख में आप आगे पढ़ सकते हैं।

योजना का नामनिपुण भारत
मंत्रालयशिक्षा मंत्रालय
विभाग का नामस्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग
वर्तमान वर्ष2024
शुरुआत हुईजुलाई 2021
आधिकारिक वेबसाइटनिपुण भारत आधिकारिक वेबसाइट
लाभार्थीदेश के नौनिहाल
उद्देश्यग्रेड 3 तक के बच्चों को आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक का ज्ञान प्रदान करना
निपुण भारत गाइडलाइन्सनिपुण भारत नयी गाइडलाइन्स

बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता क्या है ?

 निपुण योजना के तहत सरकार का प्रयास नौनिहालों को कक्षा 3 से 6 तक साक्षर बनाना है। साक्षर होने का अर्थ है कि बच्चों को वो योग्यता हासिल हो जिसके जरिये छात्र पढ़ने -लिखने, बोलने और व्याख्या करने में सक्षम हो सके। इसके साथ ही दिन-प्रतिदिन की समस्याओं को हल करने के लिए मूलभूत संख्यात्मक विधियों और विश्लेषण का उपयोग करने की क्षमता ग्रहण कर सके । इसी बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता के आधार पर विद्यार्थी भविष्य में कोई भी विद्या या शिक्षा ग्रहण कर सकता है। जानकारी दे दें कि ये बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता का ज्ञान विशेष रूप से बच्चों को ग्रेड – 3 तक प्राप्त करना होता है। 

ये हैं आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता के प्रकार

  • मौखिक पठन प्रवाह
  • लेखन
  • शब्दावली
  • रीडिंग कंप्रीहेंशन
  • मौखिक भाषा का विकास
  • धवनियात्मक जागरूकता
  • कल्चर ऑफ रीडिंग
  • प्रिंट के बारे में अवधारणा
  • डिकोडिंग

मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल

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  • पूर्व संख्या अवधारणाएं
  • नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
  • पैटर्न
  • आकार एवं स्थानिक समाज
  • मापन
  • गणितीय तकनीकें

ये हैं मूलभूत भाषा एवं साक्षरता के प्रमुख घटक

  • रीडिंग कंप्रीहेंशन
  • प्रिंट के बारे में अवधारणा
  • लेखन
  • ध्वनि के माध्यम से जागरूकता
  • डिकोडिंग
  • पढ़ने का प्रभाव
  • पढ़ने की संस्कृति
  • मौखिक भाषा का विकास
  • शब्दावली

कुछ महत्वपूर्ण कदम भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने के लिए

  • एक प्रिंट समृद्धि वातावरण बनाना
  • कहानियां एवं कविताएं सुनना, बताना और लिखना
  • सॉन्ग एंड राइम्स
  • अनुभव साझा करना
  • ड्रामा और रोल प्ले
  • पिक्चर रीडिंग
  • अनुभव आधारित लेखन
  • मिड डे मील
  • शेयर ट्रेडिंग
  • कक्षा की दीवारों का उपयोग करना
  • ऊंचे स्वर में पढ़ना

मूलभूत संख्यात्मकता और गणित कौशल

जिन छात्रों में निम्नलिखित कौशल होते हैं तो उनमे मूलभूत संख्यात्मक और गणित कौशल की समझ भी आ जाती है। यहाँ पढ़ें इन कौशल के बारे में –

  1. एकल वस्तु एवं वस्तुओं के समूह के बीच संबंध स्थापित करने की क्षमता
  2. मात्राओं की समझ
  3. मात्राओं का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रतियों का उपयोग करना
  4. कम या ज्यादा एवं छोटा या बड़ा की समझ विकसित करना
  5. संख्याओं की तुलना करना आदि

आवश्यकता प्रारंभिक गणित कौशल की

  1. प्रारंभिक वर्षों के दौरान गणितीय कौशल महत्वपूर्ण होता है।
  2. दैनिक जीवन में तार्किक सोच और तर्क को विकसित करना।
  3. विद्यार्थियों द्वारा संख्याओं और स्थानीय समझ का दैनिक जीवन में उपयोग किया जा सकता है।
  4. आधारभूत संख्यमकता का रोजगार में एवं घरेलू स्तर पर योगदान

प्रारंभिक गणित के प्रमुख घटक

  1. डाटा संधारण
  2. आकार एवं स्थानिक समझ
  3. नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
  4. माप तोल
  5. पैटर्न
  6. फ्री नंबर अवधारणाएं
  7. गणितीय संचार

निपुण भारत: कार्यान्वयन प्रक्रिया

देश में शिक्षा की गुणवत्ता और उपयोगिता को बढ़ाने ले लिए नयी शिक्षा नीति (राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020) की शुरुआत की गई है। और इसी शिक्षा नीति के बेहतर क्रियान्वयन हेतु निपुण भारत मिशन की शुरुआत की गयी है। NIPUN Bharat Mission का सञ्चालन करने की जिम्मेदारी शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा निभायी जाएगी। निपुण भारत मिशन को देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू किया जाएगा। मिशन के तहत इन सभी राज्यों और यूटी में एक 5 स्तरीय तंत्र की स्थापना होगी और इस मिशन के अंतर्गत स्थापित किये गए तंत्र – राष्ट्रीय, राज्य, जिला, ब्लॉक और स्कूल स्तर पर होंगे। इन सभी स्तरों पर निपुण भारत मिशन का सञ्चालन किया जाएगा। साथ ही इन स्तरों पर नोडल अधिकारियों द्वारा इसके कार्यान्वयन पर नज़र भी रखी जाएगी।

निपुण भारत मिशन की शुरुआत मुख्य रूप से 3 से 9 वर्ष के बच्चों को ध्यान में रखकर शुरू किया गया है। इसी आयु वर्ग के बच्चों की शिक्षा पर फोकस किया जाएगा। जिससे की बच्चों की बुनियादी शिक्षा नींव मजबूत की जा सके की जा सके। इसके लिए सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाएगा। NIPUN Bharat के तहत  वर्ष 2026 – 2027 तक का लक्ष्य निर्धारित गया है। इसमें प्री स्कूल 1, प्री स्कूल 2 और प्री स्कूल 3 (बाल वाटिका ) के बाद ग्रेड 1 , ग्रेड – 2 और ग्रेड 3 की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को भाषा और गणित की बेहतर शिक्षा दी जाएगी।

निपुण भारत के अंतर्गत न सिर्फ तीसरी कक्षा पर ही ध्यान दिया जाएगा बल्कि चौथी और पाँचवीं कक्षा के उन छात्रों को भी लाभ मिलेगा जिनकी उपयुक्त मूलभूत शिक्षा नहीं हो पाई है। ऐसे छात्रों को भी व्यक्तिगत शिक्षक मार्गदर्शन व आयु- उपयुक्त श्रेणी बद्ध सामग्री व सहयोग किया जाएगा।

निपुण मिशन की भूमिका व कार्य 

NIPUN मिशन के अंतर्गत आधारभूत शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जिससे विद्यार्थियों को बेहतर बुनियादी शिक्षा प्राप्त हो सके। और वो नयी शिक्षा नीति के तहत आगे की शिक्षा हेतु तैयार हो सकें। निपुण भारत मिशन की रणनीति और दस्तावेजों को तैयार किये जाने की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग शिक्षा मंत्रालय की होगी। जो कि संचालक के रूप में कार्य भी करेगा। यही नहीं इसके साथ ही मिशन निदेशक एवं एजेंसी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय स्तर पर भी कार्य करेगा।

नेशनल मिशन का प्रशासनिक संचरण (administration transmission) 

जैसा की हमने लेख में पहले भी जानकारी दी है कि निपुण भारत मिशन के अंतर्गत 5 स्तरीय तंत्र का गठन किया जाएगा।

  1. राष्ट्रीय स्तर (National Level Mission):
    • जैसा की नाम से समझ सकते हैं कि ये राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया जाएगा।
    • स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा इसके सञ्चालन की जिम्मेदारी उठायी जाएगी।
    • छात्रों को लर्निंग गैप्स, अस्सेस्मेंट, लर्निंग स्ट्रेटेजी डाक्यूमेंट्स बनाने, लर्निंग मैट्रिक्स तैयार करने जैसे कार्य किये जाएंगे।
  2. राज्य स्तर पर (State Level Mission ) :
    • इसे राज्य स्तर पर आयोजित किया जाएगा।
    • इस स्तर पर सञ्चालन की जिम्मेदारी स्कूल शिक्षा विभाग की होगी और इस के लिए स्टेट रिपेयरिंग समिति का गठन किया जाएगा।
    • राज्य स्तर पर कार्यान्वयन राज्य के सेक्रेटरी हेड द्वारा किया जाएगा।
  3. जिला स्तर पर (District Mission) :
    • योजना को जिला स्तर पर संचालित किया जाएगा।
    • इसका सञ्चालन डिप्टी मजिस्ट्रेट और डिप्टी कमिश्नर करेंगे।
    • जिला स्तर पर निपुण भारत योजना को तैयार करने के लिए जिला शिक्षा ऑफिसर, कमिटी के सदस्य सीईओ, डिस्ट्रिक्ट अफसर ऑफ़ हेल्थ आदि सदस्य नियुक्त किये जाते हैं।
  4. ब्लॉक क्लस्टर मिशन (Block Cluster Mission) :
    • ब्लॉक क्लस्टर मिशन स्तर पर मिशन के कार्यान्वयन ब्लॉक लेवल पर होता है।
    • Block Cluster के स्तर पर एजुकेशन ऑफिसर और ब्लॉक रिसोर्सेज पर्सन द्वारा इस मिशन का सञ्चालन और साथ ही इसकी निगरानी करने का कार्य किया जाएगा।
  5. Shool Managment Committie & Community Participation :
    • इस मिशन का सञ्चालन स्कूल और कम्युनिटी लेवल पर किया जाएगा।
    • मिशन के अंतर्गत स्कूल मैनेजमेंट शिक्षकों और अभिभावकों द्वारा भी योगदान अपेक्षित किया गया है ।
    • इससे बच्चों की शिक्षा में सुधार लाने व इसे गुणवत्तापूर्ण बनाने हेतु हर किसी को इस निपुण भारत मिशन के माध्यम से जागरूक बनाया जाएगा।

यहाँ जानिए निपुण भारत के हितधारकों की सूची

  1. CBSE (सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन)
  2. राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश (States & UTs)
  3. सेंट्रल स्कूल आर्गेनाइजेशन
  4. स्टेट काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
  5. नेशनल काउंसिल ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग
  6. कम्युनिटी एवं पैरेंट
  7. मुख्य शिक्षक
  8. डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग
  9. ब्लॉक रिसर्च सेंटर तथा क्लस्टर रिसोर्सेज सेंटर
  10. डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर एवं ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर
  11. सिविल सोसाइटी आर्गेनाइजेशन
  12. गैर सरकारी संगठन (Non Government Organization)
  13. प्राइवेट स्कूल

NIPUN Bharat Mission के भाग

केंद्र सरकार द्वारा निपुण भारत योजना को कुल 17 भागों में विभाजित किया गया है। जिन्हे आप आगे दी जा रही सूची में देख सकते हैं –

  • परिचय
  • मूलभूत संख्यामकता और गणित कौशल
  • मूलभूत भाषा और साक्षरता को समझना
  • शिक्षण -अधिगम प्रक्रिया: शिक्षक की भूमिका
  • शिक्षा और सीखना: बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यान
  • स्कूल की तैयारी
  • लर्निंग एसेसमेंट
  • योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
  • राष्ट्रीय मिशन: पहलू एवं दृष्टिकोण
  • मिशन कार्यान्वयन में विभिन्न हितग्राहियों की भूमिका
  • SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य
  • मिशन की सामरिक योजना
  • दीक्षा/NDEAR का लाभ उठाना , डिजिटल संसाधनों का भंडार
  • निगरानी और सूचना प्रौद्योगिकी ढांचा
  • मिशन की स्थिरता
  • माता पिता एवं सामुदायिक जुड़ाव
  • अनुसंधान, मूल्यांकन एवं दस्तावेजी करण की आवश्यकता

NIPUN Bharat: नई गाईडलाइन पीडीएफ

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आइये अब जानते हैं नयी गाइडलाइन्स पीडीएफ के बारे में। निपुण भारत की नयी गाइडलाइन्स पीडीएफ में योजना से सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध है। इस पीडीएफ के माध्यम से योजना के कार्यान्वयन व उपयोगिता व अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हो जाएंगी। इस लेख में ( शुरुआत में दिए गए टेबल में ) हमने आप को निपुण भारत की नयी गाइडलाइन्स पीडीएफ उपलब्ध कराई है। आप दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप सबंधित गाइडलाइन्स को पढ़ सकते हैं। इसके आधिकारिक वेबसाईट के माध्यम से भी इसे डाउनलोड कर सकते हैं –

  • आप को सब से पहले आधिकारिक वेबसाइट education.gov.in पर जाना है।
  • होम पेज पर आप को Guideline for “National Initiative for Proficiency in Reading with Understanding and Numeracy (NIPUN BHARAT) के लिंक पर क्लिक करें।
  • इस के बाद अगला पेज खुलेगा यहाँ आप पीडीएफ फॉर्म में निपुण भारत की गाइडलाइन्स देख सकते हैं।
  • इस के बाद आप डाउनलोड के बटन पर क्लिक करें और इसे डाउनलोड कर सकते हैं।

निपुण भारत (NIPUN Bharat) से संबंधित प्रश्न उत्तर

क्या है निपुण भारत योजना ?

ये एक मिशन है जिसे देश में बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए शुरू किया गया है।

NIPUN Bharat का फुल फॉर्म क्या है ?

निपुण भारत का फुल फॉर्म ये है – National Initiative For Proficiency in Reading with Understanding & Numeracy

निपुण भारत योजना के अंतर्गत किसे लाभ मिलेगा ?

हमारे देश के नौनिहालों को निपुण भारत योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।

निपुण भारत मिशन कब लागू हुआ ?

 05 जुलाई 2021 में शिक्षा मंत्रालय के पूर्व शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा जारी किया था।

NIPUN Bharat की शुरुआत का उद्देश्य क्या है ?

निपुण भारत योजना के तहत प्री-स्कूल (ग्रेड-3) के 4 से 10 वर्ष की आयु के छात्रों को आधारभूत साक्षरता और संखायात्मकता ज्ञान प्रदान करना है। इसके अलावा उन्हें लिखना, पढ़ना व अंकगणित करने की क्षमता में भी सुधार करना है।

आज इस लेख के माध्यम से आप को NIPUN Bharat के बारे में जानकारी प्रदान की गयी है। उम्मीद है आप को ये जानकारी उपयोगी लगी होगी। यदि आप ऐसे ही अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी पढ़ना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट Hindi NVSHQ से जुड़ सकते हैं

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