75 Ramsar Sites in India in Hindi (Updated) | भारत की 75 रामसर साइट की सूची

अंतर्राष्ट्रीय संगठन यूनेस्को के द्वारा प्रत्येक वर्ष रामसर साइट (Ramsar Sites) की सूची को अपडेट किया जाता है। और आवश्यकता पडने पर इनमें नयी साइट्स भी शामिल की जाती हैं। भारत में भी यूनेस्को के द्वारा कई स्थलों को रामसर साइट (Ramsar Sites in India) घोषित किया गया है। आज हम आपको इन्हीं रामसर साइट ... Read more

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Reported by Rohit Kumar

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अंतर्राष्ट्रीय संगठन यूनेस्को के द्वारा प्रत्येक वर्ष रामसर साइट (Ramsar Sites) की सूची को अपडेट किया जाता है। और आवश्यकता पडने पर इनमें नयी साइट्स भी शामिल की जाती हैं। भारत में भी यूनेस्को के द्वारा कई स्थलों को रामसर साइट (Ramsar Sites in India) घोषित किया गया है। आज हम आपको इन्हीं रामसर साइट के बारे में बताने जा रहे हैं। यदि आप भी रामसर साइट के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा अवश्य पढें। रामसर साइट क्या है और भारत के 75 रामसर स्थल (75 Ramsar Sites in India) कौन से हैं आदि पूरी जानकारी इस लेख में दी जा रही है।

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75 Ramsar Sites in India in Hindi (Updated) | भारत की 75 रामसर साइट की सूची
75 Ramsar Sites in India in Hindi (Updated)

रामसर साइट क्या हैं ? (What is Ramsar Sites)

रामसर साइट एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है जिसमें कि अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि के संरक्षण के लिये कार्य किया जाता है। इसे रामसर कन्वेंशन के नाम से भी जाना जाता है। वर्ष 1971 में यूनेस्को के द्वारा इस संधि की शुरूआत की गयी थी। रामसर संधि को मान्यता देने के लिये विभिन्न देशों के द्वारा इस संधि में हस्ताक्षर किये गये थे। ईरान के रामसर शहर में यूनेस्को के द्वारा इस सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इसी रामसर शहर में पहली बार देशों के द्वारा इस संधि पर हस्ताक्षर किये गये थे। इसलिये इस संधि को रामसर संधि का नाम दिया गया।

इस संधि का मानना था कि यह ग्रह केवल मनुष्यों के रहने के लिये ही नहीं है। अन्य प्रजातियों का भी इस धरती पर मनुष्यों के बराबर ही अधिकार है। वन्य जीव जंतुओं और पशु पक्षियों को बचाने के लिये ही यूनेस्को के द्वारा यह कदम उठाया गया। रामसर स्थल के विकास के लिये यूनेस्को के द्वारा वित्तीय मदद दी जाती है। इसमें विभिन्न प्रकार के अभयारण्य, पक्षी विहार और आर्द्र भूमि को शामिल किया जाता है। लुप्त प्राय जीवों की प्रजातियों को बचाने के उद्देश्य से यह संधि की गयी थी।

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भारत की रामसर साइट (Ramsar Sites in India)

India में भी यूनेस्को के द्वारा कई स्थलों को रामसर साइट घोषित किया गया है। वर्तमान में भारत के 75 स्थान ऐसे हैं जो कि किसी न किसी रूप में संरक्षित स्थल हैं। यूनेस्को के द्वारा इन स्थलों को संरक्षित घोषित किया गया है। इसी के साथ साथ भारत सरकार के द्वारा भी इन स्थानों को संरक्षित घोषित किया गया है। भारत में स्थित रामसर साइट की सूची नीचे दी जा रही है।

क्रम संख्या रामसर साइटशामिल वर्षराज्यविशेषता
1चिल्का झील1981उडीसायह भारत की सबसे बडी झील है। प्रवासी पक्षियों के लिये इस झील को आरक्षित किया गया है। यह भारत की सबसे पुरानी रामसर साइट भी है।
2केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान1981राजस्थानयह भारत की सबसे पहली रामसर साइट में से एक है। यह प्रवासी पक्षियों के लिये प्रसिद्व है।
3लोकटक झील1990मणिपुरयह झील अपने तैरते उद्यानों के लिये विश्व प्रसिद्व है। उत्तर पूर्वी राज्यों में यह सबसे बडी झील है।
4वुलर झील1990जम्मू कश्मीरवुलर झील अपने पर्यटन और सुंदरता के लिये प्रसिद्व है। यह भारत की सबसे बडी ताजे पानी की झील भी है।
5हरिके झील1990पंजाबयह झील पंजाब में स्थित है। प्रसिद्व इंदिरा गांधी नहर का निर्माण इसी क्षेत्र में किया गया था।
6सांभर झील1990राजस्थानयह झील यहां प्रवास करने वाले विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों के लिये प्रसिद्व है।
7कंजली झील2002पंजाबयह झील कछुओं के लिये विश्व प्रसिद्व है। विभिन्न प्रकार के जलीय जीव इस झील में पाये जाते हैं।
8रोपड वेटलैंड2002पंजाबसतलुज नदी के द्वारा इस वेटलैंड का निर्माण हुआ है। यह क्षेत्र पंजाब के रोपड क्षेत्र में पडता है।
9कोलेरू झील2002आंध्र प्रदेशयह झील अपने मीठे पानी के लिये प्रसिद्व है।
10दीपोर बील वन्य जीव अभयारण्य2002असमयह क्षेत्र ब्रहमपुत्र नदी के द्वारा निर्मित है। सुंदरवन डेल्टा की तरह ही यह क्षेत्र विस्तृत भूमि में फैला हुआ है।
11पोंग बांध झील2002हिमाचल प्रदेशयह झील हिमाचल की मशहूर महाशीर मछली के लिये प्रसिद्व है। इसे महाराणा प्रताप सागर भी कहा जाता है।
12त्सो मोरीरी झील2002लद्दाखयह भारत की सबसे अधिक उंचाई पर स्थित महत्वपूर्ण झीलों में से एक है।
13अष्टा मुडी झील2002केरलयह झील प्रवासी पक्षियों के निवास स्थान के रूप में प्रसिद्व है।
14सस्थम कोट्टा2002केरलसस्थम कोट्टा मंदिर के पास स्थित होन के कारण इसे भी सस्थम कोट्टा कहा जाता है। यह केरल राज्य की सबसे बडी झीलों में से एक है।
15वेम्बनाड कोल वेटलैंड2002केरललम्बाई के मामले में यह भारत की सबसे लम्बी झील है। इस झील में केरल की प्रसिद्व नौका दौड का आयोजन भी किया जाता है।
16भोज ताल वेटलैंड2002मध्य प्रदेशयह क्षेत्र संरक्षित पक्षी सारस के निवास स्थान के लिये प्रसिद्व है। सारस भारत सरकार के द्वारा संरक्षित पक्षी है जो कि लुप्तप्राय है।
17भितरनिका मेंग्रोव2002उडीसायह क्षेत्र दलदली भूमि में आता है और अपने मैंग्रोव के घने जंगलों केे लिये प्रसिद्व है।
18प्वाइंट कैलिमरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य2002तमिलनाडुयह पक्षी अभयारण्य प्रवासी पक्षियों और काले हिरणों के लिये प्रसिद्व है।
19ईस्ट कोलकाता वेस्टलैंड2002पश्चिम बंगालयह एक कृत्रिम झील है जो कि अपने विशिष्ट पर्यावरण के लिये भारत में मशहूर है।
20चंद्रताल आर्द्रभूमि2005हिमाचल प्रदेशयह स्थान हिमाचल में चन्द्र नदी का उद्गम है। और हिमालयी पक्षियों के लिये मशहूर है।
21रेणुका वेटर्लैंड2005हिमाचल प्रदेशइस झील का नाम हिमाचल के लोक देवता भगवान परशुराम की पुत्री माता रेणुका के नाम पर रखा गया है।
22होकरसर आर्द्रता भूमि2005जम्मू एवं कश्मीरपीर पंजाल रेंज में स्थित यह क्षेत्र भारत में लुप्तप्राय रेडबीडस पक्षियों का एकमात्र निवास स्थान है।
23सुरिंसर झील और मानसर झील2005जम्मू एवं कश्मीरयह जम्मू कश्मीर की महत्वपूर्ण नदी झेलम के द्वारा बनायी गयी झील है।
24रूद्रसागर झील2005त्रिपुरायह झील प्राकृतिक झरनों के संगम पर स्थित है। पारिस्थितिकी के लिये यह एक महत्वपूर्ण झील है।
25उपरी गंगा वेस्ट लैंड2005उत्तर प्रदेशयह स्थान जलीय जीवों जैसे कछुआ, घडियाल और मगरमच्छों के लिये प्रसिद्व है। इसके साथ ही गंगा डॉलफिन के लिये भी यह क्षेत्र प्रसिद्व है।
26नल सरोवर पक्षी विहार और अभयारण्य2012गुजरातगुजरात की मरू भूमि में स्थित यह मरूस्थल का सबसे बडा अभयारण्य है। यह विहार पक्षियों के साथ ही जंगली गधों के लिये भी प्रसिद्व है।
27सुंदरवन डेल्टा क्षेत्र2019पश्चिम बंगालसंुदरवन विश्व का सबसे बडा डेल्टा क्षेत्र है। यह स्थान द ग्रेट बंगाल टाईगर के लिये विश्व प्रसिद्व है। दलदली भूमि पर इस क्षेत्र में विश्व का सबसे बडा मैंग्रोव वन स्थित है।
28नंदुर मध्य महेश्वर2019महाराष्ट्रपक्षी विहार के लिये प्रसिद्व
29नवाबगंज पक्षी विहार और अभयारण्य2019उत्तर प्रदेशइसे शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी विहार के नाम से भी जाना जाता है।
30केशोपुर मिआनी कम्यूनिटी रिजर्व2019पंजाबभारत के सबसे बडे संरक्षित स्थलों में से एक
31व्यास संरक्षित क्षेत्र2019पंजाबडॉलफिन के लिये प्रसिद्व
32नांगल वन्यजीव अभयारण्य2019पंजाबवन्यजीवों में पैंगोलिन के लिये प्रसिद्व
33सांडी पक्षी अभयारण्य2019उत्तर प्रदेशयह अभयारण्य पूर्ण रूप से मानसून पर निर्भर है।
34समसपुर पक्षी विहार और अभयारण्य2019उत्तर प्रदेशदलदली भूमि पर स्थित वेटलैंड
35समान पक्षी अभयारण्य2019उत्तर प्रदेशपूरी तरह से मानसून पर निर्भर वेटलैंड
36पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य2019उत्तर प्रदेशगिद्वों के संरक्षण के लिये आरक्षित अभयारण्य
37सरसई नावर झील2019उत्तर प्रदेशगिलुप्तप्राय और उत्तर प्रदेश के राज्य पक्षी सारस के संरक्षण के लिये आरक्षित क्षेत्र
38आसन कंजर्वेशन रिजर्व और पक्षी विहार2020उत्तराखंडआसन अभयारण्य विदेशी पक्षियों के लिये स्वर्ग माना जाता है।
39कंवर ताल का क्षेत्र2020बिहारबिहार राज्य का सबसे महत्वपूर्ण वेटलैंड में से एक
40लोनार झील2020महाराष्ट्रमाना जाता है कि यह झील उल्का पिंडों के प्रभाव से निर्मित हुयी है।
41सुर सरोवर झील / कीथम झील2020उत्तर प्रदेशसेंट्रल एशिया के प्रवासी पक्षियों के लिये प्रसिद्व झील
42त्सो कर वेटलैंड क्षेत्र2020लद्दाखभारत के सुदूर हिमालयी क्षेत्र में स्थित इस वेटलैंड को विश्व प्रसिद्व हिमतेंदुये और अन्य जंगली प्रजातियों के लिये प्रसिद्व है।
43सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान2021हरियाणाविभिन्न प्रकार के देशी और प्रवासी पक्षियों का निवास स्थल
44भिडावास वन्यजीव क्षेत्र और अभयारण्य2021हरियाणाहरियाणा राज्य का सबसे बडा वेटलैंड क्षेत्र
45थोल झील वन्यजीव अभयारण्य2021गुजरात——-
46वाधवाना आर्द्रभूमि क्षेत्र2021गुजरातलाल गर्दन वाले बतखों की दुर्लभ प्रजाति के लिये यह वेटलैंड विश्व प्रसिद्व है।
47हैदरपुर आर्द्रभूमि क्षेत्र2021उत्तर प्रदेशलजलीय जंतुओं के निवास के लिये प्रसिद्व
48खिजडिया पक्षी विहार और अभयारण्य2022गुजरात——–
49पल्लीकरनई मार्श रिजर्व वन्यजीव क्षेत्र2022उत्तर प्रदेशसबसे बडे प्राकृतिक वेटलैंड में से एक
50करिकली पक्षी अभयारण्य2022तमिलनाडुयह पक्षी अभयारण्य अपनी विविधता के लिये प्रसिद्व है।
51बखीरा वन्यजीव अभयारण्य2022तमिलनाडु——–
52पिचवरम मैंग्रोव क्षेत्र2022तमिलनाडुदेश के सबसे बडे मैंग्रोव वनों में से एक
53पाला वेटलैंड भूमि2022मिजोरम———
54साख्य सागर2022मध्य प्रदेश———
55कूथनकुलम पक्षी विहार और अभयारण्य2022तमिलनाडुपक्षियों के लिये संरक्षित पक्षी अभयारण्य
56मन्नार की खाडी और समुद्री बायोस्फीयर रिजर्व2022तमिलनाडुसमुद्री जीवों के लिये महत्वपूर्ण वेटलैंड क्षेत्र
57वेम्बनूर आर्द्रभूमि का क्षेत्र2022तमिलनाडुसबसे अनोखे कृत्रिम वेटलैंड में से एक
58वेलोड पक्षी विहार और अभयारण्य2022तमिलनाडुयह भारत के कृत्रिम वेटलैंड में से एक है।
59वेदान्थन्गल पक्षी अभयारण्य और विहार2022तमिलनाडु——
60उदय मार्थन्द पुरम पक्षी अभयारण्य2022तमिलनाडु——-
61सिरपुर वेटलैंड2022मध्य प्रदेशऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण प्राकृतिक वेटलैंड क्षेत्र
62सतकोसिया गार्ज का आर्द्रभूमि क्षेत्र2022ओडिशाअपने प्राकृतिक वातावरण के लिये प्रसिद्व रामसर स्थल
63नंदा झील का क्षेत्र2022गोवागोवा राज्य में स्थित एक मात्र रामसर स्थल
64रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य2022कर्नाटक——-
65यशवंत सागर की वेटलैंड भूमि2022मध्य प्रदेशयह एक कृत्रिम ताल है।
66ठाणे क्रीक फ्लेमिंगो पक्षी विहार2022महाराष्ट्रप्रवासी पक्षियों के लिये आरामगाह क्षेत्र
67हाइगम आर्द्रभूमि कंजर्वेशन रिजर्व क्षेत्र2022जम्मू और कश्मीरअनेक हिमालयी दुर्लभ प्रजातियों के लिये प्रसिद्व रामसर स्थल
68शालबुग वेटलैंड आरक्षित क्षेत्र2022जम्मू और कश्मीरअनेक हिमालयी दुर्लभ प्रजातियों के लिये प्रसिद्व रामसर स्थल
69टंपारा झील की आर्द्रभूमि2022ओडिशाजलीय जीवों के लिये महत्वपूर्ण रामसर स्थल
70हीराकुंड आरक्षित क्षेत्र2022ओडिशाहीराकुंड बांध पर निर्मित रामसर स्थल
71अनसुपा झील2022ओडिशाबांस के जंगलों के लिये प्रसिद्व वेटलैंड
72चित्रागंडी पक्षी विहार और अभयारण्य2022तमिलनाडुप्रवासी पक्षियों का पसंदीदा निवास स्थान
73सुचिंद्रम थरूर आर्द्रभूमि क्षेत्र2022तमिलनाडुप्रवासी पक्षियों के लिये आरामगाह क्षेत्र
74वडुवुर पक्षी अभयारण्य2022तमिलनाडुपक्षियों के लिये संरक्षित पक्षी अभयारण्य
75कांजीरमकुलम पक्षी संरक्षित क्षेत्र2022तमिलनाडुपक्षियों के लिये संरक्षित पक्षी अभयारण्य

रामसर साइट सम्बंधित प्रश्न उत्तर

भारत में कितने रामसर स्थल हैं?

वर्तमान में भारत में 75 रामसर स्थल हैं।

रामसर साइट क्या है?

वन्यजीवों के लिये अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि को यूनेस्को के द्वारा रामसर स्थल का दर्जा दिया जाता है। इन स्थानों के संरक्षण और विकास के लिये यूनेस्को के द्वारा वित्तीय मदद दी जाती है।

सबसे ज्यादा रामसर स्थल किस राज्य में हैं?

वर्तमान में तमिलनाडु राज्य में 14 रामसर साइट हैं। जो कि किसी भी राज्य में सबसे अधिक है।

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