उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की शुरुआत 11 नवंबर 2020 को केंद्रीय मंत्री मंडल के द्वारा की गयी है। इस योजना के माध्यम से देश में औद्योगिक संस्थान के क्षेत्र में वृद्धि करने के लिए किया गया है। औधोगिकी के क्षेत्र में विकास होने से देश को आत्मनिर्भर बनाया जायेगा। विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात को बढ़ाने के लिए फार्मास्यूटिकल दवाओं, ऑटो घटकों और ऑटोमोबाइल सहित दस प्रमुख क्षेत्रों के लिए उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन-पीएलआई योजना को मंजूरी दी गयी है। अगले पांच वर्षों के दौरान इन योजनाओं पर लगभग 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देगी, जिससे आयात पर निर्भरता कम करेगी और रोजगार के नए-नए अवसर को पैदा करेगी। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से योजना से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करेंगे।
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Utpadan Aadharit Protsahan Yojana (PLI Scheme)
PLI Yojana 2024 के माध्यम से औधोगिकरण के क्षेत्र में विकास होने से देश के सभी नागरिको को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। देश में रोजगार के नए साधन उपलब्ध होने से बेरोजगारी जैसी समस्याओं में कमी आएगी। यह भारत सरकार के द्वारा देश में उद्योग स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की गयी है। Utpadan Aadharit Protsahan Yojana के माध्यम से देश में अर्थव्यस्था के क्षेत्र में विकास किया जायेगा।
इस 5 साल की प्रोत्साहन योजना से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 8 लाख नई नौकरियां पैदा होंगी। साथ ही देश में 2025 तक मोबाइल फोन का घरेलू वैल्यू एडिशन बढ़कर 35-40% हो जाएगा। जिससे उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन भारत की औद्योगिक नीति में एक सार्थक बदलाव किया जायेगा।
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के मुख्य तथ्य
योजना का नाम | उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (PLI Scheme) |
किसके द्वारा शुरू की गई | भारत सरकार द्वारा |
आरंभ तिथि | 11 नवंबर 2020 |
योजना का उद्देश्य | भारत में उत्पादन को बढ़ावा देना |
योजना के लाभार्थी | कारोबार जगत नागरिक |
योजना का लाभ | देश में नौकरियों का अवसर बढ़े और उभरते हुए सेक्टरों को बढ़ावा मिले |
कुल बजट | 2 लाख करोड़ रुपये |
आधिकारिक वेबसाइट | plimofpi.ifciltd.com |
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना 2024
पीएलआई योजना-के अंतर्गत सरकार ने कई क्षेत्रों में सुधार किए हैं और घरेलू विनिर्माण को गति देने के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना को और अधिक क्षेत्रों में लाने की योजना बनाई है। इसके अलावा, छोटी कंपनियों को नौकरी मिलने के कारण, रोजगार का दायरा एक जगह नहीं सिकुड़ता बल्कि कई क्षेत्रों और छोटे शहरों तक पहुंच जाता है। इससे अंततः अर्थव्यवस्था को भी लाभ होता है। PLI Yojana के माध्यम से भारत देश में भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अधिक से अधिक उत्पादन किया जायेगा जिसके माध्यम से भारत भी अन्य देशो की तरह अधिक से अधिक निर्यात करने में सक्षम होगा। इससे देश की इकॉनमी में भी वृद्धि होगी। भारत सरकार का यह फैसला आत्मनिर्भर भारत को साकार करने के अवलोकन में महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- सरकार ने घरेलू मैनुफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए 10 उत्पादन क्षेत्रों के लिए 2 लाख करोड़ रुपये की उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन योजनाओं को मंजूरी दी है।
- PLI Yojana का लाभ रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, फार्मास्यूटिकल्स, विशेष प्रकार के स्टील, वाहन, दूरसंचार, वस्त्र, खाद्य उत्पाद, सौर फोटोवोल्टिक और मोबाइल फोन की बैटरी जैसे उद्योगों में निवेशकों को लाभान्वित किया जायेगा।
- उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के तहत एप्पल, फॉक्सकॉन होन हाई, विस्ट्रॉन और सैमसंग जैसे निर्माताओं के द्वारा भारत में निवेश किया जायेगा।
- देश में उत्पादन के क्षेत्र में वृद्धि होने से देश के सभी नागरिकों की जरूरतों को भी पूर्ति की जाएगी।
- पीएलआई योजना में (Gross domestic product (GDP) सकल घरेलू उत्पाद के द्वारा 16% भूमिका प्रदान की जाएगी।
- 25 प्रतिशत कॉर्पोरेट टैक्स रेट में भी PLI Yojana के तहत कटौती की जाएगी।
- योजना को सफलपूर्वक बनाने के लिए आने वाले पांच वर्षों में अधिकतम 2 लाख करोड़ रूपए खर्च किये जायेंगे।
- देश में औधोगिकरण के क्षेत्र को PLI Yojana के अंतर्गत एक नया स्वरूप दिया जायेगा।
- Indian manufacturers को इस उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत वर्ल्ड लेवल पर Competitive बनाया जायेगा।
- योजना के तहत प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश को भी कवर किया जायेगा और साथ ही यह एक क्षमता को भी सुनिश्चित करेगी।
- एक बड़े पैमाने की अर्थव्यस्था का निर्माण करने के साथ-साथ एक्सपोर्ट भी बढ़ेगा ,जिससे भारत एक वैश्विक श्रेणीबद्धता का अभिन्न संघटक बन जायेगा।
PLI Scheme के तहत सेक्टर्स को प्रदान की जाने वाली धनराशि
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के माध्यम से जिन 10 उत्पादन क्षेत्रों का चयन किया गया है उन सभी मैनुफैक्चरिंग कंपनियों के लिए अलग-अलग रूप में सरकार के द्वारा बजट निर्धारित किया गया है। जिसका सभी विवरण नीचे सूची में दिया गया है।
Sector | The funds |
Advanced Chemistry Cell Battery | 18,100 करोड़ रुपये |
Electronic & Technology Products | 5000 करोड़ रुपये |
Automobile and Auto Components | 57,042 करोड़ रुपये |
Pharmaceutical drugs | 15000 करोड़ रुपये |
Telecom and Networking Products | 12,195 करोड़ रुपये |
Textile products | 10,683 करोड़ रुपये |
Food products | 10,900 करोड़ रुपये |
Solar pv module | 4500 करोड़ रुपये |
White goods | 6,238 करोड़ रुपये |
Specialty steel | 6,322 करोड़ रुपये |
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- मैन्युफैक्चरिंग प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना आवेदन की प्रक्रिया
भारत सरकार के द्वारा अभी हाल ही में उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना की घोषणा की गयी है। आवेदन से संबंधी प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के लिए लाभार्थियों को अभी कुछ समय का इन्तजार करना पड़ेगा। PLI Yojana के लिए बहुत जल्द भारत सरकार के द्वारा पोर्टल को लॉन्च किया जायेगा। बहुत जल्द सरकार के द्वारा इस योजना में आवेदन करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किये जायेंगे। नोटिफिकेशन जारी होते ही आपको हमारी इस वेबसाइट के माध्यम से आवेदन से संबंधी प्रक्रिया को अपडेट किया जायेगा।
Utpadan Aadharit Protsahan Yojana (PLI Scheme) Faq
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना से देश के नागरिको क्या लाभ प्राप्त होंगे ?
देश के नागरिको को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना के माध्यम से रोजगार की प्राप्ति होगी। उत्पादन के क्षेत्र में विकास होने से लोग अपनी जरूरतों की पूर्ति सरलता से कर पाएंगे।
Utpadan Aadharit Protsahan Yojana के अंतर्गत कितने मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र को शामिल किया गया है ?
दस मैनुफैक्चरिंग क्षेत्र को Utpadan Aadharit Protsahan Yojana में शामिल किया गया है जिसमे मुख्य रूप से वाशिंग मशीन रेफ्रजरेटर, जैसे उत्पाद, औषधि, विशेष प्रकार के इस्पात, वाहन, कपड़ा दूरसंचार, सौर फोटोवोल्टिक खाद्य उत्पाद, और मोबाइल फोन बैटरी जैसे उद्योगों है।
उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना से देश को क्या लाभ प्राप्त होंगे ?
देश को उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना से बहुत से लाभ प्राप्त होंगे घरेलू उत्पाद बढ़ने से अधिक से अधिक निर्यात किया जायेगा और और आयात में कमी आएगी। जिससे की देश की अर्थव्यवस्था को और मजबूत किया जायेगा।
सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के द्वारा कितनी भूमिका PLI Scheme के लिए प्रदान की जाएगी ?
सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के द्वारा 16% की भूमिका पीएलआई स्कीम को प्रदान की जाएगी।
पीएलआई योजना के लिए कितना बजट निर्धारित किया गया है ?
2 करोड़ रूपए का बजट पीएलआई योजना के लिए निर्धारित किया गया है जिसके माध्यम से चुने गए अलग-अलग उत्पादन सेक्टरों को फंड के रूप में अलग-अलग धनराशि प्रदान की जाएगी।
पीएलआई स्कीम के लिए नागरिक कैसे आवेदन कर सकते है ?
भारत सरकार के द्वारा अभी पीएलआई स्कीम आवेदन से संबंधित कोई घोषणा नहीं की गयी आवेदन से जुड़ी जानकारी बहुत जल्द सरकार के द्वारा जारी की जाएगी।