दोस्तों आपने शेयर मार्किट (Share Market) का नाम तो जरूर सूना होगा। न्यूज़ में हम अक्सर ही सुनते हैं की मुंबई स्थित दलाल स्ट्रीट (Dalal Street) में Sensex इतना अंक उछल गया।
जिससे फलाना कम्पनी के शेयर के दामों में इतने प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो गई है। इसके बाद मार्किट में उस कंपनी के शेयर की मांग बढ़ जाती है। जिसके बाद शेयर धारक कंपनी के शेयर को मुंहमांगे दामों में बेचकर मोटा लाभ कमाया जाता है।
दोस्तों हम भी सुनते हैं की फलाने व्यक्ति ने शेयर मार्किट में पैसे लगाए थे और वह रातों-रात अमीर हो गया। आप तो जानते हैं की देश और दुनिया में हर व्यक्ति अमीर बनने के सपने देखता है। लेकिन यह सपना किस-किसी का ही पूरा हो पाता है।
देश का एक आम आदमी भी सोचता है की शेयर मार्किट में पैसा लगाकर जल्द से जल्द अमीर बन जाए लेकिन इस शेयर मार्किट को समझना हर किसी के बस की बात नहीं। क्योंकि यह मार्किट अनिश्चित है। शेयर मार्किट (Share Market) में पैसा लगाने के बाद यह हमेशा जरूरी नहीं की लाभ होगा बल्कि कभी -कभी बड़े आर्थिक नुकसान भी उठाने पड़ते हैं।
शेयर मार्किट पैसा निवेश करने से पहले मार्किट की अच्छी खासी जानकारी होना बहुत जरूरी है। आज के अपने इस आर्टिकल में हम आपको Share Market की सम्पूर्ण जानकारी सरल भाषा में लेकर आये हैं ताकि हर व्यक्ति शेयर मार्किट में पैसा निवेश कर आर्थिक नुकसान उठाने से पहले इस मार्किट को अच्छी तरह समझ ले।
दोस्तों यदि आप शेयर मार्किट के बारे में जानने एवं समझने के इच्छुक हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
शेयर मार्किट क्या है ?
Share Market या शेयर बाजार एक तरह का वित्तीय स्टॉक एक्सचेंज बाज़ार है। जिसमें कंपनियां एवं बड़े-बड़े उद्योगपति लोग शेयर, स्टॉक, बॉन्ड, म्यूच्यूअल फंड आदि में निवेश करते हैं। जब भी शेयर बाज़ार के अंकों में उछाल आता है तो इसका मतलब निवेशकों को मुनाफा होगा।
इसी प्रकार जब शेयर मार्किट के अंकों में गिरावट आती है तो निवेशकों और कंपनियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। शेयर मार्किट का उठना और गिरना बाज़ार और देश की राजनितिक स्थितियों के ऊपर निर्भर करता है।
शेयर मार्केट से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण (Important) बातें:
यदि आप भी शेयर बाज़ार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी है –
- आपके पास देश के किसी भी बैंक में स्वयं का सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए।
- शेयर मार्किट में निवेश हेतु आपके पास DeMat खाता होना बहुत जरूरी है।
- यदि आप किसी ट्रेडिंग माध्यम से शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो यह जरूर चेक कर लें की ब्रोकरेज कम्पनी के पास ट्रेडिंग अकाउंट हो। ब्रोकरेज कम्पनी का बिना ट्रेडिंग अकाउंट के शेयर मार्किट में इन्वेस्ट करना पूर्णतः गैरकानूनी है।
- ब्रोकरेज फर्म का शेयर मार्किट में निवेश हेतु SEBI के पास रजिस्टर होना आवश्यक है।
आपको बता दें की शेयर मार्केट (Share Market) का प्रमुख उद्देश्य है की कोई भी कम्पनी अपने व्यापार को बढ़ाने हेतु या व्यापार में उपयोग किये जाने वाले कच्चे माल को खरीदने हेतु बाज़ार से पैसा उधार लेती हैं।
बाज़ार से पैसा उधार लेने के लिए कपनियां अपना IPO (Initial public offering) जिसके तहत लोग कम्पनी में पैसे निवेश कर कम्पनी के शेयर खरीदते हैं। इस तरह के फंड हेतु कम्पनी को लाभ होने पर कुछ प्रतिशत लाभ के अनुरूप निवेशकों के पैसे लौटाने होते हैं।
शेयर मार्किट में किसी कम्पनी द्वारा फंड जुटाने की यह एक आसान प्रक्रिया है। इसके अलावा कोई कम्पनी चाहे तो शेयर मार्किट में सूचीबद्ध बड़ी कंपनियों से बाज़ार भाव द्वारा निर्धारित ब्याज प्रतिशत पर ऋण ले सकती है। जिसको चुकाने के लिए लेनदार कम्पनी को कुछ निश्चित समय प्रदान किया जाता है।
यदि लेनदार कम्पनी निश्चित समयांतराल के तहत अपना ऋण नहीं चुका पाती है तो SEBI की गाइडलाइंस के अनुसार लोन देने वाली कम्पनी के पास यह पूर्ण अधिकार होगा की वह लेनदार कम्पनी की संपत्ति को बेचकर या शेयर की हिस्सेदारी को बेचकर अपने लोन की धनराशि को वसूल सकती है।
हम आपको यह भी बता दें शेयर मार्किट में पहली बार सूचीबद्ध होने वाली कम्पनी अपने IPO का मूल्य निर्धारण स्वयं करती है। जिसके बाद शेयर बाज़ार के चढ़ने और उतरने की स्थिति का आंकलन कर कम्पनी अपने आईपीओ के दाम बढ़ा और घटा भी सकती है।
- शेयर मार्किट (Share Market) में कम्पनीज के शेयर खरीदने हेतु SEBI ने कुछ नियम बनाये हैं जिसके तहत आप किसी कंपनी के शेयर या स्टॉक (Equity) को खरीद सकते हैं। किसी कंपनी के शेयर खरीदना एक तरह से उस कंपनी में Ownership (मालिकाना) हक़ लेने जैसा है। share खरीदने का मतलब आप उस कम्पनी में Ownership को Represent कर रहे हैं।
- जब भी शेयर मार्किट में उछाल आता है तो शेयर की वैल्यू बढ़ जाती है। जिसको बेचकर आप कंपनी के मुनाफे (Profit) के हिस्सेदार बन जाते हैं। SEBI द्वारा निर्धारित कंपनी के शेयर खरीदने के नियम निम्नलिखित इस प्रकार से हैं –
- Direct Stock Purchase: शेयर खरीदने का यह तरीका एक Open Method है। इस माध्यम से शेयर खरीदने वाला व्यक्ति डायरेक्ट method का उपयोग करके (Trough a Dividend reinvestment plan (DRIP)) प्लान के तहत शेयर मार्किट में सूचीबद्ध (Listed) कंपनी के शेयर खरीद सकता है। इस तरह से शेयर खरीदने को cash dividends कहा जाता है।
- Brokerage Firm: ब्रोकरेज माध्यम शेयर खरीदने के लिए आपको किसी ब्रोकरेज फर्म कम्पनी या दलाल से संपर्क करना होता है। आप यह समझ लें की ब्रोकरेज कम्पनी या दलाल शेयर खरीदने वाले और शेयर मार्किट के बीच intermediary की तरह कार्य करता है। शेयर खरीदने के लिए खरीदार व्यक्ति को ब्रोकरेज फर्म कंपनी में अपना एक अकाउंट खोलना पड़ता है। अकाउंट खोलने के बाद ब्रोकरेज कम्पनी खरीदार व्यक्ति की ओर से शेयर मार्किट की कम्पनीज में शेयर खरीदती है। जिसके लिए ब्रोकरेज फर्म purchasing व्यक्ति से प्रत्येक शेयर को खरीदने पर फीस के तहत अपना कमीशन लेती है। Brokerage Firm method दो माध्यमों से कार्य करता है पहला की खरीदार व्यक्ति Brokerage Firm कंपनी को कह सकता है की फलाना कम्पनी के शेयर खरीदने हैं। दूसरा माध्यम यह की ब्रोकरेज कम्पनी मार्केट का analysis करके स्वयं से किसी कंपनी से शेयर खरीद सकते हैं।
- Online Trading Platform: इंटरनेट के आ जाने से हमारे कई कार्य अब ऑनलाइन माध्यम से होने लगे हैं। इसलिए अब शेयर मार्किट में Investment और शेयर की खरीद-बेच भी ऑनलाइन माध्यम से होने लगी है। शेयर के ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए आपको ट्रेडिंग प्लेटफार्म में अपना एक डीमैट अकाउंट ओपन करना होता है। ट्रेडिंग प्लेटफार्म पर आप आधार और पैन कार्ड, बैंकिंग डिटेल्स की सहायता से बेहद ही सरल प्रक्रिया को अपनाकर एक Demat Account ओपन कर सकते हैं। कुछ प्रसिद्ध शेयर ट्रेडिंग प्लेटफार्म के नाम इस प्रकार से हैं – जैसे Zerodha, Angel broking, रॉबिनहुड, E-trade, Upstox आदि।
- Mutual Funds and Exchange-Traded Funds: उपरोक्त तरीकों के अलावा आप म्यूचुअल फंड और ईटीएफ के माध्यम से शेयर मार्किट में कम्पनीज के शेयर खरीद और बेच सकते हैं। म्यूचुअल फंड में आपको स्टॉक्स, बॉन्ड्स और अन्य सिक्योरिटीज के तहत पैसे का इन्वेस्टमेंट कर शेयर खरीदने होते हैं। Mutual Funds and Exchange-Traded Funds के तहत शेयर खरीद-बेच के लिये कंपनियां खरीदार व्यक्ति का पोर्टफोलियो बनाती हैं जिसको डायवर्स पोर्टफोलियो कहा जाता है।
- Exchange-Traded Funds के विभिन्न प्लान के तहत आप एकमुश्त या महीने के अनुसार छोटी-छोटी investment कर किसी कपंनी के स्टॉक में पैसे निवेश कर सकते हैं। जिसके बाद कपंनी का मुनाफा होने पर निवेश को अपने निवेश किये गये पैसों में काफी अच्छा रिटर्न मिलता है। यह एक तरह का लॉन्ग टर्म स्टॉक इन्वेस्टमेंट प्रक्रिया है।
मार्किट क्रैश (Crash) क्या होता है ?
कई बार आपने न्यूज़ में पढ़ा और सुना होगा की आज सेंसेक्स के इतना अंक गिरने से शेयर मार्किट क्रैश हो गया। लेकिन क्या आपको पता है की शेयर मार्किट कैसे क्रैश होता है। दोस्तों जब देश की आर्थिक और राजनितिक का प्रभाव मार्किट पर पड़ता है तो शेयरों के दाम गिरने के कारण मार्किट क्रैश हो जाता है।
लगातार शेयर के दामों का गिरना शेयर मार्किट के क्रैश होने की सबसे बड़ी वजहों में से एक है। दुनिया में अभी तक कुछ बहुत ही प्रसिद्ध शेयर मार्केट क्रैश हुए हैं जिनमें से वर्ष 1929 में होने वाला शेयर मार्किट क्रैश एक बहुत बड़ा क्रैश माना जाता है। इस क्रैश को शेयर मार्केट के विशेषज्ञों ने “Black Monday” नाम दिया था। इस मार्किट क्रैश में दुनिया भर के निवेशकों का लाखों पैसा डूब गया था।
डीमैट (DeMat) अकाउंट क्या है और यह कैसे खोला जाता है ?
शेयर मार्किट में निवेश हेतु आपने किये जाने वाले अकाउंट को Demat अकाउंट कहा जाता है। SEBI के नियमों के अनुसार किसी भी निवेशक को शेयर बाज़ार में कम्पनी शेयर खरीदने और बेचने हेतु डीमैट खाता खोलना जरूरी है। आप अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड की सहायता से आसान सी प्रक्रिया को अपनाकर एक डीमैट अकाउंट ओपन कर सकते हैं।
डीमैट अकाउंट ओपन करने हेतु निवेशक (Investor) की पात्रता:
- निवेशक व्यक्ति भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आवेदक निवेशक व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक निवेशक व्यक्ति का देश के किसी भी बैंक में स्वयं का खाता ओपन किया हुआ होना चाहिए।
- आवेदक व्यक्ति के पास वैध (Valid) आईडी (जैसे: आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि।)
- आवेदक व्यक्ति के पास भारत सरकार के द्वारा जारी पैन कार्ड होना अति आवश्यक है।
- आवेदक व्यक्ति का इनकम टैक्स रिटर्न फाइल का प्रमाण होना चाहिए।
डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
- यह तो आप जानते ही हैं की शेयर मार्किट में निवेश करने और शेयर्स की खरीद-बेच के लिए डीमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है। बिना डीमैट अकाउंट के आप शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकते हैं आगे हमने आपको ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से डीमैट Account कैसे ओपन किया जाता है उसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में बताया है। खाता खोलने यह प्रक्रिया इस प्रकार निम्नलिखित है –
- ऑनलाइन माध्यम से डीमैट अकाउंट ओपन करना:
- ऑनलाइन माध्यम से Demat अकाउंट ओपन करने के लिए सबसे पहले आप अपने पसंदीदा ऑनलाइन डीमैट प्लेटफार्म की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएँ।
- वेबसाइट पर जाने के बाद आपको होम पेज पर “ओपन डीमैट अकाउंट” का लिंक देखने को मिलेगा। अकाउंट ओपन करने के लिए लिंक को ओपन करें।
- लिंक को ओपन करने के बाद आपके सामने Registration form ओपन हो जाएगा। अब फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियों को ध्यानपूर्वक भरें।
- जानकारी भरने के बाद OTP को दर्ज कर आगे बढ़ें। इसके बाद ऑनलाइन फॉर्म में मांगे जा रहे सभी दस्तावेजों को अपलोड करें।
- दस्तावेजों को अपलोड करने के बाद KYC प्रक्रिया के तहत आपको verify किया जाएगा। वेबसाइट के द्वारा ऑनलाइन वेरीफाई होने के बाद आपका डीमैट अकाउंट ओपन हो जाएगा।
- इस तरह से आप उपरोक्त सभी स्टेप्स को फॉलो करके ऑनलाइन माध्यम से अपना एक डीमैट खाता खोल सकते हैं।
- ऑफलाइन माध्यम से डीमैट अकाउंट ओपन करना:
- दोस्तों यदि आप ऑफलाइन माध्यम से डीमैट अकाउंट ओपन करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने नजदीकी ब्रोकरेज फर्म या किसी दलाल से संपर्क करना होगा।
- दलाल के पास जाकर आपको डीमैट अकाउंट ओपन करने से संबंधित फॉर्म लेना होगा। फॉर्म लेने के बाद आपको फॉर्म में मांगी गई कुछ सामान्य सी जानकारियां जैसे (नाम, पता, जन्मतिथि, बैंक अकाउंट डिटेल्स आदि।) को भरना होगा।
- जानकारी भरने के बाद आवश्यक सभी दस्तावेजों को संलग्न करें। इसके बाद दस्तावेजों के साथ संलग्न आवेदन फॉर्म को आपको ब्रोकरेज कंपनी के ऑफिस जाकर या दलाल के पास जाकर जमा करवाना होगा।
- फॉर्म जमा होने के बाद आवेदन की जांच कर आपका KYC कर दिया जाएगा। KYC की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दलाल के द्वारा आपका डीमैट अकाउंट ओपन कर दिया जाएगा। इस तरह से आप ऑफलाइन माध्यम से डीमैट अकॉउंट ओपन कर पाएंगे।
ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट में क्या अंतर है ?
दोस्तों कई बार नए निवेशकों को यह जानकारी नहीं होती की ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट दोनों अलग होते हैं। निवेशक कई बार यह समझ लेते हैं की दोनों अकाउंट एक ही हैं जबकि ऐसा नहीं होता है। डीमैट अकाउंट एक व्यक्ति के द्वारा खोला जाता है जो शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करना चाहता है। जबकि ट्रेडिंग अकाउंट उन ब्रोकरेज कंपनियों या दलालों के द्वारा ओपन किया जाता है जो निवेशकों के पैसे शेयर मार्केट में लगाते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें ?
जो भी निवेशक ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना चाहते हैं वह अपने स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन माध्यम से ट्रेडिंग अकाउंट को ओपन करने हेतु आवेदन कर सकते हैं।
दोस्तों आपको बता दें की भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI – Security Exchange Board Of India) के अनुसार हमारे देश भारत में राष्ट्रिय स्तर पर काम करने वाले शेयर मार्केट की संख्या 7 है और क्षेत्रीय स्तर पर कार्य करने वाले शेयर मार्केट की संख्या 28 है हमने आपको यहां टेबल के माध्यम से सभी स्टॉक एक्सचेंज मार्केट की लिस्ट आपको बताई है।
- राष्ट्रिय (National) स्तर पर कार्य करने वाले Stock Exchange Share Market:
क्रम संख्या | स्टॉक एक्सचेंज का नाम | ऑफिसियल वेबसाइटस (Official Websites) | Address (पता) |
1 | बीएसई (Bombay Stock Exchange) लिमिटेड | www.bseindia.com | पी जे टॉवर, दलाल स्ट्रीट, मुंबई 400001 |
2 | कलकत्ता स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड | www.cse-india.com | लियोन रेंज, डलहौजी, कोलकाता-700001, पश्चिम बंगाल |
3 | भारतीय महानगर स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड | www.msei.in/index.aspx | 205 ए, दूसरी मंजिल, पीरामल अगस्त्य कॉर्पोरेट पार्क, सुंदर बुंग लेन, कमानी जंक्शन, एलबीएस रोड, कुर्ला (पश्चिम) मुंबई – 2 |
4 | मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड | www.mcxindia.com | एक्सचेंज स्क्वायर, सुरेन रोड, चकाला, अंधेरी (ई), मुंबई 400093 |
5 | इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड | विश्वसनीय टेक पार्क, 403-ए, बी-विंग, चौथी मंजिल, ठाणे-बेलापुर, रोड, ऐरोली (ई), नवी मुंबई – 4 | |
6 | नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड | www.ncdex.com | Akruti कॉर्पोरेट पार्क, पहली मंजिल, जीई गार्डन के पास, एलबीएस मार्ग, कांजुरमार्ग (पश्चिम), मुंबई 1 |
7 | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड | www.nseindia.com | बदलना प्लाजा, सी -1, ब्लॉक जी, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स, बांद्रा (पूर्व) मुंबई 400051 |
- क्षेत्रीय स्तर पर कार्य करने वाले Stock Exchange Share Market:
क्रम संख्या | Stock Exchange शेयर मार्केट का नाम | स्थापना (Establishment) |
1 | हैदराबाद सिक्योरिटीज एंड एंटरप्राइजेज लिमिटेड (HSE) (पूर्ववर्ती हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंज) | वर्ष 1941 |
2 | मद्रास स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (MSE) | वर्ष 1937 |
3 | उत्तर प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (UPSE) | 27 अगस्त 1982 |
4 | वड़ोदरा स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (VSE) | वर्ष 1990 |
5 | बैंगलौर स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BgSE) | वर्ष 1963 |
6 | लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (LSE) | वर्ष 1983 |
7 | गोहाटी स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (GSE) | 29 नवंबर 1983 |
8 | भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (BhSE) | 17 अप्रैल 1989 |
9 | पुणे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (PSE) | 2 सितम्बर 1982 |
10 | मगध स्टॉक एक्सचेंज (MSEA) | वर्ष 1986 |
11 | ऐस डेरिवेटिव्स एंड कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड, अहमदाबाद (ACE) | 26 अक्टूबर 2010 |
12 | हापुड़ कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड (HCE) | वर्ष 1923 |
13 | यूनिवर्सल कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड (UCX) | वर्ष 2008 |
14 | राजकोट कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड (RCE) | 12 जनवरी 1983 |
15 | मसाला और तिलहन एक्सचेंज लिमिटेड, सांगली | |
16 | दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (DSE) | वर्ष 1947 |
17 | कॉटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (CSI) | 31 जुलाई 1970 |
18 | बॉम्बे कमोडिटी एक्सचेंज लिमिटेड (BCEL) | वर्ष 1875 |
19 | इंडिया पेपर एंड स्पाइस ट्रेड एसोसिएशन, कोच्चि (IPSTA) | 6 अक्टूबर 1959 |
20 | जयपुर स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (JSE) | वर्ष 1989 |
21 | अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (ASE) | वर्ष 1894 |
22 | ओटीसी एक्सचेंज ऑफ़ इण्डिया (OTCE) | वर्ष 1990 |
23 | मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (MPSE) | वर्ष 1919 |
24 | सौराष्ट्र कच्छ स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (SKSE) | जुलाई 1989 |
25 | मैंग्लोर स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (MGSE) | 31 जुलाई 1984 |
26 | कोचीन स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (CSBE) | वर्ष 1978 |
27 | कोयंबटूर स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड (CSE) | 9 जुलाई 1991 |
28 | इंटर – कनेक्टेड स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इण्डिया लिमिटेड (NCDEX) | 23 अप्रैल 2003 |
विश्व के प्रमुख शेयर बाज़ार:
भारत की तरह दुनिया के अलग-अलग देशों में अपने स्टॉक मार्किट हैं जो अपने-अपने देश की रेगुलर संस्थाओं के द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार कार्य करते हैं। वैसे तो दुनियाभर में बहुत से शेयर बाज़ार हैं लेकिन हम आपको यहां टेबल के माध्यम से विश्व के टॉप 20 शेयर मार्किट के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। इन सभी Stock share market की लिस्ट निम्नलिखित इस प्रकार से है –
क्रम संख्या | Stock शेयर मार्किट का नाम | स्थान (Place) |
1 | न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) | न्यूयॉर्क (USA) |
2 | National Association of Securities Dealers Automated Quotations (नैस्डेक) | न्यूयॉर्क (USA) |
3 | जापान एक्सचेंज समूह (JPX) | टोक्यो (जापान) |
4 | शंघाई स्टॉक एक्सचेंज (SSE) | शंघाई (चीन) |
5 | हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज (SEHK) | हांगकांग |
6 | Euronext | एम्स्टर्डम (यूरोपियन यूनियन) |
7 | शेन्ज़ेन स्टॉक एक्सचेंज (SZSE) | शेन्ज़ेन (चीन) |
8 | लंदन स्टॉक एक्सचेंज (LSE) | लंदन (यूनाइटेड किंगडम) |
9 | TMX समूह | टोरंटो (कनाडा) |
10 | बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) | मुंबई (भारत) |
11 | नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) | मुंबई (भारत) |
12 | ऑस्ट्रेलिया प्रतिभूति विनिमय (ASX) | सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) |
13 | कोपेनहेगन स्टॉक एक्सचेंज | कोपेनहेगन (डेनमार्क) |
14 | B3 स्टॉक एक्सचेंज | साओ पाअलो (ब्राज़ील) |
15 | आइसलैंड स्टॉक एक्सचेंज | आइसलैंड |
16 | Deutsche Börse स्टॉक एक्सचेंज | फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) |
17 | कोरिया स्टॉक एक्सचेंज (KRX) | सियोल (दक्षिण कोरिया) |
18 | ताइवान स्टॉक एक्सचेंज (TWSE) | ताइवान (ताइपे) |
19 | जोहान्सबर्ग स्टॉक एक्सचेंज (JSE) | जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) |
20 | स्पेनिश स्टॉक एक्सचेंज और बाजार (BME) | मैड्रिड (स्पेन) |
जब शेयर मार्किट में निवेशक अपना जमा किया हुआ पैसा निकालने लगते हैं तो निवेशक द्वारा खरीदे गए शेयर के दामों की वैल्यू गिरने लगती है।
भारत की टॉप गेनर्स कम्पनीज इस प्रकार से हैं –
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज,
एचडीएफसी बैंक,
इंफोसिस,
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड,
आईसीआईसीआई बैंक,
बजाज फाइनेंस,
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
महिंद्रा एंड महिंद्रा
बजाज ऑटो
दलाल स्ट्रीट मुंबई की स्थापना 3 दिसम्बर 1887 को हुई थी।
SEBI एक सरकारी संस्था है जो देश भर के स्टॉक एक्सचेंज शेयर मार्किट में नज़र रखती है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की आधिकारिक वेबसाइट (bseindia.com) है।
सेबी का टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800 266 7575 है।
विश्व का पहला कमोडिटी एक्सचेंज (COMEX) नेशनल मेटल एक्सचेंज है जो अमेरिका के न्यूयॉर्क में शुरू किया गया था। इस स्टॉक एक्सचेंज शेयर बाज़ार की स्थापना न्यूयॉर्क के रबर एक्सचेंज, नेशनल रॉ सिल्क एक्सचेंज और न्यूयॉर्क हाईड एक्सचेंज ने साथ मिलकर वर्ष 1882 में की थी।
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