शुक्रवार को दिल्ली में सर्दी का असर और गहराया, जब न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह तापमान सामान्य से एक डिग्री कम था, जिससे राजधानी में सर्दी का अहसास और तीव्र हो गया। भारत मौसम विभाग (IMD) ने इसके मद्देनजर येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग का अनुमान है कि आने वाले दो दिनों में ठंड और कोहरे का प्रभाव और बढ़ सकता है।
अगले 10 दिनों तक कड़ाके की ठंड का अलर्ट
मौसम विभाग ने आगाह किया है कि अगले 10 दिनों तक दिल्ली सहित उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है। IMD ने बताया कि कोहरे के कारण विजिबिलिटी (दृश्यता) कम हो सकती है, जिससे हवाई और सड़क यातायात पर असर पड़ने की संभावना है। ऐसे में यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
श्रीनगर और कश्मीर घाटी में भी ठंड ने जोर पकड़ा है, जहां तापमान जमाव बिंदु से भी नीचे चला गया है। इन इलाकों में ठंड का असर इतना अधिक है कि झीलें और नदी के पानी की सतहें जम गई हैं।
दिल्ली में ठंड और कोहरा कैसे प्रभावित करेगा?
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में ठंड और कोहरे का असर स्वास्थ्य और जनजीवन दोनों पर पड़ेगा। ठंड के चलते बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कोहरे के कारण सुबह और रात के समय सड़कों पर ट्रैफिक धीमा हो सकता है।
येलो अलर्ट का क्या मतलब है?
येलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम खतरनाक स्तर तक पहुंच सकता है और आम जनजीवन पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह एक चेतावनी है कि लोग सतर्क रहें और ठंड से बचाव के उपाय करें।
ठंड से बचाव के सुझाव
IMD ने ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों को गर्म कपड़े पहनने, हीटर का इस्तेमाल करने, और अधिक से अधिक गर्म पेय पदार्थ लेने की सलाह दी है।
श्रीनगर और कश्मीर में कड़ाके की ठंड
श्रीनगर और कश्मीर घाटी में ठंड ने नया रिकॉर्ड बनाया है। तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। पर्यटकों के लिए हालांकि यह मौसम आकर्षण का केंद्र बन गया है। बर्फबारी के कारण लोग गुलमर्ग और पहलगाम जैसे इलाकों का रुख कर रहे हैं।
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन की तैयारियां
दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में प्रशासन ने बेघरों और गरीब तबके के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था की है। साथ ही, ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था भी की गई है।
ठंड के प्रभाव का राष्ट्रीय परिदृश्य
ठंड केवल उत्तर भारत तक सीमित नहीं है। मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में भी तापमान में गिरावट देखी जा रही है। कृषि पर भी इसका प्रभाव पड़ने की संभावना है।
1. येलो अलर्ट क्या है?
येलो अलर्ट का मतलब है कि संभावित खतरनाक मौसम की स्थिति के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। यह मौसम विभाग की चेतावनी का पहला स्तर है।
2. दिल्ली में ठंड का असर कब तक रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 10 दिनों तक दिल्ली और उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना है।
3. ठंड से बचने के लिए क्या करें?
गर्म कपड़े पहनें, गर्म पानी का सेवन करें, और हीटर का उपयोग करें। बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें।
4. कोहरे के कारण कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं?
कोहरे के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।
5. क्या ठंड का असर स्वास्थ्य पर पड़ता है?
जी हां, ठंड के कारण हाइपोथर्मिया और श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी बरतनी चाहिए।
6. कश्मीर में ठंड का प्रभाव कैसा है?
कश्मीर में तापमान शून्य से नीचे है, जिससे झीलें और नदियां जम रही हैं। हालांकि, बर्फबारी के कारण यह पर्यटन के लिए अनुकूल है।
7. ठंड के कारण यातायात पर क्या असर पड़ रहा है?
कोहरे और ठंड के कारण सड़क और हवाई यातायात पर असर पड़ सकता है। विजिबिलिटी कम होने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
8. ठंड का कृषि पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
कड़ाके की ठंड से फसल को नुकसान हो सकता है। हालांकि, गेहूं और अन्य रबी फसलों के लिए यह मौसम अनुकूल हो सकता है।