कृपया ध्‍यान दें! IRCTC ने बंद कर दी है यह सुविधा, अब यात्रियों को वापस नहीं मिलेगा पैसा, रेलवे ने खुद किया खुलासा

भारतीय रेलवे ने ट्रेन लेट होने पर रिफंड की सुविधा पर लगाया ब्रेक। अब तेजस जैसी प्राइवेट ट्रेनों में नहीं मिलेगा पैसा वापस। जानिए कब से लागू हुआ नया नियम और किन ट्रेनों पर अभी भी मिल रही है रिफंड सुविधा

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Reported by Saloni Uniyal

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कृपया ध्‍यान दें! IRCTC ने बंद कर दी है यह सुविधा, अब यात्रियों को वापस नहीं मिलेगा पैसा, रेलवे ने खुद किया खुलासा
कृपया ध्‍यान दें! IRCTC ने बंद कर दी है यह सुविधा, अब यात्रियों को वापस नहीं मिलेगा पैसा, रेलवे ने खुद किया खुलासा

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने ट्रेन के लेट होने पर यात्रियों को दी जाने वाली रिफंड की सुविधा को बंद कर दिया है। यह खुलासा हाल ही में एक सूचना के अधिकार (RTI) के तहत हुआ है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने बताया कि अब यात्रियों को प्राइवेट ट्रेनों की देरी पर कोई रिफंड नहीं मिलेगा। हालांकि, सरकारी ट्रेनों पर यह सुविधा अब भी जारी है।

कब से लागू हुआ नया नियम?

आईआरसीटीसी ने जानकारी दी कि प्राइवेट ट्रेनों के देरी पर रिफंड की सुविधा को 15 फरवरी, 2024 से बंद कर दिया गया है। यह फैसला रेल मंत्रालय द्वारा किया गया है, जो यात्रियों को चौंकाने वाला है। प्राइवेट ट्रेनों में फिलहाल भारतीय रेलवे की तेजस एक्सप्रेस शामिल है, जो नई दिल्ली-लखनऊ और अहमदाबाद-मुंबई रूट्स पर चलती है।

2019 से 2024 तक कितना रिफंड दिया गया?

आईआरसीटीसी के अनुसार, रिफंड योजना के तहत 4 अक्टूबर, 2019 से 16 फरवरी, 2024 के बीच यात्रियों को करीब 26 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति दी गई। इनमें से सबसे ज्यादा रिफंड वित्‍तवर्ष 2023-24 में दिया गया, जो 15.65 लाख रुपये था। 2022-23 में यह राशि 7.74 लाख रुपये थी। हालांकि, 2020-21 में यात्रियों को कोई रिफंड नहीं दिया गया था।

प्राइवेट और सरकारी ट्रेनों में अंतर

भारतीय रेलवे की ओर से संचालित सरकारी ट्रेनों में ट्रेन लेट होने पर अभी भी रिफंड की सुविधा मिल रही है। लेकिन प्राइवेट ट्रेनों के यात्रियों को इस लाभ से वंचित कर दिया गया है। तेजस ट्रेन के यात्रियों को अब किसी भी परिस्थिति में रिफंड नहीं मिलेगा, चाहे ट्रेन कितनी भी लेट हो जाए।

रिफंड के पुराने नियम

पिछले नियमों के अनुसार, अगर ट्रेन 1 से 2 घंटे लेट होती थी तो यात्री को 100 रुपये का रिफंड मिलता था। अगर देरी 2 से 4 घंटे की होती थी, तो यह राशि 250 रुपये तक बढ़ जाती थी। वहीं, अगर यात्री ट्रेन लेट होने के कारण अपना टिकट कैंसिल कर देता था, तो उसे पूरा पैसा वापस कर दिया जाता था। साथ ही, ऐसे यात्रियों को पानी और खाने की सुविधा भी रेलवे की ओर से दी जाती थी।

रिफंड क्यों बंद किया गया?

आईआरसीटीसी ने प्राइवेट ट्रेनों में रिफंड बंद करने का कारण स्पष्ट रूप से नहीं बताया है। हाल ही में यह कदम उठाने के पीछे रेलवे के आर्थिक नुकसान या प्राइवेट ऑपरेटरों की अलग नीतियों का हाथ हो सकता है। हालांकि, यात्रियों के लिए यह सुविधा बंद करना उनकी परेशानी को बढ़ा सकता है।

कितनी हैं प्राइवेट ट्रेनें?

भारतीय रेलवे ने अब तक केवल दो प्राइवेट ट्रेनें शुरू की हैं। पहली ट्रेन नई दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस है, जिसे 4 अक्टूबर, 2019 को शुरू किया गया था। दूसरी ट्रेन अहमदाबाद-मुंबई तेजस एक्सप्रेस है, जो 17 जनवरी, 2020 से चल रही है। इन ट्रेनों का संचालन और प्रबंधन पूरी तरह से आईआरसीटीसी द्वारा किया जाता है।

यात्रियों की प्रतिक्रियाएं

यात्रियों ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। ट्रेन लेट होने की समस्या आम है, और रिफंड सुविधा बंद होने से यात्रियों का भरोसा रेलवे से उठ सकता है। कई यात्रियों का कहना है कि रेलवे को देरी की समस्या का समाधान ढूंढना चाहिए, बजाय इसके कि रिफंड सुविधा खत्म की जाए।

FAQs:

Q1: रेलवे ने ट्रेन लेट होने पर रिफंड की सुविधा क्यों बंद की?
आईआरसीटीसी ने इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया है, लेकिन यह फैसला आर्थिक नुकसान और प्राइवेट ट्रेनों की नीतियों के चलते लिया गया हो सकता है।

Q2: क्या सरकारी ट्रेनों पर रिफंड की सुविधा अब भी है?
हां, सरकारी ट्रेनों में देरी पर रिफंड की सुविधा अब भी लागू है।

Q3: तेजस एक्सप्रेस किन रूट्स पर चलती है?
तेजस एक्सप्रेस नई दिल्ली-लखनऊ और अहमदाबाद-मुंबई रूट्स पर संचालित होती है।

Q4: ट्रेन लेट होने पर कितना रिफंड मिलता था?
पहले, 1-2 घंटे की देरी पर 100 रुपये और 2-4 घंटे की देरी पर 250 रुपये का रिफंड मिलता था।

Q5: रिफंड की सुविधा कब से बंद की गई?
प्राइवेट ट्रेनों के लिए यह सुविधा 15 फरवरी, 2024 से बंद कर दी गई है।

Q6: 2023-24 में कुल कितना रिफंड दिया गया?
2023-24 में यात्रियों को कुल 15.65 लाख रुपये का रिफंड दिया गया।

Q7: प्राइवेट और सरकारी ट्रेनों के रिफंड में क्या अंतर है?
प्राइवेट ट्रेनों में रिफंड की सुविधा पूरी तरह से बंद कर दी गई है, जबकि सरकारी ट्रेनों में यह अभी भी लागू है।

Q8: क्या रिफंड बंद करने से यात्रियों को कोई और लाभ मिलेगा?
अभी तक रिफंड बंद करने के बदले किसी नई सुविधा की घोषणा नहीं की गई है।

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