जब कोई वाक्य दूर या पास की किसी वस्तु या व्यक्ति के निश्चित होने का बोध करवाता है, तो वह सर्वनाम निश्चयवाचक होता है। अपने अभी तक सर्वनाम के बारे में पढ़ा होगा, लेकिन आज हम आपको सर्वनाम के विभिन्न भेदों में से Nishchay Vachak Saravanam की सम्पूर्ण जानकारी देने वाले है। तो आइये जानते हैं निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ? आर्टिकल से जुड़ी सभी जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे लेख को अंत तक पढ़े।
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निश्चयवाचक सर्वनाम की परिभाषा
जिन शब्दों से निकटवर्ती अथवा दूरवर्ती किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु के होने का बोध होता है, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है। आसान शब्दों में, जो शब्द पास की अथवा दूर की किसी खास वस्तु की ओर संकेत देती है, तो वह Nishchay Vachak Saravanam होता है। क्या आप जानते हो पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते है और इसके कितने भेद होते हैं। इस सर्वनाम के अंतर्गत यह, वह, इस, ये, वे, उस आदि शब्दों का उच्चारण होता है। इस सर्वनाम के अंतर्गत ‘यह’ शब्द का प्रयोग पास की वस्तु/ व्यक्ति के लिए किया जाता है और ‘वह’ शब्द दूर की वस्तु/व्यक्ति के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
उदाहरण
- वह पुस्तक मेरी है।
- वह घर मेरा है।
- यह गाड़ी मेरे भाई की है।
- यह कपड़े राज के है।
- वे सब घूमने चले गए है।
- वह मेरा घोडा है।
ऊपर दिए गए उदाहरण में ‘यह’ शब्द पास की वस्तु और ‘वह’ शब्द दूर की वस्तु के लिए प्रयोग किया जा रहा है।
Nishchay Vachak Sarvanam के मुख्य उदाहरण
- यह मेरी बाइक है।
- यह वही फ़ोन है जो चोरी हो गया था।
- ये राम की पुस्तके है।
- ये कार मेरी है।
उपयुक्त उदाहरण में संज्ञा से पहले ‘यह’ एवं ‘ये’ शब्द लगने पर किसी वस्तु के नजदीक/पास होने का बोध प्रकट हो रहा है। इसलिए यह निकटवर्ती Nishchay Vachak Sarvanam है।
- वह गाय किसकी है।
- यह तुम्हारा भाई नहीं है।
- वह मेरा स्कूल नहीं है।
- वह मेरे दादा का घर है।
- वे लड़का कौन होगा।
- वे सब मेरी दुकाने है।
उपयुक्त उदाहरण में वाक्य के आगे ‘वह’ एवं ‘वे’ लगने से दूर की वस्तु/व्यक्ति की ओर संकेत जाता है। सर्वनाम में दूर की वस्तु की तरफ संकेत करने के लिए वह एवं वे शब्द का प्रयोग किया जाता है। इसलिए यह दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम है।
निश्चयवाचक सर्वनाम से सम्बंधित सवालों के जवाब FAQs –
निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते है ?
वे सर्वनाम जिनका प्रयोग किसी दूर अथवा पास की निश्चित वस्तु या व्यक्ति के लिए प्रयुक्त किया जाता है, उसे Nishchay Vachak Saravanam कहते हैं।
निश्चयवाचक सर्वनाम में किन शब्दों का बोध होता है ?
इस सर्वनाम के अंतर्गत यह, वह, वे, ये आदि शब्दों का बोध होता है।
Nishchay Vachak Sarvanam कितने प्रकार के होते हैं ?
ये सर्वनाम मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है – निकटवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम एवं दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम।
दूरवर्ती निश्चयवाचक किसे कहते है, उदाहरण सहित बताइएं ?
वह सर्वनाम जो किसी दूर की वस्तु या व्यक्ति के होने का बोध प्रकट करता है, उसे दूरवर्ती निश्चयवाचक सर्वनाम कहते है। जैसे – वह मेरा होटल है, वह लड़का अच्छा नहीं है, वे सब अच्छे लोग है, वह मेरे दादा जी है इत्यादि।