दोस्तों नमस्कार, आज के आर्टिकल में बात करने जा रहे हैं देश के बैंकों के बारे में। भारत की अर्थव्ययवस्था को सुगम और सुचारु रूप से चलाने के लिए देश के बैंकों बहुत बड़ा योगदान है। आप सब तो यह जानते ही हैं की देश के वित्तीय लेन देन से लेकर ग्राहकों को अलग-अलग लोन सुविधा देना बैंकों के ही अधिकार क्षेत्र में आता है। यहाँ हम आर्टिकल List of Government Banks in India में आपको देश के सरकारी और प्राइवेट बैंकों की सम्पूर्ण जानकारी देंगें।
आपको बताते चलें की जब 19 जुलाई 1969 में पहले चरण में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्रिरा गांधी के द्वारा बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया। तब उस समय देश के अंदर बैंकों की संख्या 14 थी और यह सभी बैंक 50 करोड़ की जमापूँजी वाले निजी बैंक थे। इसके बाद दूसरे चरण में 15 अप्रैल 1980 को तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी के द्वारा छः और निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया। उस समय 200 करोड़ की पूँजीवाले और छः बैंकों के राष्ट्रीयकरण होने से राष्ट्रीयकृत बैंकों की संख्या 20 हो गई थी। लेकिन बाद में बैंकों का आपस में विलय करने के साथ ही अब फिलहाल वर्तमान समय में देश के 12 राष्ट्रीय सरकारी बैंक देश की जनता को अपनी बैंकिंग सेवाएँ दे रहे हैं।
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पहले चरण में राष्ट्रीयकृत किए गए बैंकों की सूची
बैंकों के राष्ट्रीयकरण के पहले चरण में 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया जिनकी सूची इस प्रकार से है-
क्रम संख्या | बैंक का नाम | स्थापना | मुख्यालय | वर्तमान में बैंक के प्रमुख व्यक्ति |
1 | बैंक ऑफ इंडिया | 7 सितंबर 1906 | मुंबई, भारत | श्री अतुल कुमार दास (Non-Exe Chairman) (MD & CEO) |
2 | यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 11 नवंबर 1919 | मुंबई, भारत | श्री राजगीरी राय (MD & CEO) |
3 | बैंक ऑफ बड़ौदा | 20 जुलाई 1908 | अल्कापुरी बड़ोदरा गुजरात | श्री संजीव चड्ढा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक |
4 | बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 16 सितंबर 1935 | Bank of Maharashtra, Lokmangal Shivajinagar Pune India | श्री ए.एस. भट्टाचार्य (चेयरमैन) |
5 | सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 21 दिसम्बर 1911 | मुंबई, भारत | श्री पल्लव महापात्र प्रबन्ध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी |
6 | केनरा बैंक | 1 जुलाई 1906 | बैंगलूरू, भारत | श्री ए. सी. महाजन, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री डी.एल. रावल, कार्यकारी निदेशक श्री जी. एस. वेदी, कार्यकारी निदेशक |
7 | सिंडीकेट बैंक | 1925 | मणिपाल, (कर्नाटक) | अध्यक्ष – श्री अजय विपिन नानावटी प्रबंध निदेशक – श्री मृत्युन्जय महापात्र |
8 | यूनाइटेड कमर्शियल बैंक | 6 जनवरी, 1943 | कोलकाता, भारत | ————- |
9 | पंजाब नेशनल बैंक | 19 मई 1894 | नई दिल्ली, भारत | श्री के. सी. चक्रवर्ती |
10 | इंडियन बैंक | 15 अगस्त 1907 | चेन्नई, भारत | श्री शांति लाल जैन (MD & CEO) |
11 | इंडियन ओवरसीज बैंक | 10 फरवरी 1937 | चेन्नई, भारत | श्री पार्थ प्रतिम सेनगुप्ता जे. (MD & CEO) |
12 | इलाहाबाद बैंक | 24 अप्रैल 1865 | कोलकाता, भारत | श्री एस. एस. मलिकार्जुन राव (MD & CEO) |
13 | यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया | 1950 | कोलकाता, भारत | श्री अशोक कुमार प्रधान (MD & CEO) |
14 | देना बैंक | 26 मई 1938 | मुंबई, भारत | ——– |
दुसरे चरण में राष्ट्रीयकृत किए गए बैंकों की सूची
बैंकों के राष्ट्रीयकरण के दूसरे चरण राजीव गांधी के समय छः बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया जिनकी सूची इस प्रकार से है-
क्रम संख्या | बैंक का नाम | स्थापना | मुख्यालय | वर्तमान में बैंक के प्रमुख व्यक्ति |
1 | आंध्र बैंक | 28 नवंबर 1923 | हैदराबाद , भारत | श्री J. Packirisamy (MD & CEO) |
2 | कॉर्पोरेशन बैंक | 12 मार्च 1906 | कर्नाटक , भारत | श्री पी. वी. भारती (MD & CEO) |
3 | न्यू बैंक ऑफ इंडिया | 1936 | मुंबई , भारत | ——— |
4 | ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स | 19 फरवरी 1943 | गुरुग्राम , भारत | श्री मुकेश कुमार जैन (MD & CEO) |
5 | पंजाब एंड सिंध बैंक | 1908 | नई दिल्ली , भारत | श्री देवेन्दर पाल सिंह (मुख्य प्रबंध निदेशक) श्री प्रवीण कुमार आनंद, कार्यपालक निदेशक |
6 | विजया बैंक | 23 अक्टूबर 1931 | बैंगलूरू, भारत | ———– |
बैंकों के राष्ट्रीयकरण के कुछ मूल उद्देश्य
देश में आर्थिक और सामाजिक संतुलन बिठाने के लिए भारत सरकार को देश के बैंकों का राष्ट्रीयकरण करना पड़ा जिससे की देश के हर एक नागरिक तक बैंक सुविधा का लाभ पहुँच सके। बैंकों के राष्ट्रीयकरण ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया और देश के विकास को आगे बढ़ाया। बैंकों के राष्ट्रीयकरण के पीछे सरकारों की क्या सोच रही होगी उसको हमने यहाँ बिन्दुवार से समझाने की कोशिश की है।
- बैंकिंग सुविधाओं और सेवाओं का विस्तार : राष्ट्रीयकरण से पहले बैंकिंग सुविधा सिर्फ कुछ व्यापारियों और पूंजीपतियों तक ही सीमित थी परंतु बैंकों के राष्ट्रीयकरण ने बैंक की सेवाओं को समाज के वंचित और असहाय वर्ग के हर एक नागरिक तक पहुंचाया।
- देश का आर्थिक विकास : यह तो हमने देश के पिछले 70 वर्षों के इतिहास में देखा है किस तरह से बैंकों ने देश के प्रगतिशील विकास और खुशहाली में महत्व पूर्ण भूमिका निभाई है।
- देश में बेरोजगारी की समस्या को कम किया : आजादी के बाद से ही भारत में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या रही लेकिन बैंकों के द्वारा लोगों को की जाने वाली आर्थिक मदद से देश में लाखों लोगों को रोजगार मिला।
- ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति में सुधार तथा कृषि एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा : देश के सरकारी बैंकों ने मध्यम एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकारी योजनाओं के तहत लोगों को कम प्रतिशत दर लोन दिए जिससे की देश की मेक इन इंडिया जैसी मुहिम को काफी बल मिला है। देश में बैंकों के द्वारा किसानों को दिए जाने वाले ऋण से भी किसान और ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है।
List of Govt. Banks in India
यहाँ हम आपको सरकारी हिस्सेदारी के साथ भारत के वर्तमान में कार्यरत 12 बैंकों की सूची का पूरा ब्यौरा दे रहे हैं जो इस प्रकार से है –
क्रम संख्या | बैंक का नाम | सरकारी हिस्सेदारी |
1 | स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | 55% |
2 | बैंक ऑफ बड़ौदा | 64% |
3 | केनरा बैंक | 69.33% |
4 | पंजाब नेशनल बैंक | 73.1% |
5 | इंडियन बैंक | 78.86% |
6 | यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 83.5% |
7 | बैंक ऑफ इंडिया | 81.41% |
8 | सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 93.08% |
9 | बैंक ऑफ महाराष्ट्र | 93.33% |
10 | यूको बैंक | 95.39% |
11 | इंडियन ओवेरसीज बैंक | 96.4% |
12 | पंजाब एंड सिंध बैंक | 98.07% |
- पब्लिक सेक्टर बैंक के द्वारा कुल जमा धनराशि का 91% पर नियंत्रण भारत सरकार का होता है।
- पब्लिक सेक्टर बैंक में एसबीआई सबसे बड़ा बैंक समूह है जो पब्लिक सेक्टर बैंक के द्वारा कुल जमा धनराशि के 29% पर अपना नियंत्रण रखता है।
Indian List ऑफ Private Sector Units (Banks)
वर्तमान समय में 21 निजी क्षेत्र के बैंक देश में कार्यरत हैं और देश में अपने ग्राहकों को अपनी बैंकिंग सेवाएँ दे रहे हैं इन बैंकों की सूची इस प्रकार है –
क्रम संख्या | बैंक का नाम | स्थापना | मुख्यालय | वर्तमान में बैंक के प्रमुख व्यक्ति |
1 | एक्सिस बैंक | 3 दिसंबर 1993 | मुंबई, भारत | श्री अमिताभ चौधरी (MD & CEO) श्री राकेश मखीजा (चेयरपर्सन) |
2 | बंधन बैंक | 23 अगस्त 2015 | कोलकाता, भारत | श्री अनूप कुमार सिन्हा (चेयर मैन) श्री चंद्र शेखर घोष (MD & CEO) |
3 | सीएसबी बैंक | 26 नवंबर 1920 | त्रिशूर (केरल), भारत | श्री राजेन्द्र चिन्न वीरपन (MD & CEO) |
4 | सिटी यूनियन बैंक | 31 अक्टूबर 1904 | कुंभकोणम (तमिलनाडु), भारत | श्री आर मोहन (Chairman) श्री डॉ. एन. कमकोडी (MD & CEO) |
5 | डीसीबी बैंक | 31 May 1995 | मुंबई, भारत | श्री मुरली एम. नटराजन (MD & CEO) |
6 | धनलक्ष्मी बैंक | 14 नवम्बर 1927 | त्रिशूर (केरल), भारत | श्री जे. के. शिवन (MD & CEO) |
7 | फेडरल बैंक | 23 अप्रैल 1931 | अल्वा (केरल), भारत | श्री श्याम श्रीनिवास (MD & CEO) |
8 | HDFC बैंक | अगस्त 1994 | मुंबई , भारत | श्री अतानू चक्रवर्ती (चेयरमैन) श्री शशीधर जगदीश (MD & CEO) |
9 | ICICI बैंक | 1994 | वड़ोदरा (गुजरात), भारत | श्री गिरीश चंद्र चतुर्वेदी (Chairperson) श्री संदीप बक्शी (MD & CEO) |
10 | IDBI बैंक | 1 जुलाई 1964 | मुंबई , भारत | श्री एम आर कुमार (चेयरमैन) श्री राकेश शर्मा (MD & CEO) |
11 | IDFC फर्स्ट बैंक | अक्टूबर 2015 | मुंबई, भारत | श्री राजीव लाल (Non-Exe. Chairman) श्री वी. वैद्यनाथ (MD & CEO) |
12 | इंडसइंड बैंक | अप्रैल 1994 | पुणे, भारत | श्री सुमन्त कथपालिया (MD & CEO) |
13 | जम्मू और कश्मीर बैंक | 1 अक्टूबर 1938 | श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर), भारत | श्री बलदेव प्रकाश (MD & CEO) |
14 | कर्नाटक बैंक | 18 फरवरी 1924 | मंगलुरु (कर्नाटक), भारत | श्री पी. प्रदीप कुमार (Part-Time Non-Executive Chairman) श्री महबलेस्वरा एम. एस. (MD & CEO) |
15 | करूर वैश्य बैंक | 1916 | करूर (तमिलनाडु), भारत | श्री एन एस श्रीनाथ (चेयरमैन) श्री रमेश बाबू (MD & CEO) |
16 | कोटक महिंद्रा बैंक | फरवरी 2003 | मुंबई, भारत | श्री उदय कोटक (चेयरमैन, एमडी एंड सीईओ) |
17 | नैनीताल बैंक | 1922 | नैनीताल, उत्तराखंड | श्री दिनेश पंत (चेयरमैन एंड सीईओ) |
18 | RBL बैंक | अगस्त 1943 | मुंबई, भारत | श्री राजीव आहूजा (Interim MD & CEO) |
19 | साउथ इंडियन बैंक | 29 जनवरी 1929 | त्रिशूर (केरल),भारत | श्री सलीम गंगादर्शन (चेयरमैन) श्री मुरली रामा कृष्णा (MD & CEO) |
20 | तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक | 11 मई 1921 | थूथुकुडी (तमिलनाडु), भारत | श्री के. वी. रामा मूर्ति (MD & CEO) |
21 | यस बैंक | 2004 | मुंबई, भारत | श्री सुनील मेहता (चेयरमैन) श्री प्रशांत कुमार (MD & CEO) |
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