अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के माध्यम अंतरिक्ष की यात्रा करने भारतीय मूल की दूसरी महिला एवं अमेरिकी नौसेना की अधिकारी एवं अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स बन चुकी हैं, इससे पहले अंतरिक्ष पर जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला कल्पना चावला थी जिनकी अंतरिक्ष दुर्घटना में मौत हो गई थी। इनका रिश्ता गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर से है। ये अभी तक कुल 7 बार अंतरिक्ष की यात्रा कर चुकी है तथा इन्हें अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा अंतरिक्ष मिशन के स्पेस में भेजा गया था जिसमें यह 194 दिन और 18 घंटे अंतरिक्ष में रह कर आई थी। इन्होंने वर्ष 2012 में इंटरनैशनल अंतरिक्ष केंद्र के एक्सपीडिशन 32 के लिए फ्लाइट इंजीनियर के लिए चुना गया था और कमांडर एक्सपीडिशन 33 में इन्होंने अपना कार्य योगदान दिया। आज इस आर्टिकल में हम सुनीता विलियम्स जीवनी (Biography of Sunita Williams in Hindi Jivani) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी को साझा करने वाले हैं, यदि कोई इच्छुक व्यक्ति लेख की जानकारी प्राप्त करना चाहता है तो इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य ध्यानपूर्वक पढ़ें।
सुनीता विलियम्स जीवनी
सुनीता विलियम्स का जन्म अमेरिका के ओहियो राज्य के यूक्लिड नगर में 19 सितम्बर 1965 को हुआ था। इनके पिता का नाम डॉ. दीपक एन. पण्ड्या था जो कि एक डॉक्टर तथा एक तंत्रिका विज्ञानी हैं, एवं माता का नाम बानी जलोकर पांड्या है। इनका एक बड़ा भाई है जिसका नाम जय थॉमस तथा एक बड़ी बहन है जिसका नाम डायना एन है, अर्थात या भाई बहनों में सबसे छोटी है। वर्ष 1958 में इनका परिवार अहमदाबाद से अमेरिका चला गया क्योंकि इनके पिता को नौकरी के सिलसिले में जाना जरुरी था उस समय यह बहुत छोटी आयु की थी।
Biography of Sunita Williams in Hindi Jivani
नाम | सुनीता विलियम्स |
पूरा नाम | सुनीता माइकल जे. विलियम |
जन्म | 19 सितम्बर 1965 |
जन्म स्थान | ओहियो, अमेरिका |
राष्ट्रीयता | सयुंक्त राज्य अमेरिका |
पेशा | महिला अंतरिक्ष यात्री (सयुंक्त राज्य अमेरिका) |
माता का नाम | बानी जलोकर पांड्या |
पिता का नाम | डॉ. दीपक एन. पण्ड्या |
पति का नाम | माइकल जे.विलियम |
भाई-बहन | जय थॉमस- डायना एन |
नागरिकता | अमेरिकन |
धर्म | हिन्दू |
पुरस्कार | पद्मभूषण |
शिक्षा (Education)
Sunita Williams की शिक्षा की बात करें, इन्होंने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई को मैसाचुसेट्स से वर्ष 1983 में पूरी की थी इसके पश्चात इन्होंने संयुक्त राष्ट्र की नौसेनिक अकादमी से वर्ष 1987 में साइंस में बीएस की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद इन्होंने इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ़ सांइस की डिग्री को फ्लोरिडा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नालॉजी से वर्ष 1995 में प्राप्त किया था।
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विवाह (Marriage)
वर्ष 1995 में पढ़ाई के दौरान Sunita Williams की मुलाकात माइकल जे. विलियम्स से हुई थे पहले अच्छे दोस्त बने उसके बाद दोस्ती प्यार में बदल गई फिर इन दोनों ने शादी कर ली। माइकल जे. विलियम्स हेलीकॉप्टर पायलट, पेशेवर नौसेनिक, नौसेना पोत चालक, गोताखोर तथा परीक्षण पायलट है।
नौसेना करियर की शुरुआत
वर्ष 1987 में सुनीता अमेरिकी नेवल अकेडमी के जरिये नौसेना में शामिल हुई थी तथा पहले ये एक हेलीकॉप्टर पायलट थी, और 6 माह की अस्थायी नियुक्ति तक इन्होंने कार्य किया था फिर इन्हें बेसिक डाइविंग ऑफिसर के पद के लिए चुना गया। वर्ष 1989 नेवल एवियेटर का पद तथा नेवल एयर ट्रेनिंग कमांड के पद के लिए फिर से चुना गया। इसके पश्चात हेलीकॉप्टर कॉम्बैट स्क्वाड्रन में इनकी नियुक्ति की गई थी यहीं से इन्होंने अपनी ट्रेनिंग की शुरुआत की और फिर कई विदेशी जगहों पर गई जहां इनकी ड्यूटी लगती थी। इस दौरान इन्होंने ऑपरेशन प्रोवाइड कम्फर्ट, भूमध्यसागर, रेड सी, ऑपरेशन डेजर्ट शील्ड तथा पर्शियन गल्फ आदि कार्यों को भी किया।
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फिर इनको H-46 टुकड़ी का -ऑफिस-इन-चार्ज बनाकर फ्लोरिडा के मिआमि में वर्ष 1992 में सितम्बर के महीने भेज दिया गया था। वर्ष 1993 में ये यू.एस. नेवल टेस्ट पायलट स्कूल गई यहां ये ट्रेनिंग लेने आई थी जनवरी में इन्होंने प्रेक्टिस करनी शुरू की तथा दिसंबर माह तक पूरी कर ली थी। यू.एस. नेवल टेस्ट पायलट स्कूल में रोटरी विंग डिपार्टमेंट में प्रशिक्षक एवं स्कूल के सुरक्षा अधिकारी के रूप में इन्हें वर्ष 1995 में भेजा गया।
यहां जाकर इन्होंने ओएच-58, यूएच-60 तथा ओएच-6 जैसे आदि हेलीकॉप्टर को उड़ाने का कार्य किया गया। इसके पश्चात इन्हें असिस्टेंट एयर बॉस तथा यूएसएस सैपान पर हेलीकॉप्टर संचालक चुना गया था। इन्होंने करीबन 30 विभिन्न विमानों को तीन हजार घंटे से भी अधिक उड़ाया है।
नासा करियर शुरुआत
वर्ष 1998 में सुनीता विलियम्स का नासा में सिलेक्शन हो गया था इसके बाद इन्हें वर्ष 1998 में इन्हें अभ्यास के लिए नासा के जॉन्सन अंतरिक्ष केंद्र में भेजा गया। यहां इन्हें टी-38 वायुयान, मनोवैज्ञानिक प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की डिटेल्स, अलग-अलग तकनीकी डिटेल्स, टूर्स, स्पेशल शटल, तकनीकी तंत्रों की ब्रीफिंग, वैज्ञानिक जानकारी, पानी के अंदर कैसे रहना है एवं एकांतवास परिस्थितियां आदि ये सभी बातें अभ्यास के दौरान सिखाई गई थी। और ऐसे इनका नासा करियर की शुरुआत हुई।
इन्हें अंतरिक्षयान डिस्कवरी से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र में 9 दिसंबर 2006 को भेजा गया था जिसके बाद ये एक्सपीडिशन-14 से जुड़ गई थी। इसके बाद ये एक्सपीडिशन-15 में भी शामिल हुई क्योंकि अप्रैल 2007 को रूस अंतरिक्ष यात्री को बदल दिया गया था। एक्सपीडिशन-14 -15 में इन्होंने तीन बार स्पेस की यात्रा की। फिर इन्होने वर्ष 2007 में अंतरिक्ष में ही बोस्टन मैराथन में भाग लिया जिसमें 4 घंटे 24 मिनट में मैराथन को पूरा करने वाली यह पहली महिला बन गई। अब अंतरिक्ष से पृथ्वी पर आने की तैयारी की गई और 22 जून 2007 को ये पृथ्वी पर पहुँच गई।
सुनीता को एक्सपीडिशन-32 एवं 33 में वर्ष 2012 में शामिल किया गया। इनको बैकोनुर कॉस्मोड्रोम में 15 जुलाई 2012 में अंतरिक्ष में फिर से भेजा गया। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र से अंतरिक्ष यान सोयुज को भी शामिल कर दिया गया। एक्सपीडिशन-33 में 17 सितम्बर 2012 में इन्हें कमांडर पद प्रदान किया गया और यह दूसरी महिला बन गई।
अंतरिक्ष में त्रैथलों को करने के लिए सितम्बर 2012 में ये प्रथम महिला बन गई। यह पृथ्वी पर 19 सितम्बर को वापस आयीं। इसके अतिरिक्त इन्हें अंतरिक्ष स्टेशन के रोबोटिक तंत्र के ऊपर भी प्रशिक्षित किया गया था और वर्ष 2002 में एक्वेरियस हैबिटेट में ये पानी की अंदर करीबन 9 दिन तक रहीं थी यह सब पढ़कर आपको पता चल ही गया होगा कि यह कितनी साहसी महिला हैं।
पुरस्कार एवं सम्मान
सुनीता विलियम्स को अपने प्रसिद्ध कार्य के लिए प्राप्त हुए पुरस्कार एवं सम्मानों की जानकारी हम नीचे देने जा रहें है-
- इन्हें नेवी कमेंडेशन मेडल प्राप्त किया गया है।
- ह्यूमेनिटेरियन सर्विस मेडल।
- भारत सरकार द्वारा इन्हें वर्ष 2008 में पद्मभूषण पुरस्कार प्रदान किया गया था।
- स्पेस अभियान दल में मेरिट आने के लिए इन्हें गवर्मेंट ऑफ़ रशिया द्वारा वर्ष 2011 में मेडल प्रदान किया गया।
- स्लोवेनिया सरकार द्वारा गोल्डन आर्डर फॉर मेरिट्स का सम्मान वर्ष 2013 में प्रदान किया गया था।
- इन्हें गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी द्वारा वर्ष 2013 में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
सुनीता विलियम्स जीवनी से सम्बंधित सवाल/जवाब
सुनीता विलियम्स का जन्म कब हुआ?
इनका जन्म 19 सितम्बर 1965 को ओहियो, अमेरिका में हुआ था।
सुनीता विलियम्स का पूरा नाम क्या है?
सुनीता माइकल जे. विलियम इनका पूरा नाम है।
Sunita Williams के माता-पिता का क्या नाम था?
इनकी माता का नाम बानी जलोकर पांड्या तथा पिता का नाम डॉ. दीपक एन. पण्ड्या था।
Sunita Williams ने इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ़ साइंस की डिग्री किस वर्ष और कहाँ से हासिल की थी?
इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ़ साइंस की डिग्री वर्ष 1995 में फ्लोरिडा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टैक्नोलॉजी से हासिल की थी।
भारत सरकार द्वारा सुनीता विलियम्स को किस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था?
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2008 में सुनीता विलियम्स को पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
वर्तमान समय में सुनीता विलियम्स की आयु क्या है?
वर्तमान समय में सुनीता विलियम्स की आयु 58 वर्ष है।
Sunita Williams को वर्ष 2013 में किस सम्मान से सम्मानित किया गया था?
Sunita Williams को वर्ष 2013 में गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
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