Navodaya Vidyalaya: फ्री में करवानी है बच्चे की पढ़ाई लिखाई, तो ऐसे करवाएं घर पर ही बच्चे को NVS की तैयारी

यदि आप अपने बच्चे को नवोदय विद्यालय में प्रवेश परीक्षा के लिए तैयार करना चाहते हैं, तो आप घर पर ही कुछ आसान तरीकों का पालन करके ऐसा कर सकते हैं

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Reported by Saloni Uniyal

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Navodaya Vidyalaya: फ्री में करवानी है बच्चे की पढ़ाई लिखाई, तो ऐसे करवाएं घर पर ही बच्चे को NVS की तैयारी
How to Prepare for JNVST | Navodaya Vidyalaya Entrance Exam

Navodaya Vidyalaya: यदि आप आपने बच्चे को देश के मुफ्त शिक्षा प्राप्त करने के लिए एक ऐसे उत्क्रष्ट विद्यालय में डालना चाहते हैं तो आपके लिए जवाहर नवोदय विद्यालय एक बेहतरीन विकल्प है। इस विद्यालय में छठी कक्षा से एडमिशन होने प्रारम्भ होते हैं इसके लिए नवोदय विद्यालय अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर हर साल नोटिफिकेशन जारी करता है।

आप ऑनलाइन फॉर्म भरकर सबमिट कर सकते हैं। इसके बाद परीक्षा की तिथि घोषित की जाती है इसके बाद छात्र एग्जाम देने जाते हैं, जो इस एग्जाम में पास होता है वो ही बच्चा इस स्कूल में प्रवेश ले सकता है। लेकिन आपको इस परीक्षा को देने के लिए अच्छी तैयारी करनी होती है जो कि आप अपने बच्चों को घर बैठे करा सकते हैं। जिसमें आपका एक भी रुपया खर्च नहीं होगा। वो कैसे आइए जानते हैं इस जानकारी के बारें में…….

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घर पर ही कराएं बच्चे को NVS की तैयारी

क्या आप घर बैठे फ्री में अपने बच्चों को NVS की तैयारी कराना चाहते हैं तो नीचे दी हुई जानकारी को ध्यान से पढ़ें-

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1. पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न समझें:

सबसे पहले, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा (NVS) के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से समझें। आप NVS की आधिकारिक वेबसाइट https://www.navodaya.gov.in/ पर जाकर यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

2. अध्ययन सामग्री इकट्ठा करें:

NVS परीक्षा के लिए NCERT की पाठ्यपुस्तकें मुख्य आधार हैं। आप इन पुस्तकों के अलावा, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों, अभ्यास प्रश्नों और मॉक टेस्ट का भी उपयोग कर सकते हैं।

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3. पढ़ाई के लिए एक टाइम टेबल बनाएं:

बच्चे की उम्र, क्षमता और शैक्षणिक स्तर के अनुसार एक व्यवस्थित टाइम टेबल बनाएं। योजना में प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित करें और सुनिश्चित करें कि बच्चा नियमित रूप से पढ़ाई करें।

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4. घर पर ही पढ़ाई का माहौल बनाएं:

बच्चे को एक शांत और एकाग्र वातावरण प्रदान करें जहाँ वह बिना किसी रुकावट के पढ़ाई कर सके।

5. नियमित रूप से अभ्यास करवाएं:

बच्चे को नियमित रूप से अभ्यास प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट हल करने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उसे परीक्षा के Format और Time Managementकी आदत होगी।

6. पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करवाएं:

पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करने से बच्चे को परीक्षा के पैटर्न और प्रश्न पूछने के तरीके को समझने में मदद मिलेगी।

7. बच्चे को प्रोत्साहित करते रहें:

बच्चे को उसकी तैयारी में प्रोत्साहित करते रहें और उसकी सफलता पर विश्वास रखें।

8. ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करें:

NVS तैयारी के लिए कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं, जैसे कि YouTube वीडियो, शैक्षिक वेबसाइटें और मोबाइल एप्लिकेशन। आप इन संसाधनों का उपयोग करके बच्चे की शिक्षा को और अधिक प्रभावी बना सकते हैं।

9. ट्यूशन की सहायता लें (वैकल्पिक):

यदि आपको लगता है कि आपके बच्चे को अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है, तो आप किसी अनुभवी शिक्षक या ट्यूटर की सहायता ले सकते हैं।

NVS परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत और लगन की आवश्यकता होती है। धैर्य रखें, निरंतर प्रयास करते रहें और आपका बच्चा निश्चित रूप से सफल होगा।

यह भी ध्यान रखें:

  • NVS परीक्षा केवल कक्षा 6 और 9वीं में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
  • परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) के प्रारूप में होती है।

यह भी देखें: नवोदय कक्षा 6 के पिछले पुराने वर्षों के प्रश्न पत्र

NVS की तैयारी करवाने से पहले ये देखना जरूरी है

  • बच्चे पर परीक्षा का अधिक बोझ ना डालें। उसे प्यार से पढ़ाएं एवं उसे प्रेरित रखें तथा उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं।
  • बच्चे के लिए एक नियमित अध्ययन योजना बनाकर उसका पालन करें।
  • पढ़ाई करते समय एक सकरात्मक माहौल बनाए ताकि बच्चा आसानी से पढ़ सकें, अर्थात उसे पढ़ाई में कोई डिस्टर्ब ना हो।
  • बच्चे को मॉक टेस्ट देने के लिए कहें और उसकी गलतियां सुधारे।
  • बच्चों को प्यार से पढ़ाएं ताकि वे बिना किसी संकोच के पढ़ाई में मन लगा सके।
  • बच्चों को प्रश्न करना सिखाए कि जब उन्हें कोई सवाल नहीं आता है तो वे आपसे उसे पूछ सके।
  • नोट्स बनाना, माइंड मैप बनाना एवं पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल कराएं।
  • उन्हें पढ़ाई करने के लिए ऐसे स्थान पर बिठाएं जहाँ पर शांत माहौल हो एवं वे कम्फर्टेबले होकर पढ़ाई कर सकें।
  • बच्चे को विश्वास दिलाएं की वह परीक्षा में पास हो जाएगा।
  • सिलेबस रटने के स्थान पर उसे समझाना जरुरी है।
  • यह ध्यान रखें कि वह रोजाना हर विषय का अभ्यास नियमित रूप से समय पर कर सके।

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