झारखण्ड सरकार द्वारा किसानों के लिए झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना की शुरुवात की गई है। राज्य में पेड़ों की कमी को देखते हुए इस योजना को शुरू किया गया है। बिरसा हरित ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य वृक्षों को लगाकर राज्य में बढ़ते हुए प्रदूषण की मात्रा को घटाना है। राज्य के ग्रामीण लोगो को इस योजना के तहत रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
इस योजना के तहत करीबन पांच लाख लोगों को शामिल किया जाएगा उनको सरकार द्वारा प्रत्येक एक परिवार को 100 पौधे प्रदान किए जाएंगे। इच्छुक नागरिक लेख में नीचे बताये गए आवेदन प्रक्रिया को फॉलो कर योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते है इसके बाद ही इनको आवेदन प्राप्त होगा।
झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना
राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए Birsa Harit Gram योजना को झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी के द्वारा शुरू किया गया है। इस योजना के तहत राज्य में फलदार वृक्षों का वृक्षारोपण हो सके इसके लिए सरकार द्वारा करीबन 100 वृक्ष रोपण के लिए पांच लाख परिवारों को दिए जाएंगे।
राज्य में इस बार फलदार वृक्षों को लगाने में महत्व दिया गया है ताकि इनका उत्पादन कर किसान फलों को बाजार में बेच सके। झारखण्ड सरकार ने राज्य के किसानों के लिए झारखंड किसान कर्ज माफी लिस्ट जिलेवार लाभार्थी सूची को शुरू किया गया है आप ऑनलाइन घर बैठे चेक कर सकते है।
इस योजना के शुरू होने से किसानों को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे जिससे उनकी आय में वृद्धि भी होगी और उनके जीवन स्तर में सुधार भी आएगा।
योजना का नाम | बिरसा हरित ग्राम योजना |
शुरू की गयी | मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी के द्वारा |
उद्देश्य | राज्य में फलदार पेड़ों की बढ़ावा देकर किसान की आय में बढ़ोतरी करना है |
मोबाइल ऐप | Download |
राज्य | झारखण्ड |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
पौधों की संख्या | 5 करोड़ पौधे |
भूमि आवंटित | हर जिले में 1400 एकड़ |
वर्ष | 2024 |
रजिस्ट्रेशन मोड | ऑफलाइन |
योजना के उद्देश्य
राज्य के किसानों को फलदार वृक्ष उपलब्ध कराके उनकी आय में बढ़ोतरी करना ही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। इसके तहत किसान इन फलों को अन्य राज्यों में भी बेच सकते है जिससे उनके रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और उनकी आय में भी वृद्धि होगी।
राज्य में फलदार वृक्ष लगाने से वातावरण में प्रदूषण में कमी आएगी। जिससे कि सरकार प्रदूषण मुक्त हो सके। झारखंड सरकार द्वारा राज्य के किसानों के लिए झारखण्ड फसल राहत योजना को प्रारम्भ किया है इच्छुक नागरिक योजना में आवेदन कर सकते है।
जिन वृक्षों को किसान द्वारा लगाया जाएगा उनका रख-रखाव भी किसान ही करेंगे। जिसके तहत किसानों को 3 साल में करीबन 50 हजार रूपए प्राप्त करने का मौका मिलेगा और यह सब सरकार द्वारा ही दिए जाएंगे।
योजना के विशेषताएं
- नागरिकों को प्रोत्साहन प्रदान करना ताकि वे पौधों की देखभाल कर सके।
- 25 करोड़ मानवों का मनरेगा के माध्यम से होगा सृजन।
- किसानों को पौधों को पांच साल तह सुरक्षित रखने के लिए सहयोग प्रदान किया जाएगा।
- 5 करोड़ पौधों का रोपण राज्य में भर में किया जाएगा।
- जो भी उत्पादन प्रदान होगा उसे बाजार तक पहुंचने की व्यवस्था भी करना।
- योजना के तहत पौधों के रख-रखाव के लिए एक परिवार को 50 रूपए की आमदनी होगी।
- राज्य में सरकार द्वारा करीबन 100 तथा अधिकतम 300 फलदार वृक्ष किसानों को प्रदान करने है।
योजना के लाभ
- राज्य में किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए झारखण्ड सरकार द्वारा बिरसा हरित ग्राम स्कीम को शुरू किया गया है।
- आम तथा अमरुद की बागवानी को इस स्कीम के तहत अधिक महत्व दिया गया है।
- राज्य में जो गरीब परिवार है वह 150 एकड़ में भूमि में अपना कीट पालन कर पाए ये अवसर भी इस योजना के तहत ही किसानों को प्रदान किए जाएंगे।
- राज्य में करीबन 2 लाख एकड़ की जमीन में अमरुद तथा आम की बागवानी की जाएगी।
- योजना के शुरू होने से राज्य में वृक्षारोपण के साथ-साथ राज्य में पर्यावरण भी शुद्ध होगा।
- किसानों द्वारा फलों का उत्पादन कर राज्य एवं अन्य राज्यों में इनकों बेचा जाएगा।
- राज्य के ग्रामीण परिवारों को इस योजना के तहत रोजगार प्रदान होगा।
- राज्य में सरकार द्वारा इस योजना के जरिये 45 प्रशिक्षण केंद्र, 800 प्रखंड मुख्य प्रशिक्षण एवं जो ग्रामीण स्तर है वहां 4840 बागवानी मित्रों को trained किया जाएगा।
- योजना के तहत किसानों को सड़क के किनारे सरकारी भूमि, व्यक्तिगत भूमि पर पेड़ लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
- फलदार वृक्षों से जो फलों का निर्माण होगा उसका निर्यात किसान अन्य राज्य में बेच सकते है।
योजना के तहत इन फलों को मिलेगी प्राथमिकता
- अमरुद
- अम्रपाली
- बेर
- शरीफा
- कटह
- लेमन ग्रास
- नींबू
- मल्लिका प्रजाति के आम
योजना में आवेदन हेतु पात्रता
- योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक का झारखण्ड राज्य का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
- किसान के पास करीबन आधा एकड़ भूमि होना अनिवार्य है तब ही जाकर किसान को योजना का लाभ मिलेगा।
- राज्य के सभी किसान जो बहुत गरीब है और गरीब रेखा से नीचे अपना जीवन व्यतीत कर रहे है उनको इस योजना का पात्र समझा जाएगा।
- विधवा महिला एवं बुजुर्ग व्यक्ति को सम्मान देने के लिए सरकार द्वारा स्कीम के माध्यम से प्राथमिकता दी जाएगी।
योजना के जरुरी डाक्यूमेंट्स
योजना में आवेदन करने के लिए आपके पास नीचे निम्न प्रकार से दिए हुए जरुरी डाक्यूमेंट्स होने अनिवार्य है ये आपके पास होने अनिवार्य है जाकर आप योजना में आवेदन कर लाभ प्राप्त कर सकते है।
- आधार कार्ड
- मोबाइल नम्बर
- जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आय प्रमाण पत्र
- बैंक आकाउंट विवरण
- जमीन से सम्बंधित दस्तावेज
झारखंड बिरसा हरित ग्राम योजना की आवेदन प्रक्रिया
- आवेदक को सर्वप्रथम अपने नजदीकी पंचायत के विकास कमेठी ऑफिस में जाना पड़ेगा।
- वहां पहुंचकर आपको ऑफिस के कर्मचारी से योजना का रेजिट्रेशन फॉर्म लेना है।
- अब इसके बाद आपको इस फॉर्म में कुछ जानकारियों को ध्यान पूर्वक भरना है जो फॉर्म में पूछी गयी है और इसके बाद आपको फॉर्म में आवश्यक दस्तावेज मांगे गए उनको फॉर्म के साथ अटैच करना है।
- अब इस फॉर्म दस्तावेजों को आपको विभाग में जमा कर देना है। इसके बाद अब आपको फॉर्म की रसीद उस कर्मचारी द्वारा दी जाएगी जिसे आपको सुरक्षित कर रख लेना है।
- अब इसके बाद आपके फॉर्म की सत्यता जाँच कर्मचारियों द्वारा की जाएगी।
- इस तरह से आप योजना में आसानी से आवेदन कर सकते है।
बिरसा हरित ग्राम योजना से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर
यह स्कीम झारखण्ड राज्य में शुरू की गयी है।
झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी द्वारा इस योजना की शुरुआत की गई है।
इस योजना में आवेदक ऑफलाइन प्रक्रिया से आवेदन कर सकते है।
झारखण्ड राज्य में करीबन 5 लाख परिवारों को सरकार द्वारा 100-100 पौधे लगाने के लिए प्रदान की जाएंगे।
इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य में ग्रामीण किसानों को रोजगार के अवसर प्रदान करना तथा पौधे लगाने से पर्यावरण में प्रदूषण में कमी आ सके।