दोस्तों फल तो हर कोई खाता है चाहे वह कोई भी मौसम क्यों ना हो क्योंकि मौसम के ही हिसाब से भी फल आते है और वे उस ही टाइम सही लगते है। हर कोई इंसान एक ही फल के प्रकार को पसंद नहीं करता बल्कि हर किसी की पसंद अलग-अलग होती है। किसी को सर्दियों के फल पसंद होते है और किसी को गर्मियों के सीजन में होने वाले फल पसंद होते है। और दोस्तों गर्मियों की बात करें तो गर्मियों के सीजन में भी कई तरह के फल होते है परन्तु जो लोगो द्वारा गर्मियों में सबसे पसंद किया जाने वाला फल आम है जिसे हम फलों का राजा भी कहते है।
लोग आम को बहुत पसंद करते है और गर्मियों का इंतजार करते है कि कब गर्मियां आएगी और कब बाजार में अलग-अलग किस्म की आम के फल आएंगे। आम का नाम हमारे देश में बोला जाता है परन्तु इसे विदेशों में अन्य नामों से बुलाया जाता है इसका एक वैज्ञानिक नाम है मेनजीफेरा इंडिका इसी नाम से आम को पूरे विश्व में जाना जाता है।
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आम को भारत का राष्ट्रीय फल भी कहा जाता है। भारत में कई प्रकार की अलग-अलग आम की किस्मे मिलती है, भारत में नहीं बल्कि दुनिया में कई देशों में कई तरह की आम की किस्म पायी जाती है।
भारत में ही कई राज्यों में अलग-अलग प्रकार की किस्मे देखने को मिलती है जिसमे उनके आकर, स्वाद और खुशबू में कई अंतर होता है उनके रंग में भी कई तरह का डिफ्रेंस पाया जाता है। अगर आप महाराष्ट्र या उत्तर भारत में जायेंगे तो आपको वहीँ कई प्रकार की आम की किस्म देखने को मिलेगी जैसे-लंगड़ा,चौंसा आदि। दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल में Mangoes in India : जानिए भारत में कहां पैदा होती है आम की कौन सी किस्म। Types of mango in India के विषय में आपके साथ पूरी जानकारी साझा करेंगे।
भारत में आम की कितने प्रकार की किस्म पायी जाती है? Mangoes in India
भारत में लगभग आम की 24 प्रकार की किस्म पायी जाती है नीचे उन 24 किस्मों के बारे में जानकारी दी हुई है आप पढ़ सकते है।
1. रूमानी आम (चेन्नई)-
रूमानी आम हरे-पीले रंग का जो खाने में बहुत स्वाद और रसीला होता है। रूमानी आम की सबसे अधिक बिक्री चेन्नई में कई क्षेत्रों और तमिलनाडु में होती है। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसमें कैरोटेनाइड्स बहुत मात्रा में पाया जाता है जो हमारे शरीर में vitamin A तथा vitamin E की पूर्ति करता है। रूमानी आम को कच्चा भी खाया जाता है लोग इसकी चटनी, आइसक्रीम, जैम, जैली तथा स्मूदी बनाकर भी खाते है।
2. किलिचुंदन आम (केरल)-
किलिचुंदन आम को यदि आप देखोगें तो आपको उसका आकर पक्षी की चोंच होती है कुछ उस प्रकार लगेगा तभी इसका नाम भी कुछ इस प्रकार से रखा गया है। किलिचुंदन आम की सबसे ज्यादा बिक्री केरल के विभिन्न क्षेत्रों में की जाती है। यह माध्यम आकर का एक उष्णकटिबंधीय पेड़ है जिसमे हरे-पीले रंग के आम लगते है। लोग ऐसे बहुत पसंद करते है इस आम का अचार तथा स्वादिष्ट करि बनायीं जाती है।
3. तोतापरी आम (बंगलौर, कर्नाटक)-
तोतापरी आम की किस्म बंगलौर, आंध्रप्रदेश तथा तेलंगाना में बहुत अधिक मात्रा में पायी जाती है। इस आम को बंगलोरा तथा संधारा नाम से भी जाना जाता है। इस आम की महक भी बहुत सुगंधित होती है। यह आम जब पकता है तो यह पीला नहीं होता इसका रंग हरा ही रहता है। इस आम का नाम तोतापरी इसलिए रखा गया है क्योंकि जो इसका आकर होता है वो तोते जैसा लगता है।
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4. अल्फांसो आम (रत्नागिरी, महाराष्ट्र)-
अल्फांसो आम की किस्म रत्नागिरी (महाराष्ट्र) में बहुतायता में पायी जाती है। अल्फांसो आम अंतराष्ट्रीय स्तर में बहुत पसंद किया जाता है। यह आम पकने में पीला तथा बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
5. केसर आम (जूनागढ़,गुजरात)-
केसर आम खाने में बहुत मीठे होते है यह मीठे आम के लिए भारत में बहुत प्रसिद्ध है। इनका स्वाद बहुत ही उत्तम होता है। इस किस्मों को आमों की रानी भी कहा जाता है। यह आम जूनागढ़ (गुजरात) में पाया जाता है।
6. दशहरी आम (लखनऊ,मलिहाबाद)-
दशहरी आम की किस्म लखनऊ और मलिहाबाद उत्तर प्रदेश में पायी जाती है। इस आम को दक्षिण भारत में दसहरी के नाम से भी पुकारा जाता है। यह आम बेहतरीन स्वाद और महक के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत फेमस है। कहते है की दशहरी आम की खेती 18वीं शताब्दी से की जाती है जो सबसे पहले उत्तरप्रदेश के कोकारी जिले में की गयी थी। यह आम भी बहुत मीठा होता है।
7. हिमसागर और किशन भोग आम (मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल)-
हिमसागर और किशन भोग आम की किस्म मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल) में बहुतायत में पायी जाती है और बहुत प्रसिद्ध किस्म है। यह आम बहुत स्वादिष्ट होता है। इस आम का आकर गोल होता है तथा स्वाद में बहुत मीठा होता है। पश्चिम बंगाल में इस आम की खूब बिक्री होती है। हिमसागर आम का उपयोग ड्रिंक्स बनाने तथा मिठाइयों कम किया जाता है।
8. चौसा आम (हरदोई, उत्तरप्रदेश)-
चौसा आम हरदोई (उत्तरप्रदेश) तथा बिहार व उत्तर भारत में पाया जाता है। यह आम पकने में पीला रसदार होता है, खाने में इसका स्वाद बहुत मीठा होता है। शेरशाह सूरी ने चौसा आम की खोज सोलहवीं शताब्दी में की थी।
9. बादामी आम (उत्तरी कर्नाटक)-
बादामी आम की किस्म कर्नाटक में मुख्य रूप से पायी जाती है। अप्रैल और जुलाई में इस आम को खाया जाता है। इस आम की किस्म में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते है। इस आम का छिलका बहुत पतला होता है। और खाने में यह बहुत स्वादिष्ट होता है। बादामी आम की किस्म को अल्फांसो के रूप में कर्नाटक में जाना जाता है।
10. सफेदा आम (आंध्र प्रदेश)-
सफेदा आम की किस्म आंध्र प्रदेश में बहुत प्रसिद्ध है। सफेदा आम को बंगानपल्ली नाम से भी जाना जाता है। यह पकने में पीले रंग के होते है और खाने में बहुत मीठे और स्वाद होते है। इनकी एक खासियत है की इनमे रेशे नहीं होते मतलब सफेदा आम रेशे रहित होते है। इस आम का उपयोग शेक ड्रिंक बनाने में किया जाता है। इनका जो छिलका होता है वो बहुत पतला तथा सख्त होता है। यह आम स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है इसमें विटामिन A और विटामिन C बहुत मात्रा में पाया जाता है।
11. बॉम्बे ग्रीन आम (पंजाब)-
बॉम्बे ग्रीन आम की किस्म पंजाब में पायी जाती है। इनका आकर मध्यम तथा ये पकने में हरे रहते है। ये आम बाजार में मई तथा जुलाई तक बाजार में आते है, लोग इनको खूब पसंद करते है।
12. लंगड़ा आम (वाराणसी,उत्तरप्रदेश)
लंगड़ा आम की किस्म वाराणसी (उत्तरप्रदेश) में पायी जाती है। लोग इस आम की किस्म को बहुत पसंद करते है। इस आम की जो महक होती है वह बहुत सुगंधित होती है और पकने में यह पीले रंग के होते है। खाने में लंगड़ा आम का स्वाद बहुत मीठा होता है। यह आम बाजार में जून-जुलाई के महीने में लोग इस आम के आने का बहुत बेसब्री से इन्तजार करते है।
13. नीलम आम (आंध्र प्रदेश)
नीलम आम की किस्म भारत के सभी हिस्सों में पायी जाती है, परन्तु इसकी किस्म आंध्र प्रदेश में बहुतायता पायी जाती है इस आम के लिए आंध्रप्रदेश बहुत फेमस है। और आमों से यदि इसकी तुलना की जाए तो इसकी बहुत मीठी खुशबु होती है और खाने में भी यह बहुत मीठा होता है। जुलाई के महीने में यह आम बाजार में आता है।
14. रसपुरी आम (कर्नाटक)
कर्नाटक राज्य में रसपुरी आम की किस्म की बहुत खेती की जाती है। रसपुरी आम के लिए कर्नाटक राज्य बहुत प्रसिद्ध है। यह आम अंडाकार आकार का होता है।
15. मालगोवा, मूलगोबा आम (सलेम, तमिलनाडु)-
मालगोवा, मूलगोबा आम की किस्म की अधिकतम खेती सलेम (तमिलनाडु) में की जाती है। तमिलनाडु में भी यह कुछ-कुछ स्थानों पर ही उगाया जाता है। यह बाजार में जुलाई-अगस्त के महीने में आता है। यह आम आकार में बड़ा तथा रसदार होता है। दुनिया में इसे सबसे अच्छे आम की किस्म की श्रेणी में रखा गया है।
16. लक्ष्मणभोग आम (मालदा,पश्चिम बंगाल)-
लक्ष्मणभोग आम की किस्म मालदा (पश्चिमबंगाल में पायी जाती है। लक्ष्मणभोग आम का आकर गोल होता है और इसका जो छिलका होता है वह मोटा है। इनका जो रंग होता है वह सुनहरे लाल रंग का होता है और स्वाद में यह मीठा होता है। लक्ष्मणभोग आम का चुनाव संयुक्त राज्य अमेरिका में निर्यात करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा चुना गया है।
17. आम्रपाली आम (पूरे भारत में)-
आम्रपाली आम की खेती पूरे भारत में की जाती है। और आपको बता दे यह एक संकर किस्म है जो 1971 में बनायीं गयी थी। यह आम जब पकता है तो गहरा लाल रंग का हो जाता है। इसका स्वाद बड़ा उत्तम होता है।
18. इमाम पसंद आम (आंध्रप्रदेश)-
इऔर माम पसंद आम की खेती तमिलनाडु, तेलंगाना तथा आंध्रप्रदेश के कई जगहों पर उगाया जाता है। इसका स्वाद बड़ा गजब का होता है और इसे आमों का राजा भी कहा जाता है। इसका जो छिलका होता है वह बड़ा पतला और मुलायम होता है। मई-जून के महीने में इस आम की किस्म बाजार में आती है।
19. फाजली आम (बिहार,पश्चिम बंगाल)-
फाजली आम की खेती बहुतायता बिहार तथा पश्चिम बंगाल में की जाती है। यह और आमों की तुलना में बड़ा होता है, और जो इसका गुदा होता है वह मात्रा में होता है। इस आम का स्वाद मीठा होता है। यदि आप बाजार में इस आम को खरीदोगे तो आपको हर आम एक किलो से ज्यादा का ही मिलेगा।
20. मनकुराड आम (गोवा)-
मनकुराड आम की सबसे अधिक खेती गोवा में की जाती है इस आम का नाम गोवा में बहुत प्रसिद्ध है। मनकुराड आम एक मध्य-मौसमी फल है और खाने में बहुत मीठा होता है। यह आम अप्रैल के महीने में बाजारों में खूब बिकता है।
21. पहेरी/पैरी आम (गुजरात)-
पहेरी या पैरी आम की बहुतायता खेती आपको गुजरात में देखने को मिलेगी। इस आम का स्वाद खाने में खट्टा-मीठा होता है हालाँकि यह बाकी आमों की तरह इतना मीठा नहीं होता। पहेरी या पैरी आम अप्रैल और जुलाई के महीने में आपको बाजार में नजर आएंगे। इन आमों का लोगो आचार बना कर खाते है।
22. मल्लिका आम (पुरे भारत)-
मल्लिका आम की खेती आपको सारे भारत में देखने को मिलेगी। आपको बता दे की यह एक संकर आम है जो नीलम और दशहरी आम से मिलकर बना है। इस आम का स्वाद आपको बाकी सब आमों से बिलकुल अलग लगेगा इसको खाने पर आपको खरबूजे, शहद और साइट्रस जैसा स्वाद लगेगा। इसका जो स्वाद है वो कुछ अलग ही है इसलिए इस खासियत से ये सबसे अलग स्वाद का आम है जिसे पसंद करते है। इन फल का रंग नारंगी जैसे होता है। जून-जुलाई के महीने में आपको यह आम बाजार में नजर आएगा।
23. गुलाब खास आम (बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल)-
गुलाब खास आम की अधिक खेती आपको बिहार, झारखण्ड तथा पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में देखने को मिलेगी। इसका नाम गुलाब खास है मतलब यह गुलाब फूल जैसा होता होगा इसका जो स्वाद होता है गुलाबी होता है। और यह लोगो को बहुत पसंद आता है। लोग इस आम का ज्यादातर उपयोग डेसर्ट बनाने में करते है क्योंकि जो इसका गूदा होता है वो रेशे रहित होता है। इसका जो छिलका होता है वो आपको गुलाबी और लाल रंग का होता है। यह बाजारों में मई-जून के महीने में आ जाता है और लोग इस आम की खरीदारी खूब करते है।
24. वनराज आम (गुजरात)-
वनराज आम की अधिक खेती गुजरात में के जाती है ये आम बाकि आमों से दुर्लभ किस्म के होते है और गुजरात में इनकी खूब बिक्री होती है। आपको बता दे इन आमों की मांगे बहुत अधिक होती जिसके कारण यह उस क्षेत्र में बहुत है। वनराज आम का आकर आपको देखने में अंडे जैसा लगेगा इसका आकर अंडाकार होता है परन्तु अंडे के आकर से इस आम का आकार बड़ा होता है। यह रंग में आपको लाल लगेगा क्योंकि जो इसका छिलका होता है उसके ऊपरी सिरे ओर लाल रंग का खेल होता है। यह आम मध्य मौसम में होता है और वन राज आमों से इसकी बेहतरीन किस्म है।
आम की किस्मों के नाम महान हस्तियों के नाम पर
आपने कलीमुल्लाह का नाम तो जरूर सुना होगा यदि अपने यह नाम नहीं सुना तो आपको बता दे की कलीमुल्लाह खान को पद्म श्री अवार्ड मिल चुका है। इनके ही द्वारा बहुत आमों की किस्मो को उगाया गया है। इन्होने कहा की ये सब काम उन्होंने अपने पिता से सीखा है। जब से उन्होंने आम की किस्मों को उगाने का काम किया है करीबन तब से उनको 60 हो गए आम के ऊपर काम करते-करते। और उन्होंने आमों के नाम देश के प्रमुख हस्तियों के नाम पर रखे है।
आम की किस्मों का नाम बड़ी हस्तियों के नाम को रखना उनका यह उद्देश्य है की इनको लोग कभी पाएंगे लोगो को इनके नाम लम्बे समय तक याद रहेंगे। आम की किस्मों के नाम महान हस्तियों के नाम पर जैसे- नरेंद्र मोदी, अखिलेश यादव, आदित्य नाथ योगी, सोनिया गाँधी, सचिन तेंदुलकर, ऐश्वर्या राय आदि।
Mangoes in India से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर
तोतापरी आम क्या है?
तोतापरी आम की किस्म बंगलौर, आंध्रप्रदेश तथा तेलंगाना में बहुत अधिक मात्रा में पायी जाती है। इस आम को बंगलोरा तथा संधारा नाम से भी जाना जाता है। इस आम की महक भी बहुत सुगंधित होती है। यह आम जब पकता है तो यह पीला नहीं होता इसका रंग हरा ही रहता है। इस आम का नाम तोतापरी इसलिए रखा गया है क्योंकि जो इसका आकर होता है वो तोते जैसा लगता है।
भारत में लगभग आम की कितने प्रकार की किस्म पायी जाती है?
भारत में लगभग आम की 24 प्रकार की किस्म पायी जाती है।
भारत का राष्ट्रीय फल क्या है?
भारत का राष्ट्रीय फल आम है।
ऐसे कौन से आम की किस्म है जो आपको खरबूजे, शहद और साइट्रस जैसा स्वाद खाने में मिलता है?
खरबूजे, शहद और साइट्रस जैसा स्वाद मल्लिका आम की किस्म है जिसमे खाने में इतने स्वाद आते है और इसकी खेती भारत के लगभग हर क्षेत्र में की जाती है।
आम का वैज्ञानिक नाम क्या है?
आम का वैज्ञानिक नाम मेनजीफेरा इंडिका है।
भारत के आलावा विश्व में आम की खेती की जाती है क्या?
हाँ, भारत के आलावा विश्व में आम की खेती की जाती है।
दुनिया में सबसे ज्यादा आम का उत्पादन किस देश में किया जाता है?
दुनिया में सबसे ज्यादा आम का उत्पादन भारत में किया जाता है। और उसके बाद चीन तथा थाईलैंड में आम की सबसे ज्यादा खेती की जाती है।
मनकुराड आम की कैसे किस्म है और यह भारत में कहा पायी जाती है?
मनकुराड आम की सबसे अधिक खेती गोवा में की जाती है इस आम का नाम गोवा में बहुत प्रसिद्ध है। मनकुराड आम एक मध्य-मौसमी फल है और खाने में बहुत मीठा होता है। यह आम अप्रैल के महीने में बाजारों में खूब बिकता है।