आज के समय में सभी लोग कम वाक्यों के द्वारा अपनी बात प्रकट कर लेते है। उसी प्रकार से हिंदी भाषा में कम-से-कम शब्दों के माध्यम से अधिक से अधिक विचारों को व्यक्त किया जाता है। जब किसी वाक्य के अर्थ, भाव को एक शब्द में प्रकट किया जाता है तो उसे वाक्यांश कहते हैं। किसी भी बात को छोटे रूप में रखना, प्रभावशाली और आकर्षित बनाता है। तो आइये जानते है 400 से अधिक वाक्यांश के लिए एक शब्द क्या होगा।
इसी प्रकार से हिंदी भाषा में पर्यायवाची शब्द होते है जिनके अनेक अर्थ होते है। क्या आप जानते हो अनेक शब्दों के पर्यायवाची शब्द क्या होते है ?
क्र.सं | वाक्यांश | शब्द |
1 | जिसके माता–पिता न होँ | अनाथ |
2 | प्रतिदिन होने वाला | दैनिक |
3 | वर्ष में एक बार होने वाला | वार्षिक |
4 | आज्ञा का पालन करने वाला | आज्ञाकारी |
5 | दूसरों पर उपकार करने वाला | उपकारी |
6 | जिसका कोई मूल्य न हो | अमूल्य |
7 | जो वन में घूमता हो | वनचर |
8 | हिंसा करने वाला | हिंसक |
9 | रात में घूमने वाला | निशाचर |
10 | नगर में वास करने वाला | नागरिक |
11 | देखने योग्य | दर्शनीय |
12 | अधिक बोलने वाला | वाचाल |
13 | जो पहले जन्मा हो | अग्रज |
14 | जो बाद मेँ जन्मा हो | अनुज |
15 | मांस खाने वाला | मांसाहारी |
16 | मधुर बोल बोलने वाला | मृदुभाषी |
17 | जो सदा सत्य बोले | सत्यवादी |
18 | अच्छे आचरण वाला | सदाचारी |
19 | जो कम बोलता हो | अल्पभाषी/मितभाषी |
20 | जिसके समान कोई दूसरा न हो | अद्वितीय |
21 | जिसको भय न हो | निर्भय |
22 | जिसके नीचे रेखा हो | रेखांकित |
23 | मास में एक बार आने वाला | मासिक |
24 | ईश्वर में आस्था रखने वाला | आस्तिक |
25 | ईश्वर पर विश्वास न रखने वाला | नास्तिक |
26 | फल-फूल खाने वाला | शाकाहारी |
27 | जिसे कभी बुढ़ापा न आये | अजर |
28 | दया करने वाला | दयालु |
29 | जो कभी न मरे | अमर |
30 | सब कुछ जानने वाला | सर्वज्ञ |
31 | सप्ताह में एक बार होने वाला | साप्ताहिक |
32 | बिना पलक झपकाए हुए | निर्निमेष |
33 | जिसमें कोई विवाद ही न हो | निर्विवाद |
34 | जो निन्दा के योग्य हो | निन्दनीय |
35 | मांस रहित भोजन | निरामिष |
36 | रात्रि में विचरण करने वाला | निशाचर |
37 | किसी विषय का पूर्ण ज्ञाता | पारंगत |
38 | पृथ्वी से सम्बन्धित | पार्थिव |
39 | रात्रि का प्रथम प्रहर | प्रदोष |
40 | जिसे तुरंत उचित उत्तर सूझ जाए | प्रत्युत्पन्नमति |
41 | मोक्ष का इच्छुक | मुमुक्षु |
42 | मृत्यु का इच्छुक | मुमूर्षु |
43 | आदि से अन्त तक | आघन्त |
44 | जिसका परिहार करना सम्भव न हो | अपरिहार्य |
45 | जो ग्रहण करने योग्य न हो | अग्राह्य |
46 | जिसे प्राप्त न किया जा सके | अप्राप्य |
47 | जिसका उपचार सम्भव न हो | असाध्य |
48 | भगवान में विश्वास रखने वाला | आस्तिक |
49 | भगवान में विश्वास न रखने वाला | नास्तिक |
50 | आशा से अधिक | आशातीत |
51 | ऋषि की कही गई बात | आर्ष |
52 | पैर से मस्तक तक | आपादमस्तक |
53 | जिसका जन्म नहीं होता | अजन्मा |
54 | पुस्तकों की समीक्षा करने वाला | समीक्षक , आलोचक |
55 | जिसे गिना न जा सके | अगणित |
56 | जो कुछ भी नहीं जानता हो | अज्ञ |
57 | जो बहुत थोड़ा जानता हो | अल्पज्ञ |
58 | जिसकी आशा न की गई हो | अप्रत्याशित |
59 | जो इन्द्रियों से परे हो | अगोचर |
60 | जो विधान के विपरीत हो | अवैधानिक |
61 | जो संविधान के प्रतिकूल हो | असंवैधानिक |
62 | जिसे भले-बुरे का ज्ञान न हो | अविवेकी |
63 | अत्यंत लगन एवं परिश्रम वाला | अध्यवसायी |
64 | आतंक फैलाने वाला | आंतकवादी |
65 | देश के बाहर से कोई वस्तु मंगाना | आयात |
66 | जो तुरंत कविता बना सके | आशुकवि |
67 | नीले रंग का फूल | इन्दीवर |
68 | उत्तर-पूर्व का कोण | ईशान |
69 | जिसके हाथ में चक्र हो | चक्रपाणि |
70 | जिसके मस्तक पर चन्द्रमा हो | चन्द्रमौलि |
71 | जो दूसरों के दोष खोजे | छिद्रान्वेषी |
72 | जानने की इच्छा | जिज्ञासा |
73 | इन्द्रियों को जीतने वाला | जितेन्द्रिय |
74 | जीतने की इच्छा वाला | जिगीषु |
75 | जिसके समान कोई दूसरा न हो | अद्वितीय |
76 | जिसे वाणी व्यक्त न कर सके | अनिर्वचनीय |
77 | जैसा पहले कभी न हुआ हो | अभूतपूर्व |
78 | जो व्यर्थ का व्यय करता हो | अपव्ययी |
79 | बहुत कम खर्च करने वाला | मितव्ययी |
80 | सरकारी गजट में छपी सूचना | अधिसूचना |
81 | जिसके पास कुछ भी न हो | अकिंचन |
82 | दोपहर के बाद का समय | अपराह्न |
83 | जिसका निवारण न हो सके | अनिवार्य |
84 | देहरी पर रंगों से बनाई गई चित्रकारी | अल्पना |
85 | जानने को इच्छुक | जिज्ञासु |
86 | जीवित रहने की इच्छा | जिजीविषा |
87 | जो त्यागने योग्य हो | त्याज्य |
88 | जिसे पार करना कठिन हो | दुस्तर |
89 | जंगल की आग | दावाग्नि |
90 | गोद लिया हुआ पुत्र | दत्तक |
91 | बिना पलक झपकाए हुए | निर्निमेष |
92 | जिस नायिका का पति परदेश चला गया हो | प्रोषित पतिका |
93 | जिसका पति परदेश से वापस आ गया हो | आगत पतिका |
94 | जिसका पति परदेश जाने वाला हो | प्रवत्स्यत्पतिका |
95 | जिसका मन दूसरी ओर हो | अन्यमनस्क |
96 | संध्या और रात्रि के बीच की वेला | गोधुलि |
97 | माया करने वाला | मायावी |
98 | किसी टूटी-फूटी इमारत का अंश | भग्नावशेष |
99 | दोपहर से पहले का समय | पूर्वाह्न |
100 | कनक जैसी आभा वाला | कनकाय |
101 | हृदय को विदीर्ण कर देने वाला | हृदय विदारक |
102 | युद्ध की इच्छा रखने वाला | युयुत्सु |
103 | जो विधि के अनुकूल है | वैध |
104 | जो बहुत बोलता हो | वाचाल |
105 | शरण पाने का इच्छुक | शरणार्थी |
106 | सौ वर्ष का समय | शताब्दी |
107 | शिव का उपासक | शैव |
108 | देवी का उपासक | शाक्त |
109 | समान रूप से ठंडा और गर्म | समशीतोष्ण |
110 | जो सदा से चला आ रहा हो | सनातन |
111 | समान दृष्टि से देखने वाला | समदर्शी |
112 | हाथ से कार्य करने का कौशल | हस्तलाघव |
113 | अपने आप उत्पन्न होने वाला | स्त्रैण |
114 | जो लौटकर आया है | प्रत्यागत |
115 | जो कार्य कठिनता से हो सके | दुष्कर |
116 | जो देखा न जा सके | अलक्ष्य |
117 | बाएँ हाथ से तीर चला सकने वाला | सव्यसाची |
118 | वह स्त्री जिसे सूर्य ने भी न देखा हो | असुर्यम्पश्या |
119 | यज्ञ में आहुति देने वाला | होता |
120 | जिसे नापना सम्भव न हो | असाध्य |
121 | जिसने किसी दूसरे का स्थान अस्थाई रूप से ग्रहण किया हो | स्थानापन्न |
122 | जो क्षण भर में नष्ट हो जाए | क्षणभंगुर |
123 | फूलों का गुच्छा | स्तवक |
124 | संगीत जानने वाला | संगीतज्ञ |
125 | जिसने मुक़दमा दायर किया है | वादी |
126 | जिसके विरुद्ध मुक़दमा दायर किया है | प्रतिवादी |
127 | मधुर बोलने वाला | मधुरभाषी |
128 | धरती और आकाश के बीच का स्थान | अंतरिक्ष |
129 | हाथी के महावत के हाथ का लोहे का हुक | अंकुश |
130 | जो बुलाया न गया हो | अनाहूत |
131 | सीमा का अनुचित उल्लंघन | अतिक्रमण |
132 | जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो | अष्टाध्यायी |
133 | जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो | अनिर्वचनीय |
134 | सबसे आगे रहने वाला | अग्रणी |
135 | जो बाद मे जन्मा हो | अनुज |
136 | जिसका पता न हो | अज्ञात |
137 | आगे आने वाला | आगामी |
138 | अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात | अतिशयोक्ति |
139 | जो छूने योग्य न हो | अछूत |
140 | जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके | अच्युत |
141 | जो पहले जन्मा हो | अग्रज |
142 | आवश्यकता से अधिक बरसात- | अतिवृष्टि |
143 | जो छुआ न गया हो | अछूता |
144 | जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके | जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके |
145 | जो अपनी बात से टले नही | अटल |
146 | बरसात बिल्कुल न होना | अनावृष्टि |
147 | अण्डे से जन्म लेने वाला | अण्डज |
148 | इंद्रियोँ की पहुँच से बाहर | अतीन्द्रिय/इंद्रियातीत |
149 | सीमा का अनुचित उल्लंघन | अतिक्रमण |
150 | बहुत कम बरसात होन | अल्पवृष्टि |
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वाक्यांश के लिए एक शब्द (अन्य उदाहरण)
151 | जिसको भेदा न जा सके — अभेद्य |
152 | जो साधा न जा सके — असाध्य |
153 | जो चीज इस संसार मेँ न हो — अलौकिक |
154 | जो बाह्य संसार के ज्ञान से अनभिज्ञ हो — अलोकज्ञ |
155 | जिसे लाँघा न जा सके — अलंघनीय |
156 | जिसकी तुलना न हो सके — अतुलनीय |
157 | जिसके आदि (प्रारम्भ) का पता न हो — अनादि |
158 | जिसके आने की तिथि निश्चित न हो — अतिथि |
159 | कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र — अधोवस्त्र |
160 | जिसके बारे में कोई निश्चित न हो — अनिश्चित |
161 | जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो — अष्टाध्यायी |
162 | जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो — अनिर्वचनीय |
163 | अत्यधिक बढ़ा–चढ़ा कर कही गई बात — अतिशयोक्ति |
164 | सबसे आगे रहने वाला — अग्रणी |
165 | जो पहले जन्मा हो — अग्रज |
166 | जो बाद मे जन्मा हो — अनुज |
167 | जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके — अगोचर |
168 | जिसका पता न हो — अज्ञात |
169 | आगे आने वाला — आगामी |
170 | अण्डे से जन्म लेने वाला — अण्डज |
171 | जिसका आदर न किया गया हो — अनादृत |
172 | जिसका मन कहीं अन्यत्र लगा हो — अन्यमनस्क |
173 | जो धन को व्यर्थ ही खर्च करता हो — अपव्ययी |
174 | आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना — अपरिग्रह |
175 | जो किसी पर अभियोग लगाए — अभियोगी |
176 | जो भोजन रोगी के लिए निषिद्ध है — अपथ्य |
177 | जिस वस्त्र को पहना न गया हो — अप्रहत |
178 | न जोता गया खेत — अप्रहत |
179 | जो बिन माँगे मिल जाए — अयाचित |
180 | जो कम बोलता हो — अल्पभाषी / मितभाषी |
181 | जो छूने योग्य न हो — अछूत |
182 | जो छुआ न गया हो — अछूता |
183 | जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके — अच्युत |
184 | जो अपनी बात से टले नही — अटल |
185 | आवश्यकता से अधिक बरसात- अतिवृष्टि |
186 | बरसात बिल्कुल न होना — अनावृष्टि |
187 | बहुत कम बरसात होना — अल्पवृष्टि |
188 | इंद्रियोँ की पहुँच से बाहर — अतीन्द्रिय/इंद्रियातीत |
189 | सीमा का अनुचित उल्लंघन — अतिक्रमण |
190 | जो बीत गया हो — अतीत |
191 | उपचार या ऊपरी दिखावे के रूप में होने वाला- औपचारिक |
192 | उच्च न्यायालय का न्यायाधीश- न्यायमूर्ति |
193 | उपकार के प्रति किया गया उपकार- प्रत्युपकार |
194 | गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला — अन्तेवासी |
195 | पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन — अधित्यका |
196 | जिसके हस्ताक्षर नीचे अंकित है— अधोहस्ताक्षरकर्ता |
197 | महल का वह भाग जहाँ रानियाँ निवास करती हैँ — अंतःपुर/रनिवास |
198 | जिसे किसी बात का पता न हो — अनभिज्ञ/अज्ञ |
199 | जिसका आदर न किया गया हो — अनादृत |
200 | जिसका मन कहीँ अन्यत्र लगा हो — अन्यमनस्क |
201 | जिसके पास कुछ न हो अर्थात् दरिद्र — अकिँचन |
202 | जो कभी मरता न हो — अमर |
203 | जो सुना हुआ न हो — अश्रव्य |
204 | जिसके पास कुछ न हो अर्थात् दरिद्र —अकिँचन |
205 | जो कभी मरता न हो — अमर |
206 | जो सुना हुआ न हो — अश्रव्य |
207 | ऊपर कहा हुआ- उपर्युक्त |
208 | ऊपर आने वाला श्वास- उच्छवास |
209 | ऊपर की ओर जाने वाली- उर्ध्वगामी |
210 | ऊपर की ओर बढ़ती हुई साँस- उर्ध्वश्वास |
211 | जिसकी गहराई का पता न लग सके — अथाह |
212 | आगे का विचार न कर सकने वाला — अदूरदर्शी |
213 | जो आज तक से सम्बन्ध रखता है — अद्यतन |
214 | आदेश जो निश्चित अवधि तक लागू हो — अध्यादेश |
215 | जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो — अधिकृत |
216 | वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो — अधिसूचना |
217 | विधायिका द्वारा स्वीकृत नियम — अधिनियम |
218 | अविवाहित महिला — अनूढ़ा |
219 | वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो — अध्यूढ़ा |
220 | दूसरे की विवाहित स्त्री — अन्योढ़ा |
221 | आदेश की अवहेलना — अवज्ञा |
222 | जो बिना वेतन के कार्य करता हो — अवैतनिक |
223 | जो व्यक्ति विदेश मे रहता हो — अप्रवासी |
224 | जो सहनशील न हो — असहिष्णु |
225 | जिसका कभी अन्त न हो — अनन्त |
226 | जिसका दमन न किया जा सके — अदम्य |
227 | जिसका स्पर्श करना वर्जित हो — अस्पृश्य |
228 | जिसका विश्वास न किया जा सके — अविश्वस्त |
229 | जो कभी नष्ट न होने वाला हो —अनश्वर |
230 | जो रचना अन्य भाषा की अनुवाद हो —अनूदित |
231 | ऊपर कहा हुआ- उपर्युक्त |
232 | ऊपर लिखा गया- उपरिलिखित |
233 | उतरती युवावस्था का- अधेर |
234 | उत्तर दिशा- उदीची |
235 | उच्च वर्ण के पुरुष के साथ निम्न वर्ण की स्त्री का विवाह- अनुलोम विवाह |
236 | उसी समय का- तत्कालीन |
237 | किसी पद का उम्मीदवार- प्रत्याशी |
238 | कीर्तिमान पुरुष- यशस्वी |
239 | कम खर्च करने वाला- मितव्ययी |
240 | कम जानने वाला- अल्पज्ञ |
241 | आकाश के पिंडों का विवेचन करने वाला शास्त्र – खगोलशास्त्र |
242 | जिस ग्रहण में सूर्य या चंद्र का पूर्ण बिंब ग्रसित हो जाता है – खग्रास |
243 | जो व्यक्ति अपने हाथ में तलवार लिए रहता है – खड्गहस्त |
244 | दूसरों के मत का विरोध करना – खण्डन |
245 | वह स्त्री जिसका पति अन्य स्त्री के साथ रात को रहकर प्रातः लौटे – खण्डिता |
246 | खाने के योग्य वस्तु – खाद्य |
247 | आकाश में विचरण करने वाले जंतु – नभचर |
248 | शरीर का व्यापार करने वाली स्त्री – गणिका |
249 | जो अशिष्ट व्यवहार करता हो – गँवार |
250 | जो बहुत समय तक ठहर सके – चिरस्थायी |
251 | जो किसी कार्य या चिंतन में डूबा हुआ हो – तल्लीन |
252 | जो चोरी-छिपे माल लाता और ले जाता हो – तस्कर |
253 | कम बोलनेवाला- मितभाषी |
254 | कम अक्ल वाला- अल्पबुद्धि |
255 | कठिनाई से समझने योग्य- दुर्बोध |
256 | कल्पना से परे हो- कल्पनातीत |
257 | किसी की हँसी उड़ाना- उपहास |
258 | कुछ दिनों तक बने रहने वाला- टिकाऊ |
259 | किसी बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना- अतिशयोक्ति |
260 | कठिनाई से प्राप्त होने वाला – दुर्लभ |
261 | किसी पद का उम्मीदवार- प्रत्याशी |
262 | किसी विषय को विशेष रूप से जानने वाला- विशेषज्ञ |
263 | किसी मत या प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया- अनुमोदन |
264 | किसी व्यक्ति या सिद्धांत का समर्थन करने वाला- अनुयायी |
265 | किसी कार्य को बार-बार करना- अभ्यास |
266 | किसी वस्तु का भीतरी भाग- अभ्यन्तर |
267 | किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा- अभीप्सा |
268 | किसी प्राणी को न मारना- अहिंसा |
269 | कुबेर की नगरी- अलकापुरी |
270 | किसी छोटे से प्रसन्न हो उसका उपकार करना- अनुग्रह |
271 | किसी के दुःख से दुखी होकर उस पर दया करना- अनुकम्पा |
272 | किसी श्रेष्ठ का मान या स्वागत- अभिनन्दन |
273 | किसी काम में दूसरे से बढ़ने की इच्छा या उद्योग- स्पर्द्धा |
274 | क्रम के अनुसार- यथाक्रम |
275 | कार्य करने वाले- कार्यकर्ता |
276 | करने योग्य- करणीय, कर्तव्य |
277 | किसी कथा के अंतर्गत आने वाली दूसरी कथा- अंतःकथा |
278 | कर या शुल्क का वह अंश जो किसी कारणवश अधिक से अधिक लिया जाता है- अधिभार |
279 | किसी पक्ष का समर्थन करने वाला- अधिवक्ता |
280 | किसी कार्यालय या विभाग का वह अधिकारी जो अपने अधीन कार्य करने वाले कर्मचारियों की निगरानी रखे- अधीक्षक |
281 | किसी सभा, संस्था का प्रधान- अध्यक्ष |
282 | किसी कार्य के लिए दी जाने वाली सहायता- अनुदान |
283 | कमल के समान गहरा लाल रंग- शोण |
284 | काला पीला मिला रंग- कपिश |
285 | केंचुए की स्त्री- शिली |
286 | कुएँ की जगत- वीनाह |
287 | किसी के पास रखी हुई दूसरे की सम्पत्ति- थाती / न्यास |
288 | केवल वर्षा पर निर्भर- बारानी |
289 | कलम की कमाई खाने वाले- मसिजीवी |
290 | कुएँ के मेढ़क के समान संकीर्ण बुद्धिवाला-कूपमंडुक |
291 | कालापानी की सजा पाया कैदी- दामुल कैदी |
292 | किसी काम में दखल देना- हस्तक्षेप |
293 | जो किसी भी गुट में नहीं हो – तटस्थ |
294 | किसी विशेष वस्तु की हार्दिक इच्छा- अभिलापा |
295 | किसी के शरीर की रक्षा करने वाला- अंगरक्षक |
296 | किसी को भय से बचाने का वचन देना- अभयदान |
297 | केवल फल खाकर रहने वाला- फलाहारी |
298 | किसी कलाकार की कलापूर्ण रचना- कलाकृति |
299 | करने की इच्छा- चिकीर्षा |
300 | कुबेर का बगीचा- चैत्ररथ |
301 | कुबेर का पुत्र- नलकूबर |
302 | कुबेर का विमान- पुष्पक |
303 | कच्चे मांस की गंध- विस्र |
304 | घुलने योग्य पदार्थ- घुलनशील। |
305 | घृणा करने योग्य- घृणास्पद। |
306 | दूर की सोचने वाला- दूरदर्शी |
307 | दुसरे देश से अपने देश में समान आना- आयात |
308 | दूसरों की बातों में दखल देना- हस्तक्षेप |
309 | दिल से होने वाला- हार्दिक |
310 | दया करने वाला- दयालु |
311 | दूसरों पर उपकार करने वाला- उपकारी |
312 | दूसरों के दोष को खोजने वाला- छिद्रान्वेषी |
313 | दूसरे के पीछे चलने वाला- अनुचर |
314 | जो किनारे से सटे हुए हो – तटवर्ती |
315 | कुसंगति के कारण चरित्र पर दोष- कलंक |
316 | कुछ खास शर्तों द्वारा कोई कार्य कराने का समझौता- संविदा |
317 | खाने से बचा हुआ जूठा भोजन- उच्छिष्ट |
318 | खाने योग्य पदार्थ- खाद्य। |
319 | खाने की इच्छा- बुभुक्षा। |
320 | खून से रंगा हुआ- रक्तरंजित। |
321 | खेलना का मैदान- क्रीड़ास्थल। |
322 | घास छीलने वाला- घसियारा। |
323 | घास खाने वाले- तृण भोजी। |
324 | घूस लेने वाला/रिश्वत लेने वाला- घूसखोर/रिश्वतखोर। |
325 | द्रुत गमन करनेवाला- द्रुतगामी |
326 | दाव (जंगल) का अनल (आग)- दावानल |
327 | दूसरों के गुणों में दोष ढूँढने की वृत्ति का न होना- अनसूया |
328 | दोपहर के बाद का समय- अपराह्न |
329 | देश के लिए अपने प्राण देने वाला- शहीद |
330 | द्वार या आँगन के फर्श पर रंगों से चित्र बनाने या चौक पूरने की कला- अल्पना |
331 | दूसरे के हित में अपने आप को संकट में डालना- आत्मोत्सर्ग |
332 | देश में विदेश से माल आने की क्रिया- आयात |
333 | दूसरों की उन्नति को न देख सकना- ईष्र्या |
334 | दूसरों के दोषों को खोजना- छिद्रान्वेषण |
335 | दुखांत नाटक- त्रासदी |
336 | दर्द से भरा हुआ- दर्दनाक |
337 | देखने योग्य- दर्शनीय |
338 | दूसरों की बातों में दखल देना- हस्तक्षेप |
339 | दिल से होने वाला- हार्दिक |
340 | दो बार जन्म लेने वाले- द्विज |
341 | दुःख देनेवाला- दुःखद |
342 | दर्शन के योग्य- र्शनीय |
343 | दिन पर दिन- दिनानुदिन |
344 | द्रुपद की पुत्री- द्रौपदी |
345 | देह का दाहिना भाग- अपसव्य |
346 | दर्पण जड़ी अँगूठी, जिसे स्त्रियाँ अँगूठे में पहनती हैं- आरसी |
347 | दो दिशाओं के बीच की दिशा- उपदिशा |
348 | दण्ड दिये जाने योग्य- दण्डनीय |
349 | दो भाषाएं बोलने वाला- द्विभाषी |
350 | दो वेदों को जानने वाला- द्विवेदी |
351 | देवताओं पर चढ़ाने हेतु बनाया गया दही, घी, जल, चीनी, और शहद का मिश्रण-मधुपर्क |
352 | दूसरे के स्थान पर काम करने वाला- स्थानापन्न |
353 | दैहिक, दैविक व भौतिक ताप या कष्ट- त्रिताप |
354 | दीवार पर बने हुए चित्र- भित्तिचित्र |
355 | दूसरे के मन की बात जानने वाला- अन्तर्यामी |
356 | दूसरे के अन्दर की गहराई ताड़नेवाला- अन्तर्दर्शी |
357 | दूध पिलाने वाली धाय- अन्ना |
358 | दो बातों या कामों में से एक- वैकल्पिक |
359 | दूर से मन को आकर्षित करनेवाली गंध- निर्हारी |
360 | दुःख, भय आदि के कारण उत्पत्र ध्वनि- काकु |
361 | दिन रात ठाढ़े (खड़े) रहने वाले साधु- ठाढ़ेश्वरी |
362 | दस वर्षो का समय- दशक |
363 | दाव (जंगल) में लगने वाली आग- दावानल |
364 | दिन पर दिन- दिनोदिन |
365 | दो बार जन्म लेने वाला- द्विज |
366 | देने की इच्छा- दित्सा |
367 | दैव या प्रारब्ध संबंधी बातें जानने वाला- देवज्ञ |
368 | दिन के समय अपने प्रिय से मिलने जाने वाली नायिका- दिवा अभिसारिका |
369 | दशरथ का पुत्र- दशरथि |
370 | देखने की इच्छा- दिदृक्ष |
371 | द्वीप में जन्मा- द्वैपायन |
372 | दक्षिण दिशा- अवाची |
373 | दो या तीन बार कहना- आम्रेडित |
374 | दागकर छोड़ा गया साँड़- अंकिल |
375 | दूसरे के हाथ में गया हुआ- हस्तांतरित |
376 | सभी प्रकार की चिंताओं को दूर करने वाली एक मणि – चिन्तामणि |
377 | जो गुप्त रूप से निवास कर रहा हो – छद्मवासी |
378 | जहां सैनिक निवास करते हो – छावनी |
379 | जो दूसरों में केवल दोषों को ही खोजता हो – छिद्रान्वेषी |
380 | छिपकर आक्रमण करने वाला – छापामार दल |
381 | पत्थर को गढ़ने वाला औज़ार – छैनी |
382 | एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलने वाला – जंगम |
383 | जो जल बरसाता हो – जलद |
384 | जो जल से उत्पन्न होता हो – जलज |
385 | जो जीव जंतु जल में रहते हो – जलचर |
386 | अधिक देर तक रहने वाला या चलने वाला – टिकाऊ |
387 | विवाह का संबंध तय करने के लिए वर को वस्त्र आदि वस्तुएं प्रदान करने की रस्म – टीका |
388 | बर्तन बनाने वाला – ठठेरा |
389 | जो छोटे कद का हो – ठिगना |
390 | चौथे दिन आने वाला बुखार – चौथिया |
391 | चक्र के रूप में घूमती हुई चलने वाली हवा – चक्रवात |
392 | आश्चर्य में डाल देने वाला कार्य – चमत्कार |
393 | वह कृति जिसमें गद्य एवं पद्य दोनों मिश्रित हो – चम्पू |
394 | जिसके सिर पर चन्द्रकला हो – चन्द्रचूड़ |
395 | लंबे समय तक जीवित रहने वाला – चिरञ्जीवी |
396 | बहुत समय से परिचित – चिरपरिचित |
397 | चिर निद्रा को प्राप्त हुआ – चिरनिद्रित |
398 | चिंता करने योग्य बात – चिन्तनी |
399 | सावधान करने के लिए दिया गया संकेत – चेतावनी |
400 | जो चमत्कारी क्रियाओं का प्रदर्शन करता है – जादूगर |
401 | जो अकारण ज़ुल्म ढाका हो – ज़ालिम |
402 | जिंदा रहने की इच्छा – जिजीविषा |
403 | जिसने इन्द्रियों को वश में कर लिया हो – जितेन्द्रिय |
404 | जिसने आत्मा को जीत लिया हो – जितात्मा |
405 | जो जीतने के योग्य हो जेय जेठ का पुत्र – जेठोत |
406 | अपनी इज़्ज़त को बचाने के लिए किया गया अग्नि प्रवेश – जौहर |
407 | वह पहाड़ जिसके मुंह से आग निकले – ज्वालामुखी |
408 | लंबे और बिखरे बालों वाला – झबरा |
409 | बहुत गहरा तथा बहुत बड़ा प्राकृतिक जलाशय – झील |
410 | जहां सिक्कों की ढलाई होती है – टकसाल |
वाक्यांश से संबंधित सवालों के जवाब FAQs-
‘जो कहा न जा सके’ इस वाक्यांश के लिए एक शब्द क्या होगा?
इस वाक्यांश के लिए एक शब्द ‘अकथनीय’ होगा।
मांस खाने वाला इस वाक्यांश के लिए एक शब्द?
जो मांस खाने वाला जो उसे ‘मांसाहारी’ कहते है।
जो पढ़ा -लिखा न हो इस वाक्यांश के लिए एक शब्द?
वह जो पढ़ा-लिखा न हो उसे ‘अनपढ़’ कहते हैं?
जो दूसरों के साथ भलाई करे इस वाक्यांश के लिए एक शब्द ?
जो दूसरों के साथ भलाई करे उसे ‘परोपकारी’ कहते हैं।