GPS क्या होता है? GPS का फुल फॉर्म क्या होता है? GPS Full Form In Hindi

वर्तमान समय में आप कहीं भी आने जाने के लिए कभी न कभी जीपीएस का उपयोग करते ही होंगे। खासकर जब आप किसी ऐसी जगह जाते हैं जहा आप इससे पहले न गए हों। ऐसे समय में आप जीपीएस की मदद लेते हैं। ये सुविधा अब अधिकतर आप को अपने मोबाइल में भी मिल जाती ... Read more

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Reported by Rohit Kumar

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वर्तमान समय में आप कहीं भी आने जाने के लिए कभी न कभी जीपीएस का उपयोग करते ही होंगे। खासकर जब आप किसी ऐसी जगह जाते हैं जहा आप इससे पहले न गए हों। ऐसे समय में आप जीपीएस की मदद लेते हैं। ये सुविधा अब अधिकतर आप को अपने मोबाइल में भी मिल जाती है। तो आज इस लख के माध्यम से हम आप को इसी बारे में जानकारी देंगे। जैसे कि –GPS क्या होता है? GPS का फुल फॉर्म क्या होता है? GPS Full Form in Hindi आदि की जानकारी आप को इस लेख में आसानी से मिल जाएगी।

GPS क्या होता है?
GPS Full Form In Hindi

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GPS का फुल फॉर्म क्या होता है?

इससे पहले की हम ये जाने कि जीपीएस क्या होता है? हमे पहले GPS का फुल फॉर्म क्या होता है? इस बारे में जान लेना चाहिए। आप को जानकारी दे दें कि GPS का फुल फॉर्म होता है – Global Positioning System.

GPS Full Form in Hindi

जीपीएस का फुल फॉर्म हिंदी में होता है – विश्व की स्थिति निर्धारण व्यवस्था (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) .

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GPS क्या होता है?

Global Positioning System यानी जीपीएस NAVSTAR GPS, एक उपग्रह आधारित रेडियो नेविगेशन सिस्टम है। जिसका स्वामित्व संयुक्त राज्य अमेरिका के पास है और इसका सञ्चालन अमेरिका के वायु सेना द्वारा किया जाता है। इसकी शुरुआत मुख्य रूप से सैनिको व सैन्य वाहनों को रास्ता खोजने व पता करने के लिए किया गया था।

लेकिन अब इस तकनीक का उपयोग लगभग सभी देशों के नागरिक भी कर सकते हैं। आज जीपीएस की मदद से कोई भी व्यक्ति किसी स्थान, रास्ते व अन्य व्यक्ति का पता कर सकता है। जैसा कि हमने बताया कि उपग्रह आधारित नेविगेशन सिस्टम है और किसी भी लोकेशन की सटीक जानकारी के लिए उपग्रहों का इस्तेमाल करते हैं। कुल मिलाकर 29 नेविगेशन उपग्रह पृथ्वी के ऊपर चक्कर काट रहे हैं और सम्बंधित जानकारी सिग्नल के रूप में भेज रहे हैं। इन उपग्रहों के माध्यम से भेजे गए डेटा के आधार पर सटीक लोकेशन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

जीपीएस/GPS का उपयोग

वर्तमान समय में जीपीएस का उपयोग लगभग सभी मोबाइल फोन में होता है। जिसकी मदद से आप किसी भी लोकेशन की सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। जीपीएस की मदद आप सिर्फ किसी रस्ते को पता करने या किसी स्थान को ढूंढ़ने के लिए ही नहीं करते हैं। इसका प्रयोग आज बहुत से अन्य कार्यों के लिए भी किया जाता है। जिसे आप आगे पढ़ सकते हैं –

  • कमर्शियल प्रोडक्ट्स के लिए GPS की तकनीक का प्रयोग होता है। जैसे कि – ऑटोमोबाइल, स्मार्टफोन, जीआईएस डिवाइस, पहनने योग्य, फिटनेस घड़ियां इत्यादि।
  • Global positioning system बहुतायत में विभिन्न वाहनों को ट्रैक करने या उनके मार्गदर्शन हेतु भी प्रयोग में लाया जाता है।
  • इसके अलावा जीपीएस का उपयोग एयरलाइंस, कूरियर सेवाओं और शिपिंग कंपनियों आदि द्वारा भी किया जाता है।
  • विज्ञान के अनेक क्षेत्रों में इसका उपयोग होता है। जैसे की वैज्ञानिक इसका उपयोग अपने किसी शोध में सटीक लोकेशन आदि ज्ञात करने के लिए करते हैं।
  • इसका प्रयोग आर्मी / सैन्य द्वारा भी किया जाता है। जानकारी दे दें की इसकी शुरुआत अमेरिका द्वारा इसी उद्देश्य के साथ की गयी थी। वर्तमान में बहुत से देशों के सैन्य बलों द्वारा विषम परिस्थितियों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम को रक्षा तंत्र के तौर पर विकसित करने का निर्णय किया है।

GPS से सम्बंधित प्रश्न उत्तर

जीपीएस का अर्थ क्या होता है?

जीपीएस का पूरा नाम ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) है। हिंदी में इसका अर्थ विश्व का स्थिति निर्धारण व्यवस्था है। ये एक प्रकार का NAVSTAR GPS होता है। जो कि एक उपग्रह – आधारित रेडियो नेविगेशन सिस्टम है।

जीपीएस के क्या फायदे हैं?

जीपीएस सिस्टम के बहुत से फायदे हैं जैसे कि – किसी मुश्किल में फसने पर GPS ट्रैकिंग सिस्टम से आप को या किसी को भी ट्रैक किया जा सकता है। किसी व्यक्ति या स्थान की पोजीशन का सटीक ब्योरा पता किया जा सकता है। GPS ट्रैकिंग सिस्टम को वाहनों में लगाकर कर गंतव्य तक पहुंचा जा सकता है। साथ ही कौन सा वहां कहाँ है इसका पता भी कर सकते हैं।

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भारत के पास कितने जीपीएस उपग्रह हैं?

हमारे भारतीय जीपीएस प्रणाली में 7 उपग्रहों का एक समूह है।

जीपीएस कैसे काम करता है?

रिसीवर सिग्नल से प्राप्त डेटा का इस्तेमाल करके किसी स्थान की सटीक जनकारी की गणना करने के लिए सैटेलाइट्स की लोकेशन और अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों का प्रयोग करता है। इसके साथ ही उपग्रह तक की दूरी, रिसीवर सिग्नल रिसेप्शन के समय और प्रसारण समय के बीच के समय के अंतर का उपयोग करता है। जिससे सटीक गणना की जा सके।

जीपीएस भारत में कब आया?

1 जुलाई 2013 में इसकी शुरुआत / लांच भारत में हुआ।

जीपीएस किसने शुरू किया और इसका मालिक कौन है ?

यह संयुक्त राज्य अमेरिका के स्वामित्व में आता है और इसे संयुक्त राज्य अमेरिका के वायु सेना द्वारा संचालित किया जाता है।

आज इस लेख में हम आप को GPS क्या होता है? GPS का फुल फॉर्म व इससे संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कर चुके हैं। आशा करते हैं आप को ये लेख पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य उपयोगी लेखों को पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट Hindi NVSHQ से जुड़ सकते हैं।

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