क्या होता है 1G, 2G, 3G, 4G और 5G? | Mobile Network Generation | पूरी जानकारी हिंदी में

आज के समय में लगभग सभी के पास मोबाइल फ़ोन है। मोबाइल फ़ोन हर इंसान की जरुरत बन चूका है। जिसका उपयोग विभिन्न कार्यो के लिए किया जाता है। शायद यही वजह है कि आज हर वक्त व्यक्ति अपना मोबाइल अपने साथ ही लेकर घूमता है। लेकिन इस फ़ोन की सबसे अधिक उपयोगिता तब है ... Read more

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Reported by Rohit Kumar

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आज के समय में लगभग सभी के पास मोबाइल फ़ोन है। मोबाइल फ़ोन हर इंसान की जरुरत बन चूका है। जिसका उपयोग विभिन्न कार्यो के लिए किया जाता है। शायद यही वजह है कि आज हर वक्त व्यक्ति अपना मोबाइल अपने साथ ही लेकर घूमता है। लेकिन इस फ़ोन की सबसे अधिक उपयोगिता तब है जब इसमें इंटरनेट कनेक्शन हो। जिससे व्यक्ति अपने महत्वपूर्ण कार्य घर बैठे भी कर सकता है। क्या आप को पता है कि समय के साथ साथ मोबाइल फ़ोन को भी अपडेट किया जाता रहा है। जिससे इसकी उपयोगिता में कभी कमी नहीं आती। जी हाँ, समय के साथ साथ इसकी नयी जनरेशन भी आती रहती हैं। और आज इस लेख में हम आप को Mobile Network Generation के बारे में जानकारी देंगे।

यहाँ जानिये Mobile Network Generation
Mobile Network Generation

यहाँ जानिये क्या होता है Mobile Network Generation

अगर आप भी फ़ोन का इस्तेमाल करते हैं तो आप ने भी सुना ही होगा कि जल्द ही अब 5G फ़ोन आने वाले हैं। 5G यानी फ़ोन की Fifth Generation. वर्तमान में 4G फ़ोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस से पहले 1G, 2G, 3G भी आ चुके हैं और अब जल्दी ही 5G भी शुरु होने वाला है। आप की जानकारी के लिए बता दें कि 1G, 2G, 3G, 4G और 5G में इस्तेमाल होने वाले G का अर्थ है Generation. इसे हिंदी में कहें तो ‘पीढ़ी’. ये Mobile Network Generation हैं, जो समय के साथ साथ पहले से बेहतर होते गए हैं। आइये अब इन सभी जनरेशन के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

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क्या है 1G, 2G, 3G, 4G और 5G?

जैसे की हमने बताया की 1980 के दशक से मोबाइल की जनरेशन की शुरुआत हो गयी थी। और समय के साथ साथ मोबाइल / सेलफोन्स के मॉडल और इसके क्वालिटी में अपडेट किया गया है। आइये अब जानते हैं इसके अभी तक के सभी जनरेशन (Mobile Network Generation) के बारे में –

1G नेटवर्क क्या है ?

1G नेटवर्क यानी First Generation Mobile Network. ये सबसे पहला सेलुलर नेटवर्क (First Cellular Network) है। इसे बहुत ही कम लोगों ने इस्तेमाल किया होगा। क्यूंकि ये बिलकुल शुरूआती दौर का है और इस समय सेलुलर फ़ोन बहुत महंगे भी होते थे। पहले जनरेशन के इस सेलुलर मोबाइल नेटवर्क को वायरलेस कम्युनिकेशन टेक्नालजी के जनक के तौर पर जाना जाता है। इसकी शुरुआत हुई थी सन 1980 में। इसमें सभी ग्राहकों को सिर्फ voice call की सेवा ही उपलब्ध थी। इस में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न तकनीकों की मदद से इस सेवा को शुरू किया गया था। इस्तेमाल होने वाली तकनीकी –

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  • AMPS (Advanced Mobile Phone System),
  • C-Netz (Funktelefonnetz-C or Radio Telephone Network C),
  • NMT (Nordisk MobilTelefoni or Nordic Mobile Telephone) और
  • TACS (Total Access Communications System).

1G की कुछ प्रमुख विशेषताएँ

  1. First Generation Mobile Network पहली वायरलेस टेलीकम्युनिकेशन तकनीकी थी।
  2. फर्स्ट जनरेशन सेलुलर नेटवर्क, डेटा को ट्रांसमिट करने हेतु एनालॉग सिग्नल (Analogue Technology) पर कार्य करती है।
  3. पहली जनरेशन के सेलुलर नेटवर्क 2.4 Kbps तक की इंटरनेट स्पीड देते थे।
  4. सबसे पहले 1g मोबाइल सिस्टम में अनालोग सिग्नल को USA में लॉन्च किया गया था।

1G में कमियां

फर्स्ट जनरेशन मोबाइल नेटवर्क उस वक्त नयी तकनीक थी और संचार की शुरुआत संभव होने के साथ ही इसमें कुछ कमियां भी थी। जिसे बाद और बेहतर बनाने हेतु कार्य जारी रहा। आइये जानते हैं क्या कमिया थी फर्स्ट जनरेशन सेलुलर नेटवर्क्स में।

  • फर्स्ट जनरेशन की तकनीकी में इस्तेमाल होने वाली Voice Call और टेक्स्ट मैसेज सुरक्षित नहीं थे।
  • voice calling की गुणवत्ता बहुत अच्छी नहीं थी।
  • 1G cellular फोन का साइज काफी बड़ा था।
  • सिर्फ और सिर्फ वॉइस कालिंग की सुविधा थी। और कोई अन्य सुविधा नहीं दी गयी थी।
  • साथ ही फ़ोन की बैटरी भी सीमित ही थी।
  • इसके साथ वॉइस कालिंग की सुविधा भी सीमित ही थी। इसमें आप अंतर्राष्ट्रीय कॉलिंग नहीं कर सकते थे।

2G नेटवर्क क्या है ?

2G मोबाइल नेटवर्क, सेलुलर नेटवर्क के क्षेत्र की दूसरी पीढ़ी यानी Second Generation था. इसकी शुरुआत वर्ष 1991 में फ़िनलैंड और 1995 में भारत में हुई। इसे 1G को रेप्लस किया गया था जिससे इंटरनेट के क्षेत्र में क्रांति आ गयी थी। इस नेटवर्क में उपभोक्ताओं को Voice Call के साथ साथ SMS, MMS की सुविधा भी उपलब्ध कराई गयी थी। साथ ही 64kb /second की स्पीड भी मिलती थी। जोकि 1G की स्पीड से काफी बेहतर थी। आइये अब जानते हैं इसमें क्या विशेषतायें हैं और क्या खामियां हैं ?

विशेषता :

  • 2G नेटवर्क के अंतर्गत उपभोक्ता को वॉइस कॉल ही नहीं बल्कि SMS और MMS की सुविधा भी उपलब्ध थी।
  • 2G नेटवर्क 1G नेटवर्क की तरह Analog Signal पर आधारित न होकर Digital Signal पर कार्य करता था।
  • इंटरनेट की शुरुआत 2G से ही हुई थी।
  • इसमे Bandwidth Utilization बेहतर था।

खामियां :

  • 2G अधिक डेटा वाले फाइल्स को चलाने में समर्थ नहीं था।
  • 2G नेटवर्क के कार्यान्वयन हेतु Digital Signal की आवश्यकता होती थी।
  • इस नए नेटवर्क के साथ स्मार्टफोन Compatible नहीं था।

कृपया ध्यान दें 3G से पहले और 2G के बाद बीच में 2.5G मोबाइल नेटवर्क भी आया था जो GPRS यानी General Pocket Radio Service कहा जाता था। इसमे Web Browsing, Email जैसे नए Features जोड़े गये थे।

3G नेटवर्क (Mobile Network Generation) क्या है?

वर्ष 2001 में 3G की शुरुआत जापान में हुई थी और भारत में ये तकनीक 2008 में आयी थी। इसमें कुछ नए फीचर्स भी जोड़े गए जैसे कि Videocall, Fast Internet speed आदि। 3G नेटवर्क ने उपभोक्ताओं को Broadband 384kbps से 2Mbps का इंटरनेट स्पीड दिया। जो कि 2100 MHz के फ्रीक्वेंसी पर कार्य करता है। भारत मे MTNL द्वारा इसे शुरू किया गया था।

3G की विशेषताएं

  • 3G मे उच्च Data Transmission Rates उपलब्ध था।
  • 2G के comparison में bandwidth की संख्या पहले से अधिक थी।
  • Packet Switching Technology पर काम करने वाले 3G नेटवर्क की वजह से कॉल की कीमत भी काफी कम हो गए थे।
  • इसमें अधिक डेटा वाले वाले वीडियो भी चला सकते हैं। Videocall जैसी सुविधा भी शुरू हो चुकी थी।

3G मे खामियां

  • 3G में बहुत ही अधिक Technology Battery Power का उपयोग होता है।
  • 3G फोन की कीमत काफी बढ़ गयी थी।
  • इसमे पर्याप्त Bandwidth उपलब्ध नहीं थे।

4G नेटवर्क क्या है?

4th Generation अभी तक का सबसे अधिक विकसित मोबाइल नेटवर्क है। वर्तमान में ये नेटवर्क देश विदेश के हर हिस्से में उपलब्ध है। इसकी शुरुआत Sweden मे वर्ष 2009 मे हुई थी। LTE लॉन्च होने के बाद LTE Advanced (LTE-A) और LTE Pro. भी लांच किये गए जिससे 4G स्पीड में और भी गति आ गयी थी। इसका सबसे ज्यादा फायदा गेमिंग के क्षेत्र को मिला है। आइये अब जानते हैं इसकी विशेषताएं और खामियां –

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विशेषता :

  • 4G की इंटरनेट स्पीड 100Mbps तक हैं जो कीअभी तक की सबसे अधिक तेज इंटरनेट स्पीड है।
  • इसका Bandwidth पहले के मुकाबले बहुत ही बेहतर है
  • 4G ऑनलाइन Streaming के लिए बहुत ही अच्छा है जिसे बिना किसी रुकावट के पूरा किया जा सकता है।
  • इस मे LTE यानी Long-term Evolution का प्रयोग होता है।
  • Data को Transfer करना बहुत ही आसान हो चूका है।
  • 4G मोबाइल नेटवर्क मे 2300MHz की Frequency है।

खामियां :

  • 4G को उपयोग सिर्फ 4G फोन में ही किए जा सकता है।
  • Data सामान्य उपभोक्ताओं के लिए महंगे हैं।
  • 4G नेटवर्क में काफी ज्यादा मात्रा मे बैटरी पावर की आवश्यकता होती हैं। जिसकी वजह से मोबाइल Battery काफी गर्म हो जाती हैं।

5G नेटवर्क (Mobile Network Generation) क्या है ?

जल्द ही 5G नेटवर्क की शुरुआत की जाने वाली है। ये Mobile Network की 5वीं Generation है। जो कि New Radio (NR) नामक नई तकनीक का उपयोग करेगी। ये सबसे अधिक हाई स्पीड मोबाइल इंटरनेट सर्विस प्रदान करेगा। यही नहीं ये अधिक डिवाइस को सपोर्ट करने में भी सक्षम होगी। इस तकनीक को self-driving cars, manufacturing, virtual reality (VR) और अन्य इंटरनेट सेवाओं के लिए काफी आदर्श माना जा रहा है। आइये जानते हैं क्या हैं इसकी विशेषताएं और खामियां?

विशेषताएं :

  • 5 G अभी तक की सबसे तेज स्पीड देने वाला Mobile Network Generation होगा।
  • रियल टाइम अनुभव इस मोबाइल नेटवर्क जनरेशन के माध्यम से प्राप्त हो जाएगा।
  • उच्च क्वालिटी के साथ वीडियो स्ट्रीमिंग आदि की सुविधा।
  • 5G नेटवर्क के आने से अपने मोबाइल फोन के जरिये ही कम्प्यूटर व अन्य गॅडजेट्स को नियंत्रित किया जा सकता है।
  •  पीक स्पीड 10 Gbps तक (डिवाइस पर निर्भर करेगा)

खामियां :

अभी ये सुविधा पूरी तरह से शुरू नहीं हुई है इसलिए खामियों के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल सकती। फिर भी प्राप्त जानकारी के अनुसार हम कुछ तथ्यों को देख सकते हैं।

  • इसके लिए नए हैंडसेट खरीदने होंगे ताकि 5G चलाया जा सके।
  • 5G तकनीक अन्य तकनीकों से महंगी साबित हो सकती है।
  • सुरक्षा और गोपनीयता के बारे में अभी कुछ सुनिश्चित नहीं किया गया है।
  • जिस हाई स्पीड की बात हो रही है, उसे प्राप्त करना इतना आसान नही होगा।

Mobile Network Generation से जुड़े प्रश्न उत्तर

1G, 2G, 3G, 4G और 5G क्या होता है ?

ये 1G, 2G, 3G, 4G और 5G मोबाइल नेटवर्क जनरेशन की अलग अलग पीढ़ियां हैं। जो समय के साथ साथ पहले से बेहतर सुविधाओं और सेवाओं के साथ शुरू की गयी थी।

1G / पहली Mobile Network Generation की शुरुआत कब हुई थी ?

इसकी शुरआत 1980 में हुई थी। इसमें सिर्फ कालिंग की ही सुविधा थी। वो भी सिर्फ कुछ सीमित दूरी तक ही की जा सकती थी।

4G मे LTE क्या होता है ?

4G मे LTE का अर्थ होता है Long-term Evolution .

भारत में 5G की शुरुआत कब होगी ?

वर्ष 2023 में जल्द ही इसकी शुरुआत भारत में हो सकती है।

वर्तमान में कौन सी Mobile Network Generation का उपयोग किया जा रहा है ?

आज के समय में हम 4G का इस्तेमाल कर रहे हैं।

आज इस लेख में हमने आप को Mobile Network Generation के बारे में जानकारी दी है। आशा करते हैं की आप को ये जानकारी पसंद आयी होगी। यदि आप ऐसी ही अन्य उपयोगी लेख पढ़ने के इच्छुक हैं तो आप हमारी इस वेबसाइट Hindi NVSHQ से जुड़ सकते हैं।

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