उत्तरप्रदेश राज्य में बढ़ रहे भूमि विवादों को समाप्त करने के लिए UP राज्य सरकार द्वारा UP यूपी विशेष वरासत अभियान की शुरुआत की गयी है।
इस अभियान के तहत राज्य में जितने भी समय पुराने भूमि विवाद है उनको सुलझा कर खत्म करने का निर्णय रखा गया है। भूमि से सम्बंधित जितने भी मुद्दे है उनको समाप्त किया जाएगा।
इससे पहले आपको पता ही होगा की भूमि को लेकर समाज में कई लोग भ्रष्टाचार फैला रहे थे जिससे ग्रामीण लोगो को काफी समस्या हो रही थी, उनकी जो अपनी जमीन है उन पर भूमि माफियाओं द्वारा कब्जा करने की समस्याएं बार बार आ रही थी इसके तहत वे लोग बहुत परेशान थे जिनकी अपनी भूमि थी।
इसी समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार द्वारा ग्रामीण इलाके के लोगो को न्याय दिलाने के लिए इस अभियान को लागू किया गया है।
आज हम हमारे इस आर्टिकल में यूपी विशेष वरासत अभियान 2023 : अप्लाई ऑनलाइन | UP Varasat Abhiyan apply online के बारे में आपके साथ पूरी जानकारी साझा करंगे इसके लिए आपको हमारे इस आर्टिकल के लेख को अंत तक जरूर पढ़ना होगा
यूपी विशेष वरासत अभियान 2023
उत्तर प्रदेश के Chief Minister योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा राज्य में ग्रामीण लोगो के कल्याण के लिए विशेष वरासत अभियान को लागू किया गया है। ये जो अभियान शुरू हुआ था यह 15 दिसम्बर 2020 से 15 फरवरी 2021 से शुरू किया गया था।
राज्य में भूमि से सम्बंधित मनमानी एवं विवादों को बढ़ते देख सरकार द्वारा इस अभियान को शुरू किया गया है। इस अभियान को 30 मई 2023 से 31 जुलाई 2023 तक चलाया जाएगा यह घोषित किया है।
इस अभियान से लोगो की भूमि विवादों का हल निकाला जाएगा। आप उत्तर प्रदेश भू नक्शा ऑनलाइन मैप, रिपोर्ट (शजरा) को भी देख सकते है।
इस अभियान के तहत आपको आपका उत्तराधिकार प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा जिसकी मदद से जो भूमि माफिया है उन पर पाबन्दी लगायी जाएगी और यह जो प्रमाण पत्र आपको प्राप्त होगा यह राजस्व विभाग द्वारा आपको ऑनलाइन प्रदान किया जाएगा।
इस प्रमाण पत्र के जरिये ये पता लगेगा की आप इस भूमि के मालिक है की नहीं है। पहले अन्य लोगो द्वारा ग्रामीण लोगो की जमीन पर कब्जा करने ओर वे लोग अपनी जमीन छोड़ कर चले जाते थे परन्तु अब उनको ये करने की आवश्यकता नहीं है उनको इस समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा प्राप्त हो जाएगा।
UP Varasat Abhiyan 2023 apply online
योजना का नाम | यूपी विशेष वरासत अभियान |
शुरु की गयी | मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी के द्वारा |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
वर्ष | 2023 |
उद्देश्य | क़ानूनी व्यवस्था को बनाये रखने के लिए पुराणी भू-विवादों को कम करना हिअ। |
लाभार्थी | राज्य के ग्रामीण नागरिक |
आवेदन मोड | ऑनलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | Click Here |
UP Varasat Abhiyan के उद्देश्य
उत्तर प्रदेश में करीबन 1,08,000 जो राजस्व गांव है आपको बता दे वहाँ कई वर्षों से जमीन को लेकर विवाद चल रहे है जिसके कारण उन लोगो को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तथा वहाँ उनका जीवन यापन करना भी बहुत मुश्किल हो गया है।
इसी समस्या को सुलझाने के लिए सरकार द्वारा राज्य में इस योजना को शुरू किया गया है उनकी जमीन से सम्बंधित समस्याओं को इस अभियान के तहत सुलझाने का प्रयास किया जाएगा जिसके तहत उनको कोई भी समस्या ना झेलनी पड़े।
यह अभियान 15 दिसम्बर से राज्य में शुरू होगा इसके तहत राज्य में तहसील कर्मचारियों एवं जो और नागरिक कर्मचारी है उनके द्वारा जो ग्रामीण लोगो पर मनमानी की जाती है उसका विरोध किया जाएगा।
इस अभियान के माध्यम से भूमि विवादों का हल निकालकर उनको समाप्त किया जाएगा जिससे राज्य में शांति स्थापित होगी।
अभियान के शुरू होने से धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी राज्य के भू-अभिलेखों का जो आकड़ा होगा वह इस अभियान के तहत सरकार को सौंपा जाएगा।
यूपी विशेष वरासत अभियान के लाभ क्या है?
योजना के लाभ नीचे निम्न प्रकार से दिए हुए आप देख सकते है-
- करीबन 1,08,000 मामलों का इस अभियान के तहत समाधान निकला जाएगा।
- यज्य में हो रहे दिन-प्रतिदिन बेमतलब राजस्व विवादों में इस अभियान के शुरू होने से कमी आएगी।
- जिन लोगो द्वारा मासूम लोगो की भूमि पर कब्जा किया गया है उनको न्याय दिलाने के लिए इस अभियान को राज्य में शुरू किया गया है।
- इस अभियान के तहत जमीन से जुड़े जो भी क़ानूनी व्यवस्था है उनको इस अभियान के तहत सहायक बनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश वरासत अभियान में खतौनी में नाम पंजीकृत कैसे करें?
उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा जमीन के लिए हो रहे विवादों को खत्म करने के उत्तराधिकार प्रमाण पत्र को शुरू किया है। आपको बता दे अब आप घर बैठे ही अपने फोन की मदद से भूमि अभिलेख में या कहे खतौनी में अपना नाम लिखा सकते है और भूमि से सम्बंधित कोई भी परेशानी से राहत पा सकते है।
यह जो अभियान UP राज्य में शुरू किया गया है यह ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगो के लिए शुरू किया गया है वे इस अभियान में ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों प्रक्रिया से आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर सकते है।
और आपको बता दे इसके तहसील स्तर पर भी मुख्य रूप से काउंटर बनाये हुए है इन काउंटर पर आवेदन करने के लिए वे व्यक्ति जाएंगे जो लोग गांव में पहले रहते थे या फिर वे कहीं बाहर रहते है और उनकी गांव में अपनी जमीन है वे अपना आवेदन है।
उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रक्रिया नीचे निम्न प्रकार से बताई हुई है इस प्रक्रिया को आप स्टेप बाई स्टेप फॉलो कर सकते है।
- आवेदन करने के लिए सर्वप्रथम आपको उत्तरप्रदेश विरासत अभियान की ऑफिसियल वेबसाइट vaad.up.nic.in पर जा कर विजिट करना होगा।
- आपके सामने क्लिक करते है नया होम पेज खुलेगा।
- होम पेज पर आपको उत्तराधिकारी/वरासत हेतु आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें का एक विकल्प दिखेगा उस पर आपको क्लिक करना है।
- इसके पश्चात आपके सामने एक अन्य पेज खुलेगा। जिसमें आपको अपना मोबाइल नम्बर, ओटीपी एवं कैप्चा को दर्ज करना है उसके बाद आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- जैसे आप क्लिक करोगे उसके तुरंत बाद आपके सामने उत्तराधिकार प्रमाण पत्र का रजिस्ट्रेशन फॉर्म खुलकर आ जाएगा। इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपसे कुछ आपकी पर्सनल जानकारी पूछी गयी है जिनको आपको ध्यान से पढ़कर भरना है।
- जैसे ही आप सभी डिटेल्स को भर देंगे उसके बाद आपको लास्ट में सबमिट के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस तरह से आप उत्तराधिकार प्रमाण पत्र को प्राप्त करने के लिए आप इस प्रक्रिया को फॉलो कर सकते है।
UP Varasat Abhiyan से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर
उत्तररप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी द्वारा राज्य में विरासत अभियान को शुरू किया गया है।
विरासत अभियान को किस उत्तरप्रदेश में प्रारम्भ किया गया है।
राज्य के ग्रामीण नागरिक UP Varasat Abhiyan के लाभार्थी है।
उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन प्रक्रिया की ऑफिसियल वेबसाइट vaad.up.nic.in ये है।