विटामिन के प्रमुख कार्य, प्रभाव, स्रोत एवं कमी से होने वाले रोगों की सूची | Vitamin Deficiency Diseases

हमारे शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान रखने के लिये संतुलित मात्रा में आहार का होना बहुत जरूरी है। आहार में विटामिन की उचित मात्रा हमारे शरीर के विकास और स्वास्थ्य के लिये बहुत ही आवश्यक है। आज इस लेख में हम आपको विटामिन (VITAMIN) के बारे में जानकारी देंगे। जैसे कि विटामिन क्या हैं, यह ... Read more

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Reported by Dhruv Gotra

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हमारे शरीर को स्वस्थ और ऊर्जावान रखने के लिये संतुलित मात्रा में आहार का होना बहुत जरूरी है। आहार में विटामिन की उचित मात्रा हमारे शरीर के विकास और स्वास्थ्य के लिये बहुत ही आवश्यक है। आज इस लेख में हम आपको विटामिन (VITAMIN) के बारे में जानकारी देंगे। जैसे कि विटामिन क्या हैं, यह कहां पाये जाते हैं। विटामिन की कमी से कौन-कौन से रोग (Vitamin Deficiency Diseases) हो सकते हैं आदि।

विटामिन के प्रमुख कार्य, प्रभाव, स्रोत एवं कमी से होने वाले रोगो
विटामिन के प्रमुख कार्य, प्रभाव, स्रोत एवं कमी से होने वाले रोग

विटामिन क्या होते हैं ?

हमारे शरीर के स्वस्थ विकास के लिये विटामिन की आवश्यकता होती है। विटामिन वह तत्व होते हैं, जिनकी हमारे शरीर को अल्प मात्रा में आवश्यकता होती है। रसायन विज्ञान की भाषा में कहें तो विटामिन एक प्रकार के कार्बनिक यौगिक होते हैं। यह कार्बनिक यौगिक हमारे शरीक में स्वयं या तो नहीं बनते हैं या बहुत ही कम मात्रा में बनते हैं।

शरीर में विटामिन की कमी को रोकने के लिये हमारे द्वारा विटामिन का संतुलित आधार पर सेवन किया जाता है। यह हमारे शरीर की अपेक्षित जरूरतों को पूरा करते हैं। इसलिये संतुलित और अल्प मात्रा में विटामिन लेने की सलाह डॉक्टरों के द्वारा भी दी जाती है। विटामिन का कार्य हमारे शरीर उर्जावान बनाये रखना और विभिन्न प्रकार की बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा करना है। विटामिन को दो आधारों पर वर्गीकृत किया जाता है। जल में घुलने वाले विटामिन और वसा में घुल जाने वाले विटामिन।

विटामिन के प्रकार (types of vitamins)

विशेषताओं के आधार पर विटामिन्स को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है। ये वर्ग हैं-

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  • वसा में घुलने वाले विटामिन।
  • पानी में घुल जाने वाले विटामिन।

वसा में घुलने वाले विटामिन (fat soluble vitamins)

वे विटामिन जो कि हमारे शरीर में उपस्थित वसा में आसानी से घुल जाते हैं। इस श्रेणी में आते है। सामान्यतः इस प्रकार के विटामिन हमारी मांसपेशियों और उतकों के लिये लाभदायक होते हैं और इनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार के विटामिन हमारी मांसपेशियों के द्वारा स्टोर कर लिये जाते हैं और लम्बे समय तक हमारे शरीर में बने रहते हैं। वसा में घुलने वाले विटामिन हैं-

  • विटामिन A (Retinoids)
  • विटामिन D (Calciferols)
  • विटामिन E (Tocopherol)
  • विटामिन K (Phyto menadione)

यह भी जानिए

Disease Name in Hindi-English (बीमारियों के नाम) | रोग के नाम

पानी में घुलने वाले विटामिन (water soluble vitamins)

जल में घुलने वाले विटामिन को सामान्यतः हमारे शरीर के द्वारा स्टोर नहीं किया जाता है। इसलिये हमारे शरीर को नियमित रूप से इन विटामिन्स की आवश्यकता होती है। इन विटामिन्स की अधिकता होने पर हमारे शरीर के द्वारा इन्हें जल के साथ बाहर निकाल दिया जाता है। जल में घुलने वाले मुख्य विटामिन हैं-

  • विटामिन C (Ascorbic Acid)
  • विटामिन B1 (Thiamine)
  • विटामिन B2 (Riboflavin)
  • विटामिन B3 (Niacin)
  • विटामिन B5 (Pantothenic Acid)
  • विटामिन B6 (Pyridoxine)
  • विटामिन B7(Biotin)
  • विटामिन B9 (Folic)
  • विटामिन B12 (Cobalamin)

विटामिन की कमी से होने वाले रोग

हम जानते हैं कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिये विटामिन बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व हैं। कुछ विटामिन्स का सेवन हमें प्रतिदिन करने की सलाह दी जाती है। यदि हम नियमित तौर पर इन विटामिन्स का सेवन न करें। अथवा हमारे शरीर में विटामिन्स की कमी हो जाये तो हमारा शरीर कई प्रकार की गंभीर बीमारियों से घिर जाता है। जिसके कि हमें गंभीर परिणाम भुगतने पडते हैं। आइये जानते हैं कि किस विटामिन की कमी से कौन सा रोग हो सकता है।

विटामिन के स्रोत और उनकी कमी के लक्षण

विटामिन का नाम रासायनिक नामकहां पाया जाता हैकमी के लक्षण/रोग
विटामिन A Retinolसेब, अण्डा, मांस-मछली, हरी सब्जियां, दूध, दही, मक्खन, फल आदि में बहुतायत में पाया जाता हैघाव भरने में अपेक्षा से अधिक समय लगना, धुंधला दिखायी देना, त्वचा में रूखापन आ जाना विटामिन A की कमी के लक्षण हैं। विटामिन A की कमी से रतौंधी (Night Blindness) नामक रोग हो जाता है। इसमें रात्रि के समय नेत्रों से कम दिखायी पडता है।
विटामिन B1Thiamineदूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।हाथ पैरों में अकडन का आना, लगातार वजन का घटना, अत्यधिक नींद का आना, पाचन तंत्र का कमजोर होना या कब्ज की समस्या विटामिन बी और इसके विभिन्न प्रकार की कमी के लक्षण हैं। विटामिन B की कमी से बेरी बेरी नामक बीमारी होती है।
विटामिन B2—–दूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।जीभ पर छाले होना
विटामिन B3—–दूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।मानसिक विकार उत्त्पन्न होना
विटामिन B5—–दूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।उपरोक्त सभी
विटामिन B6—–दूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।उपरोक्त सभी
विटामिन B7—–दूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।बाल झड़ने की समस्या
विटामिन B12—–दूध, अण्डे, मांस-मछली, हरी सब्जियां, रसदार फल जैसे संतरा, अंगूर इत्यादि, सूखे मेवे, और लगभग सभी दालों में अच्छी मात्रा में पाया जाता है।खून की कमी (Anemia) होना
विटामिन CAscorbic Acidसभी खाद्य पदार्थ जिनमें कि खट्टापन पाया जाता है जैसे खट्टे फल नींबू, आंवला, कीवी आदि में भरपूर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है।कम भूख लगना, वजन में यकायक गिरावट का आना, त्वचा में रूखापन और खुजली होना, गुर्दे में स्टोन की समस्या का होना विटामिन सी की कमी के लक्षण हैं। विटामिन C की कमी से Scurvy नामक रोग होता है।
विटामिन DCholecalciferol or Ergocalciferolसमुद्री खाना, मछली, दूध, दही, मक्खन, और सूर्य के प्रकाश में बहुतायत में विटामिन D पाया जाता है।शरीर में चर्बी का बढना, हड्डियों में टेढापन आना, रक्तचाप की समस्या होना, गुर्दे में पथरी का होना आदि शरीर में विटामिन डी की कमी के लक्षण हैं। विटामिन डी की कमी से शरीर में Ricketts नाम की बीमारी हो जाती है। इसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और आसानी से टूट जाती हैं।
विटामिन ETocopherolसूरजमुखी के बीज, हरी सब्जियां और वसा से युक्त सभी प्रकार के खाद्य पदार्थों में विटामिन E बहुतायत में पाया जाता है।शरीर के अंगो का अकड जाना या सुन्न हो जाना, नेत्र से संबन्धित परेशारियां होना, हार्ट से सम्बन्धित दिक्कतें होना, हाथ पैरों में कमजोरी महसूस होना, बांझपन का होना आदि शरीर में विटामिन E की कमी के लक्षण हैं। विटामिन E की कमी से शरीर में जनन और जननांगों से सम्बन्धित बीमारी हो जाती है।
विटामिन KPhylloquinoneसभी प्रकार की हरी सब्जियों में विटामिन के भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके साथ बीज वाले फलों में भी विटामिन के पाया जाता है।विटामिन के की कमी से शरीर में खून अधिक मात्रा में जमने लगता है। जिससे नसों से सम्बन्धित दिक्कतों का सामना करना पडता है। साथ ही विटामिन के की कमी मसूडों और दांतों के लिये भी हानिकारक है।

विटामिन के प्रमुख कार्य, कमी, रोग सम्बंधित प्रश्न FAQ’s

विटामिन सी की कमी से कौन सा रोग होता है?

विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग होता है।

विटामिन के मुख्य स्रोत क्या हैं?

दूध, अण्डे, डेयरी उत्पाद, मांस, मछली, हरी सब्जियां आदि विटामिन्स के मुख्य स्रोत हैं।

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सूर्य के प्रकाश से कौन सा विटामिन मिलता है?

सूर्य के प्रकाश में विटामिन डी की प्रचुर मात्रा पायी जाती है।

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