(Insurance) बीमा क्या होता है और बीमा कितने प्रकार के होते हैं?

दोस्तों जैसा की हम जानते हैं की जब भी हम कोई बीमा प्लान लेते हैं तो हमें एक निश्चित समय तक के लिए निर्धारित प्रीमियम राशि का भुगतान करना होता है। भविष्य में होने वाले आर्थिक क्षति को भरने के लिए बीमा कवर प्लान लिया जाता है। आज के आर्टिकल में हम आपको बीमा क्या ... Read more

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Reported by Rohit Kumar

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दोस्तों जैसा की हम जानते हैं की जब भी हम कोई बीमा प्लान लेते हैं तो हमें एक निश्चित समय तक के लिए निर्धारित प्रीमियम राशि का भुगतान करना होता है। भविष्य में होने वाले आर्थिक क्षति को भरने के लिए बीमा कवर प्लान लिया जाता है। आज के आर्टिकल में हम आपको बीमा क्या होता है, बीमा के कितने प्रकार होते हैं इन सभी के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की है। यदि आप बीमा के बारे में जानने के इच्छुक हैं तो आप हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें।

बीमा क्या है ? बीमा के कितने प्रकार होते हैं ? जानें
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बीमा (Insurance) क्या होता है

बीमा एक प्रकार का सुरक्षा प्लान होता है जो हमें किसी व्यक्ति/वस्तु के संबंध में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। देश में अनेकों बीमा वित्तीय संस्थाएं अपने बीमा प्लान के तहत ग्राहकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती हैं। आज के समय में बीमा सुरक्षा होने बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है।

बीमा क्यों आवश्यक है ?

  • जैसे की आप जानते हैं की बीमा प्लान हमें वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। यदि किसी व्यक्ति ने अपना जीवन बीमा करवा रखा है और वह अपने परिवार में कमाने वाला एक ही व्यक्ति है और आप यह मान के चलिए अगर किसी कारणवश कमाने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो ऐसे में व्यक्ति के परिवार का भविष्य अनिश्चित हो जाता है। बीमा प्लान कवर के नियमों के अनुसार मृत व्यक्ति के द्वारा नॉमिनेटेड व्यक्ति बीमा कवर का दावा करता है तो बीमा कंपनिया प्लान के नियमों के अनुसार दावा करने वाले व्यक्ति बीमा प्रीमियम धनराशि का भुगतान करती हैं। यह एक तरह से हमें बीमाकृत व्यक्ति के परिवार को पैसों का लाभ एवं वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।

बीमा (Insurance) के क्या लाभ हैं ?

जब भी किसी व्यक्ति के द्वारा कोई बीमा प्लान लिया जाता है तो उसको निम्नलिखित प्रकार के लाभ प्रदान किये जाते हैं –

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  • बीमा प्लान लेने पर बीमित व्यक्ति को इनकम टैक्स के अधिनियम 80C के तहत प्लान के तहत छूट प्रदान की जाती है।
  • जीवन सुरक्षा बीमा प्लान लेने पर व्यक्ति और व्यक्ति के परिवार/ नॉमिनेटेड सदस्य को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।
  • बीमा के तहत आप बैंक में एजुकेशन लोन के लिए आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
  • स्वास्थ बीमा हमें अस्पतालों के खर्चे , गंभीर बीमारी के इलाज़ के लिए पैसों की सहायता प्रदान करता है।
  • होम , वाहन , कार आदि तरह के Insurance प्लान के तहत आप संबंधित नुकसान होने पर बीमा कवर के लिए बीमा कम्पनी के पास दावा कर सकते हैं। बीमा कम्पनी के द्वारा दावा सही पाए जाने पर बीमित व्यक्ति को प्लान का लाभ प्रदान कर दिया जाता है।

बीमा कितने प्रकार के होते हैं ?

दोस्तों बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों को विभिन्न तरह के बीमा (Insurance) पॉलिसी के तहत बीमा की सुविधा प्रदान करता है। जैसे की जीवन बीमा, वाहन बीमा, घर का बीमा, स्वास्थ बीमा आदि। आगे आर्टिकल में हमने आपको बीमा के सभी प्रकारों के बारे में जानकारी प्रदान की है

जीवन बीमा (life Insurance):

  • जीवन बीमा एक तरह जीवन सुरक्षा प्लान है। जिसके तहत बीमा कराने वाला व्यक्ति अपने परिवार के सदस्य, रिश्तेदार को नॉमिनेट भी कर सकता है। जीवन बीमा सुरक्षा प्लान के तहत यदि बीमाकृत व्यक्ति की मृत्यु बीमा अवधि के पूरा हो जाने से पहले हो जाती है तो आप निश्चित बीमा धनराशि हेतु दावा कर सकते हैं। यह मृत व्यक्ति के परिवार को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
  • बहुत सी बीमा कम्पनियाँ जीवन सुरक्षा प्लान के तहत बीमा की राशि की वार्षिक आय का 15 से 20 गुना धनराशि का भुगतान करती हैं। आप बीमा कंपनियों के प्लान की तुलना कर अपने अनुसार सुविधाजनक प्लान ले सकते हैं।

जीवन बीमा के प्रकार:

ग्राहक की जरूरत के अनुसार जीवन बीमा सुरक्षा प्लान भिन्न रूपों में विभाजित किया गया है। जो इस प्रकार से निम्नलिखित है-

  • सम्पूर्ण जीवन बीमा निगम (Whole Life Insurance):
    • यह एक तरह का लम्बे समय तक सुरक्षा प्रदान करने वाला बीमा कवर प्लान है। इस तरह के प्लान की पॉलिसी के तहत बीमित व्यक्ति को 100 साल की बीमा सुरक्षा की गारंटी प्रदान की जाती है। प्लान के तहत आप छोटी-छोटी किश्तों में प्रतिमाह प्रीमियम बीमा राशि का भुगतान कर सकते हैं।
    • लम्बे समय के निवेश हेतु इस तरह के प्लान को निवेशकों द्वारा अच्छा माना जाता है।
  • टर्म जीवन बीमा (Term Life Insurance):
    • बीमा कवर के रूप में दिया जाने वाला टर्म जीवन बीमा प्लान एक शुद्ध सुरक्षा प्लान है। इस तरह के प्लान के तहत नियमों और शर्तों के तहत बीमित व्यक्ति के मृत्यु हो जाने पर कम्पनी के बीमाकृत व्यक्ति के परिवार को कुछ निश्चित राशि भुगतान की जाती है। ऐसे प्लान्स के तहत टर्म प्लान धारक व्यक्ति को
  • बंदोबस्ती की योजना (Endowment Plan):
    • जीवन बीमा के बंदोबस्ती प्लान की पॉलिसी के तहत यदि बीमा धारक व्यक्ति की मृत्यु बीमा अवधि के पूरा हो जाने से पहले हो जाती है तो बीमा कम्पनी अपने बीमाकृत ग्राहक को तीन गुना राशि की वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है।
  • मनी-बैक नीति (Money-back Policy):
    • बीमा कंपनियों के सरल निहित रिवर्सनरी बोनस प्लान के तहत ग्राहक को मनी-बैक नीति का लाभ प्रदान किया जाता है। इस प्लान के तहत पालिसी कवरेज अवधि के दौरान किसी कारणवश यदि पालिसी धारक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो व्यक्ति को सालाना प्रीमियम का दस गुना मतलब धनराशि का 125 % का लाभ प्रदान किया जाता है।
  • यूनिट लिंक्ड बीमा योजना (Unit linked Plans):
    • यूनिट लिंक्ड बीमा योजना एक निवेश इंस्ट्रूमेंट स्कीम है। इस स्किम में वेल्थ क्रिएशन एवं इंश्योरेंस प्लान को कंबाइन कर आपको वेल्थ कॉर्पस टूल की सहायता मिलती है। यूनिट लिंक्ड बीमा योजना के टर्म प्लान की अधिकतम अवधि 20 साल होती है।
  • चाइल्ड प्लान (Child Insurance):
    • बीमा कम्पनी के चाइल्ड प्लान के तहत आप अपने बच्चों के भविष्य प्लान को सुरक्षित कर सकते हैं। बीमाकृत व्यक्ति अपने बच्चों के उच्च शिक्षा , भविष्य की जरूरतों के लिए धन की सेविंग कर सकता है। जरूरत पड़ने पर धन का उपयोग कर सकता है। आपको बता दें की इस प्लान के तहत पैसों के निवेश हेतु कोई भी उम्र सीमा तय नहीं है। लेकिन हम आपको कहेंगे की इस प्लान का लाभ लेने के लिए आप बच्चे के जन्म के बाद से ही निवेश शुरू कर सकते हैं।
    • चाइल्ड प्लान की निश्चित अवधि के दौरान यदि बच्चे की निश्चित उम्र पूरी हो जाती है तो आप अपनी जरूरत के अनुसार पैसा निकाल सकते हैं। कुछ बीमा कंपनियां अपने इस चाइल्ड प्लान के तहत पैसा निकालने की सुविधा प्रदान करती हैं। बीमा की भाषा में बात की जाय तो प्लान की पॉलिसी के तहत पैसा निकालना बीमा कम्पनी के यूलिप या एंडोमेंट प्लान के तहत आता है।
  • रिटायरमेंट या एन्युटी प्लान (Retirement or Annuity Plan):
    • यदि किसी कर्मचारी ने बीमा कंपनी का Retirement or Annuity Plan ले रखा है तो प्लान के अनुसार बीमाकृत व्यक्ति/कमर्चारी को रिटायरमेंट के 1 साल के बाद प्रीमियम भुगतान राशि का लाभ मिलना शुरू हो जाता है। यह व्यक्ति की इच्छा के ऊपर निर्भर करता है नामित व्यक्ति रिटायरमेंट योजनाओं का लाभ “कवर के साथ” या “कवर के बिना” भी ले सकता है।
    • व्यक्ति की वृद्धावस्था आना जीवन की एक कड़वी सच्चाई है। जब व्यक्ति रिटायर हो जाता है तो उसके पास आय का एक नियमित स्त्रोत होता है। कई बार ऐसा होता है की बुढ़ापा आने पर व्यक्ति को स्वयं पर ना निर्भर होकर किसी अन्य व्यक्ति पर निर्भर हो जाना पड़ जाता है। ऐसे में रिटायरमेंट या एन्युटी प्लान बीमाकृत व्यक्ति को पैसे बचाने और निवेश करने का एक अच्छा खासा विकल्प प्रदान करते हैं। Retirement प्लान आपको सेविंग स्किम के तहत फंड जुटाने में मदद करती है। जिसमें व्यक्ति को एक निश्चित आयु के तहत नियमित आय की सुविधा प्रदान करती है। इस तरह की आय को एन्युटी या पेंशन कहा जाता है। बीमित व्यक्ति को इस तरह आय का लाभ एक निश्चित आयु तक दिया जाता है।
    • Retirement Plan के प्रकार : बीमा कम्पनी ने रिटायरमेंट प्लान को लाभ के अनुसार दो टाइप्स में बांटा गया है। जो इस प्रकार से हैं –
      • तत्काल एन्युटी: रिटायरमेंट के इस तरह के प्लान में बीमित व्यक्ति को योजना का प्रीमियम भुगतान रिटायरमेंट के एक साल के बाद से शुरू हो जाता है। प्रीमियम भुगतान की राशि बीमा लेने व्यक्ति के बैंक अकाउंट में बीमा कंपनियों के द्वारा ऑनलाइन भेज दी जाती है।
      • डिफर्ड एन्युटी: इस तरह के रिटायरमेंट प्लान के तहत बीमा धारक अपने लिए एक लिमिट तय करता है । इस प्लान के तहत बीमा कम्पनी लाभार्थी व्यक्ति को एन्युटी प्लान की सुविधा प्रदान करती है। प्लान की इस लिमिट को डिफर्ड एन्युटी कहा जाता है।

सामान्य बीमा (General Insurance):

सामान्य बीमा के तहत आपको वाहन, स्वास्थ, यात्रा, चोरी, सड़क दुर्घटना, बाढ़ आदि आपदाओं के संबंध में बीमा वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाती है। General Insurance प्लान के तहत इन सभी आपदाओं को शामिल किया गया है।

सामान्य बीमा के प्रकार (Types of General Insurance):

ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुसार सामान्य बीमा को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया है। जो इस प्रकार से हैं

  • होम बीमा (Home Insurance):
    • घर की वित्तीय सुरक्षा के लिए घर का बीमा होना बहुत जरूरी है। यदि किसी प्राकृतिक आपदा (बाढ़, भूकंप) के कारण होम बीमा धारक व्यक्ति के घर को नुकसान पहुंचता है। बीमा कम्पनियाँ घर नुकसान के बदले बीमा कवर प्रदान करती है। होम इंश्योरेंस पॉलिसी, के तहत इसमें घर के नवीनीकरण (Renewal) और घर के निर्माण के खर्च आदि को शामिल किया गया है।
  • वाहन बीमा (Vehicle Insurance):
    • इस प्लान के नाम से ही हमें पता चलता है यह बीमा प्लान आपके द्वारा लिए गए वाहन के संबंध में है। वाहन बीमा प्लान के तहत यदि दुर्घटनावश कारण वाहन को नुकसान पहुंचता है , वाहन चोरी होता है, वाहन को किसी तोड़फोड़ के कारण नुकसान पहुंचता है। आपको बीमा प्लान के तहत वाहन बीमा कवर प्रदान किया जाता है।
    • आपको बता दें की भारत सरकार के मोटर वाहन अधिनियम 1988 के तहत सड़क पर चलने वाले हर एक वाहन का थर्ड पार्टी vehicle insurance होना बहुत जरूरी है।
  • यात्रा बीमा (Travel Insurance):
    • यदि आप विदेश यात्रा करते हैं या देश में एक शहर से दूसरे शहर में यात्रा करते हैं तो आप बीमा कंपनियों के यात्रा बीमा प्लान का लाभ उठा सकते हैं। यात्रा करते समय यदि आपकी फ्लाइट कैंसिल होती है, और उड़ान रद्द होने से यदि आपको कोई वित्तीय नुकसान होता है आपको बीमा कंपनी इसके एवज में बीमा कवर प्रदान करती है।
    • यदि यात्रा के समय के बीच में अगर किसी यात्री की तबियत खराब होती है। तो वह यात्री बीमा कवर के तहत अस्पताल में भर्ती, अस्पताल के खर्चे आदि के लिए वित्तीय सुरक्षा का दावा कर सकता है।
  • स्वास्थ बीमा (Health Insurance):
    • यह तो आप जानते हैं की समय का कोई भरोसा नहीं कभी भी किसी वक्त हमें स्वास्थ संबंधी समस्या हो सकती है। स्वास्थ चिकित्सा की आपात स्थिति आने पर बीमा कम्पनी से स्वास्थ बीमा (Health Insurance) के तहत इलाज पर होने वाले खर्च के लिए वित्तीय दावा कर सकते हैं।
    • स्वास्थ बीमा में आप सामान्य बीमारी, आपात स्थिति एवं गंभीर की इलाज, अस्पताल की भर्ती, दवाइयों का खर्च, इलाज के तहत उपयोग होने वाले मेडिकल उपकरणों के खर्चों के संबंध में स्वास्थ बीमा कवर के तहत खर्च धनराशि के लिए दावा कर सकते हैं।
  • शिक्षा बीमा (Education Insurance):
    • एजुकेशन बीमा कई तरह के होते हैं। आपको तो पता है की हमारे यहां एक मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चे के लिए उच्च और अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा प्राप्त करना कितना मंहगा है। हमारे देश भारत में माता-पिता अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए बच्चे के बचपन से ही पैसे जोड़ने लगते हैं ताकि समय आने पर उनके बच्चे को उच्च शिक्षा से वंचित न रहना पड़े। इसलिए बीमा कम्पनिया अपने एजुकेशन बीमा प्लान के तहत हायर एजुकेशन लोन और स्कॉलरशिप आदि की सुविधा प्रदान करती हैं
    • lic के भी कई ऐसे प्लान हैं जिसके तहत आप शिक्षा हेतु स्कॉलरशिप या लोन हेतु आवेदन कर सकते हैं। इस तरह के प्लान के तहत बीमा कृत व्यक्ति के बच्चे के स्कूल/ कॉलेज के एडमिशन से लेकर पढ़ाई पूरी होने तक मतलब डिग्री/सर्टिफिकेट प्राप्त होने तक पढ़ाई का पूरा खर्च बीमा कंपनी के द्वारा उठाया जाता है।

बीमा क्या होता है से संबंधित प्रश्न एवं उत्तर (FAQs):

जीवन बीमा की अवधि कितनी होती है ?

आम तौर जीवन बीमा की अवधि 15 से 25 साल तक होती है। आपको बता दें की जीवन बीमा के तहत एंडोमेंट पॉलिसी के तहत उपभोक्ता की न्यूनतम उम्र 8 साल और अधिकतम उम्र अधिकतम 60 साल होनी चाहिए। अलग-अलग बीमा कंपनियों के तहत जीवन बीमा की अवधि भिन्न हो सकती है।

LIC की आधिकारिक वेबसाइट क्या है ?

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LIC की आधिकारिक वेबसाइट https://licindia.in/ है।

LIC के स्वास्थ बीमा के तहत भुगतान प्रीमियम कितना है ?

LIC के स्वास्थ बीमा प्लान के तहत प्रतिमाह प्रीमियम भुगतान की राशि वार्षिक प्रीमियम 25 प्रतिशत या इसके अतिरिक्त होनी चाहिए। बीमा प्लान खत्म होने पर आप नवीनीकरण के लिए 30 रूपये का भुगतान करना होता है।

एलआईसी का कस्टमर केयर नंबर क्या है ?

LIC Call Center at +91-022 6827 6827 आप इस नंबर पर साल भारतीय जीवन बीमा निगम से संबंधित सेवाओं के बारे में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
सोमवार से शुक्रवार: सुबह 8 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक।

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