भारतीय संस्कारों में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले भगवान का आहवाह्न और राशियों के बारे में पूछा जाता है। आपने देखा होगा की बहुत से व्यक्ति किसी नए व्यवसाय में निवेश करना चाहता तो व्यक्ति अपना राशिफल देखकर ही निवेश करते हैं, शादी एवं विवाह हेतु वर-वधु की कुंडली और राशियों का मिलान किया जाता है।
यदि वर और वधु की राशियां मेल खाती हैं तो इसे ज्योतिषशास्त्र में अच्छा नहीं समझा जाता है ऐसी स्थिति में शादी नहीं होनी चाहिए। दोस्तों राशियां हम सबके जीवन में बहुत महत्व रखतीं हैं। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से राशियों के बारे में महत्वपूर्ण ज्ञान देने जा रहे हैं।
यदि आप भी सुबह उठकर राशिफल के बारे में जानने के इच्छुक रहते हैं तो आपको हमारा यह आर्टिकल जरूर पसंद आएगा। आगे आर्टिकल में हम आपको सभी 12 राशियों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है। राशियों के बारे में और अधिक पढ़ने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
राशि (Zodiac) क्या होती है ?
हमारे ज्योतिषशास्त्र में राशियां सूर्य के स्थिति को प्रदर्शित करती हैं। ज्योतिष विद्वानों ने राशि चक्र में सूर्य की अलग-अलग स्थितियों को 12 भागों में बांटा है। सूर्य की स्थिति के यही 12 भाग हमारी 12 राशियां हैं जो विभिन्न दशा , मुहर्त, काल चक्र समय को प्रदर्शित हैं।
अंतरिक्ष में मौजूद 9 ग्रहों का इन 12 राशियों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि आप कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो आपके 9 ग्रहों की स्थिति राशि के शुभ मुहूर्त समय के अनुसार होनी चाहिए ऐसा माना और कहा जाता है की तभी शुभ कार्य सफल और सिद्ध होते हैं।
अपनी राशि (Zodiac) कैसे जानें ?
यदि आपको अपनी जन्मतिथि के बारे में जानकारी है तो आप हमारे द्वारा बतायी जा रही टेबल के अनुसार अपनी राशि का पता लगा सकते हैं। टेबल में हम आपको जन्मतिथि और राशि दोनों की जानकारी प्रदान कर रहे हैं आप देख सकते हैं –
जन्मतिथि | राशि |
21 मार्च से 20 अप्रैल | मेष राशि |
21 अप्रैल से 21 मई | वृषभ राशि |
22 मई से 21 जून | मिथुन राशि |
22 जून 22 जुलाई | कर्क राशि |
23 जुलाई से 21 अगस्त | सिंह राशि |
22 अगस्त से 23 सितंबर | कन्या राशि |
24 सितंबर से 23 अक्टूबर | तला राशि |
24 अक्टूबर से 22 नवंबर | वृश्चिक राशि |
23 नवंबर से 22 दिसंबर | धनु राशि |
23 दिसंबर से 20 जनवरी | मकर राशि |
21 जनवरी से 19 फरवरी | कुंभ राशि |
20 फरवरी से 20 मार्च | मीन राशि |
राशि (Zodiac) कितनी होती है ?
दोस्तों आपको बता दें की भारतीय ज्योतिषशास्त्र (Astrology) में 12 राशियों के बारे में बताया गया है। राशियों का संबंध हम सबके साथ भूत , वर्तमान और भविष्य में होने वाली घटनाओं से होता है। आप टेबल में 12 राशियों के अंग्रेजी और हिंदी नाम पढ़ सकते हैं।
क्रमांक | राशियों के नाम हिंदी में | Zodiac Name in English |
1 | मेष | Aries |
2 | मिथुन | Gemini |
3 | सिंह | Leo |
4 | तुला | Libra |
5 | धनु | Sagittarius |
6 | कुंभ | Aquarius |
7 | वृषभ | Taurus |
8 | कर्क | Cancer |
9 | कन्या | Virgo |
10 | वृश्चिक | Scorpio |
11 | मकर | Capricornus |
12 | मीन | Pisces |
नाम से कैसे जानें की आपकी राशि क्या है – अपनी राशि कैसे जाने
दोस्तों क्या आप जानते हैं बच्चों के नामों का निर्धारण उनकी कुंडली और राशि को देखकर किया जाता है। यदि हम कहें की आप अपने नाम के पहले अक्षर से अपनी राशि का पता लगा सकते हैं तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। अपने नाम के पहले अक्षर से अपनी राशि के बारे में पता करने के लिए आपको यह जानकारी होना बहुत जरूर है। जानकारी हमने आपको आगे आर्टिकल में दे है जो इस प्रकार से है –
मेष राशि (Aries): आपको बताते चलें की ज्योतिषशास्त्र में मेष राशि को राशि चक्र के पहले स्थान पर रखा गया है। इस राशि के चिन्ह में भेड़ को प्रदर्शित किया गया है। जिन जातकों के नाम का पहला अक्षर चू, चो, चे, ला, लू, ली, ले, लो, और आ आता है उनकी राशि मेष होती है। मेष राशि वालों का शुभ ग्रह मंगल को माना गया है।
वृषभ राशि (Taurus): राशि चक्र में वृषभ राशि को द्वितीय स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में ई, ए, ऊ, ओ, वी, वा, वू, वो, वे आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि वृषभ होती है। वृषभ राशि का चिन्ह बैल है। आपको यह भी बता दें की वृषभ राशि का शुभ ग्रह शुक्र होता है।
मिथुन राशि(Gemini): राशि चक्र में मिथुन राशि को तीसरे स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में का, कू, घ, की, ङ, के, छ, को, और ह आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि मिथुन होती है। मिथुन राशि का चिन्ह पुरुष और नारी का जोड़ा होता है। आपको यह भी बता दें की मिथुन राशि का शुभ ग्रह बुध को माना गया है।
कर्क राशि(Cancer): राशि चक्र में कर्क राशि को चौथे स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में ही, हे, हू, हो, डी, डा, डू, डो, डे और वे आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि कर्क होती है। कर्क राशि का चिन्ह केकड़ा होता है। आपको यह भी बता दें की कर्क राशि का शुभ ग्रह चन्द्रमा को माना गया है।
सिंह राशि(Leo): राशि चक्र में सिंह राशि को पांचवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में मा, मू, मो, मी, मे, टा, टू, टे और टी आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि सिंह होती है। सिंह राशि का चिन्ह जंगल का राजा शेर होता है। आपको यह भी बता दें की सिंह राशि का शुभ ग्रह सूर्य को माना गया है।
कन्या राशि (Virgo): राशि चक्र में कन्या राशि को छठे स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में ढो, पी, ष, पू, पा, ठ, ण, पो और पे आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि कन्या होती है। कन्या राशि का चिन्ह खड़ी हुई लड़की होती है। आपको यह भी बता दें की कन्या राशि का शुभ ग्रह बुध को माना गया है।
तुला राशि(Libra): राशि चक्र में तुला राशि को सातवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में रा, रो, रू, री, रे, ता, ते, तू और ती आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि तुला होती है। तुला राशि का चिन्ह तराजू होता है। आपको यह भी बता दें की तुला राशि का शुभ ग्रह शुक्र को माना गया है।
वृश्चिक राशि (Scorpius): राशि चक्र में वृश्चिक राशि को आठवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में ना, नू, नी, नो, ने, या, यू, और यी आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि वृश्चिक होती है। वृश्चिक राशि का चिन्ह बिच्छू होता है। आपको यह भी बता दें की वृश्चिक राशि का शुभ ग्रह मंगल को माना गया है।
धनु राशि (Sagittarius): राशि चक्र में धनु राशि को नौवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में भा, यो, भी, धा, फा, भू, ढा, और भे आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि धनु होती है। धनु राशि का चिन्ह धनुष ताने हुए आधा पुरुष होता है। आपको यह भी बता दें की धनु राशि का शुभ ग्रह बृहस्पति को माना गया है।
मकर राशि (Scorpius: राशि चक्र में वृश्चिक राशि को दसवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में भो, जी, जा, खी, खे, खो, खू, गी और गा आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि मकर होती है। मकर राशि का चिन्ह मृग या हिरण होता है। आपको यह भी बता दें की मकर राशि का शुभ ग्रह शनि को माना गया है।
कुम्भ राशि (Aquarius): राशि चक्र में कुम्भ राशि को ग्यारवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में गू, गो, गे, सी, सा, सू, सो, से,और दा आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि कुम्भ होती है। कुम्भ राशि का चिन्ह पुरुष अपने हाथों में घड़ा लिए होता है। आपको यह भी बता दें की कुम्भ राशि का शुभ ग्रह शनि को माना गया है।
मीन राशि (Pisces): राशि चक्र में मीन राशि को बारहवें स्थान पर रखा गया है। जिन जातकों के नाम के पहले अक्षर में दी, दू, थ, दे, दो, ञ, चा, और ची आदि वर्ण आते हैं उनकी राशि मीन होती है। मीन राशि का चिन्ह में मछलियां होती हैं। आपको यह भी बता दें की मीन राशि का शुभ ग्रह बृहस्पति को माना गया है।
अपनी राशि कैसे जाने से संबंधित प्रश्न
आपको बताते चलें की ज्योतिषशास्त्र का उल्लेख हमारे सबसे पुराने वेद ऋग्वेद में मिलता है। ऋग्वेद में ज्योतिषशास्त्र से संबंधित 30 से अधिक श्लोक लिखे हुए हैं।
आपकी जानकारी के लिए indian astrology में कुल 12 राशियां हैं जिनके बारे में हमने आपको उपरोक्त आर्टिकल में बताया है।
राशि चक्र में छठे नंबर की राशि कन्या है जिसे इंग्लिश में Virgo भी कहा जाता है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिन भी लोगों के नाम का पहला अक्षर चू, चो, चे, ला, लू, ली, ले, लो, और आ से शुरू होता है उनकी राशि मेष होती है।