स्वच्छता पर निबंध – Essay on Cleanliness in Hindi (Swachhata Par Nibandh)

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Reported by Saloni Uniyal

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यदि आप स्वच्छता पर निबंध ढूंढ रहें हैं तो आप सही जगह पर आएं हैं। आज हम आपको इस लेख में स्वच्छता पर निबंध – (Essay on Cleanliness in Hindi (Swachhata Par Nibandh) से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी को बताने जा रहें हैं अतः आपको इस आर्टिकल के लेख को अंत तक अवश्य पढ़ना है।

प्रस्तावना

स्वच्छता हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमारे आस-पास उपस्थित पर्यावरण का स्वच्छ होना अतिआवश्यक है जिसके तहत हम भी स्वस्थ रहेंगे। हमें केवल अपने घर की सफाई ही नहीं बल्कि अपने आस पड़ोस में भी सफाई करनी आवश्यक है। स्वच्छता कई प्रकार की होती है जैसे- वैचारिक, सामाजिक एवं व्यक्तिगत आदि। हमें हर प्रकार की स्वच्छता को अपनाना जरूरी है।

स्वच्छता क्या है?

जिस प्रकार हम अपने शरीर को स्वच्छ रखते हैं ठीक उसी प्रकार हमें अपने चारों ओर पर्यावरण को स्वच्छ रखना चाहिए। Cleanliness मानव जाति के लिए बहुत आवश्यक है जो कि हमें विभिन्न प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखती है। चाहे व्यक्ति छोटा हो या बड़ा हो, प्रत्येक आयु के मनुष्य को स्वच्छता का पालन करना चाहिए। जैसे कि, हमने अपने कहीं भी अपने आस-पास कूड़ा नहीं फेंकना चाहिए, कूड़े हमें कूड़ेदान में डालना चाहिए, अपने शरीर को स्वच्छ रखना चाहिए, खाने से पहले हमेशा हैंड वाश करने चाहिए ऐसी कई बाते हैं जिनका हमें ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा हमें देश के अन्य नागरिकों को भी जागरूक करना चाहिए कि हमारे जीवन के लिए स्वच्छता कितनी महत्वपूर्ण है। यदि हम अपने आस-पास सफाई नहीं रखेंगे तो चारों तरफ गन्दगी फैलेगी जिससे कि कई प्रकार की बीमारियां उत्त्पन होंगी और हम ऐसे ही बीमार पड़े रहेंगे।

स्वच्छता पर निबंध – Essay on Cleanliness in Hindi (swachhata par nibandh)
स्वच्छता पर निबंध

स्वच्छ भारत अभियान क्या है?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत महात्मा गाँधी की 145वीं जयंती पर की गई थी। इस अभियान को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य गाँधी जी के सपने स्वच्छ भारत के निर्माण को पूरा करना था। इस अभियान को क्लीन इंडिया मिशन भी कहा जाता है। इस मिशन के तहत सरकार ने कई तरह के प्रयास किए एवं कई कैम्पेनों का निर्माण किया ताकि देश को साफ़-सुथरा बनाया जा सके। जब भारत का प्रत्येक शहर एवं गांव, सड़कें एवं गलियां साफ़ रहेंगी तो हमारे चारों ओर का पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा तथा बीमारियां भी कम होंगी। जब हम स्वस्थ रहेंगे तो तभी जाकर हम अपने देश का आर्थिक विकास कर सकते हैं। सरकार द्वारा अपील की गई है कि देश की सम्पूर्ण जनता स्वच्छ भारत बनाने में अपना पूरा योगदान देने की कोशिश करें। सर्वप्रथम स्वच्छ भारत अभियान को शुरू मोदी जी ने सड़कों पर सफाई करके किया था।

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Swachhata के लाभ क्या हैं?

यदि देश में स्वच्छता रहेगी तो देश का विकास होगा और इससे हमें कई प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे। इसका सबसे बड़ा लाभ हमारे शरीर को मिलेगा जब चारों तरफ स्वच्छता होगी तो बीमारियां भी नहीं होंगी जिससे हम बीमार भी नहीं होंगे एवं हमारा स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहेगा। गन्दगी साफ़ करने से हमारा वातावरण भी स्वच्छ होगा और जीव जंतु भी स्वस्थ रहेंगे।

जब हम अपने घर को स्वच्छ रखते हैं तो कितना सुन्दर लगता है हमारे मन में अच्छे विचार उत्पन्न होते है एवं लोगों के प्रति अच्छी भावनाएं आती हैं घर का माहौल पॉजिटिव रहता है, घर में खुशहाली रहती हैं एवं सभी सदस्य खुश रहते हैं। इसी प्रकार जब हम अपने देश को स्वच्छ रखेंगे तो हमारा देश भी विकास करेगा और आर्थिक रूप से उन्नति एवं मजबूत बनेगा।

स्वच्छता ना होने के नुकसान

यदि हमारे चारों तरफ गन्दगी रहेगी कूड़े कचरे के ढेर पड़े रहेंगे तो हमारे आस-पास बदबू ही बदबू रहेगी जिससे लोग भी बीमार होंगे और रोग्रस्त हो जाएंगे। लोग नदियों में गन्दा पानी छोड़ते हैं जिससे नदी का जल प्रदूषित हो जाता है जिसे पीकर लोगों को टाइफाइड होने का अधिक खतरा होता है। अत्यधिक गन्दगी बढ़ने से उस स्थान की वायु एवं भूमि पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है जो कि पर्यावरण के लिए अच्छा नहीं है।

बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां एवं उद्योग कारखानों से निकलने वाले धुंए से आयु प्रदूषण होता है जो कि सांस वाले मरीजों के लिए हानिकारक होता है एवं स्वस्थ व्यक्ति को साँस लेने से सम्बंधित अनेक बीमारियां हो जाती है। आज के समय बढ़ती जनसंख्या भी स्वच्छता ना होने का कारण बन रही है लोग जहां मर्जी अपने घर का कचरा फेंक के आ जाते हैं एवं सफाई के लिए गंभीर नहीं होते हैं जिससे की देश दिन-प्रतिदिन प्रदूषित होता जा रहा है।

देश को स्वच्छ रखने के लिए उपाय

यदि हमें अपने देश को सम्पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाना है तो हमें नीचे दिए हुए निम्न उपायों को अपनाना होगा।

स्वच्छता से सम्बंधित घर के कार्य

अपने जीवन को स्वस्थ बनाने के लिए अपने मन, शरीर एवं घर को साफ़ रखना होगा। हमें रोजाना अपने शरीर को साफ़ करना चाहिए जैसे- नहाना, दांत साफ करना, साफ सुथरे कपड़े पहनना, नाखून साफ़ करना, घर के प्रत्येक कमरे एवं कोने को साफ़ रखना आदि।

प्लास्टिक पर प्रतिबंध

हमारे जीवन में सबसे आम तौर पर आज के समय में ज्यादातर प्लास्टिक का इस्तेमाल होता है चाहे वह पॉलीथिन हो या फिर प्लास्टिक का अन्य सामान, लोग इसका प्रयोग करके नालियों में, नदियों एवं सड़कों पर फेंक देते हैं लेकिन आपको पता भी है इसका अपघटन होने करोड़ों वर्ष लग जाते हैं तब तक यह भूमि में ही पड़ा रहता है और यह बहुत खतरनाक भी होता है। लोग पॉलीथिन का उपयोग करके सड़कों पर फेंक देते हैं जिसे कि जानवर खा लेते हैं जो कि उनके मृत्यु का कारण बनता है।

लेकिन सरकार द्वारा इस समस्या को देखकर प्लास्टिक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है एवं कड़े नियमों का प्रावधान किया गया है। हमें पॉलीथिन के बदले कपड़े की थैलियों का प्रयोग करना चाहिए।

विचारों में swachhata

हमें अपने स्वयं की स्वच्छता के साथ अपने कार्य एवं मन के विचारों को भी स्वच्छ रखना चाहिए तभी जाकर हमें मन की शांति प्राप्त होगी। जब तक हमारा मन स्वच्छ नहीं होगा तब तक हम अपने शरीर तन को स्वच्छ नहीं रख पाएंगे।

धार्मिक स्थलों की स्वच्छता

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हमें अपने धार्मिक स्थलों को जैसे मंदिर को भी स्वच्छ रखना चाहिए रोजाना मंदिर की सफाई करनी चाहिए उसे पश्चात ही हमें मंदिर में पूजा करनी चाहिए।

सार्वजनिक स्थलों की सफाई

जिस तरह से हम अपना घर साफ़ करते हैं उसी तरह से हमको सार्वजनिक स्थलों की भी सफाई करनी चाहिए। यदि हम सार्वजनिक स्थलों की सफाई नहीं करते हैं तो हमें गन्दगी भी नहीं करनी चाहिए एवं दूसरे लोगों को गन्दगी फैलाने से रोकना चाहिए।

महात्मा गाँधी के स्वच्छता को लेकर मुख्य विचार

आजादी के समय गाँधी का स्वप्न था कि भारत को आजाद करने के साथ-साथ स्वच्छ भी कर दिया जाएगा जिसके लिए उन्होंने विभिन्न प्रयास किए लेकिन वे असमर्थ रहें। और उनका सपना केवल एक सपना ही बन कर रह गया। स्वतंत्रता के समय उन्होंने स्वच्छता को लेकर कई विचार प्रस्तुत किए थे जो कि निम्न प्रकार के थे।

  • महात्मा जी का कहना था कि राजनैतिक स्वतंत्रता से अधिक जरूरी स्वच्छता है।
  • हमें स्वच्छता की आदत दिलाने के लिए अपने व्यवहार में स्वच्छता लानी होगी।
  • व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छ होना जरुरी है।
  • प्रत्येक व्यक्ति को अपने कूड़े कचरे की सफाई स्वयं करनी चाहिए।
  • गांव में साफ-सफाई करके ही आर्थिक विकास किया जा सकता है।
  • हमें अपने शौचालय को घर की तरह साफ रखना चाहिए।

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स्वच्छता पर निबंध से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

देश में Swachhata क्यों जरूरी है?

यदि हम अपने आस-पास सफाई चाहते हैं एवं अपने स्वस्थ स्वास्थ्य चाहते हैं तो देश में स्वच्छता का होना अत्यंत जरूरी है।

स्वच्छता अभियान किसी तिथि को शुरू किया गया था?

2 अक्टूबर 2014 को गाँधी जयंती के अवसर पर इस अभियान को शुरू किया गया था।

देश में स्वच्छता अभियान कब से चलाया जाएगा?

1 अक्तूबर से देश में स्वच्छता दिवस मनाया जाता है।

स्वच्छ भारत निर्माण किसका सपना था?

स्वच्छ भारत का निर्माण गाँधी जी का सपना था।

स्वच्छ भारत स्वच्छ अभियान कब शुरू किया गया था?

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा स्वच्छ भारत स्वच्छ की शुरुआत महात्मा गाँधी की 145वीं जयंती पर की गई थी।

Essay on Cleanliness in Hindi (Swachhata Par Nibandh) से सम्बंधित प्रत्येक जानकारी को हमने इस लेख में साझा कर दिया है यदि आपको लेख से जुड़ी अन्य जानकारी कोई प्रश्न पूछना है तो आप इसके लिए नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न लिख सकते हैं हमारी टीम द्वारा जल्द ही आपके प्रश्नों का उत्तर दिया जाएगा। इसी तरह के अन्य लेखों एवं सरकारी योजनाओं के बारे में जानने के लिए हमारी साइट hindi.nvshq.org से ऐसे ही जुड़े रहें। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो और इससे जुड़ी जानकारी प्राप्त करने में सहायता मिली हो धन्यवाद।

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