आतंकवाद लोगों को डराने के लिए आतंकवादियों द्वारा हिंसा करने का एक गैर क़ानूनी तरीका है। इसका प्रयोग देश में लोगों को डराने धमकाने के लिए किया जाता है। आज के समय में यह समस्या देश में नहीं बल्कि एक वैश्विक समस्या बन गई है जिससे देशों में आतंकी हमले किए जाते हैं। आतंकवाद विश्व के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है जो कि कई देशों को तबाह कर चुकी है। आतंकवाद सबसे अधिक निशाना देश की आम जनता को बनाता है और राजनैतिक एवं वैचारिक हिंसा को बढ़ावा दिया जाता है। आज इस लेख में हम आपको आतंकवाद पर निबंध – Terrorism Essay in Hindi (Aatankwad Par Nibandh) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहें हैं अतः आप इस लेख को तक जरूर देखें।
आतंकवाद (Terrorism) क्या है?
टेररिज्म का मुख्य उद्देश्य हिंसा करके लोगों के भीतर डर का खौफ पैदा करना है जो कि एक गैर कानूनी कार्य है। यह एक देश के नागरिकों के लिए नहीं बल्कि पूरी मानव जाति के लिए एक खतरा बना हुआ है जिसका कि अंत नहीं हो सकता। देश में यदि कहीं भी बम विस्फोट, हिंसा के कार्य या फिर दंगे फसाद होते हैं ये सब आतंकवाद कहलाते हैं और यह कार्य करने वाले आतंकवादी कहलाते हैं। अक्सर भारत में आतंकवाद को नक्सलवादियों के रूप में देखा जाता है क्योंकि सर्वप्रथम नक्सलवादी ही आतंकवादी बनकर आए थे। विश्व में फ्रांसीसी क्रांति के समय इस शब्द की उत्पति हुई थी। इसके पश्चात आतंक की स्थापना वर्ष 1793-94 में हुई थी और वर्ष 1950 में यह बुराई तेजी से फैलने लग गई और इसका उत्थान भारत, जर्मनी, संयुक्त राज्य अमेरिका एवं जापान आदि देशों में देखा गया।
सयुंक्त राष्ट्र संघ द्वारा साल 2005 में टेररिज्म को परिभाषित किया गया था कि यदि कोई संगठन लोगों को डराने धमकाने के लिए एवं सरकार पर दबाव डालता है एवं आम जनता को जान-माल का नुक्सान करते हैं तो इसे आतंकवाद कहा जाएगा।
वर्ष 1987 में आतंकवादी एवं विघटनकारी क्रियाकलाप अधिनियम को भारतीय संसद द्वारा पारित किया गया था। यदि कोई समुदाय सरकार पर दबाव डाले एवं देश की जनता को आघात एवं क्षति पहुंचाता है वह आतंकवादी कार्य मन जाएगा।
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आतंकवाद (Terrorism) कितने प्रकार का होता है?
किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गलत कार्यों एवं तरीकों को अपनाना टेररिज़्म कहलाता है, इसके निम्न प्रकारों की जानकारी हम नीचे देने जा रहें हैं।
जातीयता पर आधारित Terrorism
यह एक इस प्रकार का आतंकवाद है जो कि जातीय राष्ट्रवादी उद्देश्यों के लिए बनाया जाता है। यह आतंकवाद जाति को टारगेट करता है ताकि वे एक अलग राज्य स्थापित कर सके या फिर अलग जातीय समूह बना सके।
धार्मिक Terrorism
धार्मिक आतंकवाद एक ऐसा आतंक है जो कि धार्मिक विचारों से पैदा होता है एक आतंकी दूसरे आतंकी के विचारों से प्रेरित होता है। धार्मिक आतंक एक विनाशकारक आतंकवाद है।
राज्य प्रायोजित Terrorism
जब किसी देश की सरकार किसी दूसरे देश की घातक हमले की activities को अंजाम देती है तो इस प्रकार के आतंकवाद को राज्य प्रायोजित Terrorism कहा जाता है। अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए इस प्रकार की गतिविधियां की जाती है।
स्वापक आतंकवाद
ऐसा आतंकवाद जो हिंसा के माध्यम से सरकार एवं समाज की नीतियों को प्रभावित करने के लिए नशीले पदार्थ की तस्करी के प्रयास करता है स्वापक आतंकवाद कहलाता है।
राष्ट्रवादी Terrorism (नृजातीय)
आतंकवादी किसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उप-राष्ट्रीय नृजातीय संगठन बनाते हैं और हिंसा करते है इस प्रकार के टेररिज्म लो राष्ट्रवादी Terrorism (नृजातीय) कहते हैं।
विचारधारा प्रेरित Terrorism
1. वामपंथी Terrorism
किसी संगठन द्वारा न्यापूर्ण समाज की स्थापना करने के उद्देश्य से पूंजीवाद का जमकर विरोध करने की हिंसा को वामपंथी Terrorism कहा जाता है।
2. दक्षिणपंथी Terrorism
प्राचीन समूह द्वारा प्राचीन संस्कृति का संरक्षण करने के लिए एकल संगठन द्वारा की गई हिंसा को दक्षिणपंथी Terrorism कहते हैं।
आतंकवाद के दुष्प्रभाव क्या-क्या हो सकते हैं?
जब भी कहीं राजनीतिक एवं सामाजिक कार्य को बिगाड़ने की कोशिश की जाती है जिससे कि उस राज्य एवं देश की सरकार गिर जाए इसे आतंकवाद कहते है। टेररिज्म का सबसे अधिक दुष्परिणाम आम जनता पर होता है। इसके अतिरिक्त समाज में बहुत दुष्प्रभाव होते है जिसकी जानकारी हम नीचे निम्न प्रकार से देने जा रहें हैं-
- किसी देश में आतंकी राज होने पर लोगों के मन में डर उत्पन्न हो जाता है जिससे कि लोगों का सरकार के ऊपर से भरोसा उठ जाता है।
- आतंकवादी को देखकर अन्य लोग भी आतंकवादी बनने के लिए विवश हो जाते हैं।
- आतंकवाद के कारण कई सरकारों को खत्म कर दिया जाता है।
- मनुष्य का एक दूसरे के ऊपर से विश्वास हमेशा के लिए खत्म हो जाता है।
- शहर के शहर तबाह हो जाते हैं।
- आतंकी हमलो एवं बम विष्फोटो से जीव-जंतु एवं लाखों मनुष्यों की मृत्यु हो जाती है।
भारत में हुए आतंकवादी हमले
भारत में कई बड़े आतंकी हमले हुए हैं जिनकी जानकारी हम आपको निम्न प्रकार से बताने जा रहें हैं।
- 12 मार्च 1983 में मुंबई शहर में सीरियल धमाके हुए थे जिसे कि मुंबई सीरियल ब्लास्ट कहा गया था।
- 14 फरवरी 1998 में इस्लामिक ग्रुप अल उम्माह में कोयम्बटूर धमाका किया गया था।
- वर्ष 2001 में 1 अक्टूबर में जम्मू कश्मीर विधानसभा में आतंकवादी हमला हुआ था।
- जयपुर में सिसिलेवार बम धमाका 13 मई 2008 को किया गया था।
- 13 दिसंबर 2001 में आतंकवादियों ने फिर से हमला किया इस बार उन्होंने अपना निशाना संसद को बनाया था।
- मुंबई शहर में पकिस्तान के कुछ आतंकवादी घुस गए और उन्होंने वर्ष 2008 में 26 नवंबर को हमला कर लिया जिसमे लोग को अत्यंत नुक्सान हुआ।
- वर्ष 1999 में कारगिल का युद्ध भी इसी का कारण था।
- वर्ष 2008 में अहमदाबाद में आत्मघाती हमलावरों ने बम धमाका किया था।
- मुंबई की आम रेलों में वर्ष 2006 में आतंकी हमला किया गया।
- देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी तथा इंदिरा गाँधी की भी हत्या एक आतंकवादी साजिश ही शामिल थी।
- साल 2017 में कई यात्री अमरनाथ की यात्रा पर जा रहें थे हमलावरों ने 11 जुलाई में उन बसों पर हमला कर दिया।
- आतंकियों ने वर्ष 2016 में देश में पठानकोट की सेना के ठिकानों को निशाना बना कर बम विस्फोट किए।
- रामपुर में सीआरपीएफ के जवानों पर वर्ष 2008 में आतंकी हमला किया गया था जिसमें कि 8 जवानों ने अपने प्राण गवा दिए।
- भारत में आतंकवादी पुलवामा हमला 14 फरवरी 2019 में किया गया था जिसमें कि कई जवान घायल हुए एवं 37 जवान शहीद हो गए।
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Aatankwad क्या है?
किसी उद्देश्य या लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लोगों को डराना धमकाना एवं उन पर हिंसा करना आतंकवाद कहलाता है।
आतंकवाद के क्या दुष्प्रभाव है?
आतंकवाद के का कारण देश के लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं लोगों के दिल आतंकवाद से सहम जाते हैं और सरकार भी कुछ नहीं कर पाती।
क्या भारत में आतंकवाद दिवस मनाया जाता है?
जी हाँ,हर साल भारत सरकार द्वारा 21 मई को आतंकवाद दिवस मनाया जाता है। इस दिन देश के पूर्व प्राइम मिनिस्टर राजीव गाँधी जी को श्रन्दाजलि दी जाती है।
आतंकवाद के क्या कारण हो सकते हैं?
आतंकवाद के कई निम्नलिखित कारण हो सकते हैं, जैसे की भ्रष्टाचार, सामाजिक एवं आर्थिक विभिन्नता का होना, राजनैतिक विभिन्नता एवं धार्मिक विवाद आदि।
देश में Terrorism की शुरुआत किस वर्ष हुई है?
वर्ष 1773 से 1794 के समय विश्व में आतंक राज की स्थापना हुई थी। यह समय फ्रांसीसी क्रांति का था। वर्ष 1950 में भारत एवं यूरोपीय के कई देशों में यह आतंकवाद शुरू हो गया था।
इस आर्टिकल में हमने आपको Terrorism Essay in Hindi (Aatankwad Par Nibandh) से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी को साझा कर दिया है यदि आपको इस लेख से जुड़ी अन्य जानकारी या किसी प्रश्न को पूछना है तो आप नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न पूछ सकते है हम कोशिश करेंगे कि आपके प्रश्रों का उत्तर जल्द दे पाएं। इसी तरह के निबंधों के लेख एवं सरकारी योजनाओं के बारे में जानने के लिए आप हमारी साइट से ऐसे ही जुड़े रह सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखे गए इस लेख से जानकारी जानने में सहायता प्राप्त हुई हो और यह लेख पसंद आया हो धन्यवाद।