दोस्तों नमस्कार, दोस्तों जैसा की आप जानते हैं की इस बार की होने वाली UPSC की परीक्षा के परिणाम जारी हो चुके हैं। जिसमें नॉएडा की रहने वाली Ishita Kishore ने सर्वोच्च अंक पाकर पुरे देश में प्रथम रैंक प्राप्त की।
यह तो आप जानते ही हैं की रिजल्ट जारी होने के बाद UPSC Candidates को आयोग द्वारा ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है। इन कैडरस को अधिकारी बनने तक बहुत ही कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होता है।
ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद आईएएस कैडरस को दिल्ली के JNU (जवाहर लाल नेहरू, विश्वविद्यालय) के द्वारा MA (Public Management) के सम्मान से सम्मानित किया जाता है जिसके बाद भारतीय प्रशासनिक अधिकारी के रूप में अपने पदों का कार्यभार ग्रहण करते हैं।
दोस्तों क्या आपको पता है की इन सिविल सर्विस प्रशिक्षुओं (IAS Aspirants) की ट्रेनिंग कहाँ और कैसे होती है और किस तरह कराई जाती है।
यदि नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं भारत के आगामी प्रशासनिक अधिकारियों की होने वाली प्रशिक्षण (Training) की पूरी प्रक्रिया के बारे में। दोस्तों आपने यदि लबसना (LBSNAA) सुना है तो आपको पता होगा की जो भी UPSC की परीक्षा पास कर लेते हैं उन्हें प्रशिक्षण हेतु लबसना आना होता है।
आपको बता दें की उत्तराखंड राज्य के मसूरी में स्थित LBSNAA भारत का सार्वजनिक नीति और सार्वजनिक प्रशासन की ट्रेनिंग का एक विश्व प्रसिद्ध सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थान है।
लबसना (LBSNAA) क्या है?
LBSNAA Full Form :- Lal Bahadur Shastri National Academy Of Administration
लबसना का फुल फॉर्म :- लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकैडमी
लबसना में आने के बाद पहले तो IAS कैडर की फाउंडेशन ट्रेनिंग कराई जाती है। इसके बाद Foundation Training समाप्त होने के बाद प्रशिक्षु को Professional Training प्रदान की जाती है।
इस प्रोफेशनल ट्रेनिंग के दौरान कैडर को एजुकेशन, हेल्थ, एनर्जी, एग्रीकल्चर, इंडस्ट्री, रूरल डिवेलपमेंट, पंचायती राज, अर्बन डिवेलपमेंट, सोशल सेक्टर, कानून-व्यवस्था, महिला एवं बाल विकास, ट्राइबल डिवेलपमेंट आदि जैसे विषयों की जानकारी प्रदान की जाती है।
दोस्तों आगे आर्टिकल में हम आपको प्रशिक्षण से संबंधित पूरी जानकारी देने जा रहे हैं। यदि आप भी ट्रेनिंग के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो आप हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें।
पूर्व नाम | राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी |
संस्थान का नाम | LBSNAA (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration) |
आदर्श वाक्य एवं सिद्धांत | “शीलं परम भूषणम्” ( संस्कृत ) |
अंग्रेजी में आदर्श वाक्य | “Character is the greatest quality” |
संस्थान का प्रकार | Civil Service training institute |
स्थापना | 15 अप्रैल 1958 |
Parent Institution | Minister of Personnel, Public Grievances and Pensions |
डायरेक्टर | श्री निवास कैतिकिथाला, आईएएस |
लोकेशन | Shimla and New Delhi till 1972; currently Mussoorie, Uttarakhand, India |
कैंपस | Urban (शहरी) |
ऑफिसियल वेबसाइट | click here |
लबसना के TRAINING CANVAS: Courses and Activities
लबसना अकादमी में हर साल आईएएस के लिए कई पाठ्यक्रम संचालित किए जाते हैं। जिसमें से सभी आईएएस कैडर के लिए फाउंडेशन कोर्स को करना अनिवार्य है। इन पाठ्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य मौलिक रूप से कौशल उन्मुख होना और सरकार में वरिष्ठ पदों को संभालने के लिए नीति निर्माण क्षमताओं का विकास करना।
ट्रेनिंग में पढ़ाये जाने वाले पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण इस प्रकार से हैं –
A :- Induction Training Program
- सीधी भर्ती के लिए प्रशिक्षण
- फाउंडेशन कोर्स
- चरण – I
- जिला प्रशिक्षण
- चरण – II
- सहायक सचिव ट्रेनिंग
आईएएस में पदोन्नत राज्य सिविल सेवा के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण
B :- Mid Career Training Programs
- चरण – III
- चरण – IV
- चरण – V
इसके बाद अन्य कार्यक्रमों के तहत संयुक्त नागरिक सैन्य कार्यक्रम और अकादमी के द्वारा संचालित कार्यक्रम के द्वारा कैडर का प्रशिक्षण पूरा किया जाता है।
प्रशिक्षण के द्वारा होने वाली एक्टिविटीज
- अतिथि फैकल्टी द्वारा पाठ्यक्रम व्याख्यान
- पैनल डिस्कशन और प्रोमोट एप्रिसिएशन , अलग – अलग मुद्दों पर अपनी राय रखना।
- केस स्टडीज
- फिल्म्स
- ग्रुप डिस्कशन
- सिमुलेशन एक्ससरसाइज
- सेमिनार
- कोर्ट और मॉक ट्रायल
- लेखन अभ्यास
- समस्या समाधान अभ्यास
- रिपोर्ट लेखन
- ग्रुप वर्क
- व्यावहारिक प्रदर्शन
LBSNAA Academy Song :-
हओ धरमेते धीर, हओ करमेते बीर, । बंगला ।
हओ उन्नतो शिर – नाहि भॉय ।
भुलि भेदाभेद ज्ञान, हओ शबे आगुआन
शाथे आछे भगबान – हबे जॉय। (धुन)
रहो धर्म में धीर, रहो कर्म में वीर । हिंदी ।
रखो उन्नत शिर – डरो ना ।
नाना भाषा, नाना मत, नाना परिधान, । बंगला।
बिबिधेर माझे देखो मिलन महान ।
देखिया भारते महाजातिर उत्थान
जागो जान मानिबे बिश्शय
जागो मान मानिबे बिश्शय । (धुन)
उल्लत्तिल उरूडियाय सेयल विरमुडन । तमिल ।
तलै निमरिन्दु निर्पाय नी।
रहो धर्म में धीर, रहो कर्म में वीर । हिंदी ।
रखो उन्नत शिर – डरो ना ।
भूलि भेदा भेद ज्ञान, हओ शबेआगुआन, । बंगला ।
शाथे आछे भगबान – हबे जॉय। (धुन)
व्हा धर्मात धीर, व्हा करणीत वीर। । मराठी ।
व्हा उन्नत शिर – नाही भय
नाना भाषा, नाना मत, नाना परिधान, । बंगला।
बिबिधेर माझे देखो मिलन महान ।
देखिया भारते महाजातिर उत्थान
जागो जान मानिबे बिश्शय
जागो मान मानिबे बिश्शय ।
हओ धरमेते धीर, हओ करमेते बीर
हओ उन्नतो शिर – नाहि भॉय ।
हओ उन्नतो शिर – नाहि भॉय
हओ उन्नतो शिर – नाहि भॉय ।
Academy Song in English
“Be firm in your faith, be courageous in action
Keep your head erect—fear not;
Forget all your differences, let all march onwards,
God is with us—victory is assured;
Many languages, many creeds, many costumes,
Let there be unity in this diversity,
Watching the rise of the great Indian Nation,
The world will be filled with wonder
The world will be filled with wonder”
7 दिनों में होती है गांव की ट्रेनिंग
आईएएस कैडर को प्रशिक्षण के दौरान देश के सुदूर ग्रामीण इलाकों में भेजा जाता है। जहां अधिकारियों को गांव के जीवन को समझने के लिए 7 दिन का समय बिताना होता है। ट्रेनिंग के इन 7 दिनों में सिविल सेवा कैडर को गाँव की समस्या को समझकर गांव के लोगों से बात कर उनके अनुभवों को जानकर समस्या का समाधान देना होता है।
गांव की समस्या को समझने के लिए कैडर को गांव के स्कूल, अस्पताल, पंचायत, राशन की दुकान आदि पर ध्यान देना होता है।
ट्रेनिंग में आईएएस अधिकारीयों को सिखाई जाती है स्थानीय भाषाएं
जैसा की आपको पता है की आईएएस की ट्रेनिंग को समाप्त करने के बाद अधिकारी को भारत के किसी भी राज्य में अपने दायित्वों का निर्वहन करने हेतु अलग-अलग क्षेत्रों में भेज दिया जाता है जिसमें हो सकता है की अधिकारी के लिए कोई क्षेत्र ऐसा हो जहाँ अधिकारी को उस क्षेत्र की स्थानीय भाषा समझ में न आये।
यदि अधिकारी को भाषा समझ में नहीं आएगी तो वह लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं कर पायेगा। इसलिए अधिकारी को ऐसी किसी दिक्कत का सामना ना करना पड़े तो संस्थान द्वारा स्थानीय क्षेत्रों की भाषाओं की ट्रेनिंग दी जाती है।
LBSNAA से ट्रेनिंग प्राप्त कर आईएएस बन चुके अधिकारियों की सूची
अपनी स्थापना के बाद से LBSNAA ने अब तक 26 बेहतरीन आईएएस ऑफिसर देश को दिए हैं जिनके बारे में हम आपको इस टेबल के माध्यम से बता रहे हैं –
क्रम संख्या | अधिकारी का नाम | कार्यकाल का समय | सेवा (Service) | Cadre |
1 | ए एन झा | 1 सितंबर 1959 से 30 सितंबर 1962 तक | आईसीएस | – |
2 | एसके दत्ता | 13 अगस्त 1963 से 2 जुलाई 1965 तक | आईसीएस | – |
3 | एमजी पिंपुटकर | 4 सितंबर 1965 से 29 अप्रैल 1968 तक | आईसीएस | – |
4 | के के दासो | 12 जुलाई 1968 से 24 फरवरी 1969 तक | आईसीएस | – |
5 | डी डी साठे | 19 मार्च 1969 से 11 मई 1973 तक | आईसीएस | – |
6 | राजेश्वर प्रसाद | 11 मई 1973 से 11 अप्रैल 1977 तक | आईएएस | उत्तर प्रदेश |
7 | बी सी माथुरी | 17 मई 1977 से 23 जुलाई 1977 | आईएएस | उड़ीसा |
8 | जी सी एल जोनजा | 23 जुलाई 1977 से 30 जून 1980 | आईएएस | उड़ीसा |
9 | पीएस अप्पू | 2 अगस्त 1980 से 1 मार्च 1983 तक | आईएएस | बिहार |
10 | आईसी पुरी | 16 जून 1982 से 11 अक्टूबर 1982 तक | आईएएस | पंजाब |
11 | आरके शास्त्री | 9 नवंबर 1982 से 27 फरवरी 1984 तक | आईएएस | राजस्थान |
12 | के. रामानुजम | 27 फरवरी 1984 से 24 फरवरी 1985 | आईएएस | बिहार |
13 | आरएन चोपड़ा | 6 जून 1985 से 29 अप्रैल 1988 तक | आईएएस | मध्य प्रदेश |
14 | बीएन युगांधारी | 26 मई 1988 से 25 जनवरी 1993 तक | आईएएस | आंध्र प्रदेश |
15 | एनसी सक्सेना | 25 मई 1993 से 6 अक्टूबर 1996 तक | आईएएस | उत्तर प्रदेश |
16 | बीएस बसवान | 6 अक्टूबर 1996 से 8 नवंबर 2000 तक | आईएएस | मध्य प्रदेश |
17 | वजाहत हबीबुल्लाह | 8 नवंबर 2000 से 13 जनवरी 2003 तक | आईएएस | जम्मू और कश्मीर |
18 | बिनोद कुमार | 20 जनवरी 2003 से 15 अक्टूबर 2004 तक | आईएएस | नागालैंड |
19 | डी एस माथुर | 29 अक्टूबर 2004 से 6 अप्रैल 2006 तक | आईएएस | मध्य प्रदेश |
20 | रुद्र गंगाधरणी | 6 अप्रैल 2006 से 2 सितंबर 2009 तक | आईएएस | केरल |
21 | पदमवीर सिंह | 2 दिसंबर 2010 से 28 फरवरी 2014 तक | आईएएस | मध्य प्रदेश |
22 | राजीव कपूर | 1 मार्च 2014 से 9 दिसंबर 2016 तक | आईएएस | उत्तर प्रदेश |
23 | उपमा चौधरी | 11 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2018 तक | आईएएस | हिमाचल प्रदेश |
24 | संजीव चोपड़ा | 1 जनवरी 2019 से 31 मार्च 2021 तक | आईएएस | पश्चिम बंगाल |
25 | लोक रंजन | 15 अप्रैल 2021 से 4 सितंबर 2021 तक | आईएएस | त्रिपुरा |
26 | श्रीनिवास आर. कैतिकिथाला | 5 सितंबर 2021 से Incumbent | आईएएस | गुजरात |
UPSC सिविल सेवा में प्रशिक्षण के प्रकार
सेवा (Service) | संस्थान (Institution) | स्थान (Place) | संबंधित यूनिवर्सिटी (University) |
IAS (Indian Administrative Services) | LBSNAA (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration) | मसूरी | जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) |
IPS (Indian Police Service) | SVPNPA (Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy) | हैदराबाद | Osmania University |
IFS (Indian Foreign Service) | Foreign Service Institute | नई दिल्ली | |
IFoS (Indian Forest Service) | IGNFA (Indira Gandhi National Forest Academy) | देहरादून | डिग्री फ्रॉम फारेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट |
IRS (Indian Revenue Services) (Income Tax) | National Academy of Direct Taxes | नागपुर | NALSAR University |
IRS (Customs and Central Excise) | National Academy of Customs, Excise & Narcotics | फरीदाबाद | NALSAR University |
लबसना (LBSNAA) Contact इन्फॉर्मेशन
External Communication with Academy:
EPABX . : 0135-2222000
Fax No. : 0135-2632350 & 0135-2632720
Director’s Office Fax No. : 0135-2632369
Postal Address:
Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration,
Mussoorie-248179 (Uttarakhand)
LBSNAA से संबंधित FAQs :-
LBSNAA लबसना की फुल फॉर्म है – Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration
लबसना की स्थापना तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई भाई पटेल जी ने 15 अप्रैल 1958 को की थी।
आईएएस की ट्रेनिंग का 3 महीने की होती है।
उम्मींदवार भारत का निवासी नागरिक होना चाहिए।
उम्मींदवार देश के किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज / यूनिवर्सिटी से स्नातक होना चाहिए।
उम्मींदवार ने UPSC की परीक्षा अच्छे अंकों से पास की होनी चाहिए।
UPSC की फुल फॉर्म :- UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION
यू पी एस सी की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in है।
LBSNAA की आधिकारिक वेबसाइट https://www.lbsnaa.gov.in/ है।