नमस्कार दोस्तों, दोस्तों आज के आर्टिकल का हमारा विषय है भारत के प्रमुख बाँध (List of indian dams) दोस्तों आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको भारत के सभी प्रमुख बाँध परियोजनाओं की जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं। दोस्तों जैसा की आपको पता है की इस प्रकृति में मौजूद सभी पांच तत्व (अग्नि, वायु, जल, धरती और आकाश) ऊर्जा के महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं और इन्हीं स्त्रोत पर हम सबका जीवन निर्भर करता है। परन्तु हम यहां बात करने जा रहे हैं जल विद्युत उत्पादन (Hydro Power Production) की। दोस्तों आपको यहां यह जानकर हैरानी हो सकती है हमारे देश भारत में 10 से 12% बिजली का उत्पादन सिर्फ जल विद्युत ऊर्जा संयंत्रों से किया जाता है और इतने बड़े देश की बिजली की मांग को पूरा करने के लिए किसी एक ऊर्जा स्त्रोत पर निर्भर नहीं रहा जा सकता।
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इसलिए देश में 75% बिजली उत्पादन थर्मल पावर प्लांट के द्वारा और बाकी का 10% विंड (Wind) पावर परियोजनाओं के द्वारा किया जाता है। दोस्तों जल बांध परियोजनाओं का कार्य सिर्फ बिजली उत्पादन ही नहीं बल्कि खेतों की सिंचाई हेतु जल उपलब्ध कराना, देश में बाढ़ के समय पर जल के प्रवाह को नियंत्रण करना आदि करना भी होता है। आगे इस आर्टिकल में आप जान पाएंगे की हमारे देश में कितनी जल विद्युत उत्पादन (Production) संबंधित परियोजनाएं या बाँध कार्यरत हैं वह किस नदी पर बने हैं, बाँध की विद्युत उत्पादन क्षमता कितनी है आदि। यदि आप भी अपने देश की बाँध परियोजनाओं के बारे में और अधिक जानना चाहते हैं तो आपको हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए।
क्या होते हैं बाँध (Dam)?
दोस्तों आपको बता दें की जब हम किसी प्राकृतिक रूप से बहती और प्रवाहित नदी पर जल को रोकने हेतु कोई (Barrier) या दीवार बनाते हैं तो उस बनाई गयी Barrier / दीवार व्यवस्था को बांध (Dam) कहा जाता है। जैसा की हम आपको ऊपर पहले ही बता चुके हैं की किसी नदी पर बने बाँध का उपयोग अलग – अलग कार्य (जैसे :- बाढ़ नियंत्रण, पावर जेनरेशन आदि)
भारत के कुछ टॉप (List of Indian dams) जल विद्युत बांध परियोजनाओं की सूची
दोस्तों यहाँ हम आपको भारत के कुछ टॉप बाँध परियोजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं जो निम्लिखित इस प्रकार से है –
- टिहरी बाँध (Tehari Dam) :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- THDC India Ltd.
- राज्य (State) :- उत्तराखंड
- नदी (River) :- भागीरथी
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 2,400 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 4.0 km3
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 260.5 मीटर (855 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 575 मीटर (1,886 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 2006
- चांडिल डैम :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- झारखंड Hydro Power Corporation Ltd.
- राज्य (State) :- झारखंड
- नदी (River) :- सुबर्णरेखा
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 2,000 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 1,963 km2
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 56.5 मीटर (185 फ़ीट )
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 720.10 मीटर (2,362.5 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 1987
- सुखी डैम :-
- राज्य (State) :- गुजरात
- नदी (River) :- सुखी
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 870 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 29.04 km2
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 38 मीटर (125 फ़ीट )
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 4,256 मीटर (13,963 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 1987
- सोमासिला बांध परियोजना :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- Andhra Pradesh Power Generation Corporation Ltd.
- राज्य (State) :- आंध्र प्रदेश
- नदी (River) :- पेन्नार
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 10 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 2.20862 km3
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 39 मीटर (128 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 760 मीटर (2,493 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 1989
- जयाकवाड़ी डैम :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- महाराष्ट्र Hydro Power Corporation Ltd
- राज्य (State) :- महाराष्ट्र
- नदी (River) :- गोदावरी
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 12 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 2.909 km3
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 41.30 मीटर (135 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 9,998 मीटर (32,802 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 1976
- उकाई डैम :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- Ukai Hydro Power Corporation Ltd
- राज्य (State) :- गुजरात
- नदी (River) :- ताप्ती
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 300 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 612 km3
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 105.156 मीटर (345 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 4,927 मीटर (16,000 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 1972
- बिलासी डैम :-
- राज्य (State) :- बिहार
- नदी (River) :- बिलासी
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :-
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :-
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 19.97 मीटर (65.51 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 169.8 मीटर (557.08 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 2001
- दंतीवाड़ा डैम :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- Dantiwada Water Resources Project
- राज्य (State) :- गुजरात
- नदी (River) :- पश्चिम बनास
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :-
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 40.47 km2
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 61 मीटर (200.131 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 4,832 मीटर (16,000 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 1965
- पोलवरम प्रोजेक्ट डैम :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :-
- राज्य (State) :-
- नदी (River) :-
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 960 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 3.07 km2
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 39.28 मीटर (129 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 3,722 मीटर (12,211 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 2004
- नाथपा झाकरी बांध परियोजना :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- HP Hydro Power Corporation Ltd
- राज्य (State) :- हिमाचल प्रदेश
- नदी (River) :- सतलज
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 1,500 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 2.0 m3
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 67.5 मीटर (221 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 185 मीटर (607 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 2004
- कल्लनाई बांध :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- तमिलनाडु राज्य सरकार
- राज्य (State) :- तमिल नाडु
- नदी (River) :- कावेरी
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :-
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :-
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 5.4 मीटर (18 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 329 मीटर (1,079 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 150 AD ईसा पूर्व
- बनसुरा सागर बांध :-
- Dam’s Operator कंपनी का नाम :- Kerala State Electricity Board
- राज्य (State) :- केरल
- नदी (River) :- काबिनी
- बिजली उत्पादन क्षमता (Electricity Generation Capacity) :- 231.75 MW
- बाँध स्टोरेज क्षमता (Dam’s Storage Capacity) :- 61.44 km2
- बाँध की ऊंचाई (Dam’s Height) :- 38.5 मीटर (126 फ़ीट)
- बाँध की लम्बाई (Dam’s Height) :- 685.0 मीटर (2,247 फ़ीट)
- Completion Year (वर्ष) :- 2004
बाँध कितने प्रकार के होते हैं ?
दोस्तों आपको बता दें की संरचना के आधार पर बांध 8 प्रकार के होते हैं जिनके बारे में हमने आपको नीचे बताया है –
- आर्च बांध (Arch Dam) :- इस प्रकार के बांध एक प्रकार का ठोस बाँध होता है। जिसका डिज़ाइन एक arch की तरह अर्थात धनुष के आकार का होता है। आर्च बाँध में नीव की दीवारों को मजबूत बनाया जाता है। इस तरह के बांध पर्वत की घाटियों और स्थिर खड़ी चट्टानों में निर्माण हेतु सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।
- ग्रेविटी बाँध (Gravity Dam) :- इस प्रकार के बांध को कंक्रीट के साथ पत्थर की चिनाईं के साथ बनाया जाता है। ग्रेविटी बांध डिज़ाइन पानी के क्षैतिज दवाब को सहने के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। ऐसे बांधों में प्रत्येक खंड एक दूसरे से स्वंत्रत होते हैं। हिमाचल प्रदेश का भाखड़ा बाँध ग्रेविटी बांध का सबसे उपयुक्त उदाहरण है।
- आर्च ग्रेविटी बाँध (Arch Gravity Dam) :- ऐसे बाँध उपरोक्त बताये गए बांध का मिश्रण रूप होते हैं। इस तरह के बांध में घाटी की चट्टान की दीवारों पर एक संकीर्ण वक्र बनाया जाता है। इस वक्र की सहायता से जल के आंशिक दवाब को कम किया जाता है। आर्च ग्रेविटी बाँध में वक्र बांध की नींव की दीवारों पर लगने वाले पानी के क्षैतिज बल को कम कर देता है ताकि बाँध को कोई नुकसान ना पहुंचे।
- बैराज बांध (Barrage Dam):- बैराज बांध एक तरह का लो-हेड, डायवर्सन डैम होता है। इस डैम में बहुत सारे गेट अथवा फाटकों के द्वारा पानी को रोका जाता है। यह गेट पानी की उपयुक्त मात्रा होने पर खोले और बंद किये जाते हैं। इस तरह के बांधों का उपयोग पानी द्वारा खेतों की सिचाईं के लिए बनाया जाता है।
- तटबंध बांध (The Pier Dam) :- इस तरह के बांध को सामन्य तौर पर नदी के किनारे या तटबंध पर बनाया जाता है। तटबंध बाँध को मिट्टी, रेत, मिट्टी या चट्टान के द्वारा बनाया जाता है। ऐसे बाँध प्राकृतिक जलरोधक के लिए उपयुक्त माना जाता है।
- रॉक-फिल बांध (Rock Fill Dam):- ऐसे बांधों को पहाड़ की चट्टानों को काटकर बनाया जाता है। जहाँ भी मिट्टी के बड़े पहाड़ प्राकृतिक रूप से पाएं जाते हैं वहां बाँध की यह तकनीक काम आती है। दोस्तों हमारे देश में रॉक फिल बांध का सबसे अच्छा उदाहरण उत्तराखंड राज्य में स्थित टिहरी हाइड्रो बांध परियोजना है।
- कंक्रीट-फेस रॉक-फिल बांध :- दोस्तों यह बाँध भी एक तरह से रॉक-फिल बांध की तरह होता है परन्तु इस बांध में रॉक या चट्टान के ऊपर मजबूती के लिए कंक्रीट की परत चढ़ाई जाती है। ऐसा करने से चट्टान में मिट्टी का कटाव कम होता है और बांध को अपनी आंतरिक मजबूती। ऐसे बांध भूकंपरोधी के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।
- अर्थ-फिल बांध :- अर्थ फिल बांध को तटबंध बांध भी कहा जाता है। इस तरह के बांधों को बरसात में होने वाले धरती के कटाव को रोकने के लिए बनाया जाता है। यह बांध मिट्टी के पकड़ को बनाये रखता है। ऐसे बांध बाढ़ नियंत्रण के लिए सबसे उपयोगी माने जाते हैं।
बाँध के मुख्य कार्य :-
- बांध हेतु दीवार का निर्माण कर जल को रोकना और बिजली का उत्पादन करना
- प्राकृतिक आपदा में आने वाली बाढ़ को नियंत्रण करना तथा जल के प्रवाह को कम करना।
- जैसा की आप जानते हैं हमारे देश की आजीविका का प्रमुख व्यवसाय कृषि है और कृषि के लिए अधिकतर सिंचाई के द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले जल पर निर्भर रहते हैं तो सरकार द्वारा नदियों पर बांध बनाकर निर्मित नहरों की सहायता से सिंचाई का जल खेतों तक पहुंचाया जाता है।
- मत्स्य पालन के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कृत्रिम जलाशयों और झीलों का निर्माण करना।
भारत के जल विद्युत बाँध परियोजना से संबंधित कुछ महत्व पूर्ण तथ्य :-
- वर्तमान समय में भारत के अंदर लगभग 197 जल विद्युत परियोजनायें अपना कार्य कर रही हैं।
- दोस्तों भारत का पहला हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन सिड्रापोंग हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन दार्जिलिंग शहर से 12 किलोमीटर दूर आर्य टी एस्टेट की तलहटी में स्थित है। जो की 10 नवंबर 1897 में अंग्रेजों द्वारा स्थापित किया गया था। उस समय इस पावर प्लांट स्टेशन के विद्युत उत्पादन क्षमता 65 KW थी। 1980 में प्राकृतिक आपदा के कारण यह स्टेशन क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद वर्ष 1997 में पुनर्जीवित कर केंद्र सरकार के द्वारा इस स्टेशन को सांस्कृतिक विरासत के रूप में शामिल कर बंद कर दिया गया।
- देश के उत्तराखंड राज्य में भागीरथी नदी पर बना टिहरी हाइड्रो पावर प्लांट को देश के सबसे ऊँचे बाँध का गौरव प्राप्त है। इस बाँध की ऊंचाई लगभग 260 मीटर अर्थात 853 फ़ीट है। 2019 से इस बाँध का कार्यसंचालन देश की सबसे बड़ी थर्मल पावर कंपनी NTPC के पास है।
- आंध्र प्रदेश राज्य में कृष्णा नदी के ऊपर बने बांध श्रीशैलम हाइड्रो पावर प्लांट भारत की तीसरी सबसे बड़ी कार्यरत परियोजनाओं में से एक है।
- गुजरात के सरदार सरोवर बाँध को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कंक्रीट से बना बाँध माना जाता है।
- महाराष्ट्र के कोयना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को देश का सबसे बड़ा पूर्ण रूप से कार्यरत हाइड्रो पावर प्लांट माना जाता है। इस डैम की विद्युत उत्पादन की क्षमता 1,960 MW है।
- नाथपा झाकरी बांध परियोजना को देश पहला भूमिगत बांध परियोजना के रूप में जाना जाता है।
बाँध से संबंधित FAQs :-
बाँध क्या होते हैं ?
जब भी किसी जल स्त्रोत में दीवार बनाकर पानी को रोका जाता है। तो ऐसी दीवार को बांध कहा जाता है।
बाँध कितने प्रकार के होते हैं ?
बाँध मुख्यतः 8 प्रकार के होते हैं। जो इस प्रकार से हैं –
1:- आर्च बाँध
2:- ग्रेविटी बांध
3:- तटबंध बाँध
4:- रॉक फिल बाँध
5:- कंक्रीट रॉक फिल बाँध
6:- बैराज बाँध
7:- आर्च ग्रेविटी बांध
8:- अर्थ फिल बांध
बाँध के प्रकार की विस्तृत जानकारी आप उपरोक्त आर्टिकल में पढ़ सकते हैं।
एशिया की सबसे ऊंचा बांध कौन सा है ?
उत्तराखंड के टिहरी जिले में स्थित टिहरी डैम एशिया का सबसे ऊंचा बांध है।
भारत का सबसे लम्बा बांध कौन सा है ?
ओड़िशा राज्य में महानदी के ऊपर बना हीराकुंड बाँध देश का सबसे लम्बा बांध है जिसकी लम्बाई लगभग 26 किलोमीटर है।
भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी झील कहाँ है ?
भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी झील का नाम चिल्का झील है जो ओड़िशा राज्य में स्थित है।
कल्लनाई बांध का निर्माण किसने करवाया ?
चोल राजवंश के Karikala चोलन के द्वारा कल्लनाई बांध का निर्माण आज से 100 ईसा पूर्व के समय करवाया गया था।