आपने रणजी ट्रॉफी का नाम तो जरूर सुना होगा और यदि नहीं सुना है तो आपको बता दें यह एक घरेलू टूर्नामेंट है जिसे प्रथम श्रेणी का टूर्नामेंट भी कहा जाता है तथा इसे भारत में सबसे महत्वपूर्ण क्रिकेट टूर्नामेंट चैम्पियनशिप में से एक माना जाता है। भारतीय क्रिकेटरों के लिए रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट बहुत ही आवश्यक होता है। यदि आपको रणजी ट्रॉफी में खेलना है तो इसके लिए आपका पहले सिलेक्शन होना जरुरी होता है जिसके लिए आपको कई स्तरों को पार करना होता है तब जाकर आप इसमें शामिल होते हैं। आसान भाषा में बताए जिस भी खिलाड़ी का क्रिकेट खेल में अच्छा प्रदर्शन रहता है वे ही इस प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं। तो रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है? जानना चाहते हैं तो आगे बने रहें….
Ranji Trophy क्या है?
Ranji Trophy एक घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिता है। भारत में जितनी भी क्रिकेट टीम है जो क्षेत्रीय संघों का प्रतिनिधित्व करती है उनके द्वारा यह टूर्नामेंट खेला जाता है। वर्तमान समय की बात करें इस प्रतियोगिता में भारत की 28 श्रेष्ठ टीमें शामिल हुई हैं। आसान भाषा में कहें तो रणजी ट्रॉफी विभिन्न क्षेत्रीय टीमों द्वारा एक दूसरे के खिलाफ खेला जाने वाला competition है जो घरेलु प्रथम श्रेणी क्रिकेट शृंखला के रूप में जाना जाता है। साल 1934-35 में यह मैच पहली बार खेला गया था जिसमें पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह द्वारा रणजी ट्रॉफी प्रदान की गई थी। इस ट्रॉफी का नाम ब्रिटिश शासन काल में नवानगर जिसे वर्तमान समय में जामनगर के नाम से जाना जाता है वहां के राजा रणजीत सिंह के नाम पर रखा गया है।
खेल | क्रिकेट |
टूर्नामेंट | रणजी ट्रॉफी |
पहला टूर्नामेंट | 1934 |
टूर्नामेंट का नाम | महाराजा रणजीत सिंह |
खेला जाता है | भारत |
टूर्नामेंट प्रारूप | राउंड रॉबिन तथा नॉक आउट |
वर्तमान चैम्पियन | सौराष्ट्र |
योग्यता | ईरानी कप |
सफल टीम | मुंबई |
सर्वाधिक रन | वासिम जाफर (10665) |
सर्वाधिक विकेट | राजिंदर गोयल (640) |
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है?
सबसे पहले आपको बता दें रणजी ट्रॉफी में शामिल होने के लिए रणजी ट्रॉफी ट्रायल खेलना पड़ता है उसके पश्चात ही इसमें बेहतर खिलाड़ियों का सिलेक्शन किया जाता है। प्रत्येक वर्ष रणजी ट्रॉफी के ट्रायल्स लिए जाते हैं। स्टेट लेवल के अनुसार Ranji Trophy का ट्रायल आयोजित कराया जाता है जिसमें राज्य के क्रिकेट बोर्ड की ओर से सेलेक्टर आते हैं जो कि खिलाड़ियों को इस ट्रॉफी के लिए सेलेक्ट करते हैं। ट्रायल में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों को सफ़ेद जर्सी पहनकर खेलना होता है साथ में आप अपना क्रिकेट किट भी ले जा सकते हैं यदि आपके पास क्रिकेट किट नहीं है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि ट्रायल में शामिल होने के लिए किट आपको वही से मिल जाती है। रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन करना कोई आसान बात नहीं है इसके लिए आपको कई स्तर से गुजरकर जाना होता है।
एक स्थानीय क्रिकेट टीम में शामिल हों – यदि आप रणजी ट्रॉफी के लिए खेलना चाहते हैं अथवा यह आपका सपना है तो इसके लिए आपको सबसे पहले किसी स्थानीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनना है। आपको इसके लिए स्थानीय क्रिकेट अथवा एसोसिएशन में शामिल होना है, यहाँ आपके कोच आपके क्रिकेट स्किल को और बेहतर करने में सहायता करेंगे आपके गलतियों को सुधारेंगे।
यदि आप अच्छे प्रदर्शन के साथ खेलते हैं तो क्लब के कोच आपको अपने टीम में शामिल करते हैं। इस टीम में भी आपको कई स्तरों को पार करना होता है, आपको क्रिकेट खेल की प्रत्येक बात सिखाई जाएगी आप किस तरह से अपने प्रदर्शन को और बेहतर करें। इसके पश्चात आपको आगे डिस्ट्रिक लेवल में खेलने के लिए भेजा जाता है।
जिला स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट
स्थानीय क्रिकेट एसोसिएशन में यदि आप बेहतर प्रदर्शन के साथ खेलते हैं तो आपको डिस्ट्रिक लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए सेलेक्ट किया जाता है। इसमें आपको स्थानीय क्रिकेट टीम से भी सर्वोत्तम प्रदर्शन करना होता है। यहाँ आपको तीन मैच खेलने के लिए मिलते हैं, इन तीनों मैचों में आपको बेहतर प्रदर्शन ही करना होता है।
मंडल स्तर टूर्नामेंट – जिला स्तरीय टीम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के पश्चात आपको मंडल की टीम के साथ खेलने का मौका मिलता है यहाँ आपको तीन मैच खेलने होते हैं। जिसके पश्चात आपको आगे भेजा जाता है।
रणजी ट्रॉफी ट्रायल – मंडल टीम में बेहतर प्रदर्शन के साथ खेलने वाले खिलाड़ी को रणजी ट्रॉफी ट्रायल के लिए आगे भेजा जाता है। यहाँ पर आपको 60 लड़कों के साथ शामिल किया जाता है। इनकी अलग-अलग टीम बनाई जाती है और इन्हें मैच कराए जाते हैं। लास्ट में आपको 30 लड़कों की टीम में शामिल होना होता है।
इसे ही सिलेक्शन का लास्ट स्टेज कहा जाता है। यहाँ आपके हुनर को देखा परखा जाता है। यह जो कैम्प होता है वह लगभग एक महीने तक होता है जिसमें आप कई मैच खेलते हैं। लगातार अच्छे प्रदर्शन के साथ जब आप सभी स्तरों को पार करके यहाँ आते हैं और यदि यहाँ भी आपने बेहतर प्रदर्शन के साथ खेला है तो आपका रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के सिलेक्शन होना पक्का है। इसके पश्चात ही आप रणजी ट्रॉफी के लिए खेल सकते हैं।
रणजी ट्रॉफी का इतिहास
वर्ष 1934-35 में पहली बार रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता का खेल खेला गया था। इसे घरेलू टूर्नामेंट भी कहा जाता है लगभग पिछले 88 वर्ष से इस टूर्नामेंट के इवेंट्स होते चले आ रहें है। आपको बता दे रणजी ट्रॉफी का नाम भारत में नवानगर स्टेट के महाराजा रणजीत सिंह के नाम पर रखा गया है, वर्ष 1949 में अंग्रेजों द्वारा पंजाब का विलय किया गया तथा लाहौर के साथ इन्हें अंग्रेजों के अधीन रहना पड़ा। वर्ष 1907 से लेकर 1933 तक इन्होंने अपना राज किया और ये क्रिकेट खेल खेला करते थे। क्रिकेट खेल में इन्हें बहुत प्रसिद्धि हासिल हुई। इन्होंने पहली बार इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के साथ खेला जो उस समय के भारत के पहले के बल्लेबाज थे।
इस तरह शुरू हुआ रणजी टॉफी टूर्नामेंट
जैसा की हमने आपको बताया की महाराजा रणजीत ने पहली बार इंग्लैंड टीम के साथ क्रिकेट खेला तथा उन्होंने 15 टेस्ट मैच का खेल वर्ष 1896 से 1902 के बीच खेले थे। उस समय इन्होंने इंग्लैंड टीम के लिए 989 रन बनाए थे। अब आप सोच रहें होंगे कि महाराजा रणजीत ने इतने मैच इंगलैंड टीम के लिए क्यों खेले, क्योंकि उस समय भारत की तरफ से कोई खेलने वाला नहीं तथा और भारत की क्रिकेट टीम उस समय बनी ही नहीं थी। परन्तु इन्होंने अपने आप को और बेहतर खिलाड़ी बनाने के लिए कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के लिए कांउटी क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया।
वर्ष 1933 में महाराजा रणजीत सिंह की मौत हो गई जिसके पश्चात इनके नाम पर इस रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट का नाम रखा और भारत में घरेलु क्रिकेट टूर्नामेंट के रूप में इस खेल को खेला जाने लगा।
रणजी ट्रॉफी की कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
- सर्वाधिक रन- वसीम जाफर
- सर्वाधिक विकेट – राजिंदर गोयल
- सर्वाधिक रणजी ट्रॉफी ख़िताब (41)- टीम मुंबई
रणजी ट्रॉफी की वर्तमान टीमें
वर्तमान समय में रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता में 28 टीमें शामिल हुई है जो कि निम्न हैं- आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, सर्विसेज/आर्मी आसाम, दिल्ली, बड़ोदा, बंगाल, झारखण्ड, गोवा, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, कर्नाटक, गुजरात, हैदराबाद, केरल/त्रावणकोर-कोचीन, रेल, पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान/राजपूताना, मुंबई, सौराष्ट्र/नवानगर, ओडिशा, उत्तर प्रदेश/संयुक्त प्रान्त, तमिलनाडु तथा त्रिपुरा आदि।
Ranji Trophy क्या है? से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर
Ranji Trophy क्या है?
Ranji Trophy भारत की एक घरेलु क्रिकेट प्रतियोगिता है जिसे टेस्ट मैच फॉर्मेट में खेला जाता है। यह प्रतियोगिता क्षेत्रीय संघों का प्रतिनिधित्व टीमों के बीच खेला जाता है।
Ranji Trophy कितने ओवर का होता है?
ये क्रिकेट खेल का एक टेस्ट प्रारूप होता है जो कि 90 ओवर का होता है तथा पांच दिनों तक खेला जाता है।
रणजी ट्रॉफी में सिलेक्शन कैसे होता है?
रणजी ट्रॉफी प्रतियोगिता में जो भी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं उन्हें भारत की टीम में सेलेक्ट होने का अवसर मिलता है। प्रतियोगिता में दो तरह के मैच खेले जाते हैं। पहला चरण रोबिन राउंड होता है जो कि 4 दिन का खेला जाता है तथा दूसरा चरण नॉकऑउट होता है इसमें पांच दिन के खेल खेले जाते हैं।
रणजी ट्रॉफी की शुरुआत कब की गई थी?
रणजी ट्रॉफी की शुरुआत वर्ष 1934 में की गई थी।
Ranji Trophy में कितनी सैलरी दी जाती है?
घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए पहले प्रत्येक दिन खिलाड़ी को 10 हजार रूपए दिए जाते हैं।
वर्ष 2022 में रणजी ट्रॉफी किसने जीती थी?
वर्ष 2022 में रणजी ट्रॉफी मध्य प्रदेश टीम द्वारा जीती गई थी।
वर्ष 2023 में रणजी ट्रॉफी किसने जीती थी?
वर्ष 2023 में रणजी ट्रॉफी सौराष्ट्र टीम द्वारा जीती गई थी।