(NHRM) का आरम्भ केंद्र सरकार द्वारा 12 अप्रैल वर्ष 2005 में देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे नागरिकों को सुरक्षित स्वास्थ्य प्रदान करने हेतु जारी किया गया मिशन है, इस मिशन के अंतर्गत सरकार देश के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा सेवाएँ नहीं मिल पाती,
उन सभी को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती है और यही सरकार का मुख्य लक्ष्य भी है।
(रजिस्ट्रेशन) राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (RSBY)
जिससे मिशन द्वारा देश में रह रहें ऐसे ग्रामीण परिवार की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाई जा सके, आज हम आपको सरकार द्वारा चलाई जा रही National Health Rural Mission से सम्बंधित सेवाओं और उनमें लाये गए बहुत से बदलाव की सभी जानकारी प्रदान करने जा रहें है, यदि आप मिशन की पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन 2023
दोस्तों जैसा की आप सब जानते हैं, की देश के नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सम्बंधित सेवाएँ प्रदान करने हेतु सरकार द्वारा पिछले कई वर्षों में बहुत से कदम उठाये गए हैं, जिससे ग्रामीण एवं दूर दर्ज के इलाकों में रह रहे सभी नागरिकों के लिए बेहतर चिकित्सा सविधाएँ उपलब्ध करवाई जा सकें,
इसके लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का आरम्भ वर्ष 2005 में किया गया था, इसके बाद वर्ष 2013 से इसे ग्रामीण के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के लिए भी आरम्भ किया गया, जिसके बाद इसका नाम बदलकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन रख दिया गया,
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आने वाले दोनों राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NHRM) और राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (NHUM) का सँचालन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जाता है, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन देश की महिलाओं,
बच्चों और राज्य के सभी जरुरत मंद आर्थिक रूप से कमजोर नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जाती है, जिससे देश भर में सभी ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत रजिस्ट्रशन करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Rashtriya Gramin Swasthya Mission : Details
मिशन का नाम | राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन |
किसके द्वारा आरम्भ की गई | केंद्र सरकार द्वारा |
विभाग | स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय |
वर्ष | 2023 |
आरम्भ की तिथि | 12 अप्रैल 2005 |
आवेदन | ऑनलाइन |
मिशन का उद्देश्य | नागरिकों को स्वस्थ्य सुरक्षा प्रदान करना |
लाभार्थी | ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे सभी नागरिक |
आधिकारिक पोर्टल | nhm.gov.in |
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन मुख्य उद्देश्य
राष्ट्रिय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का मुख्य उदेश्य योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे नागरिकों को बेहतर, किफायती, और गुणवत्ता से परिपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा सेवाएँ प्रदान करना है, इसके लिए सरकार ने नागरिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इसमें बहुत सी नीतियाँ जारी की है जिसकी जानकारी आप यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं जैसे :-
- स्वास्थ्य जीवन शैली को बढ़ावा देना
- शिशु एवं मात्र मृत्यु दरों में कमी लाना
- स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा देने हेतु आशा की सहायता प्रदन करना
- स्थानीय महामारी एवं गैर संचारिक एवं संचारिक बीमारियों की रोक थाम करना
- महिला एवं बाल स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना
- तपेदिक क्षय (टीबी) जैसी बीमारी की रोकथाम करना
- मलेरिया, डेंगू, कालाज़ार जैसी बिमारियों में कमी लाना
- जनसाख्यिक संतुलन एवं जनसंखया स्थिरीकरण
- बेहतर स्वास्थ्य के लिए AYUSH उन्नयन करना
- शुद्ध पेयजल, एवं स्वच्छ शौचालयों का निर्माण की सुविधा प्रदान करना
- राज्य के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में रेह रहें बच्चों का टीकाकरण करना
- रोग प्रतिरक्षण एवं पोषाहार की सुविधा उपलब्ध करवाना
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जुडी पहल (Initiative)
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन द्वारा बहुत सी योजना के आरम्भ हेतु की गई पहल की जानकारी आप यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
- जननी सुरक्षा कार्यक्रम की शुरुआत करना :- इस योजना का आरम्भ देश में रह रही सभी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसूति के समय बहुत सी सुविधाएँ उपलब्ध करवाने हेतु जारी किया गया है, इसके अंतर्गत सरकारी अस्पतालों में प्रसव हेतु महिलाओं के लिए फ्री परिवाहन सुविधा, दवाई, भोजन आदि की सुविधा के साथ साथ और प्रसव होने पर महिला को 700 रूपये धनराशि भी प्रदान की जाती है, जिससे महिलाओं को सुरक्षित प्रसव और पूरी देखभाल की सुविधा प्रदान की जा सके।
- आशा की उपलब्धता बढ़ाना :- यह एक सलंग्न सवयंसेविकाएँ हैं, जिनकी सहायता से राज्य के नागरिकों तक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जाती है, महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष तौर पर ध्यान में रखते हुए मिशन के तहत देश में 8 लाख आशाओं की नियुक्ति भी की गई, जिससे गरीब पिछड़े वर्ग महिलाओ को देखभाल इनकी सहायता से की जा सके।
- उप-केंद्रों को संयुक्त अनुदान :- मिशन के अंतर्गत एएनम को भी स्वस्थ्य सम्बन्धी कार्यों जैसे ब्लड प्रेशर मापने वाली मशीन, स्टेथोस्कोप जैसे उपकरणों के इस्तेमाल से बेहतर तरीके से परिचित करवाया जाएगा।
- साथ ही नागरिकों की स्वास्थ्य सम्बन्धी स्वछता को ध्यान में रखते हुए भी सामुदायिक सशक्तिकरण का एक अन्य महत्त्वपूर्ण उपकरण ग्राम स्वास्थ्य स्वछता और पोषण समिति को बढ़ावा देना है।
- रोगी कल्याण समिति :- यह समिति एक पंजीकृत समिति है, यह अस्पताल के मामलों का प्रबंधन करने हेतु ट्रस्टियों के समूह के रूप में काम करता है, इस कमिटी का निर्माण चिकित्सा इकाइयों को वित्तीय एवं स्वायत्ता प्रदान करने हेतु जारी की गई है।
(NHUM) के अंतर्गत विशेष रूप से चयनित राज्य
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन (NHUM) के अंतर्गत सरकार द्वार पुरे देश के साथ-साथ कुछ चयनित राज्यों में योजना के तहत नागरिकों को स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा चुने गए 18 राज्यों में योजना द्वारा विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है जैसे :
1. हिमाचल प्रदेश | 10. असम |
2. मेघालय | 11. राजस्थान |
3. सिक्किम | 12. मध्य प्रदेश |
4. त्रिपुरा | 13. मिजोरम |
5. उत्तर प्रदेश | 14. जम्मू-कश्मीर |
6. नागालैंड | 15. छत्तीसगढ़ |
7. उड़ीसा | 16. मिजोरम |
8. बिहार | 17. अरुणाचल प्रदेश |
9. मणिपुर | 18. उत्तरांचल |
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन किये जाने वाले काम
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन को जारी रखने हेतु इसके अंतर्गत किये जाने वाले कार्यों की जानकारी आप यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
- नागरिकों को समय से कार्य प्रगति की रिपोर्ट को पेश करना
- प्राइवेट हेल्थ सेक्टर का नियमीकरण करना
- निजी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ पार्टनरशिप करना
- लोगों द्वारा इलाज करवाने हेतु किये जाने वाले खर्चे के लिए बिमा योजना-प्रबंध करना
- स्वस्थ्य सम्बन्धी कार्य में सरकारी खर्चे मे वृद्धि करना
- ग्रामीण स्वस्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाना और मजबूती देना
- मिशन में नियम और मापदंड अवधारित करना
स्वस्थ्य में क्या-क्या सुधार किये गए ?
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन के अंतर्गत इसे और भी प्रभावी और बेहतर बनाने हेतु सरकार द्वारा मिशन में बहुत से सुधार किये गए हैं, जिसकी जानकारी आप यहाँ से प्राप्त कर सकते हैं।
- प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर्स के क्रियान्वयन हेतु :- जरुरत पड़ने पर नए उपकेंद्रों को बनवाना और इनके लिए नई इमारतों का निर्माण करना, स्वास्थ्य क्षेत्र से सम्बंधित महिला कर्मी एएनम की आवश्यकता पड़ने पर नियुक्ति करना, स्वस्थ्य सम्बन्धी आवश्यकताओं हेतु आवश्यक दवाई उपलब्ध करवाना, ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल हेतु महिला कर्मी एएनम के बैंक खाते में 1000 रूपये की धनराशि प्रदान की जाएगी, जिसका इस्तेमाल वह जरुरत के समय लोगों के स्वाथ्य के इलाज हेतु कर सकेंगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में आशा की सहायता से नागरिकों के स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाएँ प्रदान करवाई जाएँगी।
- प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर के क्रियाव्यन हेतु :-आवश्यकता अनुसार बिल्डिंग निर्माण के साथ-साथ, प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर्स में 24 घंटों की सेवा उपलब्ध रहेगी, कुल तीन नर्सों एवं AYUSH (आयुर्वेदिक यूनानी होमियोपैथी) डॉक्टर की नियुक्ति करना।
- सामाजिक निगरानी एवं जवाबदेहि के लिए प्रबंध हेतु गाँव, जिला और राज्य के सत्तर पर कमेटियों का गठन करना
- एक निगरानी समूह का गठन करना जो आशा कर्यक्रम का निरक्षण कर सके।
- आम नागरिकों को चिकित्सा की सुविधाएँ 24 घंटे स्वास्थ्य सम्बन्धी सुविधाएँ उपलब्ध करवाने हेतु, कम्युनिटी हेल्थ केयर सेंटर की क्षमता के विकास करना, जिसके लिए बहुत से केंद्रों का चयन भी किया गया है।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जुड़े प्रश्न/उत्तर
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2005 में जारी किया गया मिशन है, जिसके अन्तर्गत देश में ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहें नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाना है, जिससे देश के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहें नागरिकों तक यह सुविधा प्रदान करवाई जा सके।
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का सँचालन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जाता है।
नेशनल हेल्थ रूरल मिशन को जारी करने हेतु सरकार का मुख्य उद्देश्य मिशन के माध्यम से देश में स्वस्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देना और देश के सभी ग्रामीण एवं दूर दर्ज के इलाकों में रह रहे आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक जैसे बच्चे, बूढ़े, महिलाएँ इन सभी लोगों को स्वस्थ्य सम्बंधित सुरक्षा प्रदान करना है।
NHUM के अंतर्गत देश के इन 18 राज्यों को स्वस्थ सबंधी सेवाओं को पहुँचाने हेतु – उत्तरांचल, राजस्थान, मिजोरम, बिहार, मणिपुर, असम, अरुणांचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उड़ीसा, नागालैंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मेघालय, उत्तर प्रदेश, सिक्किम और त्रिपुरा राज्यों में विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है।
मिशन के अंतर्गत नागरिकों को समय से कार्य प्रगति की रिपोर्ट को पेश करना, प्राइवेट हेल्थ सेक्टर का नियमीकरण करना
निजी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ पार्टनरशिप करना, स्वस्थ्य सम्बन्धी कार्य में सरकारी खर्चे मे वृद्धि करना, ग्रामीण स्वस्थ्य केंद्रों को बेहतर बनाना और मजबूती देना, मिशन में नियम और मापदंड अवधारित करना जैसे कार्य किये जाते हैं
मिशन से सम्बंधित किसी भी समस्या के समाधान हेतु आप इसके हेल्पलाइन नंबर :- 91-011-23061853 पर संपर्क कर अपनी समस्या का हल प्राप्त कर सकते हैं।
हेल्पलाइन नंबर
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जुडी सभी जानकारी हमने आपको ऊपर लेख के माध्यम से प्रदान कर दी है, परन्तु फिर यदि आपको मिशन से संबंधित कोई अन्य जानकारी या समस्या हो तो आप इसके समाधान के लिए इसकी हेल्पलाइन नंबर :- 91-011-23061853 पर संपर्क करके अपनी समस्या का हल प्राप्त कर सकते हैं।