यदि आप शिक्षा क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो यह एक बेहतर करियर विकल्प माना जाता है। शिक्षक बनने के लिए आपको बीएड डिग्री प्राप्त करनी होती है जो कि आप दो साल में कर लेते हैं। आपको बता दें शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवार को यह कोर्स करना अनिवार्य होता है इसके अतिरिक्त भी कई बहुत ऑप्शन है जिससे आप शिक्षक बन सकते हैं लेकिन बीएड सबसे प्रचलित और प्रसिद्ध कोर्स है। आप शिक्षक बनने के लिए B. ED और Special B. ED में से किसी भी कोर्स को कर सकते हैं, चिंता मत करिए यह एक ही प्रकार की समान डिग्री है सिर्फ इसमें उम्मीदवारों को अलग प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है। B. ED डिग्री प्राप्त करके आप बच्चों को शिक्षा दे सकते हैं तथा Special B. ED डिग्री पास करके आप विशेष छात्रों जिनके शरीर में कई प्रकार की कमियां होती है अर्थात जिनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं होता है, उन्हें शिक्षित कर सकते हैं। तो चलिए आज जानते हैं कि Special B. ED क्या है? B. ED और Special B. ED में क्या अंतर है? इसके लिए आगे तक अवश्य बने रहें।
Special B. ED क्या है?
बैचलर ऑफ एजुकेशन एक प्रकार की स्नातक डिग्री है जो दो तरह से प्राप्त की जाती हैं B.ED और Special B.ED, यहां हम स्पेशल बीएड कोर्स की बात कर रहें हैं यह दो साल का कोर्स होता है जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं। यदि आप शिक्षक बनना चाहते हैं तो आपके लिए यह कोर्स करियर बनाने के लिए बेहतरीन ऑप्शन माना जाता है। जो छात्र एवं छात्राएं विशेष बीएड कोर्स के लिए चुने जाते हैं उन्हें इस कोर्स में ख़ास रूप से पढ़ाया जाता है। छात्रों को इसमें विशेष प्रकार की ट्रैनिंग दी जाती है जिससे वे शिक्षक बनने के बाद मानसिक रूप से कमजोर, अपंग तथा दिव्यांग बच्चों को शिक्षा दे सकें और उनको विकास हो सके। सरल भाषा में कहें उम्मीदवार विशेष बीएड का कोर्स प्राप्त करके विकलांग बच्चों को पढ़ाते हैं जिससे वे छात्र सरलता से शिक्षा ग्रहण कर सके, इसके लिए उम्मीदवारों को विशेष तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है।
B. ED और Special B. ED की मुख्य जानकारी
आर्टिकल का नाम | Special B. ED क्या है? |
कोर्स | Special B. ED |
कोर्स अवधि | 2 साल (4 सेमेस्टर) |
पाठ्यक्रम स्तर | ग्रेजुएट |
प्रवेश परीक्षा | योग्यता आधारित तथा प्रवेश परीक्षा |
सैलरी | 3 लाख से 5 लाख |
कार्यक्रम संरचना | बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड विशेष शिक्षा, बौद्धिक विकलांगता) |
B. ED और Special B. ED में क्या अंतर है?
हम आपको यह B. ED और Special B. ED में क्या अंतर है उसकी सम्पूर्ण जानकारी नीचे टेबल में देने जा रहें हैं, जो कि इस प्रकार से है-
B. ED | Special B. ED |
बीएड एक सामान्य डिग्री है जो शिक्षक बनने के लिए प्राप्त की जाती है। | स्पेशल बीएड भी एक सामान्य डिग्री है जो विकलांग, अपंग तथा मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को पढ़ाने के लिए प्राप्त की जाती है। |
यह दो वर्ष का कोर्स होता है जिसमें चार सेमेस्टर होते हैं। | स्पेशल बीएड कोर्स पहले दो साल का होता था लेकिन अब इसे चार साल कर दिया गया है। |
बीएड NCTE (National Council for Teacher Education) द्वारा आयोजित किया जाता है | स्पेशल बीएड RCI (Rehabilitation Council of India) द्वारा आयोजित किया जाता है |
B. ED फुल फॉर्म – Bachelor of Education | Special B. ED फुल फॉर्म – Special Bachelor of Education |
स्नातक डिग्री पास करने के बाद बीएड किया जाता है। | Special B. ED करने के लिए उम्मीदवारों का स्नातक पास होना अनिवार्य है। |
बीएड कोर्स करने के लिए आपको प्रवेश परीक्षा देनी होती है जिसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। | स्पेशल बीएड के लिए सरकार द्वारा कई संस्थान बनाए गए हैं जहाँ से आप इस कोर्स को आसानी से कर सकते हैं। |
बीएड कम्प्लीट होने के बाद आप शिक्षक बनते हैं और आप भारत के किसी भी सरकारी स्कूल में पढ़ा सकते हैं। | स्पेशल बीएड कोर्स करने के बाद आप सभी प्रकार के विकलांग, अपंग तथा शारीरिक एवं मानसिक रूप से छात्रों को पढ़ा सकते हैं। |
बीएड पाठ्यक्रम के दौरान आपको ऐसे प्रशिक्षण दिए जाते हैं जिससे आपको सभी छात्रों को पढ़ा सके। | Special B. E पाठ्यक्रम के दौरान आपको कौशल के साथ सक्षम भी बनाया जाता है ताकि आप मानसिक रूप से कमजोर छात्रों को पढ़ा सके। |
Special B. ED में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
जैसा कि हमने ऊपर आपको बताया कि बैचलर ऑफ एजुकेशन एक अंडर डिग्री कोर्स है जिसकी समय अवश्य दो वर्ष की होती है लेकिन अब इस कोर्स को चार वर्ष कर दिया है। स्पेशल बीएड में आप किसी भी सब्जेक्ट से कोर्स कर सकते हैं आपको इसमें कई प्रकार के सब्जेक्ट मिलेंगे – हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, केमिस्ट्री, फिजिक्स तथा गणित आदि आप अपने पसंदीदा सब्जेक्ट को चुनकर कोर्स पूरा कर सकते हैं।
पात्रता एवं मानदंड
ध्यान दें जो भी छात्र स्पेशल बीएड कोर्स करना चाहते हैं उन्हें पहले इस कोर्स की पात्रता एवं मानदंडों की जानकारी होनी चाहिए।
- स्पेशल बीएड डिग्री कोर्स करने से पहले आपको भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज से स्नातक डिग्री पास करनी है। स्नातक स्तर पर आप बी.ए, बी.एससी तथा बीकॉम जैसी डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
- स्नातक में आप 50% अंकों से पास होने चाहिए यह अनिवार्य है।
प्रवेश प्रक्रिया
स्पेशल बीएड प्रवेश के लिए कई यूनिवर्सिटी में योग्यता आधारित मानदंड बताए गए है तो कई यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा कराई जाती है जो कि बीएचयू यूइटी आदि के तहत प्रवेश देते हैं।
योग्यता के आधार पर प्रवेश
- इसके लिए कॉलेज अपनी ऑफिसियल वेबसाइट पर सूचना को जारी करते हैं।
- इसमें ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन माध्यम से प्रवेश दिए जाते हैं जिनमें आपको पात्रता चेक करनी होती है।
- कट ऑफ़ के अनुसार कॉलेज अपनी official website पर मेरिट लिस्ट जारी करते हैं।
प्रवेश आधारित प्रक्रिया
- भारत में कई ऐसी यूनिवर्सिटी हैं जहाँ स्पेशल बीएड कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
- उम्मीदवार पात्रता के आधार पर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
- जब आप आवेदन करते हैं उसके बाद आपकी प्रवेश परीक्षा होती है उसके लिए एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं जिसे आप उस कॉलेज को ऑफिसियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।
भारत में B. ED शिक्षा के लिए विशेष कॉलेज
हम यहाँ आपको भारत में B. ED शिक्षा के लिए कुछ विशेष कॉलेजों की जानकारी देने जा रहें है जिसके लिए आप आवेदन कर सकते हैं –
- लेडी श्री राम कॉलेज फॉर वुमेन, दिल्ली
- भारतीय पुनर्वास परिषद
- आईसीएफआई यूनिवर्सिटी, देहरादून
- महात्मा गाँधी विश्वविद्यालय
- संस्कृति यूनिवर्सिटी
- गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (GGSIP), नई दिल्ली
- मानव रचना विश्वविद्यालय
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
- कस्तूरी राम कॉलेज फॉर हायर एजुकेशन
- एमआईईआर कॉलेज ऑफ एजुकेशन
- बिजनेस स्टडीज संस्थान, चौ. चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ
B. ED और Special B. ED से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर
Special B. ED क्या है?
Special B.ED एक प्रकार का एजुकेशन कोर्स है। इसे बैचलर्स ऑफ़ एजुकेशन इन स्पेशल एजुकेशन कहा जाता है जो कि 2 साल का कोर्स है इसमें 4 सेमेस्टर होते हैं। इस कोर्स में स्टूडेंट्स को ऐसी ट्रैनिग दी जाती है जिसकी सहायता से वे विकलांग तथा अपंग बच्चों को आसानी से पढ़ा सके।
बीएड कितने प्रकार का होता है?
कोई भी छात्र बीएड कोर्स को तीन प्रकार से कर सकता है – रेगुलर, ऑनलाइन तथा डिटेन्स मोड में। इस कोर्स में छात्रों को शिक्षक बनाने के लिए स्पेशलाइजेशन के अनुसार पढ़ाया जाता है।
क्या स्पेशल बीएड की डिग्री सामान्य बीएड के समान ही होती है?
जी हाँ, स्पेशल बीएड की डिग्री सामान्य बीएड के समान ही होती हैं। परन्तु जो स्पेशल बीएड है वह विशेष छात्रों की जरुरत के लिए होता है जबकि जो सामान्य बीएड होता है वह नियमित छात्रों के लिए होता है।
स्पेशल बीएड की कितनी फीस होती है?
यदि आप स्पेशल बीएड कोर्स करना चाहते हैं तो आपको बता दे इसकी जो फीस होती है वह बहुत कम होती है अर्थात आपको 2 साल के लिए 40 हजार फीस भरनी होती है।
Special B. ED में कितने प्रकार के विषय होते हैं?
Special B.ED एक अंडर ग्रेजुएट डिग्री कोर्स है जो कि दो वर्ष का होता है। इसे पूरा करके आप शिक्षक के लिए स्कूल, कॉलेज में अप्लाई कर सकते हैं। इस कोर्स में सब्जेक्ट की बात करें – हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, गणित, भौतिक विज्ञान तथा रसायन विज्ञान आदि।