देश में बढ़ रही जनसंख्या और आधुनिकरण के कारण दुनिया भर में अनेक तरह की बीमारी फ़ैल रही है इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति का स्वस्थ होना आवश्यक है इसके लिए प्रत्येक वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस मना कर लोगों के अंदर जागरूकता को फैलाया जाता है ये दिवस अन्य दिवसों से महत्वपूर्ण होता है इसलिए स्वास्थ्य दिवस को विश्व स्तर पर मनाया जाता है विश्व स्वास्थ्य दिवस को अंग्रेजी में (WORLD WEALTH DAY) कहते है विश्व स्वास्थ्य संगठन (World health organization) का कहना है मनुष्य को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से स्वस्थ होना ही अच्छे स्वस्थ इंसान की पहचान है। तो आज हम आपको विश्व स्वास्थ्य दिवस पर निबंध के बारे में बताने वाले।
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विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुवात
विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुवात प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है इसकी शुरुवात 1950 से हुई पर इसकी स्थापना 7 अप्रैल 1948 को संयुक्त राष्ट्र संघ के सहयोग द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन के 194 देश के संयोजन से इसकी शुरुवात हुई, विश्व स्वास्थ्य दिवस 1948 का गठन जनेवा शहर में हुआ। विश्व स्वास्थ्य दिवस 1950 का विषय था ‘अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को जानिये’, भारत देश भी विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य देशों में शामिल है, हर साल 7 अप्रैल को पूरी दुनिया में विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है, भारत 12 जनवरी 1948 को WHO का सदस्य बना, इसका मुख्यालय देश की राजधानी दिल्ली में है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस का लक्ष्य
कहते है स्वास्थ्य ही धन है, स्वस्थ जीवन से ही हम आपने विकास और सुधार के लिए स्वस्थ दिमाग का होना आवश्यक है रोज की दिनचर्या को चलाने अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए व्यक्ति का स्वास्थ्य जरूरी है, लोगों को जागरूक करने के लिए सरकारी, गैर सरकारी, NGO आदि के माध्यम से शहरों, गांवों, कस्बों में प्रत्येक साल विश्व स्वास्थ्य दिवस के द्वारा लोगों को जागरूक किया जाता है लोगों के जागरूक के लिए फ्री शिविर अभियान आयोजित करते है विभिन्न समारोह, रैली मेलों के द्वारा भी जागरूकता का अभियान चलता है, कई लोगों को बीमारी का ज्ञान भी नहीं होता है।
जिससे छोटी बीमारी बड़ी बन जाती है फिर उसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है टीवी, एड्स, कैंसर जैसे बड़ी बीमारी के लिए निशुल्क अभियान चलाने शुरू करें, ताकि प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ्य रहे देश में मृत्यु दर कम हो देश के सभी छोटे-बड़े शहरों को रोग मुक्त करना, कुपोषण को दूर करना ही विश्व स्वास्थ्य दिवस का लक्ष्य है दुनिया में कई ऐसी जगह है जो बहुत पिछड़ी हुई है लोगों के अंदर अन्धविश्वास फैला हुआ है।
जिसके चलते कई युवा और बच्चे की जान चले जाती है उसको स्वास्थ्य और बीमारी के बारे में कुछ जानकारी नहीं होती है पिछड़ा इलाका होने के कारण टीवी, इंटरनेट के माध्यम से जानकारी नहीं पाते इसलिए सरकर ने घर-घर जा कर, फ्री शिविर योजना की शुरुवात की। जिसके चलते बहुत सारे जगह को ले लिया है और अभी भी इस अभियान में काम चला रहा है प्रत्येक वर्ष विश्व स्वास्थ्य दिवस का अलग-अलग विषय होता है।
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विश्व स्वास्थ्य दिवस की आवश्यकता
जैसे की हम सब जानते है स्वस्थ स्वास्थ्य के बिना इंसान कुछ भी नहीं कर सकता है, प्रत्येक व्यक्ति आपने जीवन में इतना व्यस्त हो जाता है कि आपने पर ध्यान नहीं दे पाता है जिससे कई बीमारियाँ हो जाती है हम सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रत्येक सचेत होना जरूरी है इसके लिए स्वच्छ खाना-पीना, स्वच्छ हवा को लेना, स्वच्छ जगह पर रहना चाहिए अपने परिवार के सभी लोगों बच्चों, बूढ़े को इसकी जानकारी देना आवश्यक है इससे हमारा परिवार और समाज विभिन्न रोगों से मुक्त हो जायेगा सुरक्षित भविष्य के लिए ये मुहिम बहुत जरूरी है WHO के द्वारा देश में फ़ैल रही भयंकर बीमारी चेचक, एड्स, टीवी जैसी बीमारियों पर हमेशा से खोज चलती रहती है पहले से अब तक इन बीमारियों पर काफी काबू पा लिया है और अभी भी काम चल रहा है।
देश को रोग मुक्त करने के लिए सरकार के द्वारा बहुत अभियान चलाए जाते है स्वस्थ रहने के लिए हमको भी आगे आना होगा। अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह नहीं होना चाहिए। विश्व स्वास्थ्य दिवस के तहत गर्भवती महिला और नवजात शिशु को निशुल्क पौष्टिक आहार की व्यवस्था की गयी जिससे समाज में महिलाओं को बढ़ावा मिले। बच्चा स्वस्थ पैदा हो यह कुपोषण का शिकार न हो।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए क्या करें व क्या न करें
वैसे तो हर व्यक्ति स्वस्थ होना चाहता है उसके लिए कुछ बातों को ध्यान रखना जरूरी है-
- प्रत्येक व्यक्ति का जीवन इतना व्यस्त हो गया है जिससे वो रोज की गतिविधियों की नहीं कर पाता है। स्वस्थ होने के लिए गतिविधियों का होना आवश्यक है।
- प्रत्येक व्यक्ति को रोज कुछ मिनट योग करनी चाहिए चाहे वो बच्चे हो या बड़े सब को योग करनी चाहिए इससे हमारा शरीर और दिमाग स्वस्थ रहेगा हम अपना काम अच्छे से कर सकेंगे
- बाहर के खाने से दूर रहना होगा आज कल के बच्चे ज्यादा बाहर का खाना पसंद करते है जिसके चलते बीमारी ज्यादा फ़ैल रही है इसलिए घर का स्वच्छ खाना ही खाये।
- खाने के साथ-साथ स्वच्छ पानी का होना भी जरूरी है।
- बीमार होने पर उसको नजर अंदाज न करें तुरंत डॉक्टर की सलाह ले नहीं तो छोटी -सी बीमारी कब बड़ी हो जाये पता नहीं चलेगा।
- सही खान-पान के अतिरिक्त सही नींद का होना भी जरूरी है दिन में 8 घंटे की नींद बच्चे, बूढ़े सभी के लिए स्वस्थ जीवन की ओर ले जाता है।
- नशीले पदार्थों का सेवन करने से दूर रहना चाहिए, इनके सेवन से बहुत सारी बीमारी जन्म लेती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा रोग मुक्त अभियान
रोगों से मुक्त होना हमारे समाज के कल्याण के लिए और समाज को बेहतर बनाने के लिए अति आवश्यक है रोगों से मुक्ति के लिए सरकार हर वर्ष नए-नए अभियान चलाती है, इन्हीं अभियानों में से 1955 में पोलियो मुक्त अभियान शुरू किया गया जिसके चलते ज्यादा कर देश पोलियो मुक्त हो चुके है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस का महत्व
जीवन की प्राथमिक इकाई स्वास्थ्य है इसलिए इसकी महत्व बहुत है विश्व स्वास्थ्य दिवस से बहुत सारी जानलेवा बीमारी को दूर करने और उनसे बचने के उपाय मिले है लोगों में स्वास्थ्य के प्रति अभियान शुरू किये जिसके चलते कई लोगों ने इस अभियान में भाग लिया और देश को बीमारी से कम करने के लिए जागरूक अभियान, सेमिनल, टीवी, इंटरनेट के द्वारा इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे है बड़ी बीमारी से जूझ रहे कैंसर, टीवी, पोलियो जैसे बीमारी का इलाज करने के लिए फ्री: कैम्प आयोजित किये जाते है। विश्व स्वास्थ्य दिवस के द्वारा जितना हो सके देश को रोग मुक्त करना है पहले से काफी लोग इस अभियान में अपनी हिस्सेदारी दे रहे है साथ ही साथ लोगों को भी जागरूक कर रहे है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के कार्य
दुनिया भर में बेहतर स्वास्थ्य के लिए लोगों के अंदर जागरूकता लाना। लोगों के स्वास्थ्य का स्तर बढ़ाना। WHO अन्य संगठनों और एजेंसी, समूहों के साथ मिलकर काम करती है स्वास्थ्य सम्बंधित सुझावों को लाना और उनकी निगरानी करना अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संबंधी कार्यों काम करना और काम का निरीक्षण करना। स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक पहुंचने और सरकार का पूरा सहयोग WHO के द्वारा होता है
विश्व स्वास्थ्य दिवस से सम्बंधित प्रश्न व उनके उत्तर
विश्व स्वास्थ्य संगठन के वर्तमान के महानिदेशक कौन है ?
वर्तमान के महा निदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम घेब्रेयसस हैं
विश्व स्वास्थ्य दिवस की स्थापना कब हुई ?
विश्व स्वास्थ्य दिवस की स्थापना 7 अप्रैल 1948 को जनेवा में हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन में कितने देश शामिल है ?
इसमें 193 देश शामिल है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2023 की थीम क्या है ?
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2023 की थीम – हेल्थ फॉर ऑल