कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा बनाई गई भविष्य निधि एक सेवानिवृति बचत योजना है और इस योजना का मेनेजमेंट भारत सरकार द्वारा किया जाता है। जिन भी कर्मचारियों का पीएफ कटता है उनको बता दें आपके पीएफ बैलेंस में ब्याज प्रदान करने की भी सुविधा दी गई है जिस तरह से आपके अकाउंट की सैलरी से 12 प्रतिशत हिस्सा कट कर पीएफ अकाउंट में जमा होता है तो उसमें सरकार द्वारा ब्याज भी प्रदान किया जाएगा। हर साल ईपीएफ ब्याज दर की घोषणा साल के अंत में की जाती है। यहां हम आपको ईपीएफ ब्याज दर 2023-24 क्या है? कौन निर्धारित करता है? गणना कैसे होती है? से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी को बताने जा रहें हैं, जो भी इच्छुक नागरिक इस लेख की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं वे इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक देखें।
ईपीएफ की वर्तमान ब्याज दर
आपको बता दे वित्त वर्ष 2022-23 में सरकार ने ईपीएफ ब्याज दर की घोषणा की थी जिसमे कि 8.15% ब्याज दर बढ़ाई गई थी। प्रत्येक वर्ष ईपीएफ अकाउंट की ब्याज दर साल के अंत में ही सूचित की जाती है। इससे पहले वर्ष 2021-22 में ब्याज दर 8.10% थी।
कर्मचारी एवं नियोक्ता द्वारा EPF योगदान
ईपीएफ योगदान में कर्मचारी एवं नियोक्ता (कंपनी द्वारा) दोनों का योगदान पीएफ अकाउंट में जमा होता है। कर्मचारी भिवष्य निधि अकाउंट में कर्मचारी द्वारा 12% योगदान दिया जाता है। यदि किसी कंपनी में 20 से कम कर्मचारी कार्य करते हैं तो उनकी कंपनी द्वारा 10% योगदान ही दिया एवं कर्मचारी की सैलरी से काटा जाता है।
इसके अतिरिक्त नियोक्ता का योगदान पीएफ अकाउंट में 8.33% योगदान कर्मचारी पेंशन योजना के लिए ही होता है तथा 3.67% कर्मचारी के भविष्य निधि अकाउंट में जुड़ता है।
ईपीएफ योगदान की गणना ऐसे करें
प्रत्येक माह EPF ब्याज की गणना की जाती है लेकिन आप इसे यदि चेक करते हैं तो आपको पीएफ अकाउंट में सम्पूर्ण बैलेंस नहीं दिखेगा क्योंकि वित्तीय वर्ष के अंत में ही यह जमा होता है। यहां पर हम कर्मचारी के पीएफ पर ब्याज की गणना करने जा रहें है आप ध्यान से देखें।
उदाहरण-
- कर्मचारी एवं कंपनी द्वारा पीएफ अंशदान
- कर्मचारी के PF की ब्याज की गणना की जाती है।
- एकल कर्मचारी के लिए ईपीएफ ब्याज दर की गणना।
एक वित्तीय वर्ष के लिए ब्याज की गणना करना –
- मूल वेतन + महंगाई भत्ता = 10,000
- कर्मचारी द्वारा पीएफ में दिया गया योगदान = 10 हजार का 12% = 1,200 रुपए
- नियोक्ता द्वारा पीएफ में दिया गया योगदान = 10 हजार का 8.33% = 833 रुपए
- EPF के लिए नियोक्ता का योगदान = कर्मचारी का योगदान – नियोक्ता का योगदान = 550 रुपए
- कुल ईपीएफ योगदान (प्रत्येक माह) = 1,200 + 550 = 1,750
- EPF ब्याज दर 8.15% वर्ष 2022-23 में थी।
- ब्याज की गणना, हर महीने लागू ब्याज = 8.15%/12 = 0679%
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ईपीएफ ब्याज दर 2023-24 क्या है? से जुड़े प्रश्न/उत्तर
ईपीएफ ब्याज दर 2023-24 क्या है?
ईपीएफ ब्याज दर 2023-24 वित्त वर्ष में 8.15% बताई गई थी।
मोबाइल से कुल पीएफ बैलेंस कैसे चेक करें?
इसके लिए आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 011-22901406 नंबर पर मिस्ड कॉल देनी है आपको कुछ समय पश्चात ही एक एसएमएस आएगा उसमें आप अपने पीएफ अकाउंट बैलेंस की सम्पूर्ण जानकारी देख सकते हैं।
क्या पीएफ बैलेंस में ब्याज प्राप्त होता है?
जी हाँ पीएफ बैलेंस में ब्याज भी मिलता है जो कि आपके पीएफ अकाउंट से जुड़ता है।
पीएफ पेंशन कैसे प्राप्त होती है?
कर्मचारी की सैलरी से हर महीने पीएफ काटा जाता है जो कि 60 साल के पश्चात पेंशन के रूप में प्राप्त होती है। किसी कंपनी में कर्मचारी को यदि काम करते 10 साल पूरे हो जाते हैं तो वह पेंशन प्राप्त करने हेतु हकदार हो जाता है।
कर्मचारी की सैलरी से कितना पीएफ कटता है?
हर महीने कर्मचारी की सैलरी से 12 प्रतिशत हिस्सा पीएफ से कटता है जो कि पीएफ अकाउंट में जमा होता है थी इसके ही बराबर अंशदान नियोक्ता द्वारा भी दिया जाता है।
इस लेख में हमने आपको What is the interest rate 2023-24? Who determines? How is the calculation done? से सम्बंधित प्रत्येक जानकारी को साझा कर दिया है, यदि आपको इस लेख से जुड़ी अन्य जानकारी या कोई प्रश्न पूछना है तो इसके लिए आप नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न लिख सकते हैं हमारी टीम द्वारा जल्द ही आपके प्रश्रों का उत्तर दिया जाएगा। इसी तरह के और लेखों की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी साइट hindi.nvshq.org से ऐसे ही जुड़े रह सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो और लेख की जानकारी प्राप्त करने में सरलता हुई हो धन्यवाद।