शाहजहाँ जीवनी – Biography of Shah Jahan in Hindi Jivani

दोस्तों आपने इतिहास में मुग़ल वंश के बारे में तो जरूर पढ़ा होगा। मुग़ल वंश कई ऐसे बादशाह आए जिन्होंने कई सामाजिक एवं अच्छे कार्य किये तथा कई राजाओं ने बुरे काम भी किए है। हम आपको मुग़ल वंश के पाँचवें बादशाह के विषय में बता रहे है इनका नाम शाहजहाँ था। जिन्होंने अपने बेगम ... Read more

Photo of author

Reported by Saloni Uniyal

Published on

दोस्तों आपने इतिहास में मुग़ल वंश के बारे में तो जरूर पढ़ा होगा। मुग़ल वंश कई ऐसे बादशाह आए जिन्होंने कई सामाजिक एवं अच्छे कार्य किये तथा कई राजाओं ने बुरे काम भी किए है। हम आपको मुग़ल वंश के पाँचवें बादशाह के विषय में बता रहे है इनका नाम शाहजहाँ था। जिन्होंने अपने बेगम की याद में भारत में प्रसिद्ध ताज महल का निर्माण कराया था इस कारण इन्हें आज भी लोग याद करते है। आपको बता दे इनके शासन काल को स्वर्णिम युग भी कहा जाता है। वर्ष 1628 में इनका राज्याभिषेक किया गया था उसके पश्चात इन्होंने राज्य की गद्दी संभाली थी। इन्होंने नागरिकों को अपने युग में मुग़ल कला एवं संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया था। आज हम आपको शाहजहाँ जीवनी (Biography of Shah Jahan in Hindi Jivani) से सम्बंधित जानकारी बताने जा रहे है, सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारे इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ना होगा।

शाहजहाँ जीवनी - Biography of Shah Jahan in Hindi Jivani
शाहजहाँ जीवनी

शाहजहाँ का जीवन परिचय

मुग़ल वंश में 5वें शासक शाहजहाँ का जन्म लाहौर में 5 जनवरी 1592 में हुआ था। इनका वास्तविक नाम मिर्जा शहाब-उद-दीन बेग मुहम्मद खान खुर्रा था। इनके पिता का नाम जहांगीर तथा का नाम जगत गौसाई (बिलकीस मकानी) था। यह अपने माता-पिता की दूसरी संतान थे।

यह भी देखें- महाराणा प्रताप जीवनी – Biography of Maharana Pratap in Hindi Jivani

Biography of Shah Jahan in Hindi Jivani

नामशाहजहाँ
जन्म5 जनवरी 1592
जन्म स्थानलाहौर किला, लाहौर
अन्य नाममिर्जा शहाब-उद-दीन बेग मुहम्मद खान खुर्रा
धर्ममुस्लिम
माता का नामबिलकीस मकानी
पिता का नामजहांगीर
पत्नीकन्दाहरी बेगम, मुति बेगम, अकबराबादी महल, हसीना बेगम, सरहिंदी बेगम, कुदसियाँ बेगम, मुमताज बेगम, फतेहपुरी बेगम
संतानपुरहुनार बेगम, जहाँआरा बेगम, गौहरा बेगम, शाह शुजा, दारा शिकोह, मुराद बख्श, औरंगजेब, रोशनआरा बेगम
राज्याभिषेक24 फरवरी 1628
कार्यकला, संस्कृति तथा वास्तुकला में अपना योगदान
शासन कालजनवरी 1628 से 31 जुलाई 1658

Shahjahan कौन था?

Shahjahan जहांगीर का बेटा था और जहांगीर अकबर का पुत्र था अर्थात अकबर का पोता Shahjahan था। इसने भी अपने ही पिता की तरह राज्य के शासन को प्राप्त किया था। ऐसा बोला जाता है कि जब जहां का जन्म हुआ था तो अकबर ने उसे गोद ले लिया था ताकि वह उसका एक वीर शासक बना सके।

यह भी देखें- सम्राट अशोक जीवनी – Biography of Samrat Ashoka in Hindi Jivani

शिक्षा

इन्होंने फ़ारसी, इस्लामी तथा अरबी विषयों को लेकर अपनी पारस्परिक मुग़ल शिक्षा को प्राप्त किया था। इसके अतिरिक्त इन्होंने तीरंदाजी, शिकार करना तथा घुड़सवारी करना भी पूर्ण रूप से सीख लिया था। जब ये 13 वर्ष की आयु के थे तो इन्हें वर्ष 1605 में कंधार गवर्नर चुना गया तथा तीन वर्ष तक इन्होंने इस पद पर कार्य किया।

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

शासन काल

बुद्ध वार 24 फरवरी 1628 में मिर्जा शहाब-उद-दीन बेग मुहम्मद खान खुर्रा का राज्याभिषेक किया गया था। और इस दिन से जहाँ के शासन काल का आरम्भ हो गया था। इनको वर्ष 1606 में आठ हजार तथा पांच हजार सवार का मनसब प्रदान हुआ था। और आसफ खान को वजीर बनाया गया। मिर्जा शहाब-उद-दीन बेग मुहम्मद खान खुर्रा ने महावत को खानखाना की उपाधि प्रदान की थी। इनके शासन काल को स्वर्णिम युग माना जाता है।

आपको बता दे इन्होंने अपने काल में दीवाने खास, दिल्ली में जामा मस्जिद, दिल्ली में लाल किला, मोती मस्जिद तथा दीवाने आम आदि को बनवाया था। मुग़ल वंश के स्वर्ण काल के रूप में जहाँ के तीस वर्ष का शासन काल आता है। Shahjahan ने अकबर द्वारा स्थापित किए गए क्षेत्र का राज्य-विस्तार किया गया। यह शासन काल शांतिपूर्ण तरीके से व्यतीत हो रहा था पूरा राज्य धन से सम्पूर्ण था और राज्य के नागरिक बहुत खुश थे। यह वह वक्त था जिसमें लड़ाइयां भी बहुत कम होती है तथा शासक द्वारा राज्य में कुशलता से शासन किया जा रहा था।

ताजमहल का निर्माण

दोस्तों आपने ताजमहल तो जरूर देखा होगा क्योंकि यह दुनिया में सात अजूबों में से एक है और प्रसिद्ध इमारत भी है। परन्तु आपको पता भी है इसका निर्माण किसने शाहजहाँ ने क्यों करवाया था नहीं ना तो आपको बता दे उन्होंने अपनी प्रिय पत्नी मुमताज बेगम की याद में इसे बनवाया था क्योंकि वह उनकी सबसे प्रिय रानियों में से एक थी। जब उनकी मृत्यु हुई और जहां पर उनका मकबरा बनाया था उसी स्थान पर Shahjahan ने ताज महल का निर्माण कराया। वर्ष 1631 में मुमताज की मृत्यु हुई थी तथा ताज महल का निर्माण 1632 में प्रारम्भ कर दिया था जो कि वर्ष 1653 में पूर्ण हुआ। ताजमहल मुग़ल वास्तुकला की एक प्रसिद्ध कृति है जो कि दुनिया में सबसे प्रसिद्ध है। ताजमहल बनाने के लिए कीमती तथा सफ़ेद संगमरमर पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था इसके अतरिक्त इसमें हीरे भी शामिल किये गए जो कि इसे बहुत खूबसूरत बनाती है। इसमें एक पुल भी बनाया गया है जिसमे ताजमहल का प्रतिबिंब दिखाई देता है। ताजमहल Shahjahan की अनन्त प्रेम की निशानी है। भारत का यह सबसे लोकप्रिय, प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जहां देश-विदेश के पर्यटक आते है।

कला के प्रति प्रेम

आपको बता दे Shahjahan ने मुग़ल वंश की कला एवं वास्तुकला को बहुत प्रसिद्ध किया वह इसका बहुत बड़ा प्रेमी था उसने सब को इसके लिए प्रेरित भी किया। जैसा कि हमने आपको बताया इन्होंने दुनिया की सबसे खूबसूरत महल ताज महल को बनवाया। इन्होंने अपनी राजधानी को वर्ष 1639 में आगरा से दिल्ली कर दिया और वहां का नाम शाहजहाँबाद कर दिया था। इन्होंने वहां लाल किले का निर्माण करवाया जिसे तैयार होने में करीबन 10 वर्ष लग गए अर्थात वर्ष 1638 में कार्य शुरू हुआ तथा 1648 में जाकर पूरा हुआ। इसके अतिरिक्त इन्होंने दीवाने आम, आगरा की मोती मस्जिद, दिल्ली का जामा मस्जिद तथा दीवाने खास को भी बनाया था।

शाहजहाँ की मृत्यु

कहा जाता है कि जब मुमताज बेगम की मृत्यु हुई थी तो उसके एक दो वर्ष तक शाहजहाँ शोक में चला गया। वह दिन रात बेगम की याद में आंसू बहाता रहता था। उसमें अपने सभी शान शोक करने छोड़ दिए थे, वह किसी भी समारोह में शामिल नहीं होता था।

शाहजहाँ की चौदह संतान में से सात ही बच्चे बचे थे उनके चार पुत्र थे जिनकी आपस में अनबन ही बनी रहती थी वे सब अपने पिता की गद्दी को पाने के लिए एक-दूसरे से संघर्ष ही करते रहते थे। कुछ समय बाद शाहजहाँ की तबीयत ख़राब होने लगी। और यह देखकर चारों भाई (औरंगजेब, दारा शिकोह, मुराद बख्श तथा शाह शुजा) आपस में लड़ाई करने लगे। चारों पुत्रों में से औरंगजेब की अपने पिता के साथ सम्बन्ध सही नहीं थे। जहाँ चाहता था कि उसका पुत्र दारा शिकोह का ही राज्याभिषेक किया जाए और वही शासन को संभाले, क्योंकि वह उसके बाकी तीन पुत्रों से अधिक बलवान तथा बुद्धिमान था।

परन्तु उसका पुत्र औरंगजेब बहुत शातिर था। वह चाहता था कि वही अपने पिता की गद्दी पर बैठे कोई और ना। इसलिए उसने एक चाल चली और 18 जून 1658 को अपने पिता को बंदी बना लिया और करीबन 8 वर्ष तक जेल में रखा और धीरे-धीरे करके शाहजहाँ और बीमार होने लगा उसकी तबीयत में दिन-प्रतिदिन और ख़राब होने लगी तथा 31 जनवरी 1666 को शाहजहाँ का देहांत हो गया।

शाहजहाँ का जीवन परिचय से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp

Shah Jahan का जन्म कब और कहाँ हुआ?

Shah Jahan का जन्म 5 जनवरी 1592 को पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था।

Shah Jahan का उपनाम क्या था?

इनका उपनाम मिर्जा शाहब-उद-दीन बेग मुहम्मद खान खुर्रा था।

शाहजहाँ ने किस पत्नी की याद में ताज महल बनवाया था?

मुमताज बेगम की मृत्यु होने के बाद शाहजहाँ ने उसकी याद में ताज महल बनवाया था।

शाहजहाँ के पिता का क्या नाम था?

इनके पिता का नाम जहाँगीर था।

Shah Jahan का राज्याभिषेक कब किया गया था?

4 फरवरी 1628 में राज्याभिषेक किया गया था।

Shahjahan की माता कौन थी?

बिलकीस मकानी Shahjahan की माता थी।

Shahjahan की कितनी संतान थी?

Shahjahan के चार पुत्र एवं तीन पुत्रियां थी।

लाल किले का निर्माण किसने कराया?

Shahjahan ने लाल किले का निर्माण कराया था जो कि कार्य 1638 में शुरू हुआ तथा 1648 में बनकर तैयार हुआ।

इस लेख में हमने आपको Biography of Shah Jahan in Hindi Jivani से जुड़ी सभी जानकारी को साझा कर दिया है। फिर भी यदि आपको लेख से जुड़ी अन्य जानकारी या कोई प्रश्न पूछना है तो नीचे दिए हुए कमेंट बॉक्स में अपने प्रश्न लिख सकते है हम प्रयास करेंगे कि जल्दी ही आपके प्रश्नों का उत्तर दे सकते। इसी तरह के अन्य शासकों के जीवन परिचय से सम्बंधित जानकारी जानने के लिए हमारी साइट से ऐसे ही जुड़े रहे। आशा करते है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया लेख पसंद आया हो और लेख से सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हुई हो।

Photo of author

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें