ई-जनगणना 2024 | ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, E- Census एप्लीकेशन फॉर्म, Janganana List

हम जानते हैं कि भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक 10 वर्षों में जनगणना का लक्ष्य रखा जाता है। प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटल सेवा की जरूरत को देखते हुये जनगणना को भी ऑनलाईन करने का फैसला सरकार के द्वारा लिया गया है। इस लेख में हम आपको ई-जनगणना 2024 के बारे में बताने जा रहे हैं। ... Read more

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Reported by Dhruv Gotra

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हम जानते हैं कि भारत सरकार के द्वारा प्रत्येक 10 वर्षों में जनगणना का लक्ष्य रखा जाता है। प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटल सेवा की जरूरत को देखते हुये जनगणना को भी ऑनलाईन करने का फैसला सरकार के द्वारा लिया गया है। इस लेख में हम आपको ई-जनगणना 2024 के बारे में बताने जा रहे हैं। E- Census से जुडी सारी जानकारी जैसे कि ई जनगणना क्या है, ई जनगणना के लिये ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन कैसे करें, E- Census एप्लीकेशन फॉर्म और Janganana List आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिये इस लेख को अंत तक अवश्य पढें।

ई-जनगणना 2023  ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, E- Census एप्लीकेशन फॉर्म, Janganana List
ई-जनगणना 2024 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन, E- Census एप्लीकेशन फॉर्म, Janganana List

ई-जनगणना क्या है (E-Census 2024)

हमारे देश में साल 1872 से आधिकारिक जनगणना का इतिहास मिलता है। इन दशकों में लगातार प्रत्येक दस वर्षों में भारत में जनगणना की जाती रही है। चूंकि भारत एक विशाल देश है और यहां की जनसंख्या विविध क्षेत्रों में बंटी होने के कारण जनगणना में अधिक समय और संसाधन खर्च होते हैं।

हाल ही में केन्द्र सरकार के द्वारा अपनी डिजिटलीकरण की योजना के तहत ही जनगणना का भी ऑनलाईन रिकॉर्ड रखने का निर्णय लिया गया है। ई जनगणना 2024 के तहत सरकार के द्वारा ई सेंसस के उद्देश्य, लाभ और विशेषताओं के साथ साथ आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किये गये हैं।

ई-जनगणना (E- Census) Key Points

आर्टिकल का नामई-जनगणना 2024 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन,
E- Census एप्लीकेशन फॉर्म, Janganana List
घोषणागृह मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा घोषित और संचालित
सम्बन्धित विभागभारत के महारजिस्ट्रार
जनगणना आयुक्त कार्यालय,
गृह मंत्रालय भारत सरकार
लाभार्थीप्रत्येक भारतीय नागरिक
आवेदन की प्रक्रियाऑनलाईन तथा ऑफलाईन
उद्देश्यदेश की जनसंख्या का समुचित रिकार्ड रखना
लक्ष्यप्रत्येक दशक के जन्म, मृत्यु और जनगणना का रिकार्ड ऑनलाईन करना
लाभनागरिकों के लिये ऑनलाईन सुविधा
आधिकारिक वेबसाईटcensusindia.gov.in

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ई-जनगणना 2024

परम्परागत रूप से जनगणना भारत में प्रत्येक 10 वर्षों के अन्तराल पर की जाती रही है। क्योंकि वर्तमान में प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटलीकरण की मांग बढ रही है, इसलिये भारत सरकार के द्वारा जनगणना के लिये भी एक ऑनलाईन डाटाबेस तैयार करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही भारत की अंतिम जनगणना साल 2011 में हुयी थी।

यूं तो अगली जनगणना 2021 में होनी प्रस्तावित थी किन्तु कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण साल 2021 में जनगणना की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी। अब जबकि हालात सामान्य हो चुके हैं, तो भारत सरकार ने जनगणना को दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया है। और यह जनगणना 2024 में होगी। ई-जनगणना 2024 की खास बात यह है कि इस बार की जनगणना ऑनलाईन भी हो सकेगी।

E- Census का उद्देश्य

ई-जनगणना 2024 भी केन्द्र सरकार की डिजिटल इंडिया योजना का ही एक हिस्सा है। भारत में जनगणना की सेवा को भी ऑनलाईन उपलब्ध करवाने का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक क्षेत्र को डिजिटल इंडिया से जोडकर भारत में तकनीक को बढावा देते हुये समय और श्रम की बचत करना है।

क्योंकि पारंपरिक जनगणना में सरकार के अधिकारियों को घर घर जाकर सूचनायें एकत्रित करनी होती हैं। इस प्रक्रिया में श्रम और समय अधिक व्यय होता है। भारत सरकार के द्वारा अब जनगणना कीसेवा को ऑनलाईन कर दिया गया है। अब आप अपने फोन के द्वारा भी ई जनगणना से जुड सकते हैं। प्रत्येक नागरिक अब डिजिटल माध्यम से जनगणना में हिस्सा ले सकता है।

ई-जनगणना के लाभ और विशेषतायें

चूंकि यह पहली बार होगा जबकि भारत में ई जनगणना करवाई जा रही है। इसलिये इस बार की जनगणना विशेष होने वाली है। साथ ही ई जनगणना से आम नागरिकों और सरकार को भी लाभ प्राप्त होंगे-

  • ई-जनगणना 2024 में तकनीक का समावोश करते हुये जनगणना की जायेगी।
  • सरकार के द्वारा पारदर्शी जनगणना के लिये मोबाईल ऐप लॉच किया जायेगा।
  • आम नागरिक अपने फोन से ही सम्बन्धित सवालों के जवाब दे सकेंगे।
  • विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की सहायता जनगणना में ली जाती है। जो कि घर घर जाकर जनगणना का कार्य करते हैं।
  • सबसे मुख्य लाभ यह है कि अब कर्मचारियों को जनगणना के लिये घर घर भटकने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • इससे कर्मचारियों का समय और सरकार का पैसा दोनों की बचत होगी।
  • जन्म और मृत्यु पंजीकरण को भी जनगणना में जोडा जायेगा।
  • ई-जनगणना 2024 से जनगणना की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता अपेक्षित है।

आवश्यक दस्तावेज

ई जनगणना के अंर्तगत अपना पंजीकरण करवाने के लिये आपके पास कुछ मूलभूत दस्तावेजों को होना अनिवार्य है। जो कि आपके पंजीकरण को एक वैधता प्रदान करते हों जैसे-

  • सर्वप्रथम आवेदक को भारत का मूल निवासी होना चाहिये
  • आवेदक के पास निवास सम्बन्धी वैध दस्तावेज होने चाहिये।
  • आवेदक या आवेदक के परिवार का आय प्रमाण पत्र।
  • आयु से सम्बन्धित वैध दस्तावेज।
  • आवेदक का पासपोर्ट साईज फोटोग्राफ।
  • आवेदक का मोबाईल नम्बर।
  • आवेदक की ई मेल आई डी यदि हो तो।

E- Census 2024-आवेदन की प्रक्रिया

ई-जनगणना 2024 में ऑनलाईन माध्यम से जनगणना करवाने के इच्छुक नागरिकों को अभी थोडा इंतजार करना होगा। केन्द्र सरकार के द्वारा ई जनगणना की घोषणा की गयी है।

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किन्तु सरकार के द्वारा आधिकारिक रूप से कोई तिथि तय नहीं की गयी है। सरकार के द्वारा जल्द ही जनगणना ऐप और तिथि की घोषणा की जायेगी। इस सम्बन्ध में सरकार के द्वारा जारी किसी भी दिशा निर्देश और सूचना को हम आप तक जरूर पंहुचायेंगे।

ई जनगणना से सम्बन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-FAQ

भारत की जनसंख्या कितनी है?

भारत की वर्ष 2021 तक की अनुमानित जनसंख्या 140.76 करोड है। हालांकि सरकार के द्वारा निश्चित आधिकारिक आंकडे सार्वजनिक नहीं किये गये हैं।

जनसंख्या की दृष्टि से भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?

वर्तमान में चीन जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बडा देश है और पहले स्थान पर है। वहीं भारत इस सूची में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है।

भारत की जनगणना के विवरण के लिये आधिकारिक वेबसाईट क्या है?

जनगणना से सम्बन्धित आंकडों की जानकारी के लिये भारत सरकार के द्वारा आधिकारिक वेबसाईट लांच की गयी है। नागरिक आधिकारिक वेबसाईट censusindia.gov.in पर विजिट करके अपेक्षित आंकडे प्राप्त कर सकते हैं।

भारत में जनगणना कब करवायी जाती है?

भारत में प्रत्येक 10 वर्षों के अंतराल पर जनगणना करवायी जाती है। भारत की आखिरी जनगणना साल 2011 में हुयी थी। वर्ष 2021 में प्रस्तावित जनगणना कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण स्थगित कर दी गयी थी।

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